केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा चीनी से सब्सिडी समाप्त
UK TOP NEWS ; उत्तराखण्ड विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2017 में कुल 4870879(48 लाख 70 हजार 889) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया #आउट सोर्सिंग के आधार पर तैनात कार्मिकों को विभाग में संविदा के आधार पर रखे जाने का निर्णय #चमोली NEWS # www.himalayauk.org (Web Media) Ddun
देहरादून 21 फरवरी 017
सेंटर ऑफ़ इन्डियन ट्रेड यूनियंस (सीटू) जिला कमेटी देहरादून ने बैठक कर आज प्रेसनोट जारी कर केंद्र की भाजपा सरकार दुवारा चीनी पर से सब्सिडी समाप्त करने के निर्णय का विरोध किया है |
इस अवसर पर सीटू के जिला जिला सचिव लेखराज ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार दुवारा चीनी पर से सब्सिडी समाप्त करने के निर्णय से आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी इससें मार्किट के दामो पर गरीब व्यक्तियों चीनी खरीदनी पड़ेगी जिससे मार्किट में भी चीनी के दामो में बेतहाशा बढ़ोतरी होगी और चीनी की भी जमाखोरी होगी सरकार के इस निर्णय से आम आदमी पर महंगाई की दोहरी मार पड़ेगी |उन्होंने कहा की मोदी सरकार पूंजीपतियों को मुनाफा कमाने के लिए आम जनता पर बोझ डाल रही है |
वक्ताओ ने इसके खिलाफ जनता को लामबंद कर आन्दोलन करने पर विचार रखे |
इस अवसर पर लेखराज ,कृष्ण गुनियाल ,शेर सिंह राणा ,दिनेश तोमर,राकेश धरनी,प्रमोद कुमार ,मासूम अली ,पी.एस.बिष्ट ,टिका प्रसाद पोखरियाल आदि उपस्तिथ थे |
उत्तराखण्ड विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2017 में कुल 4870879(48 लाख 70 हजार 889) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया
देहरादून 21 फरवरी, 2017(सू.ब्यूरो)
उत्तराखण्ड विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2017 में कुल 4870879(48 लाख 70 हजार 889) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जिसमें 2449844 महिलाएं, 2421019 पुरूष तथा 16 थर्ड जेंडर मतदाता सम्मिलित है। यद्यपि वर्ष 2012 की तुलना में मतदान प्रतिशत 67.22 की तुलना में घट कर 65.64 प्रतिशत पर आया है परन्तु वर्ष 2012 में 4219925(42 लाख 19 हजार 925) तुलना में कुल मतदाताओं की संख्या में 650954 की वृद्धि हुई है यदि 2007 के आकड़ों से तुलना करें तो 10 वर्ष में कुल 1327899(13 लाख 27 हजार 899) अधिक मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है। वर्ष 2007 एवं 2012 के आंकड़ों में कर्णप्रयाग विधानसभा के आंकड़ें भी सम्मिलित हंै। वर्ष 2017 में कुल 69.34 प्रतिशत महिलाओं और 62.28 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। वर्ष 2007 में मतदाता सूची में कुल मतदाता 5985302(70 विधानसभा क्षेत्र), वर्ष 2012 में 6277956(70 विधानसभा क्षेत्र) मतदाता तथा वर्ष 2017 में 7420710(69 विधानसभा क्षेत्र) मतदाता दर्ज हैं।
जिलावार कुल मतदान प्रतिशत इस प्रकार है उत्तरकाशी में 68.29 प्रतिशत(63.69 प्रतिशत पुरूष एवं 73.21 प्रतिशत महिलाएं), चमोली में 60.51 प्रतिशत(55.41 प्रतिशत पुरूष एवं 65.96 प्रतिशत महिलाएं), रूद्रप्रयाग में 61.46 प्रतिशत(52.61 प्रतिशत पुरूष एवं 70.25 प्रतिशत महिलाएं), टिहरी गढ़वाल में 55.40 प्रतिशत(46.76 प्रतिशत पुरूष एवं 64.62 प्रतिशत महिलाएं), देहरादून में 63.45 प्रतिशत(61.27 प्रतिशत पुरूष एवं 65.93 प्रतिशत महिलाएं), हरिद्वार में 75.69 प्रतिशत(75.32 प्रतिशत पुरूष एवं 76.14 प्रतिशत महिलाएं), पौड़ी गढ़वाल में 54.95 प्रतिशत(48.52 प्रतिशत पुरूष एवं 61.63 प्रतिशत महिलाएं), पिथौरागढ़ में 60.58 प्रतिशत(56.64 प्रतिशत पुरूष एवं 64.52 प्रतिशत महिलाएं), बागेश्वर में 61.23 प्रतिशत(52.53 प्रतिशत पुरूष एवं 70.18 प्रतिशत महिलाएं), अल्मोड़ा में 52.81 प्रतिशत(45.20 प्रतिशत पुरूष एवं 60.69 प्रतिशत महिलाएं), चम्पावत में 61.66 प्रतिशत(53.37 प्रतिशत पुरूष एवं 70.81 प्रतिशत महिलाएं), नैनीताल में 66.77 प्रतिशत(64.96 प्रतिशत पुरूष एवं 68.80 प्रतिशत महिलाएं) और ऊधमसिंह नगर में 75.79 प्रतिशत(74.46 प्रतिशत पुरूष एवं 77.30 प्रतिशत महिलाएं) मतदान दर्ज किया गया है। इस प्रकार ऊधमसिंह नगर 75.79 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाला जनपद तथा अल्मोड़ा 52.81 प्रतिशत के साथ न्यूनतम मतदान प्रतिशत वाला जनपद है।
सर्वाधिक मतदान वाली विधानसभाओं में लक्सर 81.87 प्रतिशत, हरिद्वार ग्रामीण 81.69 प्रतिशत, पिरान कलियर 81.43 प्रतिशत, सितारगंज 81.21 प्रतिशत, गदरपुर 80.71 प्रतिशत प्रमुख है। न्यूनतम मतदान वाली विधानसभाओं में सल्ट 45.74 प्रतिशत, चैबट्टाखाल 46.88 प्रतिशत, लैन्सडाउन 47.95 प्रतिशत, घनसाली 48.79 प्रतिशत प्रमुख है।
प्रदेश में कुल 10685 मतदान केन्द्रों में 07 मतदान केन्द्रों पर शून्य मतदान, तीन मतदान केन्द्रों में 1 से 10 प्रतिशत, 5 मतदान केन्द्रों में 11 से 20 प्रतिशत, 18 मतदान केन्द्रों में 21 से 30 प्रतिशत, 152 मतदान केन्द्रों में 31 से 40 प्रतिशत, 1146 मतदान केन्द्रों में 41 से 50 प्रतिशत, 2506 मतदान केन्द्रों में 51 से 60 प्रतिशत, 2896 मतदान केन्द्रों में 61 से 70 प्रतिशत, 2336 मतदान केन्द्रों में 71 से 80 प्रतिशत, 1406 मतदान केन्द्रों में 81 से 90 प्रतिशत तथा 170 मतदान केन्द्रों में 90 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।
उत्तरकाशी के पुरोला में 04, पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट में 01, अल्मोड़ा के सोमेश्वर एवं अल्मोड़ा में 01-01 मतदान केन्द्रों पर शून्य मतदान हुआ है। हरिद्वार में पिरान कलियर के 64-हलवेहेरी मतदान केन्द्र में 99.21 प्रतिशत मतदान अधिकतम तथा नैनीताल में भीमताल के 19-कौंता मतदान केन्द्र में 01.35 प्रतिशत न्यूनतम मतदान दर्ज हुआ है।
आउट सोर्सिंग के आधार पर तैनात कार्मिकों को विभाग में संविदा के आधार पर रखे जाने का निर्णय
देहरादून 21 फरवरी, 2017
उत्तराखण्ड राज्य के सरकारी विभागों में कार्यरत तथा दिनांक 31.12.2016 तक पांच वर्ष की निरन्तर सेवा पूर्ण करने वाले दैनिक वेतन, नियुक्त कार्मिकों के विनियमितीकरण हेतु दैनिक वेतन, कार्यप्रभारित, संविदा, नियत वेतन, अंशकालिक तथा तदर्थ रूप से नियुक्त कर्मियों का विनियमितीकरण (संशोधन) नियमावली, 2016 दिनांक 14 दिसम्बर, 2016 सात वर्ष से निरन्तर रूप से आउट सोर्सिंग के आधार पर तैनात कार्मिकों को विभाग में संविदा के आधार पर रखे जाने का निर्णय लेते हुए शासनादेश दिनांक 19 दिसम्बर, 2016 तथा संशोधित शासनादेश दिनांक 27 दिसम्बर, 2016 निर्गत किये गये हैं।
सचिव कार्मिक अरविन्द सिंह हयांकी ने बताया कि विनियमितीकरण नियमावली, 2016 के विरूद्ध मा0 उच्च न्यायालय, नैनीताल में रिट याचिका संख्या 154/एस.एस./2017 हिमांशु जोशी बनाम उत्तराखण्ड राज्य व अन्य योजित की गई है जिसमें मा0 न्यायालय द्वारा अपने अन्तरिम आदेश दिनांक 24 जनवरी, 2017 द्वारा उक्त नियमावली पर स्थगनादेश पारित किया गया है। इसके अतिरिक्त आउट सोर्सिंग के आधार पर तैनात कार्मिकों को संविदा पर रखे जाने विषयक शासनादेश दिनांक 19 दिसम्बर, 2016 तथा संशोधित शासनादेश दिनांक 27 दिसम्बर, 2016 के सम्बंध में भी मा0 उच्च न्यायालय में योजित रिट याचिका संख्या 155/एस.एस./2017 चारू भट्ट व अन्य बनाम उत्तराखण्ड राज्य एवं अन्य में मा0 न्यायालय द्वारा स्थगनादेश दिनांक 24 जनवरी, 2017 पारित किया गया है।
उक्त दोनों प्रकरणों के सम्बंध में आज दिनांक 21.02.2017 को मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई जिसमें सचिव, कार्मिक तथा सचिव, न्याय विभाग उपस्थित थे। बैठक में सम्यक विचारोपरान्त उक्त दोनों प्रकरणों के सम्बन्ध में यह निर्णय लिया गया कि इस सम्बन्ध में शासन द्वारा मा0 न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष प्रभावी तरीके से शीघ्रातिशीघ्र प्रस्तुत किया जायेगा।
चमोली NEWS;
चमोली 21 फरवरी 2017 (सू.वि.)
विधानसभा सामान्य निर्वाचन के दौरान जिले में आज बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र से 243 तथा थराली विधानसभा क्षेत्र से 376 कुल 619 सर्विस मतदाताओं के डाक मत पत्रों के लिफाफे प्राप्त हुए है, वही दूसरी ओर निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कार्मिकों से बद्रीनाथ विस क्षेत्र से 14 व थराली विस क्षेत्र से 1 कुल 15 डाक मत पत्र प्राप्त हुए है। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि अबतक सर्विस मतदाताओं के बद्रीनाथ विस क्षेत्र से 365 व थराली विस क्षेत्र से 609 कुल 974 डाक मत पत्र प्राप्त हुए है, जबकि चुनाव ड्यूटी में तैनात कार्मिकों से बद्रीनाथ विस क्षेत्र से अब तक 1426 व थराली विस क्षेत्र से 504 कुल 1930 डाक मत पत्र प्राप्त हुए है। इस प्रकार दोनों विस क्षेत्रों से सर्विस एवं चुनाव ड्यूटी में तैनात कार्मिकों से अबतक कुल 2904 डाक मत पत्र जिला निर्वाचन कार्यालय को प्राप्त हो चुके है।
चमोली 21 फरवरी 2017 (सू.वि.)
1 से 19 बर्ष के सभी बच्चों को कल खिलायी जायेगी एलबैण्डाजोल
जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन 22 फरवरी को किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि सभी शासकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले 1 से 19 वर्ष की आयु वाले बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा एलबैण्डाजोल की गोली खिलायी जायेगी। उन्होंने बताया कि कृमि बच्चों के शरीर में रहकर महत्वपूर्ण पौषक तत्वों को खा लेते है तथा बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव उत्पन्न करते है। इसके संक्रमण के कारण बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरू़द्ध हो जाता है।
उन्होंने सभी अभिभावकों से कल अपने बच्चों को स्कूल एवं आंगनबाडी केन्द्रों पर भेजने को कहा है ताकि बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एलबैण्डाजोल की गोली खिलायी जा सके। किसी कारण से कोई बच्चा कल छूट जाय तो उन्हें 28 फरवरी को गोली खिलायी जायेगी। उन्होंने बताया कि एलबैण्डाजोल दवा लेने से थोडी देर के लिए बच्चे का जी-मचलाना, उल्टी, चक्कर, पेट दर्द व सरदर्द हो सकता है, पर इससे कदापि घबराने की आवश्यकता नही है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में 1 लाख, 19 हजार एलबैण्डाजोल की गोलिया वितरित की जा चुकी है, जो 22 फरवरी को 10 बजे से स्कूल एवं आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों को खिलायी जायेगी।
राज्य में इंसीडेन्ट कमाण्ड सिस्टम (IRS) पर आधारित भूकम्प का मॉक अभ्यास
देहरादून 21 फरवरी, 2017 प्रेस नोट-01
मंगलवार को आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से राज्य में इंसीडेन्ट कमाण्ड सिस्टम (IRS) पर आधारित भूकम्प का मॉक अभ्यास किया गया। इसमें यह माना गया कि उŸाराखण्ड में 7.2 रिएक्टर का भूकम्प प्रातः 10.02 बजे आया जिसका केंद्र चमोली जिले के जोशीमठ तहसील में तपोवन गांव था। इससे चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी व देहरादून जिले प्रभावित रहे। मॉक ड्रिल के अनुसार भूकम्प के झटके महसूस होने या अन्य माध्यमों से भूकम्प का पता चलने पर आपदा प्रबंधन के तहत विभिन्न यूनिटों से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी सचिवालय स्थित आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और अपने-अपने दायित्वों को सम्भाला। इसी प्रकार देहरादून, टिहरी, चमोली व उत्तरकाशी जिलों में भी जिला आपदा केंद्र सक्रिय हो गए। संबंधित जिलों में पहले से चिन्हित स्टेजिंग एरिया में पुलिस, होमगार्ड, विभिन्न विभागीय अधिकारी उपलब्ध संसाधनों के साथ एकत्र हो गए।
मॉक अभ्यास के अनुसार भूकम्प की तीव्रता 7.2 होने से मोबाईल व लैंडलाईन कनेक्टीवीटी ध्वस्त थी। ऐसी स्थित में सेटेलाईट फोन व वायरलैस सिस्टम का उपयोग किया गया। जिलों से सूचनाएं जुटाई गईं। इलेक्ट्रोनिक मीडिया में प्रसारित खबरों का भी संज्ञान लिया गया। सम्पर्क हेतु देहरादून स्थित हेल्पलाईन नम्बर सहित दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड स्थानित आयुक्त के नम्बर भी प्रसारित किए गए। लोगो से अपील की गई कि घबराएं नहीं और सावधानी के तौर पर घरों से बाहर रहे। जिलों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार पुलिस फोर्स, एसडीआरएफ तैनात की गई । रेस्कयू दल रवाना किए गए। प्रभावित स्थानों पर रीलिफ कैंप खोले गए। एसडीआरफ की टीमें भेजी गई। आईटीबीपी व आर्मी को अलर्ट पर रखा गया।
मॉक अभ्यास के पश्चात मुख्य सचिव एस रामास्वामी की अध्यक्षता में इसकी समीक्षा की गई और विभिन्न खामियों को चिन्हित किया गया। मुख्य सचिव ने कहा कि आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को भूकम्प के झटके महसूस होने पर स्वतः ही निर्धारित स्थलों पर पहुंच कर अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। इसके लिए किसी आदेश की प्रतीक्षा नहीं की जानी चाहिए। यातायात विभाग ऐसी स्थिति में अधिग्रहित किए जाने वाले वाहनों की सूची तैयार रखे। विभिन्न रेखीय विभागों के संबंधित अधिकारियों के पास हमेशा पूरी जानकारी रहनी चाहिए। ऐसी विकट स्थिति में कम्यूनिकेशन को जल्द से जल्द कैसे स्थापित किया जा सकता है, इसकी भी तैयारी रहनी चाहिए।
राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, भारत सरकार के वरिष्ठ सलाहकार, मेजर जनरल वी.के.दत्ता ने मॉक अभ्यास को संतोषजनक बताते हुए कहा कि स्टेजिंग एरिया में व्यवस्थाओं को सुधारना होगा। आपसी समन्वय पर भी अधिक ध्यान देना होगा। समीक्षा बैठक में इंसिडेंट कमांडर अमित नेगी सहित आपदा प्रबंधन के अंतर्गत लॉजिस्टिक यूनिट, प्लान यूनिट, आपरेशनल यूनिट, सिचुएशन यूनिट के प्रमुखों ने अपने-अपने अनुभव बताने के साथ ही प्रेक्टिकल समस्याओं के बारे में भी अवगत कराया। इस अवसर पर राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, भारत सरकार के वरिष्ठ सलाहकार, जनरल वीके नायक, सचिव अरविंद सिंह हयांकि, अपर सचिव सी रविशंकर, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मोली 21 फरवरी 2017 (सू.वि.)
जिले में भूकम्प से निपटने की तैयारियों को लेकर जिला मुख्यालय गोपेश्वर में माॅक ड्रिल अभ्यास सफलतापूर्वक किया गया। जिले के विभागीय अधिकारियों के साथ ही गढ़वाल राइफल, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, स्थानीय स्कूलों के एनएसएस व एनसीसी छात्रों के माध्यम से माॅक ड्रिल की गयी।
जिला आपदा कन्ट्रोल रूम में प्रातः ठीक 10ः00 बजे गोपेश्वर में भूकम्प के झटके महसूस होने की सूचना के साथ ही साइरन बजा। भूकम्प की तीव्रता रियक्टर स्कैल पर 7.2 थी, जिसका केन्द्र बिन्दु हेंलग बताया गया। भूंकम्प से जनपद के हेलंग क्षेत्र एवं गोपेश्वर शहर व चमोली में भारी तबाही की सूचना प्राप्त हुई।
इंसीडेंट रिपोंस सिस्टम के तहत जिला आपदा कन्ट्रोल रूम में आॅपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन, लाॅजिस्टिक एण्ड फाइनेंस सेक्शन के सभी अधिकारियों ने शीघ्र प्लानिंग कार्य शुरू किया। जिसमें जिला स्पोर्स स्टेडियम में स्टेजिंग बनाना तय किया गया।
जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन/रिपोंन्सेबिल आॅफिसर ने कन्ट्रोल रूम से आर0टी0 सेट के माध्यम से स्टेजिंग एरिया को सूचना दी और कार्यवाही शुरू की गई। राहत एवं बचाव कार्य के लिए पाॅच टीमें गठित की गयी। स्टेजिंग एरिया से सभी टीमों को अलग-अलग घटना स्थलों के लिये रवाना किया गया। रेस्क्यू टीमों ने समय पर घटना स्थलों पर पहॅुच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू करते हुए घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल पहंुचाया, जहां उनका उपचार किया गया। रेसक्यू के लिये आर्मी एवं आईटीबीपी से अधिकारी आब्र्जबर भी नियुक्त थे, जिनके द्वारा टीमों का आब्जरवेशन किया गया।
माॅकड्रिल अभ्यास के लिए 09 टास्क बनाये गये थे, जिसमें विकास भवन, जीआईसी गोपेश्वर, जीएमवीएन गेस्ट हाउस, सीतापुर आई हास्पिटल, आॅफिसर क्लब कुण्ड काॅलोनी, जीआईसी अल्कापुरी, हेलंग, कलक्टेªट परिसर व लोवर बाजार चमोली को शामिल किये गये थे।
माॅक ड्रिल में जिले में 9 स्थानों से कुल 87 मृतक, 199 घायल, 25 पशुओं की हानि, 252 तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त भवन, पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन 200 दिखाये गये। 03 स्थानों पर सड़क सहित 1 पुल क्षतिग्रस्त, 2 स्थानों पर विद्युत लाइन व 2 पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त दिखाया गया है। रेसक्यू टीमों द्वारा बड़ी क्षमता एवं साहस के साथ कार्य करते हुए राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया गया।
जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन सभी घटना स्थलों पर जाकर माॅक ड्रिल का जायजा लिया। माॅक ड्रिल पूर्ण होने के बाद स्पोर्टस स्टेडियम में सभी टीमें एकत्रित हुई। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को माॅक ड्रिल की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि माॅक ड्रिल में रह गयी कमियों को भविष्य में पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने एक सप्तहा के भीतर जिले के सभी अधिकारियों की मोबाइल नम्बर सहित सूची तैयार करने तथा तथा रेस्क्यू संबधित उपकरणों एवं उपलब्ध संशाधनों की सूची एक माह के अन्दर अपडेट करने के निर्देश आपदा प्रबन्धन अधिकारी को दिये।
इस अवसर पर गढ़वाल रायफल के अधिकारियों एवं आईटीबीपी के आबर्जरों द्वारा भी अपने सुझाव रखे गये। आब्जर्बर सहायक कमाण्डेट आईटीबीपी जोशीमठ गोपीचन्द्र, सहायक कमाण्डेट आईटीबीपी गौचर अजय प्रकाश तथा लेप्टिनेंट कर्नल गढवाल स्काउट जोशीमठ मयूर एम0 ने माॅकड्रिल को सफल बताते हुए 75-75 प्रतिशत अंक दिये है।
माॅकड्रिल अभ्यास में डीएफओ नीतू लक्ष्मी एम, एसडीएम अभिषेक रूहेला, सीटीओ वीरन्दे्र कुमार, सीओ बीएल मधवाल, सीईओ एलएम चमोला, डीएसओ शशी फत्र्याल सहित जिला स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी, एनएसएस, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी के जवान शामिल थे।
जिलाधिकारी एस.ए. मुरूगेशन की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार रोशनाबाद में भूकम्प को लेकर माॅकड्रिल के सम्बन्ध में बैठक की गई। बुधवार 22 फरवरी 2017 को हरिद्वार जनपद में 7.2 तीव्रता वाले भूकंप को लेकर माॅकड्रिल किया जाएगा। इसका केन्द्र चमोली होगा। हरिद्वार में लगभग 15 लोगों के मारे जाने एवं हजारों के घायल होने की प्राथमिक जानकारी का अनुभव होगा। भूकंप की सबसे पहले सूचना स्टेट इमेरजेन्सी आपरेशन सेन्टर से मिलेगी। यह सूचना डीएफओ को वायरलेस से मिलेगी, क्योंकि संचार मोबाइल, इन्टरनेट ठप्प हो चुका होगा। यह सूचना डिस्ट्रिक्ट इमरजेन्सी आपरेशन सेन्टर रोशनाबाद को मिलेगी। सूचना मिलते ही आईआरएस टीम के सभी सदस्य पहुंचेंगे। ओवर आॅल इन्चार्ज जिलाधिकारी होंगे। सीडीओ, इन्सीडेंट कमाण्डर, टास्क फोर्स के (पुलिस, पीएसी, आर्मी एसडीआरएफ, एनडीआरएफ) के कमाण्डर एडीएम वित्त, लाॅजस्टिक टीम के कमाण्डर एडीएम प्रशासन होंगे। आपदा-बचाव गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र आपदा परिचालन केन्द्र रोशनाबाद होगा। यह वायरलेस जेनरेटर, इन्वर्टर, इन्टरनेट, कम्प्यूटर, वाॅकी-टाॅकी से युक्त है। इसका टोल फ्री नम्बर 1077 एवं 7055278800 एवं 223999 जन सुविधा केन्द्र होगा। मजिस्ट्रेट के नेतृत्व कम्पोजिट टास्क फोर्स होगी। इसमंर आर्मी, पुलिस मेडिकल टीम (दवा, नर्स, एम्बुलेंस, स्टेªचर) लाॅजस्टिक टीम कटर, रस्सी, सर्चलाइट युक्त होगी।
बैठक में एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, सीडीओ मेहरबान सिंह बिष्ट, एडीएम वित्त ललित नारायण मिश्र, ज्वांइट मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित, एसपी सिटी प्रमेन्द्र डोभाल, एसडीएम हरिद्वार मनीष कुमार, एसडीएम भगवानपुर अनिल गब्र्याल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी मीरा कैन्तुरा आदि उपस्थित थे।
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