उडता उत्तराखण्ड की ओर किसी का ध्यान नही
“उडता पंजाब”- फिल्म ने पूरे देश दुनियां का ध्यान अपनी ओर खींचा, परन्तु उडता उत्तराखण्ड की ओर किसी का ध्यान नही है, हरिद्वार तथा ऋषिकेश उडता उत्तराखण्ड के नैशनल अडडे बन गये हैं, 14 वर्षीय पायल किशोरी नशेड़ियों की संगत में थी। पायल कुछ समय से वाइटनर से नशा कर रही थी। नशा न मिलने के कारण उसने आत्महत्या कर ली- यह खबर तो समाचार पत्र में स्थान पा गयी, सूत्रों का कहना है कि उत्तराण्ड में नशे के कारोबार की ओर किसी का ध्यान नही है, न ही कोई सख्ती है- www.himalayauk.org (Newsportal)
ऋषिकेश से प्राप्त समाचार के अनुसार- नशा नहीं मिलने पर एक किशोरी ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि कुछ समय से किशोरी को नशे की लत लग गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार मूलरूप से नागपुर, महाराष्ट्र निवासी राजू का परिवार ऋषिकेश के चंद्रेश्वरनगर में रहता है। परिवार के सदस्य शुक्रवार सुबह काम पर निकल गए। घर में चौदह वर्षीय पायल और उसकी छोटी बहन थी। परिजन जब काम से लौटे तो कमरे में पायल को पंखे से फांसी पर लटका हुआ पाया। उन्होंने आनन-फानन में किशोरी को राजकीय अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कोतवाल वीसी गोसाईं ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है कि किशोरी नशेड़ियों की संगत में थी। किशोरी के पिता ने उन्हें बताया कि पायल कुछ समय से वाइटनर से नशा कर रही थी। पता चलने पर परिजन उस पर निगाह रख रहे थे। इसी वजह से उसके घर से बाहर जाने पर रोक लगा रखी थी। नशा न मिलने के कारण वह मानिसक रूप से परेशान थी। इस कारण उसने आत्महत्या करने जैसा कदम उठा लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।