मोदी ने दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की
उत्तरकाशी जिले के नलूपानी के पास बस दुर्घटना # मध्य प्रदेश के इंदौर से पहुंचे श्रद्धालुओं की एक बस गंगोत्री तीर्थस्थल से लौट रही थी # www.himalayauk.org (Leading Web & Print Media)
उत्तराखंड में मंगलवार देर रात एक बस गहरी खाई में गिर गई, जिसमें करीब 24 लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए. पुलिस के अनुसार यह दुर्घटना उत्तरकाशी जिले के नलूपानी के पास हुई, जब मध्य प्रदेश के इंदौर से पहुंचे श्रद्धालुओं की एक बस गंगोत्री तीर्थस्थल से लौट रही थी. मंगलवार रात हुई बस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवार के लिए पीएम मोदी ने दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है. मोदी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, “उत्तरकाशी में दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वालों के लिए मेरी प्रार्थनाएं. दुख की इस घड़ी में उनके साथ हूं. घायलों के जल्द ठीक होने की कामना.” उन्होंने इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने वालों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 50-50 हजार रुपये की सहायता का ऐलान भी किया.
एक अधिकारी ने बताया कि तीन लोग अब भी लापता हैं, जबकि आठ अन्य घायल हो गए. घायलों को चिनयालीसौद कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. हादसे के शिकार कुछ यात्री नीचे बह रही भागीरथी नदी में गिर गए. जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव सहित जिले के अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, पर अंधेरे की वजह से राहत और बचाव कार्य प्रभावित हुए.
जानकारी के मुताबिक इंदौर की यह बस 12 मई को बेटमा से निकली थी, जिसमें नालछा और बेटमा के पैसेंजर थे। मंगलवार सुबह गंगोत्री धाम के दर्शन करने के बाद मप्र के 57 यात्रियों का दल 2 बसों में सवार होकर केदारनाथ धाम जा रहा था। एक बस में ड्राइवर-कंडक्टर समेत 31 तो दूसरी बस में 30 यात्री थे। दोनों बसें आगे-पीछे चल रही थीं। शाम करीब छह बजे 30 यात्रियों से भरी बस उत्तरकाशी से 25 km दूर ऋषिकेश की ओर गंगोत्री हाईवे पर नालूपानी में बेकाबू होकर 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई। कुछ यात्री भागीरथी नदी में गिरे। उत्तराखंड में गंगा को भागीरथी कहा जाता है।
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की मदद देने का एलान किया है। जिस जगह से बस गिरी, वहां काफी ऊंचाई और शार्प टर्न होने से ड्राइवर का बैलेंस बिगड़ गया, जिससे बस खाई में जा गिरी। सूचना मिलने पर शाम साढ़े 6 बजे जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव व एसपी ददन पाल बचाव दल सहित मौके पर पहुंचे। जिस जगह हादसा हुआ, वह पथरीला इलाका है। इस वजह से गिरते ही बस के परखच्चे उड़ गए। घाटी में यात्रियों के शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे। बस तो नदी में नहीं समाई, लेकिन कुछ लोग नदी में गिर पड़े। आईटीबीपी, एसडीआरएफ, जल पुलिस, फायर ब्रिगेड और लोकल पुलिस की टीमों को बस तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। चट्टान के कारण बस तक सीधे पहुंचना मुश्किल था। इसलिए 4 किमी का चक्कर लगाकर बचावकर्मी भागीरथी के दूसरे छोर पर पहुंचे। रस्सी के सहारे एक दल नदी के दूसरे छोर पर पहुंचा और बचे हुए लोगों को निकाला। रेस्क्यू आॅपरेशन के दौरान भागीरथी नदी में फ्लो ज्यादा होने की वजह से दिक्कत आ रही थी। डीएम ने जोशियाड़ा बैराज से पानी रोकने के ऑर्डर दिए। इससे वाटर लेवल कम हुआ। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई। मप्र सरकार ने मृतकों के घर वालों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद का एलान किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एडीजी सुरक्षा एके पटेरिया और एडिशनल रेजीडेंस कमिश्नर दिल्ली प्रकाश उन्हाले को मौके पर भेजा है। मृतकों के शव लाने के लिए देहरादून से विशेष रेल कोच का अरेंजमेंट किया गया है।
नहीं हो पाई है बरामद लाश की पहचान
राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), पुलिस और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीमों ने राहत और बचाव अभियान के दौरान आठ लोगों को बचाया. बरामद लाश की अभी पहचान नहीं हो पाई है.
उत्तराखंड के सीएम ने भी की सहायता राशि की घोषणा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर संवदेना जताई है. उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए एक-एक लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि का ऐलान किया है. अधिकारियों को ‘चार धाम यात्रा’ के मार्गो पर उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जहां खतरे की आशंका हो सकती है. साथ ही उन्हें वाहनों की गति पर निगरानी रखने, मोड़ पर चेतावनी और दुर्घटना से बचने के लिए नाके लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
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