राहुल गांधी के बयान को मीडिया द्वारा गलत कवर
मोदी, अमित शाह कसने लगे तंज राहुल गांधी के बयान को ज्यादातर मीडिया संस्थानों ने गलत कवर किया- वही इस गलत कवरेज को आधार मान कर मोदी अमित शाह राहुल पर तंज कसने लगे, कांग्रेस पार्टी ने मोदी को जवाब देने के लिए राहुल की स्पीच का वीडियो जारी किया है ;लालू प्रसाद ने कहा- उत्तर प्रदेश चुनाव मोदी और शाह का भविष्य तय करेगा(www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सूबे का सियासी पारा चरम पर है। ऐसे में हर पार्टी का बड़ा नेता, दूसरी पार्टी पर निशाना साध रहा है। हालांकि ऐसा लगता है कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक गलत बयान दे बैठे। महराजगंज की रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने अपने समर्थकों से पूछा कि क्या उन्होंने कभी नारियल जूस जैसी चीज का नाम सुना है। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस के एक नेता बड़े कमाल के हैं। हम प्रार्थना करेंगे कि उन्हें लम्बी उम्र मिले। कल उन्होंने (राहुल गांधी) एक बहुत बड़ी घोषणा कर डाली… उन्होंने कहा कि अब वह नारियल से जूस निकालेंगे… और जूस निकालने के बाद, वह उसे इंग्लैंड में बेचेंगे। गरीब से गरीब बच्चे को भी पता होगा कि नारियल से पानी मिलता है। जूस तो नींबू, संतरे, मोसम्बी से मिलता है… क्या आपने कभी नारियल जूस देखा या सुना है? शायद मुझे जानकारी न हो मगर मुझे बताइए… नारियल केरल में पाए जाते हैं, मगर वह कहते हैं कि वह नारियल जूस निकालेंगे।”
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जब बुधवार को मणिपुर पहुंचे तो उन्होंने भी राहुल गांधी पर ‘नारियल जूस’ को लेकर कटाक्ष किया। शाह ने कहा, “कल यहां राहुल बाबा आए थे। इन्होंने कहा मणिपुर के नारियल जूस को एक्सपोर्ट करेंगे। क्या आपने कभी नारियल का जूस देखा है? अरे भैया राहुल, यहां अनानास होता है नारियल नहीं होता। लगता है शायद आपको इबोबी सिंह ने ठीक से भाषण लिखकर नहीं दिया है। या फिर आपको नारियल और अनानास का अंतर मालूम नहीं है।”
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने राहुल पर जिस ‘नारियल जूस’ के लिए तंज कसा, वह तो राहुल गांधी ने इम्फाल ईस्ट की अपनी सभा में कहा ही नहीं। 28 फरवरी की रैली में राहुल ने जो कहा, वह इस प्रकार है, ”यहां (मणिपुर में) आप नींबू उगाते हैं, नारंगी उगाते हैं, अनानास उगाते हैं… मैं उम्मीद करता हूं कि ऐसा दिन आएगा जब लंदन में बैठकर कोई अनानास का जूस पिएगी और बॉक्स पर लेबल देखेगा ‘मेड इन मणिपुर’।”
राहुल गांधी के बयान को ज्यादातर मीडिया संस्थानों ने गलत कवर किया
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावी घमासान में गधे और कबूतर के बाद बुधवार (1 मार्च) को सहारा रेगिस्तान का भी जिक्र हो गया। अपने प्रचार अभियान के दौरान राज्य की अखिलेश यादव सरकार पर अक्सर ‘काम नहीं, कारनामे बोलते हैं’ का तंज कसने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सूबाई सरकार की आधिकारिक वेबसाइट का उदाहरण देकर उसपर निशाना साधा। मोदी ने महराजगंज में आयोजित अपनी चुनावी रैली में कहा कि मुख्यमंत्री भले ही ‘कारनामे बोलते हैं’ की बात से इत्तेफाक ना रखते हों लेकिन उनकी सरकार की आधिकारिक वेबसाइट इसका समर्थन करती है।
उन्होंने दावा किया, ‘प्रदेश सरकार की वेबसाइट बताती है कि कारनामे बोलते हैं। उसमें बताया गया है कि लाइफ इन उत्तर प्रदेश इज शार्ट एण्ड अनसर्टेन। यानी यूपी में जिंदगी बहुत छोटी होती है और कब मर जाएं, कोई भरोसा नहीं। आगे कहते हैं कि इन दिस रिस्पेक्ट, यूपी रिजेम्बल्स सहारन अफ्रीका। यानी यूपी की हालत अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान जैसी है। अखिलेश जी क्या अब हम आपकी ही ना मानें। मुझे मालूम है कि मेरा भाषण खत्म होते ही अफसरों पर गाज गिरेगी।’
मालूम हो कि राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के ‘स्टेट ऐट अ ग्लांस’ (राज्य-एक नजर में) खण्ड के ‘इकोनॉमी’ उपखण्ड में ‘हेल्थ’ शीर्षक से दिये गये विवरण में लिखा है ‘उत्तर प्रदेश में जीवन छोटा और अनिश्चितता भरा है। यहां महिलाओं की जीवन प्रत्याशिता 55 साल है और पांच साल से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 141 प्रति हजार है। इस मामले में उत्तर प्रदेश अफ्रीका के सहारा क्षेत्र से मिलता-जुलता है, जहां जीवन प्रत्याशिता 53 साल है और पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर प्रति हजार 160 है।’
नेशनल इन्फॉरमेटिक्स सेंटर की उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा तैयार की गयी वेबसाइट में यह भी कहा गया है कि देश के सभी प्रमुख राज्यों में से उत्तर प्रदेश में यह मृत्यु दर सबसे ज्यादा है। अखिलेश अब तक प्रधानमंत्री मोदी के लगभग हर वार पर करारा पलटवार करते रहे हैं लेकिन इस बार उन पर उन्हीं की सरकार की वेबसाइट को हथियार बनाकर प्रहार किया गया है। अब देखना है कि वह इसकी क्या काट निकालते हैं।
लालू प्रसाद ने कहा- उत्तर प्रदेश चुनाव मोदी और शाह का भविष्य तय करेगा
—-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बुधवार (1 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने भाषणों से पद की गरिमा धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी देश का विभाजन चाहते हैं। लालू ने भीमपुरा में बुधवार को सपा उम्मीदवार गोरख पासवान के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी अपने भाषण में अशोभनीय बातें करके पद की गरिमा को मिट्टी में मिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प में अद्भुत समानता है। ये दोनों ही मुसलमानों के विरोधी हैं। मोदी जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे साफ जाहिर है कि वह देश का विभाजन चाहते हैं।
लालू ने भाजपा की नयी परिभाषा गढ़ते हुए उसे ‘भारत जलाव पार्टी’ करार दिया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में भाजपा के लोगों का कोई योगदान नहीं था। तत्कालीन जनसंघ के नेता अंग्रेजों का साथ दे रहे थे। उत्तर प्रदेश द्वारा ‘गोद’ लेने वाले प्रधानमंत्री के बयान पर चुटकी लेते हुए लालू ने सवाल किया कि क्या कोई बूढ़े व्यक्ति को भी गोद लेता है? सपा की पुन: सरकार बनने का विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का चुनाव में केवल लाइसेन्स ही रिन्यू होना है।
लालू प्रसाद ने कहा- उत्तर प्रदेश चुनाव मोदी और शाह का भविष्य तय करेगा
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पटना में शुक्रवार (24 फरवरी) को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव देश का चुनाव है। यह चुनाव भारत के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह का भी भविष्य तय करेगा। उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान से लौटे लालू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “प्रधानमंत्री वहां घटिया स्तर की बात कर रहे हैं। वह अब गधा की खूबियां बता रहे हैं। गधा तो कभी-कभी बोलता है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री 24 घंटे बोलते रहते हैं, किसी की सुनते नहीं हैं।”
तेजस्वी प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, “तेजस्वी अभी बच्चे हैं, अभी सीख रहे हैं। लेकिन भविष्य उन्हीं का है। समय सब तय करेगा। उम्र के साथ सब कुछ तय होता है।” लालू ने कहा, “तेजस्वी भी यह बोल चुके हैं कि नीतीश कुमार महागठंबधन के नेता हैं। तब ये सवाल कहां से आ गया।” बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के विषय में लालू ने कहा कि सुधीर कुमार ईमानदार प्रवृत्ति के अधिकारी हैं, लेकिन किन परिस्थितियों में उनकी गिरफ्तारी हुई है, ये जांच में सामने आ जाएगा। उल्लेखनीय है कि राजद के कई विधायक लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर चुके हैं।
‘बबुआ’ (अखिलेश) को ठीक करने के लिए उनके चाचा शिवपाल ही काफी ; मायावती
—बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वयं को उत्तर प्रदेश की जनता का गोद लिया बेटा बताने के बयान को खारिज करने के अंदाज में बुधवार (1 मार्च) को कहा कि राज्य की जनता ने उन्हें वापस गुजरात भेजने और ‘खुद की बेटी’ (मायावती) को सत्ता की बागडोर सौंपने का मान बना लिया है। मायावती ने यह बात बुधवार को यहां स्थानीय मण्डी समिति के मैदान में आयोजित चुनावी रैली में कही। उन्होंने भाजपा को ‘भारतीय जुमला पार्टी’ की संज्ञा देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने विदेशों में जमा काला धन वापस लाकर हर गरीब के खाते में 15 लाख रुपए भेजने और गरीबों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, पर उसे पूरा नहीं किया।
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी जब अपना वादा पूरा नहीं कर पाये तो जनता का ध्यान भटकाने के लिए नोटबंदी का ‘अति जन पीड़ादायक’ फैसला ले लिया, जिससे लाखों करोड़ों लोग बेरोजगार हो गये। बसपा मुखिया ने सपा पर तीखे तीर चलाते हुए कहा कि इस बार सपा के ‘बबुआ’ (अखिलेश) को ठीक करने के लिए उनके चाचा शिवपाल ही काफी हैं। दोनों एक दूसरे के समर्थकों का काम लगाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार सपा की भाभी (डिंपल) भी सपा के भैया को बचा नहीं पायेंगी।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने मंगलवार (28 फरवरी) को कहा कि जनता माफिया और बाहुबली को पसंद नहीं करती है और जब माफिया समझे जाने वाले मऊ सीट से बसपा प्रत्याशी मुख्तार अंसारी चुनाव जीत जाएंगे तो उन पर मुहर लग जाएगी कि वह ना तो माफिया हैं और ना ही बाहुबली। मायावती ने यहां आयोजित चुनावी सभा में विश्वास जताया कि मऊ की जनता मुख्तार को जेल में रहते हुए भी चुनाव जिताएगी। जनता प्रधानमंत्री को बताएगी कि किसकी जीत हुई है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कल सोमवार (27 फरवरी) मऊ की अपनी रैली में मुख्तार अंसारी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन वह जिस तरह माफिया, बाहुबली कह रहे थे, उससे पता लग रहा था कि उनका इशारा किस तरफ था। क्या जनता माफिया और बाहुबली को पसंद करती है। मैं समझती हूं कि बिल्कुल भी पसंद नहीं करती। जब वह (मुख्तार) चुनाव जीत जाएगा तो उस पर मुहर लग जाएगी कि वह ना तो माफिया है और ना ही बाहुबली है।’
प्रधानमंत्री ने सोमवार (27 फरवरी) को मऊ में अपनी रैली में मुख्तार का नाम लिये बगैर बसपा द्वारा उन्हें प्रत्याशी बनाये जाने पर सवाल खड़े किये थे। मुख्तार हत्या समेत कई जघन्य अपराधों के आरोप में जेल में बंद हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिये पैरोल देने से कल (सोमवार, 27 फरवरी) मना कर दिया था। मायावती ने कहा कि उन्हें मुख्तार और उनके भाई अफजाल अंसारी पर पूरा भरोसा है कि वे सपा को पूर्वांचल में बेहाल कर देंगे। उन्होंने सपा और भाजपा पर बाहुबलियों को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और भाजपा के लोग मुख्तार को तो माफिया बताते हैं लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से ‘कुंडा का गुंडा’ का खिताब पाये रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को लेकर उनका रुख हमेशा नरम रहता है।