18 मार्च- खास रहा- गढवाल के दो लाल बने मुख्यमंत्री UP+UK
हिमालयायूके (हिमालय गौरव उत्तराखण्ड) ब्यूरो ; इससे पूर्व केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों ने दबाव दबाव बनाया और पांसा पलट गया- योगी आदित्यनाथ होंगे यूपी के CM, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर #by CS JOSHI-editor
18 मार्च पौडी गढवाल के लिए बडा खास रहा, जब उसके दो लाल मुख्य्मंत्री बन गये’ अजय सिंह नेगी तथा त्रिवेन्द्र रावत मुख्य मंत्री मनोनीत हुए, गोरखपुर के इलाके में योगी आदित्यनाथ की कही बातों को कानून माना जाता है-
युपी मे अचानक समीकरण बदले, जब केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों ने दबाव बनाना शुरू किया; क्यां राजनाथ सिंह का सियासी दांव तो नही था यह, क्योंकि इससे पूर्व मनोज सिन्हा का यूपी का मुख्यमंत्री बनना करीब-करीब तय माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी रैली में मनोज सिन्हा की तारीफ कर चुके हैं, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी अपनी सभाओं में कई बार कह चुके हैं कि पीएम पूर्वांचल हैं तो सीएम भी पूर्वांचल से होगा. मनोज सिनहा ने तैयारी भी शुरू कर दी थी तथा वह मनोज सिन्हा काशी विश्वनाथ गए, संकटमोचन गए और काल भैरव मंदिर में भी पूजा अर्चना कर आये थे, बस संकेत का इंतजार था, हालांकि इस दौरान वे खामोश ही रहें. लेकिन, समर्थकों का उत्साह और उनका हाव-भाव ऐसा था कि शायद उन्हें केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इशारा मिल गया हो..
इसके बाद यूपी में विधायक दल की बैठक हुई, केन्द्रीय मंत्रियों ने दबाव बनाया और पांसा पलट गया- करीब एक हफ्ते तक माथापच्ची के बाद यूपी के सीएम के नाम पर बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ के नाम पर मुहर लग गई है, यानी योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री होंगे. कल दोपहर सवा दो बजे लखनऊ में योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी होगी, जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हों
हिमालयायूके न्यूज पोर्टल ने इस बारे में लिखा था- राजनाथ सिंह को दिल्ली से लखनऊ भेजने का सियासी दांव को राजनाथ सिंह किस तरह टाल पाते हैं, यह देखने वाली बात होगी, इसका उन्होंदने सफल दांव लगाया,
बीजेपी विधायक दल की बैठक में मंच पर सिर्फ एक कुर्सी रखी गई, सभी विधायक नीचे कुर्सी पर बैठे हैं, जैसे ही सीएम का एलान होगा, वह मंच की कुर्सी पर बैठेगा अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ से बात की और उन्हें बधाई दी किसी गैर यादव या पिछड़ी जाति के किसी नेता को मुख्यंत्री बनाया जाए. इस बात को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है. अबतक लग रहा था कि मनोज सिन्हा इस रेस में आगे हैं और उनका नाम करीब-करीब तय है. लेकिन अब समीकरण बदल रहे हैं.
आदित्यनाथ की पहचान फायरब्रांड नेता के रूप में रही है. विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा रैलियां करने वाले आदित्यनाथ पूर्वांचल के सबसे बड़े नेता माने जाते हैं. भाषणों में लव जेहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों को उन्होंने जोर शोर से उठाया था. पूर्वांचल में राजनीति चमकाने वाले योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा था) में हुआ था. योगी आदित्यनाथ का वास्तकविक नाम अजय सिंह नेगी है. राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी की डिग्री हासिल कर चुके हैं. गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिसके बाद वे राजनीति में आए. योगी आदित्यनाथ के नाम सबसे कम उम्र (26 साल) में सांसद बनने का रिकॉर्ड है. उन्होंअने पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे. साल 2014 में गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की मौत के बाद वे यहां के महंत यानी पीठाधीश्वर चुन लिए गए. योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं. राजनीति के मैदान में आते ही योगी आदित्यनाथ ने सियासत की दूसरी डगर भी पकड़ ली, उन्होंने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया और धर्म परिवर्तन के खिलाफ मुहिम छेड़ दी. उन्होंने कई बार विवादित बयान भी दिए, लेकिन दूसरी तरफ उनकी राजनीतिक हैसियत बढ़ती चली गई. 2007 में गोरखपुर में दंगे हुए तो योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया, गिरफ्तारी हुई और इस पर कोहराम भी मचा। योगी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं.
यूपी में सीएम पद को लेकर जारी रस्साकसी के बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सांसद आदित्यनाथ को चार्टर प्लेन से दिल्ली बुलाया. दोनों के बीच दिल्ली में सीएम चेहरे को लेकर बातचीत हुई. इससे पहले शनिवार सुबह केशव प्रसाद मौर्य बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के घर पहुंचे. इस दौरान मौर्य के साथ बीजेपी प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा भी मौजूद रहे. शाह के साथ के बैठक के बाद पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यूपी में CM को कोई रेस नहीं है. CM का पता शाम तक चल पाएगा.
इसके अलावा यूपी बीजेपी प्रभारी ओम माथुर प्रधानमंत्री के आवास पहुंचे और यूपी सीएम पद को लेकर चर्चा की. उधर, सीएम बनाए जाने की अटकलों के बीच शनिवार सुबह केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा बनारस पहुंचे और काल भैरव मंदिर समेत कई मंदिरों में पूजा अर्चना की. यहां उन्होंने चौसट जोगिनी और नव ग्रह पूजन किया. इसके बाद वह विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन के दर्शन करने पहुंचे.