UK; कोरोना लॉकडाउन; घरों में कैद वहीं,व्यवसाय पूरी तरह से ठप & Top News 8 April 20
8 April 20# High Light# उत्तराखंड वन विकास निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 1 दिन के वेतन के योगदान के रूप में 25,72,548 रुपए का चेक दिया # शाक्य बौद्ध समुदाय द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में कुल 23 लाख रूपये की राशि # कोरोना महामारी को लेकर चमोली जिला प्रशासन पूरी तरह से सर्तक # चमोली निःशुल्क 5 किलो प्रति यूनिट चावल दिया जाएगा # शब-ए-बारात के दिन लोग लाॅकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंन्सिंग का पालन करते हुए अपने घरों पर ही इबादत और दुआ करें # उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट (Cabinet) का कहना है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की जरूरत है. #उत्तराखंड कैबिनेट ने सात फैसले किए. # उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 33 # स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती का कहना है कि सैंपलिंग बढ़ाने की लगातार कोशिश की जा रही है।
उत्तराखंड वन विकास निगम ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 1 दिन के वेतन के योगदान के रूप में 25,72,548 रुपए का चेक दिया
देहरादून 08 अप्रैल, 2020 (सू.ब्यूरो) कोविड-19 के दृष्टिगत उत्तराखंड वन विकास निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 1 दिन के वेतन के योगदान के रूप में 25,72,548 रुपए का चेक दिया है। यह चेक वन मंत्री श्री हरक सिंह रावत एवं प्रबंध निदेशक मोनिष मल्लिक ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा। उत्तराखंड वन विकास निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पीएम केयर्स फंड हेतु 5 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री को सौंपा।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अनिल गोयल ने भी कोविड -19 के दृष्टिगत आज मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख 2 हजार रुपए का चेक दिया । इससे पूर्व भी उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 लाख रुपए का चेक दिया था।
कोविड-19 के दृष्टिगत मैडम रजनी रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 11 लाख रुपए का चेक मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा।
जिला उपाध्यक्ष, जिला पंचायत देहरादून श्री वीर सिंह चौहान ने 25 हजार रूपए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिए हैं।
डायरेक्टर परियोजना यूजेवीएनएल श्री सुरेश चंद्र बलूनी तथा डायरेक्टर फाइनेंस यूजेवीएनएल श्री सुधाकर बडोनी ने 51-51 हजार रूपए के चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिए हैं।
डॉ तृप्ति बहुगुणा स्वास्थ्य निदेशक, स्वास्थ्य निदेशालय देहरादून ने 51 हजार रूपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिया है।
एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स सिडकुल, रानीपुर, हरिद्वार ने भी 7 लाख 51 हजार रूपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिया है।
शाक्य बौद्ध समुदाय द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में कुल 23 लाख रूपये की राशि
प्रदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई
में सहयोग के लिए शाक्य बौद्ध समुदाय द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में कुल 23
लाख रूपये की राशि
दी गई है। शाक्य बौद्ध समुदाय की ओर से आध्यात्मिक नेता एचएच शाक्यृत्जीन, एचएच रत्ना वज्र
शाक्य और एचएच ज्ञान वज्र शाक्य ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत
को उक्त राशि के चैक भेंट किए। कुल 23 लाख रूपये की राशि में से एचएच शाक्यृत्जीन,
एचएच रत्ना वज्र
शाक्य और एचएच ज्ञान वज्र शाक्य द्वारा 3 लाख रूपये, डोलमा फोड्रांग द्वारा 3 लाख रूपये, न्गोर पाल एवाम
चोडान द्वारा 3 लाख रूपये, शाक्य कालेज द्वारा 3 लाख रूपये, द ग्रेट शाक्य मोनलाम फाउंडेशन द्वारा 5
लाख रूपये, शाक्य ननरी द्वारा 3
लाख रूपये और शाक्य
सेंटर द्वारा 3 लाख रूपये का अंशदान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि
कोरोना के खिलाफ लङाई पूरी मानवता की लड़ाई है। सभी के सहयोग और सम्मिलित
प्रयासों से इस महामारी से मानवता की जीत होगी।
कोरोना महामारी को लेकर चमोली जिला प्रशासन पूरी तरह से सर्तक
चमोली 08 अप्रैल,2020 (सू0वि0)कोरोना वायरस (कोबिड-19) संक्रमण
कोरोना महामारी को लेकर चमोली जिला प्रशासन पूरी तरह से सर्तक है। जिले की सभी प्रवेश सीमाओं पर सुरक्षा के कडे इंतेजाम किए गए है। बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें फेसलिटी क्वारेन्टाइन में रखा जा रहा है। जिला कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार जनपद में 07 अप्रैल तक 3595 लोगों को होम क्वारेन्टाइन में रखा गया था, जिसमें से 1994 लोग 14 दिनों का क्वारेन्टाइन पीरियड पूरा कर चुके है, जबकि 1601 लोग अभी भी होम क्वारेन्टाइन में चल रहे है। इन लोगों पर आशा वर्कर, राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम प्रधान के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है और मेडिकल टीमें घर-घर जाकर इनका स्वास्थ्य जाॅच कर रही है। होम क्वारन्टाइन लोगों के स्वास्थ्य जाॅच के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें बनाई गई है। चिकित्सा टीमों ने 34 गांवों में जाकर होम क्वारेन्टीन में रह रहे 474 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
फेसलिटी क्वारेन्टाइन में अभी तक 92 लोगों को रखा गया था जिसमें से 4 लोग क्वारेन्टाइन अवधि पूरा कर चुके है, जबकि 88 लोग अभी भी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में रह रहे है। फेसलिटी क्वारेन्टाइन सेंटर पाॅलीटेक्निक गौचर में 30, ग्वादम में 02, देवाल में 07, कर्णप्रयाग में 04, मंडल में 03, जोशीमठ में 03, जीएमवीएन कालेश्वर में 12, पीएचसी गौचर में 12 तथा जीएमवीएन गौचर में 15 लोगों को रखा गया है।
कोरोना संक्रमित एवं संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में 85 आइसोलेशन बैड है। आइसोलेशन में अभी तीन मरीज भर्ती है। कोरोना की जाॅच के लिए आतिथि तक 07 लोगों के ब्लड सैंपल हल्द्वानी भेजे गए है। जिसमें से 04 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है तथा तीन सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले में कोरोना का अभी तक कोई भी पाॅजेटिव केस सामने नही आया है।कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने 23 बीआरटी (ब्लाक रिसपोंस टीम) एवं सीआरटी (सिटी रिसपोंस टीम) गठित की है। इन टीमों ने अभी तक जिले में कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए 2224 लोगों से संपर्क किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा 07 अप्रैल तक 2173 गरीब एवं जरूरतमंद लोगों में ड्राई राशन किट का वितरत किए गए। इसके आलवा मोबाइल फिश आउटलेट वैन के जरिए 1316 लोगों को पका हुआ भोजन बांटा गया है। पाॅलिटेक्निक गौचर में बनाए गए रिलीफ सेंटर में 28 मजदूरों को रखा गया है। इन मजदूरों को भी नियमित खाने पीने की समुचित व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में लाॅकडाउन को सख्ती से लागू किया गया है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 13 एफआईआर, 151-सीआरपीसी के तहत 36, डीएम एक्ट के तहत 15, पुलिस एक्ट के तहत 39 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 134 चालान और 35 वाहनों को सीज किया गया है।
चमोली निःशुल्क 5 किलो प्रति यूनिट चावल दिया जाएगा
चमोली 08 अप्रैल,2020 (सू0वि0) प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत प्रचलित प्राथमिक परिवार (एनएफएसएस) तथा अन्त्योदय (एएवाई) के लाभार्थियों को इस माह से निःशुल्क 5 किलो प्रति यूनिट चावल दिया जाएगा। यह जानकारी देते हुए जिला पूर्ति अधिकारी केएल शाह ने बताया कि जनपद में 784 उचित दर विक्रेताओं के माध्यम से एनएफएसएस तथा अन्त्योदय के सभी लाभार्थियों को इस योजना के तहत अप्रैल, मई तथा जून महीने का चावल निःशुल्क वितरित किया जाएगा। लाभार्थियों को 5 किलोग्राम प्रति यूनिट के हिसाब से चावल वितरण किया जाएगा। उत्तराखण्ड राज्य खाद्य योजना के अन्तर्गत (एसएफवाई-पीले राशन कार्ड) पर चावल का वितरण नही किया जाएगा।
शब-ए-बारात के दिन लोग लाॅकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंन्सिंग का पालन करते हुए अपने घरों पर ही इबादत और दुआ करें
जन शक्ति विकास संगठन की अपील,अकीदतमंद शबे बरात पर घर पर करें इबादत:आरिफ खान काशीपुर। जन शक्ति विकास संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौ आरिफ खान ने अपील की है, कि शब-ए-बारात के दिन लोग लाॅकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंन्सिंग का पालन करते हुए अपने घरों पर ही इबादत और दुआ करें।आरिफ खान ने कहा कि अधिकांश धर्म गुरूओं, धार्मिक-सामाजिक संगठनों ने शब-ए-बारात के दिन पूरी तरह से लाॅकडाउन का ईमानदारी से पालन करने की अपील की है। -शब-ए-बारात के दिन घरों में ही इबादत के लिए अपील करें।आरिफ खान ने कहा कि हमें अपने-अपने घरों में रहकर इबादत,नज़र-नियाज-मगफरत की दुआएँ और करोना के कहर से हिन्दुस्तान और पूरी दुनिया को निजात मिलें इसकी दुआ करनी चाहिए।आरिफ ख़ान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर लाॅकडाउन एवं सोशल डिस्टेंन्सिंग का देश गम्भीरता से पालन कर रहा है। हमारी किसी भी तरह की लापरवाही हमारे परिवार-पूरे समाज और मुल्क के लिए परेशानी बढ़ा सकती है। हमें करोना के कहर को शिकस्त देने की हर मुहिम, दिशा-निर्देशों का गम्भीरता और पूरी ईमानदारी से पालन करना चाहिए।
उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट (Cabinet) का कहना है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की जरूरत है.
उत्तराखंड की त्रिवेन्द्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट (Cabinet) का कहना है कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की जरूरत है. ऐसे में कैबिनेट ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन (Lockdown) की अवधि को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है.
वहीं, मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि उत्तराखंड में जारी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल में सहमति बन गई. इसके बाद राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्रीय सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है. बता दें कि उत्तराखंड में बीते 5 अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमण के 4 नए मामले सामने आए थे. इससे राज्य में इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या 26 हो गई थी. वहीं, वायरस से संक्रमित 4 व्यक्तियों का इलाज सफल रहा और रविवार को उन्हेंअस्पताल से छुट्टी दे दी गई. उत्तराखंड के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने यह जानकारी दी थी. राज्य में 15 मार्च को संक्रमण का पहला मामला सामने आया था और एक अप्रैल तक केवल सात लोग इस वायरस से संक्रमित थे.
नैनीताल में लॉकडाउन के बाद से ही पहाड़ में सन्नाटा है. कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है और आवाजाही पर पाबंदी की वजह से सिर्फ़ वर्तमान ही नहीं आने वाले महीनों का कारोबार भी प्रभावित होने लगा है. पर्यटन कारोबारियों की चिंता इस बात को लेकर है कि अभी से मई जून की भी बुकिंग कैंसिल होने लगी हैं. पहाड़ की आबोहवा लोगों को स्वस्थ रखने में मददगार ज़रूर होती है मगर इस बार लॉकडाउन ने पहाड़ के कारोबार की सेहत बिगाड़ना शुरु कर दिया है. लॉकडाउन से इस बार सबसे ज्यादा असर पर्यटन कारोबार पर पड़ा है तो अब कारोबारी सरकार से मदद की आस लगाए हैं. 20 मार्च से बंद और क्वैरैंटाइन सेंटर बने इन होटलों में कारोबार की हालत यह है कि आगे की बुकिंग कैंसिल होने लगी है. सिर्फ होटल कारोबार ही नहीं लॉकडाउन से टैक्सी, नाव, रेस्टोरेंट समेत अन्य कार्य भी प्रभावित हुआ है. कारोबारियों को डर लगने लगा है कि पर्यटन सीज़न ही चौपट हो गया तो क्या होगा.
पर्यटन कारोबारी जीनू पांडे बताते हैं कि उनके होटल की जून तक की बुकिंग कैंसिल हो गई हैं और किसी तरह की नई इन्क्वारी भी बंद हैं. वह कहते हैं कि अगर आगे भी ऐसा ही रहा तो इस बार बैंक किस्त व अन्य खर्चे भी निकलना भी मुश्किल हो जाएगा. ट्रैवल्स कारोबारी रमेश बताते हैं कि लॉकडाउन से काम खत्म हो गया है और आगे भी स्थिति ठीक नहीं दिखती. ऐसा ही बना रहा तो इस साल तो कारोबार शून्य हो जाएगा जिसका असर परिवार पर सीधे तौर पर पड़ने लगा है.
नैनीताल में अप्रैल महिने से पर्यटन सीजन शुरु हो जाता है जो जून तक चलता है. सिर्फ नैनीताल जिले में ही लॉकडाउन के चलते करिब 80 करोड़ के नुक़सान का आकलन है तो राज्य के अन्य हिल स्टेशनों की भी कमोबेश यही कहानी है. कोरोना संक्रमण के चलते पर्यटन से जुड़े हज़ारों के रोज़गार पर भी संकट बन गया है तो सरकार के राजस्व पर असर पड़ने लगा है. होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शाह कहते हैं कि अगर लॉकडाउन खुल भी गया तो संक्रमण के डर के माहौल में कौन यहां आएगा. एसोसिएशन ने सरकार के आगे मांग की है कि वह इस बार पहाड़ों में काम कर रहे कारोबारियों को टैक्स में राहत दे. बहरहाल जिस तरह के संकेत दिख रहे हैं, लगता नहीं है कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे. कोरोना संकट के दौर में सरकार की मदद के लिए आगे आए इन कारोबारियों की मदद के लिए सरकार आगे आएगी यह एक बड़ा सवाल है.
रामनगर में स्थित कॉर्बेट नेशनल पार्क (Corbett National Park) को देखने देश-विदेश से हर साल लाखों पर्यटक पहुंचते हैं. यहां का वन्यजीवन और प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को खूब लुभाता है. यही वजह है कि यहां के सैकड़ो रिजॉर्ट्स (Resorts) में पर्यटक आकर ठहरते हैं. इससे हज़ारों लोगों को रोजगार भी मिला है. लेकिन लॉकडाउन के चलते अब देश के साथ ही यहां जिंदगी भी ठहर सी गई है. एक अनुमान के मुताबिक, यहां लॉकडाउन (Lockdown) से ढ़ाई सौ करोड़ रुपए के पर्यटन का नुकसान हुआ है. यदि 15 अप्रैल से हालात सामान्य भी हो गए तो होटल और रिजॉर्ट इंडस्ट्री को इससे उबरने में काफी वक़्त लगेगा. इससे कई लोगों का बेरोजगार होना तय है. कॉर्बेट होटल एंड रिजॉर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि मान सिंह की माने तो इस लॉकडाउन से अभी तक ढ़ाई सौ करोड़ का नुकसान हो चुका है. गेस्ट अपनी बुकिंग लगातार कैंसिल कर रहे हैं, जिसका उन्हें रिफंड करना पड़ रहा है. ऐसी स्थिति में अभी तक वह स्टाफ को 50 परसेंट पैमेंट रखे हुए हैं. लेकिन अब वह बहुत ज्यादा स्टाफ का भार नहीं उठा सकते हैं. क्योंकि, अब होटल और रिजॉर्ट्स मालिकों के पास ही पैसे नही हैं, तो वह इनकी सैलरी कहां से देंगे. इस इंडस्ट्री को पटरी पर आने में बहुत वक़्त लगेगा. हालांकि, परिस्थितियों के जल्द अनुकूल होने पर वह गेस्ट से यहां आने का अनुरोध करेंगे.
उत्तराखंड कैबिनेट ने सात फैसले किए.
देहरादून. तेलंगाना, दिल्ली, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों के बाद उत्तराखंड ने भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने को कहा है. देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर आज कैबिनेट की बैठक में कहा गया कि प्रदेश में 14 तारीख के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाने की सिफ़ारिश केंद्र सरकार की जाएगी. इसकी वजह, राज्य में जमातियों की बढ़ती संख्या को बताया गया. कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रदेश के दोनों राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धन सिंह रावत और रेखा आर्य भी शामिल हुए. इसके अलावा भी कैबिनेट ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कई फैसले किए. सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक के अनुसार उत्तराखंड कैबिनेट ने सात फैसले किए.
एक नज़र बाकी 6 फ़ैसलों पर
1. कैबिनेट ने भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार मुख्यमंत्री, मंत्रियों और सभी विधायकों के वेतन में तीस फ़ीसदी कटौती का प्रस्ताव किया. इस राशि का इस्तेमाल कोविड-19 फन्ड के लिए किया जाएगा. अगले दो साल में विधायक निधि के तहत एक-एक करोड़ रुपये की कटौती कोविड-19 फन्ड के लिए की जाएगी.
2. खाद्यान सुरक्षा योजना के अन्तर्गत सभी नागरिकों को प्रार्याप्त राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिए गया है. इसके तहत अन्त्योदय योजना के अन्तर्गत 35 किलोग्राम गेहूं और चावल के रूप में 3 महीने महीने का राशन उपलब्ध रहेगा.खाद्यान सुरक्षा योजना सफेद कार्ड धारक को प्रति यूनिट किलोग्राम चावल, दाल फ्री उपलब्ध कराया जाएगा. इन दोनों कार्ड से अलग 40 लाख यूनिट वाले 10 लाख राशन कार्ड धारकों को मिलने वाले 7.5 किलोग्राम राशन की मात्रा को दोगुना कर 15 किलोग्राम किया गया है. राशन कार्ड धारकों को राशन अप्रैल, मई, और जून तीन माह के लिए वितरित किया जाएगा.जिसके पास कोई भी राशन कार्ड नहीं होगा, उन्हें राशन किट दिया जाएगा.
3. कैबिनेट में बताया गया कि कोरोना वायरस कोविड-19 को नियंत्रण में रखने के इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विभाग, टेक्निशियन संवर्ग के विभिन्न पदों में 347 नियुक्तियां की जाएंगी.अभी पॉज़िटिव केसों के लिए 823 आईसोलेशन बेड, संदेहास्पद केसों के लिए 1682 बेड, 455 आईसीयू, 251 वेंटिलेटर, 8695 पीपीई किट और 2034 वीटीएम किट मौजूद हैं. इसके अतिरिक्त गैर-सरकारी अस्पताल में भी सुविधा उपलब्ध है. इस इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का भी प्रयास किया जा रहा है.
4. खाद्यान वितरण-कार्य के सम्बन्ध में निर्णय लिया गया कि एनजीओ आदि प्रशासन के माध्यम से कराएं.
5. बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग पर बल देते हुए कहा गया कि प्रभारी मंत्री अपने ज़िलों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और टेलीफोन से करें. विधायक क्षेत्रों में न जाकर अपने निवास स्थान पर टेलीफोन से ही समीक्षा करें.
6. रोज़ाना आवश्यक सामग्री की खरीद के लिए दी गई समय सीमा को कम करने का अधिकार मुख्यमंत्री को सौंपा गया है.
HARDWAR NEWS – उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 33
उत्तराखंड प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 33 हो गई है। देहरादून हो या फिर नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, पौड़ी, अल्मोड़ा और हरिद्वार सभी जगह से कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं, अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड भर्ती और संस्थागत क्वारंटाइन संदिग्ध मरीजों की संख्या भी कम नहीं है। अस्पताल या क्वारंटाइन में रह रहे इन संदिग्ध मरीजों में लगातार किसी न किसी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती का कहना है कि सैंपलिंग बढ़ाने की लगातार कोशिश की जा रही है। वर्तमान में हल्द्वानी मेडिकल कालेज और एम्स ऋषिकेश से सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिल रही है। एम्स की लैब में वर्तमान में जितनी जांच की जा रही है, उसे दोगुना किया जा रहा है। अगर आइआइपी की लैब जल्द कार्य करना शुरू कर देगी तो सैंपलिंग की रफ्तार और बढ़ेगी।
हरिद्वार के ज्वालापुर में दो कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले है। उत्तराखंड में अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 33 हो गई है। उत्तराखंड में पिछले कई दिनों में कोरोना के मरीजो की संख्या में एकाएक इजाफा हुआ है, जिसके बाद सरकार की भी चिंता बढ़ गई है। हरिद्वार जिले में पांवधोई मोहल्ले के दो जमाती मेरठ से मरकज में शामिल होकर बीती 27 मार्च को हरिद्वार लौटे था। एक जमाती की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद मंगलवार देर रात और दूसरे को बुधवार को मेला अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया गया।
ज्वालापुर में एक साथ दो कोरोना के मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने तीन मोहल्लों को सील कर दिया। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों जमातियों के संपर्क में आये लोगों को चिन्हित करने में जुटी है। सीएमओ डॉ. सरोज नैथाणी ने बताया की ज्वालापुर क्षेत्र के पांवधोई मोहल्ला निवासी 34 वर्षीय जमाती को बीती चार अप्रैल को पिरान कलियर स्थित गेस्ट में कोरंटाइन किया गया।
लेकिन संदिग्ध लक्षण दिखने पर उसको सिविल अस्पताल स्थित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराना पड़ा। सीमओ से बताया कि पांवधोई निवासी एक 24 वर्षीय अन्य जमाती को बीती एक अप्रैल को कलियर में कोरंटाइन किया गया था। बीती पांच अप्रैल को सर्दी, जुकाम और बुखार जैसे संदिग्ध लक्षण सामने आने के बाद जमाती को सिविल अस्पताल रुड़की के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। दोनों के खून के सैम्पल को जांच के लिए लैब भेजे गए। मंगलवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग को मिली जांच रिपोर्ट में पहले जमाती में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके बाद बुधवार को लेकर दूसरे मरीज की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आ गई। सीएमओ ने बताया कि मेला अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में दोनों का इलाज किया जा रहा है।
दूसरी तरफ प्रशासन ने ज्वालापुर पांवधोई, नीलखुदाना और कस्साबन मोहल्ले को सुबह ही सील कर दिया है। क्षेत्र में पीएचसी तैनात की गई हैं। क्षेत्र की सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम दोनों जमातियों के संपर्क आए लोगों की खोजबीन में जुटी है।
कत्थक नृत्यांगना डॉ.दीपा जोशी सोशल मीडिया के माध्यम से जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर रही
कत्थक नृत्यांगना डॉ.दीपा जोशी सोशल मीडिया के माध्यम से जनता को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर रही हैं। इन दिनों उनका कोरोना को लेकर सोशल मीडिया में वायरल वीडियो खासा चर्चा में है। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फील्ड आउटरीच ब्यूरो, नैनीताल में कार्यरत डॉ.दीपा जोशी ने इस वीडियो में सात राज्यों उत्तराखंड, ओडिशा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश और त्रिपुरा के कलाकारों को लेकर एक गीत का प्रस्तुतीकरण किया है।
स्टे होम के तहत घर में रहकर इन सात राज्यों के कलाकारों ने कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने मे अपनी भागीदारी दी है। इस वीडियो में डॉ. दीपा जोशी द्वारा लिखे गए गीत के बोल हैं….बस चंद दिनों की बात, फिर बदलेंगे हालात….। इस गीत में संगीत स्वयं दीपा जोशी और सौरभ सारंगी (ओडिशा) ने दिया और डायरेक्शन दीपा जोशी की बेटी निर्मला कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हल्द्वानी की छात्रा वेदांती जोशी ने दिया है। वीडियो की एडिटिंग कमल पांडेय ने की है।
वीडियो में प्रस्तुत गीत को स्वर गायक वृत्तांत सोनी (उत्तराखंड), नमश्री सिंघा (त्रिपुरा), अभिनिष्ठा मिश्रा (मध्य प्रदेश), सौरभ सारंगी (ओडिशा) ने दिया है। तबला वादन अर्शदीप सिंह (दिल्ली), वायलिन वादन अनुराग सोनटके (कर्नाटक), बांसुरी वादन उत्कर्ष सोनी (उत्तर प्रदेश) ने किया है। वीडियो में नृत्य प्रस्तुति हल्द्वानी की बेटी वेदांती जोशी ने दी है। डा. दीपा जोशी ने बताया कि इस वीडियो को बनाने का मकसद लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करना और विविधता में एकता का सन्देश देते हुए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी भागीदारी देना है। उन्होंने बताया कि संकट की इस घड़ी में सम्पूर्ण भारत एकसाथ खड़ा है। इस जंग को जीतने के लिए शासन-प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन किया जाना जरूरी है।
पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता रसोई चला रहे हैं – प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह
विकासनगर(देहरादून) । प्रदेश में कोरोना महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते गरीब तबके और दिहाड़ी मजदूरों के सामने खाने पीने का संकट खड़ा न हो, इसको देखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के दिशा निर्देशों में पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता रसोई चला रहे हैं। मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने नगर में संचालित रसोई का निरीक्षण किया और कार्यकर्ताओं के प्रयास की सराहना की। उन्होंने लोगों से अपील की कि लॉकडाउन का पालन करके ही हम कोरोना वायरस को हरा सकते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने नगर में स्थानीय लोगों को मास्क और सैनिटाइजर वितरित करते हुए लॉकडाउन का कड़ाई से अनुपालन करने की सलाह दी। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि इस संकट के समय में प्रत्येक भारतवासी अपने देश के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना है। कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता इस संकट के समय में हर उस तबके की मदद करने का कार्य करे, जो इस समय आर्थिक रूप से कमजोर है।
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) यानी आल वेदर रोड पर मलबा आने से बुधवार को आवाजाही ठप
चम्पावत, जेएनएन : बुधवार को टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर मलबा आने से बंद हो गया है। वैसे भी लॉकडाउन की वजह से इन दिनों मार्ग पर सामान्य आवाजाही नहीं हो रही है, लेकिन सब्जी व खाद्य सामग्री सहित आपातकालीन सेवाओं की आवाजाही थी। रुक-रुककर गिर रहे पत्थरो से दुर्घटना का भय है, वही मलबा साफ करने में व्यवधान भी आ रहा है। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष ने मीडिया को बताया कि एनएच में स्वांला और धौन के बीच में मलबा आने से बुधवार सुबह 3.50 बजे से एनएच बंद है। तुरंत ही एनएच खंड और शिवालया कंपनी की ओर से मलबा हटाने को जेसीबी व अन्य उपकरण भेजे गए, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद रुक-रुक कर मलबा व पत्थर गिरने से मार्ग सुचारु नहीं हो सका है। कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर लॉकडाउन जारी होने से रोडवेज बसें, टैक्सियां और अन्य आम वाहनों की आवाजाही नहीं होने से वाहन तो नहीं फंसे हैं, मगर खाद्य व सब्जी के वाहनों की छिटपुट आवाजाही प्रभावित हुई है। डीएम सुरेंद्र नारायण पांडेय का कहना है कि मार्ग को जल्द से जल्द खुलवाने के लिए एनएच खंड व कंपनी प्रयास कर रही है।
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