उत्तराखण्ड – सत्ता संग्राम – आरोप का जवाब – आरोप से –
कांग्रेस ने 2 प्रवक्ता मैदान में उतारे #वैसे भी हाल में संगठन को सत्ता की मलाई मिली है #भाजपा के राश्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब में कांग्रेस के दो प्रवक्ता मैदान में उतरे- कांग्रेस ने रणनीति अपनायी
कांग्रेस पार्टी से सवाल पूछने के बजाय पहले अपनी पार्टी के नेताअेां से जवाब लेे-मुख्य प्रवक्ता
जन कल्याणकारी योजनाओं की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रही है- प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल
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देहरादून 26 दिसम्बरः
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने प्रदेश मीडिया सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के राश्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी द्वारा पूछे गये सवालों के जवाब में कहा कि भाजपा नेताओं को कांग्रेस पार्टी से सवाल पूछने के बजाय पहले अपनी पार्टी के नेताअेां तथा स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कांग्रेस पार्टी के सवालों का जवाब लेेना चाहिए कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में जनता से किये गये उस वादे का क्या हुआ जो उन्होंने देश तथा उत्तराखण्ड की जनता से किया था कि प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख रूपये तथा 25 हजार की पेंशन व करों में छूट कब दी जायेगी? उत्तराखण्ड राज्य बनाने का श्रेय लेने वाली भाजपा उत्तराखण्ड के हितों पर लगातार कुठाराघात कर रही है। राज्य को मिलने वाली केन्द्रीय सहायताओं पर क्यों जानबूझ कर रोक लगा दी जा रही है तथा राज्य के विकास में क्येां अवरोध पैदा किया जा रहा है? चारधाम, अर्द्धकुम्भ, स्वच्छ भारत अभियान, नमामि गंगे योजना में राज्य की उपेक्षा क्यों की गई तथा आम बजट में राज्य को 5000 करोड़ केी चपत क्यों लगाई गई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा बार-बार मांग करने के बाद भी उत्तराखण्ड राज्य को क्यों आरक्षण में शामिल नहीं किया जा रहा है। क्यो राज्य को ग्रीन बोनस नहीं दिया जा रहा है? भाजपा द्वारा सत्ता में आते ही राज्य के विशेष राज्य के दर्जे को क्यों समाप्त किया गया। राज्य मे बन्द पड़े केन्द्रीय संस्थानों केा पुनर्जीवित करने के लिए क्या उपाया किये गये। राज्य को अभी तक विशेष औद्योगिक पैकेज क्यों नहीं दिया गया? मध्य हिमालय की सुरक्षा के लिए केन्द्र सरकार के स्तर पर क्या पाॅलिसी बनाई गई। सीमान्त राज्य होने के बावजूद राज्य को शांति बोनस क्यों नहीं दिया गया? आपदा ग्रस्त राज्य के संवेदनशील गांवों के विस्थापन के लिए क्यों अतिरिक्त बजट नहीं दिया जा रहा है?
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ढाई साल बाद चुनाव के समय उत्तराखण्ड की याद आ रही है इससे पहले उन्होंने कभी राज्य की सुध तक नहीं ली। उन्हेांने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी के हिटलरी फरमान केा आज 45 दिन से अधिक का समय हो गया है पर देश व राज्य की जनता आज भी अपने ही धन को हांसिल करने के लिए लाईन पर खड़ी है। जनता को यह क्यों नहीं बताया जा रहा है कि उसे और कितने दिन तक लाईन में खड़ा रहना पड़ेगा।
श्री मथुरादत्त जोशी ने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी केन्द्र की सत्ता पर काबिज हुई है तब से लेकर आज तक केवल उसने विपक्षी दलों के लोगों को प्रताड़ित करने का काम किया है। सीबीआई के दुरूपयोग का आरोप लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी आज सबसे अधिक उसी का इस्तेमाल कर विपक्षी मुख्यमंत्रियों तथा मंत्रियों को प्रताड़ित कर झूठे मुकदमों में फंसाने का षड़यंत्र रच रही है। उन्हेांने कहा कि जब भाजपा अपने 18 मार्च वाले षड़यंत्र में कामयाब नहीं हो पाई तो उसने सीबीआई का जाल फेंक कर उत्तराखण्ड सरकार के मुखिया को झूठे आरोपों में उलझाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने पांच साल के शासन काल में तीन बार मुख्यमंत्री बदले बी.सी. खण्डूरी को हटाकर रमेश पोखरियाल निशंक को मुख्यमंत्री बनाया, फिर खण्डूरी है जरूरी का नारा देकर निशंक को पद से हटा दिया पर वहीं जरूरी खण्डूरी कोटद्वार के लिए जरूरी नहीं हो पाये। चुनाव के समय उपनल कर्मियों की बात करने वाली भाजपा ने अपने कार्यकाल में उनके लिए क्या नीति बनाई। घोटालो पर सवाल पूछने से पहले भाजपा को कुंम्भ घोटाला, स्टर्डिया भूमि घोटाला, ढैंचा बीज घोटाला, 56 डैम घोटाले जैसे बड़े घोटालों पर जनता को जवाब देना चाहिए।
जन कल्याणकारी योजनाओं की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रही है- प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल
प्रेस ब्यान जारी करते हुए प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी जी से भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय योजनाओं पर सवाल पूछते हुए कहा कि प्रदेश के तेजी से बढ़ते विकास कार्यक्रमों व जन कल्याणकारी योजनाओं की बढ़ती लोकप्रियता को पचा नहीं पा रही है। इसलिये अपनी केन्द्र सरकार के माध्यम से बजट में प्राविधानित केन्द्रीय कोष की धनराशि को रोककर विकास को बाधित करने का कुचक्र रच डाला है।
चालू वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, मनरेगा, सीमांत क्षेत्र विकास परियोजना, सूखाग्रस्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम एवं पी0एम0जी0एस0वाई0 जैसी केन्द्र साहयतित योजनाओं मंे केन्द्र सरकार को अपने हिस्से के करोडो रूपये बकाया इसके बावजूद भाजपा के नेता वास्तविक तथ्यों को छुपाकर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है जिसकी वजह से अनायास ही भारतीय जनता पार्टी के नेता ‘‘टेलेन्ट पूल की कमी’’ वाला बयान चरितार्थ हो जाता है। भाजपा नेताओं का यह दावा है कि उत्तराखण्ड केे साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है यह सत्य से परे हैं। इसकेे अलावा समाज कल्याण के अन्तर्गत अनुसूचित जाति एवं जनजाति के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के अन्तर्गत दी जाने वाली केन्द्र के हिस्से की धनराशि में भी जारी करने में रोड़े डाले जा रहे हैं। तथ्य स्वयं स्पष्ट कर रहे हैं कि भाजपा नित नरेन्द्र मोदी की केन्द्र सरकार उत्तराखण्ड के साथ किस प्रकार का बर्ताव कर रही है। कांग्रेस नित प्रदेश सरकार की ओर लगातार बढ़ते कदमों को रोकने के लिये केन्द्रांश की धनराशि जारी नहीं की जा रही है। भाजपा व उसकी केन्द्र सरकार नाकारात्मक प्रचार का सहारा लेकर आगामी विधानसभा चुनाव जीत लेना चाहती है। प्रदेश की जनता घोटालेबाजों को अपनी छतरी के नीचे लाकर संरक्षण दे चुकी भाजपा के मनसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी।
वही दूसरी और सीबीआई का दुरूपयोग कर कांग्रेस के नेता व प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी को परेशान व डराने का असफल प्रयास करने वाले लोगो न कैग की रिपोर्ट कुंभ मेले मै हुए घोटाले पर आज तक कोई जवाब नहीं दिया है क्या बीजेपी के नेता यह कभी स्पष्ट करेगे की तत्कालीन मुख्यमंत्री व वर्त्तमान संसद श्री रमेश पोखरियाल जी कैग की रिपोर्ट मै दोषी ठहराए जाने के बावजूद आज तक कोई कार्येवाही क्यु नहीं करी है।
संयुक्त संघर्ष समिति की अध्यक्षता करते हुए राज्य निर्माण मै अहम भूमिका निभा चुके हरीश रावत जी पर बलूनी जी का सवाल निहायत ही बचकाना है इस से बलूनी जी का राज्य निमार्ण के समय योगदान भी अपने आप सिद्ध हो जाता है। दूसरी तरफ बीजेपी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जी भी अपने आप को राज्य आंदोलनकारी सिद्ध करने का असफल प्रयास कर चुके है जिससे प्रदेश की जनता भली भांति वाकिफ है।