UTTRAKHAND TOP NEWS 17 August 2017
हिमालयायूके विशेष- सत्ता के गलियारों से- मुख्य समाचार-
देहरादून 17 अगस्त, 2017(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में विधायक श्री बंशीधर भगत के साथ जमरानी बांध पर चर्चा हुयी। चर्चा के दौरान, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पिछली मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से भी इस विषय पर वार्ता हो चुकी है। शीघ्र ही इस बहुद्देश्यीय प्रोजेक्ट के लिये केन्द्र सरकार, उत्तराखण्ड सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की मध्य एमओयू साईन किया जाएगा एवं केन्द्र सरकार से भी शीघ्र ही मंजूरी मिल जाएगी।
विधायक श्री बंशीधर भगत ने कहा कि इस बहुद्देश्यीय जमरानी बांध के बन जाने से भू-जल स्तर में सुधार आएगा, जिससे कुमांऊ के भाबर क्षेत्र में पानी की कमी से निजात मिल सकेगी। जमरानी बांध का फायदा प्रदेश के नैनीताल, ऊधमसिंह नगर के अलावा यूपी के बरेली जिले को बिजली-पानी की सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए होगा। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षाें से रूके इस कार्य में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में बांध के कार्य में तेजी आयी है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिशनर मिस्टर एन्ड्रयू आयरे ने भेंट की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र तथा शासन के उच्च अधिकारियों से चर्चा के दौरान ब्रिटिश हाई कमिशनर मिस्टर एन्ड्रयू आयरे ने उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य, चिकित्सा सेवा, स्मार्ट सिटी हेतु तकनीकी सहायता, सोलिड वेस्ट मेनेजमेन्ट, पर्यटन तथा हाॅस्पिीटिलिटी विकास आदि क्षेत्रो में तकनीकी व विशेषज्ञ सहायता देने की इच्छा व्यक्त की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने चर्चा के दौरान कहा कि राज्य के पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रो में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है ताकि पलायन को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में सुदृढ़ कानून व्यवस्था, सस्ती एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति, सिंगल विण्डो सिस्टम, व्यापार अनुकूल नीतियां तथा अनुकूल वातावरण है। राज्य सरकार युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर विशेष फोकस कर रही है। राज्य सरकार द्वारा 13 जिले-13 नए पर्यटक स्थल विकसित करने की योजना आरम्भ की गई है। हम राज्य में निवेश का स्वागत करते है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस रामास्वामी, अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश, सचिव श्री अमित सिंह नेगी, श्रीमती राधिका झा उपस्थित थे।
‘‘योग्य शिक्षक संसाधनों की कमी को भी पूरा कर सकते है। शिक्षकों को अपने पद की गरिमा को बनाये रखना चाहिए। बच्चों के विकास में प्यार और अनुशासन दोनों ही आवश्यक है। छात्रों को किताबी ज्ञान के अलावा संस्कार देना भी आवश्यक हैं।‘‘ मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा। गुरूवार को सर्वे आॅफ इण्डिया आॅडिटोरियम, हाथीबड़कला में आयोजित उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ देहरादून के सम्मानित सेवानिवृत्त शिक्षक-शिक्षिकाओं के विदाई समारोह में प्रतिभाग के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र उपस्थित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ ही संस्कार देना भी आवश्यक है। संस्कारो की बुनियाद व्यक्ति के प्रारम्भिक जीवन में ही पड़ जाती हैं तथा जब आवश्यकता होती है तो यह उभर कर आते है। इस कार्य में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। योग्य व्यक्ति या शिक्षक संसाधनों की कमी भी पूरा कर सकते है।
अपने स्कूली जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पहले के समय में जब सुविधाओं का अत्यन्त अभाव था तब भी अध्यापकों ने कठिन परिस्थितियों में अपनी समर्पित सेवाऐ दी। हम उनका आभार व्यक्त करते है। उन्होनें कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज प्राइमरी शिक्षकों में लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं हैं। महिलाऐं अपने घर की जिम्मेदारी के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार शिक्षकों के हित में लिए गए निर्णय समयबद्ध रूप से पूरे करने के प्रयास करेगी।
इस अवसर पर श्री दिग्विजय सिंह चैहान, श्री सुभाष चैहान आदि उपस्थित थे।
देहरादून 17 अगस्त, 2017(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश में ऐसे उद्योगों को जिन्होने जी0एस0टी0 लागू होने के पूर्व केन्द्रीय उत्पाद शुल्क में छूट का फायदा उठाया था वर्ष 2027 तक बजटीय सहायता दिये जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे ऐसे उद्योग जो राज्य से बाहर जा रहे थे, उनको राज्य में ही रोकने में सहायता तो मिलेगी ही, साथ ही नये उद्योग की स्थापना के लिये और अनुकूल वातावरण तैयार होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग बढ़ने से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की जनता की ओर से केन्द्र सरकार का आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास पर नमामि गंगे परियोजना के एक कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता के दौरान यह बयान दिया।
पिथौरागढ़ में प्राकृतिक आपदा से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लगातार राहत कार्य कर रही है। मौसम खराब होने के कारण हैलीकाॅप्टर नहीं उड़ पा रहे हंै, एक हैलीकाॅप्टर को धारचूला में ही रखा गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में हैलीकाॅप्टर की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ, आई.टी.बी.पी., सेना एवं स्थानीय लोग लगातार राहत कार्यों में लगे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में रहने एवं खाने की निशुल्क सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सा टीम द्वारा मेडिकल कैम्प के माध्यम से प्रभावितों के साथ ही स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क एवं पैदल मार्ग की मरम्मत आदि का कार्य किया जा रहा है। दो चिकित्सा टीमों द्वारा मालपा तथा सिमखोला में चिकित्सा कैंप लगाकर कर स्वास्थ्य परीक्षण तथा दवा वितरित की जा रही है।
भ्रष्टाचार से जुड़े प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.बी.आई में काम कर चुके पूर्व अधिकारियों को लेकर एक टीम बनायी जाएगी, ताकि भ्रष्टाचार से जुड़े मसलों की जांच समय से पूरी की जा सके। इससे भ्रष्टाचार से जुड़े मसलों के निस्तारण में तेजी आएगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरूवार को सचिवालय में राज्य निगम अधिकारी/कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों से वार्ता की। वार्ता के दौरान निगमों के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न मांगे रखी गई। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि सभी मांगो पर गंभीरता से विचार किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निगमों की उचित मांगों का उचित समाधान निकाला जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी, प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूडी, सचिव श्री अमित नेगी, सचिव डी.सैन्थिल पाण्डियन व राज्य निगम अधिकारी/कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।
जनपद हरिद्वार के अन्तर्गत हर की पैडी में ज्ञान गोदड़ी तथा स्थानीय समाज के मध्य विवादों एवं समस्याओं के समाधान हेतु कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है।
यह जानकारी देते हुए मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी ने बताया है कि विधायक काशीपुर श्री हरभजन सिंह चीमा, विश्व हिन्दु परिषद के श्री राजेन्द्र पंकज, निर्मल पंचायती अखाड़ा, हरिद्वार के पंडित ज्ञानदेव सिंह जी महाराज, राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय सिख संगत एवं सदस्य-श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी की 350वीं जन्म शताब्दी, भारत सरकार श्री गुरचरन सिंह गिल, गुरूद्वारा नानकमत्ता साहिब, खटीमा के बाबा तरसेम सिंह, प्रदेश महामंत्री राष्ट्रीय सिख संगत श्री सुरेन्दर सिंह नामधारी, अध्यक्ष गुरूद्वारा ज्ञान गोदडी, हरिद्वार को समिति के सदस्य नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही श्री जगजीत सिंह शास्त्री, श्री सत्यपाल सिंह चैहान, जिलाधिकारी हरिद्वार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार एवं अध्यक्ष गंगा सभा हर की पैडी, हरिद्वार को भी सदस्य नामित किया गया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी, हरिद्वार समिति में संयोजक का कार्य भी करेंगे।
मुख्य सचिव श्री रामास्वामी ने बताया कि यह समिति ज्ञान गोदडी समाज, हर की पैडी, गंगा सभा हर की पैडी एवं अन्य संबंधित व्यक्तियों एवं संगठनो से विचार विमर्श करते हुए समस्याओं के स्थायी समाधान हेतु आवश्यक कार्यवाही करेगी। यदि किसी बिन्दु पर शासन स्तर पर कार्यवाही की जानी आवश्यक हो, तो समिति द्वारा इसे शासन को प्रेषित किया जायेगा।
देहरादून 17 अगस्त (वि0स0 अध्यक्ष कार्यालय)।
फोरम फाॅर अवेयरनैस आॅफ नैशनल सिक्योरिटी के तत्वावधान में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय देहरादून के सभागार में आयोजित सुरक्षा, विकास, जागरण, एवं एकता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा है कि राष्ट्र की सुरक्षा की गारण्टी मात्र सैनिकों की नही हैं बल्कि हम सब लोग भी देश की सुरक्षा के लिए एक सैनिक के रूप में कार्य करें।
श्री इन्द्रेश ने फोरम फाॅर अवेयरनैस आॅफ नैषनल सिक्योरिटी का उत्तराखण्ड में आज विधिवत गठन किया। इस अवसर पर सेना से जुड़े हुए सेवानिवृत्त अधिकारीगण, सेवानिवृत्त सैनिक, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं विद्यार्थियो को सम्बोधित करते हुए कहा है कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की है। श्री इन्द्रेश ने कहा कि एक सैनिक के शहीद होने पर देश की सुरक्षा की गारण्टी होती है, आखिर वह शहीद किसके लिए होता है हमें यह भी समझने की आवश्यकता है। उन्होने कहा है कि इसलिए हम सबका कर्तव्य बनता है कि हम सैनिकों एवं देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल ने कहा है कि आज देष के सामने वाह्य एवं आन्तारिक रूप से सुरक्षा की बड़ी चुनौती है। समाज को सजग होकर सशक्त राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी होगी।
इस अवसर पर श्रीमती सरला सिंह, मेजर जनरल चन्द्र प्रकाश, वी0सी0 जुसौला, अनिल गर्ग, दजलीत सिंह, सुभाष पवांर, कैप्टन भूपेश त्यागी, कमाण्डेन्ट श्री नेगी, विनय गोयल, अशोक विन्डलास, संजीत चैधरी, रामेन्द्र सरोही आदि लोग उपस्थित थे। .
चमोली 17 अगस्त,2017 (सू0वि0)
जीएसटी के संबध में आवश्यक जानकारी को लेकर सभी आहरण-वितरण अधिकारियों 18 अगस्त को प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिलाधिकारी आशीष जोशी ने जिले के सभी उपकोषागारों से संबधित आहरण वितरण अधिकारियो को सायं 2ः00 से 3ः00 बजे तक तथा सभी जिला स्तरीय आहरण वितरण अधिकारियों को सायं 3ः00 से 4ः00 बजे तक क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के निर्देश दिये है।
चमोली 17 अगस्त,2017 (सू0वि0)
बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट ने लोनिवि गेस्ट हाउस गोपेश्वर में पीएमजीएसवाई, लोनिवि, एडीबी, एनएच, वल्र्ड बैंक सहित सड़क निर्माण संबधी विभागों के अधिशासी अभियंताओं की बैठक लेते हुए सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिये ताकि लोगों को स्वीकृत सड़कों का लाभ पहुॅच सके। उन्होंने विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत ब्लाकवार निर्माणाधीन मोटर मार्गो की स्थिति एवं कार्य प्रगति के संबध में जानकारी ली।
बद्रीनाथ विधायक ने सभी अधिशासी अभियंताओं को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये तथा निर्माणधीन मोटर मार्गो का कटिंग कार्य समय से पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि दूरस्थ गांव जिनकी आबादी 250 से अधिक है उन्हें इस वर्ष तक सड़क संपर्क से जोडने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि जो सड़के वन भूमि हस्तांतरण के कारण लंम्बित है, उनमें व्यक्तिगत रूचि लेकर संबधित स्तर से आपत्तियों का निराकरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रो में लोगों द्वारा शिकायत की जा रही है कि बरसात के दौरान सड़क पर नाली न होने के कारण सड़क का पानी उनके घरों में घुस रहा है। जिसके देखते हुए उन्होंने ऐसे सड़कों के किनारे प्राथमिकता के आधार पर पानी निकासी हेतु नालियां बनाने को कहा।
पोखरी ब्लाक के अन्तर्गत दूरस्थ नैल गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का कटिंग कार्य दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश पीएमजीएसवाई को दिये। कर्णप्रयाग-पोखरी मोटर मार्ग की खस्ता हालत पर चिन्ता व्यक्त करते हुए सड़क के चैडीकरण और सुधारीकरण के कार्य शुरू होने तक सड़क पर पडे मलवे को हटाने व गढढों का भरान कराने को कहा ताकि यातायात में लोगों को परेशानी न हो। दशोली ब्लाक में सैंजी-बेमरू मोटर मार्ग का कटिंग कार्य में तेजी लाने के निर्देश पीएमजीएसवाई को दिये। उन्होंने संबधित विभागों के साथ जोशीमठ ब्लाक के मोटर मार्गो की भी समीक्षा की।
अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई ने जानकारी दी कि स्वीकृत 32 किमी. सैंजी-बेमरू मोटर मार्ग के पर 16 किमी. कटिंग कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष 16 किमी. मोटर मार्ग पर दोनो ओर से कटिंग कार्य प्रगति पर है। वही स्वीकृत 9 किमी. कुहेड-मैठाणा-रूपा मोटर मार्ग पर भी 3 किमी. सड़क कटिंग का कार्य पूरा हो चुका है। अपर चमोली-खैनुरी मोटर मार्ग पर डामरीकरण का कार्य अक्टूबर माह तक पूरा कर लिया जायेगा तथा सैंजी-कुजौंमैकोट मोटर मार्ग बरसात की वजह से कार्य बाधित हुआ है।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि मोहन सिंह नेगी, विनोद नेगी, डीडीओ आनंद सिंह, लोनिवि गोपेश्वर, पोखरी, जोशीमठ, पीएमजीएसवाई, एडीबी आपदा, वल्र्डबैंक आदि डिवीजनों के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियन्ता, एई, जेई आदि उपस्थित थे।
:::::::: देहरादून 17 अगस्त 2017, प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों द्वारा सरकारी विश्व विद्यालयों को अपना पूर्ण सहयोंग देने के लिए तथा प्रदेश के सभी 31 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह में एक ड्रेस होने तथा सभी विश्व विद्यालय में एक समान फीस होने के विषय में प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डाॅ धन सिंह रावत द्वारा प्रदेश के निजी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों एवं निदेशकों तथा संबंधित अधिकारियों के साथ सचिवालय स्थित सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के निजी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों एवं निदेशकों से अपेक्षा की है कि वे अपना पूर्ण सहयोंग सरकारी विश्व विद्यालयों को दें , जिसके लिए उन्होने एक -एक विश्व विद्यालय में धनराशि उपलब्ध कराने को कहा है जिसमें विद्यालय के फर्नीचर, शौचालय, पुस्कालय एवं व्यवस्थाओं के लिए सहयोग की अपेक्षा की है । उन्होने यह भी अपेक्षा की है कि प्रदेश के सभी 31 विश्व विद्यालयों में दीक्षान्त समारोह के लिए एक डेªेस कोड लागू करने को कहा है जिसके लिए उनके द्वारा 11 विश्व विद्यालयों कुलपतियों की कमेटी गठित की है जिसमें 6 निजी विश्व विद्यालय तथा 5 सरकारी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों को कमेटी में रखा गया है जो दो माह में ड्रेस कोड चिन्हित करगें। उन्होने सभी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों से यह भी सहयोग की मांग की गई है की प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी विश्व विद्यालयों में एक समान फीस हो जिसके लिएं सरकार नया शासनादेश लाने का कार्य करेगी। इसके लिए सभी विश्व विद्यालयों के उन्नयन के लिए सुझाव की भी मांग की गई। उन्होने सभी निजी विश्व विद्यालयों में 30 सितम्बर 2017 तक अनिवार्य रूप से तिरंगा झण्डा लगाने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि प्रदेश के 122 डिग्री कालेजों में डेªेस कोड लागू किया गया है।
उन्होंने छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए सभी निजी एवं सरकारी विश्व विद्यालय में समाधान पोर्टल बनाने के निर्देश दिये। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सुपर 100 क्लासेज चलाई जायेंगी जिसमें 50 बच्चों को अल्मोडा तथा 50 बच्चों को श्रीनगर में कोचिंग दी जायेगी। इसके लिए गेल कम्पनी द्वारा सहयोग किया जा रहा है, जिसके लिए सरकार द्वारा 10 करोड रू. की धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होने सभी जनपदों के विश्वविद्यालय एवं डिग्री कालेजों में ई.लाईब्रेरी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने एवं प्रत्येक विश्वविद्यालय को वाई.फाई कनैक्टिविटी से भी जोडा जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 तक उत्तराखण्ड को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए सभी निजी विश्वविद्यालय 5-5 गावों को गोद लेकर पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग करने की अपेक्षा की है।
उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार द्वारा 100 गरीब छात्र/छात्राओं जिनके परिवार की वार्षिक आय 1 लाख से कम है को पी.एच.डी कराई जायेगी, इसके लिए भी उन्होने निजी विश्वविद्यालयों से सहयोग की अपेक्षा की गयी। उन्होने यह भी अपेक्षा की है कि वे निजी विश्व विद्यालय में अच्छे प्रौफेसरों को सरकारी विश्व विद्यालय में छात्रों को पढाने हेतु समय देने की भी मांग की गयी तथा सरकारी विश्व विद्यालयों के प्रौफेसरों को भी निजी विश्व विद्यालयों में भेजा जायेगा तथा निजी विश्वविद्यालयों में हो रही एक्टिविटी से रूबरू होगें, इसके लिए भी उनके द्वारा सहयोग की अपेक्षा की गयी है। उन्होने यह भी कहा कि उनके द्वारा प्रदेश में पांच ज्ञान कुम्भ कराया जायेगा, जिसका पहला कुम्भ बद्रीनाथ के माणा गांव में आयोजित होगा, जिसमें महामहिम राष्ट्रपति को भी आमंत्रित किया जायेगा , जिसमें सभी राज्यों के विश्वविद्यालयों के छात्र/छात्राओं को भी आमंत्रित किया जायेगा। उन्होने यह भी कहा कि स्थानीय परेड ग्राउण्ड में 28 अगस्त 2017 से 5 सितम्बर 2017 तक पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के साहित्यकारों को भी आमंत्रित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पढेगा भारत तो बढेगा भारत की तर्ज पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें सभी विश्व विद्यालयों के 500-1000 बच्चों को प्रतिदिन भाग लेने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पुस्तक मेले के दौरान नुक्कड नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव डाॅ रणबीर सिंह, संयुक्त निदेशक डाॅ सविता ममगांई एवं निजी विश्व विद्यालयों के कुलपति एवं निदेशक तथा सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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देहरादून 17 अगस्त 2017, सड़को को गड्डा मुक्त करने एवं शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार करने हेतु जिलाधिकारी द्वारा पूर्व में दिये गये निर्देशों पर की गयी कार्यवाही का जायजा लेने हेतु जिलाधिकारी एस ए मुरूगेसन द्वारा आज जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ शहर के मसूरी डाईवर्जन, मोहकमपुर निर्माणधीन फ्लाई ओवर, अजबपुर रेलवे फाटक फ्लाई ओवर, आई.एस.बी.टी, जी.एम.एस रोड, कावंली रोड, रेलवे स्टेशन, प्रिंस चैक एवं तहसील चैक का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये गये हैं कि जो सड़के अभी गड्डा मुक्त होने से रह गयी है, ऐसी सड़को पर तत्काल गड्डो को भरने की कार्यवाही की जाय। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जिन स्थानो पर विद्युत ट्रांसफार्मर नीचे हैं उन्हे एक निश्चिित उंचाई पर किया जाये जिससे, किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
राजधानी दून के शहरी क्षेत्रों की सड़कों का भ्रमण/ निरीक्षण की शुरूआत आज जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेसन ने राजपुर रोड से की, उन्होने राजपुर रोड, राजपुर चैक, किशनपुर, ईस्ट कैनाल रोड, 6 न0 पुलिया, रायपुर बाईपास मार्ग, जोगीवाला, मोहकमपुर चैक, विधानसभा मार्ग से कारगी चैक, आई.एस.बी.टी, जनरल महादेव सिंह मार्ग, बल्लुपुर चैक, बल्लीवाला चैक, सहारनपुर चैक, प्रिंस चैक मार्ग एवं डिसपेंसरी मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने देखा की शहर के मुख्य मार्गों पर डेडलाईन बीत जाने काफी गड्डे ईंटो से भरे जा चुके हैं। निरीक्षण के दौरान उनके साथ लोक निर्माण विभाग , निर्माण खण्ड, प्रान्तीय खण्ड, लो.नि.वि., राष्ट्रीय राजमार्ग एवं एडीबी के अधिकारियों के साथ-साथ फ्लाई ओवर प्रौजेक्ट में कार्यरत अधिकारी मौजूद थे।
उन्होने मोहकमपुर और हरिद्वार बाईपास पर आशोक विहार के समीप बन रहे फ्लाई ओवर के पास का भी निरीक्षण करते हुए फ्लाई ओवर के अधिकारियों से कहा कि सड़क के दोनों ओर मार्ग अवरूद्ध हो रहा है, जिसमें यातायात में परेशानी उत्पन्न हो रही है। इस सड़क पर पानी का जमाव भी अत्याधिक हो रहा है, उसकी निकासी का इन्तजाम तुरन्त किया जाये तथा फुटपाथ वाले रास्ते पर टाईल को शीघ्रता-शीघ्र एक सप्ताह के अन्दर दुरूस्त किया जाये तथा फ्लाई ओवर के किनारे जो सड़क है उसका समतलीकरण तथा जलभराव से बचने के लिए पानी की उचित निकासी करने के निर्देश दिये। उन्होने फ्लाई ओवर अधिकारियों से कहा कि यातायात पुलिस से सामजस्य करते हुए रात्रि एवं दिन में मजदूरों की संख्या बढाते हुए कार्य को अंजाम दिया जाये। उन्होने मौसम विभाग के कार्यालय के पास जो नाला अपूर्ण बना है उसे भी शीघ्रता-शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होने फ्लाई ओवर निर्माण कि स्थिति के बारे में भी पूछताछ की जिस पर फ्लाई ओवर के अधिकारियों ने अवगत कराया कि माह अगस्त 2018 तक उक्त फ्लाई ओवर का कार्य पूर्ण हो जायेगा।
उन्होेन फ्लाई ओवर अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि जहां मार्ग क्षतिग्रस्त हो वहां वर्किंग साइनेज लगायें तथा रात्रि के समय उक्त स्थानों पर प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे आवागमन सुविधा पूर्वक हो तथा कोई दुर्घटना न घटे। उन्होने कहा कि कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व पानी का छिड़काव भी अत्यन्त आवश्यक है, जिससे आसपास रह रहे नागरिकों एवं राहगीरों को कोई परेशानी एवं दिक्कते न हों। आई.एस.बी.टी मार्ग का निरीक्षण करते हुए उन्होने निर्देश दिये कि रेलवे क्रासिंग पर डिवाईडर यातायात पुलिस के सामंजस्य से लगायें जाये। उन्होने निर्माण कार्य की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए शीघ्रता-शीघ्र निर्माण करने के निर्देश दिये। आई.एस.बी.टी चैक का निरीक्षण करते हुए उन्होन फ्लाई ओवर के नीचे बनी पार्किंग का भी निरीक्षण किया, वहां उन्हे आटो चालकों तथा छोटे वाहन चालकों ने अवगत कराते हुए बताया कि एम.डी.डी.ए द्वारा पार्किंग का शुल्क 30 रू0 आटो से लिया जा रहा है, जो अत्यधिक है। उन्होने मासिक शुल्क 200 से 300 रू0 तक कराये जाने का अनुरोध जिलाधिकारी से किया। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि समस्या का निदान एम.डी.डी.ए के अधिकारियों से मिलकर शीघ्र किया जायेगा।
उन्होने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ए.डी.बी के अधिकारियों से कहा कि शहर में विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से मार्ग को गड्डा मुक्त करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सभी कार्यदायी संस्था आपसी समन्वय से अपने-2 कार्यक्षेत्र वाली सड़कों पर आपसी समन्वय के साथ सड़को को गड्डा मुक्त करने का कार्य करें, जिसके लिए प्रयुक्त की गयी सामग्री गुणवत्ता युक्त हो, क्योंकि बरसात के मौसम में पानी बार-2 पड़ने से वह पुनः टूट जायेगी, इसलिए जो भी कार्य किया जाये वह गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। इसके पश्चात शहर की अन्य लिंक रोड पर कार्य करें। उन्होने निर्देश दिये कि टैªचिंग सही होनी चाहिए तथ पैच वर्क का कार्य संतोषजनक होने के साथ-2 जहां मार्गों पर अंधेरा है वहां लाईट की व्यवस्था भी करें, जिससे वाहन चलाते समय चालक की एकाग्रता बनी रहे।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ एस.पी यातायात धीरेन्द्र गुंज्याल, अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुदियाल व अरविन्द पाण्डेय, लो.नि.वि के अधीशासी अभियन्ता अनिरूद्ध सिंह भण्डारी, निर्माण खण्ड के वाई.एस राजवंशी, अधिशासी अभियन्ता बलराम मिश्रा एवं ए.डी.बी तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी मौजूद थे।