नीरज भारद्धाज ने दिया उपासना सिंह को तलाक
पत्नी उपासना सिंह यानि कपिल शर्मा के शो की बुवा को तलाक ;
www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) मुम्बई ब्यूरो-
धारावाहिक ‘साथ निभाना साथिया‘ छोड़ने के बाद फिल्मों में व्यस्त है नीरज भारद्धाज
धारावाहिक ‘साथ निभाना साथिया’ में पिछले ६ वर्षों से चिराग मोदी उर्फ़ मोटा भाई की भूमिका निभाने के बाद धारावाहिक में नीरज भारद्धाज का ट्रैक ना आने के कारण उन्होंने धारावाहिक छोड़ दिया,जिसके कारण वे चर्चा में रहे और दूसरा अपनी पत्नी उपासना सिंह यानि कपिल शर्मा के शो की बुवा को तलाक देने को लेकर भी वे चर्चा में है।
कई हिंदी फिल्मों और कई भोजपुरी फिल्मों में भी बतौर हीरो काम करने वाले बहुमुखी प्रतिभाशाली एक्टर नीरज भारद्धाज ने दूरदर्शन के और सेटेलाईट चैनलों के धारावाहिकों में पिछले कई वर्षों से काम किया और कर रहे है। लेकिन अब नीरज भारद्धाज ने पूरा ध्यान फिल्मो पर केंद्रित कर दिया है। अभी वे निर्माता शंभू पांडे की हिंदी फ़ीचर फिल्म ‘वफ़ा २’, मेहुल कुमार की हिंदी फीचर फिल्म,’शादी के बाद लव मैरेज’, हिंदी फिल्म ‘कैफ़े कॉफी’ कर रहे है। और पहली बार निर्देशक मोहनदास की मराठी फिल्म ‘निष्ठां’ और पहली बार ही निर्देशक शांतिकेतन की एक मलयालम फिल्म भी कर रहे है। क्या अब नीरज भारद्धाज धारावाहिको में काम नहीं करेंगे या केवल फिल्मो में ही काम करेंगे ? जब यह सवाल उनसे पूछा गया तो नीरज भारद्धाज ने कहा,”आजकल धारावाहिकों में केवल महिलाओं को ही प्रमुखता दी जा रही है और पुरुषों को केवल शो पीस की तरह खड़ा रक्खा जाता है और कभी कबार उनका ट्रैक आता है वर्ना वे केवल खाना पूर्ति के लिए होते है। और इसके लिए निर्माता या निर्देशक कहते है चैनल कहता है और चैनल कहता कि यह सब निर्माता और निर्देशक के ऊपर है। भाई यदि महिलाओं से ही धारावाहिक चलता है तो पुरुष कलाकारों को क्यों लेते है? आखिर एक कलाकार कोई ढंग का काम ही नहीं कर पायेगा तो उसको संतुष्टि कैसे मिलेगी? पैसा ही सबकुछ नहीं होता है। और आप जब तक टीवी पर दिखते है तब तक लोग जानते है, शो ख़तम हुआ लोग भूल जाते है और फिल्म में यदि कोई कलाकार एक भी अच्छा सीन दे दिया तो वह हमेशा याद रक्खा जाता है। इसलिए आजकल फिल्मे ज्यादा कर रहा हूँ। धारावाहिक भी करूँगा, यदि अच्छा और चैलेंजिग रोल मिला तो करूँगा। मैं केवल पैसे के लिए धारावाहिकों में केवल खड़ा होकर तमाशा देखू और खाना पूर्ति का काम अब नहीं करूँगा।”