शहीद हुए सेना के 17 जवान; देश जबर्दस्त गुस्से में
टेंट में सोए होने की वजह से शहीद हुए- सेना के 17 जवान; PHOTO; आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में बने आर्मी बेस केंप को निशाना बनाया। हमले की चपेट में आया स्थल यहां से 102 किलोमीटर और सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई।
लालू ने लिखा, ‘कड़ी निंदा नहीं, कड़ी कार्रवाई कीजिये अब बोलने से काम नहीं चलेगा,उनको जवाब दीजिये। ये राजनीति नहीं,देश की एकता,अखंडता व सुरक्षा का मामला है’
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कश्मीर के उरी में सेना के ब्रिगेड हैडक्वार्टर पर आतंकी हमले पर स्थानीय लोगों ने बताया कि यह अटैक अलसुबह हुआ। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि सुबह साढ़े पांच बजे धमाके जैसी आवाज सुनी। बाद में पता चला कि सेना के बेस पर हमला हुआ है। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि अलसुबह भारी गोलीबारी सुनी गई। इसके बाद बाहर काला धुंआ दिखार्इ दिया। वहीं हमले के बाद जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने भी पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने पाक के झंडे को जूते मारे और नारेबाजी की।
कश्मीर के उरी में हुई मुठभेड़ की घटना में सेना के 17 जवान शहीद हो गए। लेकिन इस हमले में ज्यादातर जवान आतंकियों की गोली की वजह से नहीं बल्कि टेंट में सोए होने की वजह से शहीद हुए हैं। दरअसल, आतंकियों ने एक ग्रेनेड से भी हमला किया गया था। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, वह ग्रेनेड जवानों के टेंट पर आकर गिरा जिसकी वजह से उसमें आग लग गई और ज्यादातर जवानों की उसमें ही मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। दरअसल, वे जवान कुछ देर पहले ही ड्यूटी चेंज होने के बाद उन टेंटों में सोने के लिए आए थे। इस हमले में अबतक चार आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। सर्च ऑपरेशन फिलहाल जारी है। मठभेड़ लगभग 6 घंटे तक चली थी।
जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कही बात लोगों को पंसद नहीं आई। ऐसे में लोगों ने ट्विटर पर अपना गुस्सा जाहिर किया। कोई मोदी को जल्द से जल्द कोई एक्शन लेने के लिए कह रहा था तो कोई कह रहा था कि पीएम मोदी ने पठानकोट हमले के वक्त भी ऐसी ही बात कही थी। एक ने लिखा कि अच्छे दिन की जगह बुरे दिन आ रहे हैं। वहीं एक ने तो पीएम मोदी को ही आतंकी बता दिया। एक ने राम मंदिर का नाम लेकर भी बीजेपी सरकार को घेरा। एक ने सवाल पूछा है, ‘कड़ी निंदा करनेवाले को हटाके आप को PM इसीलिए बनाया था !’
इससे पहले उरी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था। 18 सितंबर को हुए इस हमले की पीएम मोदी ने निंदा की। पीएम मोदी ने इसके लिए तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में पीएम ने लिखा, ‘हम उरी में हुए कायराना हमले की निंदा करते हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।’ दूसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘शहीद हुए सैनिकों को हम सलाम करते हैं। देश उनकी कुर्बानी हमेशा याद रखेगा।’तीसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘मैंने गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्री से इस संबंध में बात की है। रक्षा मंत्री स्वंय जम्मू कश्मीर जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।’
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उरी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। 18 सितंबर को हुए इस हमले की पीएम मोदी ने निंदा की। पीएम मोदी ने इसके लिए तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में पीएम ने लिखा, ‘हम उरी में हुए कायराना हमले की निंदा करते हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।’ दूसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘शहीद हुए सैनिकों को हम सलाम करते हैं। देश उनकी कुर्बानी हमेशा याद रखेगा।’ लेकिन लोगों को पीएम का ट्वीट कुछ पसंद नहीं आया। एक ने पीएम से एक्शन की डिमांड की। उसने लिखा, ‘सर अब एक्शन दिखाइये, भाषण से मन भर गया।’ दूसरे ने लिखा कि अगर मोदी पाकिस्तान को सबक सिखा देंगे को उनकी आने वाली सात पीढ़ियां बीजेपी को ही वोट देंगी। वहीं एक ने पीएम मोदी का 2013 का ट्वीट भी दिखाया।
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर के उरी शहर में रविवार (18 सितंबर) सुबह भारी हथियारों से लैस आतंकवादी एक बटालियन मुख्यालय में घुस गए थे। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हुए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब चार बजे हुए आतंकी हमले के साथ ही विस्फोटों की आवाज सुनाई दी और मुठभेड़ शुरू हो गई। हमले की चपेट में आया स्थल यहां से 102 किलोमीटर और सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई।
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जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। लालू प्रसाद यादव ने रविवार (18 सिंतबर) को पीएम को सलाह दी कि उन्हें कड़ी निंदा करने की जगह कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि, लालू के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें ही निशाने पर लिया। एक ने तो उल्टा लालू को ही सलाह दे डाली कि उन्हें शहाबुद्दीन को बॉर्डर पर भेज देना चाहिए। इसके अलावा भी कई लोगों ने उनपर निशाना साधा। लालू प्रसाद यादव ने लिखा था, ‘आतंकी हमले से हैरान और दुखी हूं। शहीदों को नमन। यह वक्त कड़ा एक्शन लेने का है।’ दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘इंटेलिजेंस होने के बावजूद किस लापरवाही के कारण बहादुर जवानों पर इतना बड़ा हमला हुआ?सरकार को बताना चाहिए?आर्मी कैंप पर ये दूसरा बड़ा हमला है’, तीसरे ट्वीट में लालू ने लिखा, ‘कड़ी निंदा नहीं, कड़ी कार्रवाई कीजिये अब बोलने से काम नहीं चलेगा,उनको जवाब दीजिये। ये राजनीति नहीं,देश की एकता,अखंडता व सुरक्षा का मामला है’
इससे पहले उरी हमले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था। 18 सितंबर को हुए इस हमले की पीएम मोदी ने निंदा की। पीएम मोदी ने इसके लिए तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में पीएम ने लिखा, ‘हम उरी में हुए कायराना हमले की निंदा करते हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी।’ दूसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘शहीद हुए सैनिकों को हम सलाम करते हैं। देश उनकी कुर्बानी हमेशा याद रखेगा।’तीसरे ट्वीट में मोदी ने लिखा, ‘मैंने गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्री से इस संबंध में बात की है। रक्षा मंत्री स्वंय जम्मू कश्मीर जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।’
, उत्तरी कश्मीर के उरी शहर में रविवार (18 सितंबर) सुबह भारी हथियारों से लैस आतंकवादी एक बटालियन मुख्यालय में घुस गए थे। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हुए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब चार बजे हुए आतंकी हमले के साथ ही विस्फोटों की आवाज सुनाई दी और मुठभेड़ शुरू हो गई। हमले की चपेट में आया स्थल यहां से 102 किलोमीटर और सेना के ब्रिगेड मुख्यालय से कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है। सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई।