10 April: UK Top News मोदी किचन & सोनिया किचन के बीच “जरूरतमंद की आशाएं टूटने नही दूगा”- अरूण यादव – अपने सपने
10 April 20: High Light # बीजेपी मोदी किचन में खाना बनाकर लोगों को बांट रही है तो कांग्रेस ने भी जवाब में सोनिया किचन शुरु किया #अब तक 1015 परिवारों की आशाएं बने हुए अपने सपने के अरूण यादव # “ऐसे जरूरतमंद लोगों की आशाएं टूटने नही देंगे- मैं हू न- अरूण यादव 14वां दिन लगातार डटे हुए है जरूरत मंदो की मदद के लिए # इंसान की अच्छाइयां भी खुलकर सामने आने लगी # ऋषिकेश में रेंजर पद पर तैनात राजेंद्र पाल नेगी ने मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए अपनी जमा पूंजी से 51 हजार का चेक ऋषिकेश के सीएम राहत कोष के लिए उप-ज़िलाधिकारी को सौंपा. #टिहरी- स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आम मरीजों पर भारी # लिए उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने एक विशेष अभियान छेड़ने का फैसला # होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. सैमुअल फ्रेडिक हैनीमैन की 265 वी जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन # आई.ए.एस एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा 5 लाख का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु # उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने उद्योगों के लिए राहत मांग कर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र #किसान गेहूं की तैयार फ़सल नहीं काट पा रहे हैं # सीएम हेल्पलाइन 1905 ,लाकडाउन के दौरान आ रही समस्याओं के लिए दे रही है समाधान# जनपद चमोली ; अभी तक 3641 लोगों को होम क्वारेन्टाइन #नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह कार्यप्रणाली उनके अहंकार को दर्शाती है # मंत्री , मेयर ने सफाई कर्मियों को पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया
देहरादून होम राशन की घर-घर पर सुरक्षित डिलिवरी; अपर तहसीलदार जगुडी हर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं- 10 अप्रैल 20 : नंदा देवी एन्क्लेव बंजारा वाला देहरादून में कुछ परिवारो के पास राशन न होने हिमालयायूकेे सम्पादक की सुचना पर अपर तहसीलदार जगुडी ने होम राशन की घर-घर पर सुरक्षित डिलिवरी स्वयं की अपर तहसीलदार श्री जगूड़ी द्वारा जरूरतमंदों को मदद पहुचाई गई,पार्षद भट्ट व पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी मे तहसीलदार भगवती प्रसाद जगूडी के द्वारा बनजारावाला,कुनजबिहारमे 50 बैग राशन मजदूर वर्ग के लोगो को वितरित किया गया ।
देहरादून 10 अप्रैल: पूरे देश की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और लॉकडाउन की वजह से तमाम लोग घरों में ही रहने पर मजबूर हैं. इस बीच बड़ी-भारी संख्या में मज़दूर और गरीब तबके के लोग ऐसे भी हैं जो रोज़मर्रा की कमाई के साथ ही दो वक्त के खाने के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में सामाजिक संगठन हों या राजनीतिक दल हर कोई खाना बांटने के काम में जुटा है ताकि ज़रूरतमंदों को खाना मिल सके. बीजेपी मोदी किचन में खाना बनाकर लोगों को बांट रही है तो कांग्रेस ने भी जवाब में सोनिया किचन शुरु किया है.
मसूरी विधायक गणेश जोशी ने बताया कि शुक्रवार को मोदी किचन के माध्यम से मसूरी विधानसभा क्षेत्र में 6600 लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। उन्होनें बताया कि डोभालवाला में 550, जाखन में 1600, राजपुर में 2500, गढ़ी कैंट में 1800 एवं मसूरी में 650 लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया गया।
विधायक जोशी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। इसके लिए मसूरी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की टीम मोदी किचन के माध्यम से काम कर रही है। अपने हाईकमान के आदेश पर बीजेपी नेता उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में मोदी किचन चला रहे हैं जिनमें बीजेपी के विधायक, जिलाध्यक्ष और पार्षद शामिल हैं. रोज़ाना अलग-अलग इलाकों में मोदी किचन में खाना बनाया जाता है और फिर पका हुआ खाना पुलिस को दे दिया जाता है ताकि पुलिस सही लोगों तक खाना पहुंचा सके. बीजेपी के मोदी किचन में खाना तैयार करवाने वाले विधायक खजान दास और गणेश जोशी का कहना है कि लोगों को खाने की उचित व्यवस्था की जा रही है ताकि कोई भी भूखा न रहे और मोदी किचन के ज़रिए हर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता का उद्देश्य है कि कोरोना संकट में लोग परेशान न हों. सभी बीजेपी कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेश का पालन कर रहे हैं.
कांग्रेस ने देहरादून महानगर में किचन की शुरुआत कर दी है. यहां भी रोज़ाना खाना बनाकर रात के लिए लोगों को बांटा जा रहा है. सोनिया किचन चला रहे महानगर अध्यक्ष लालचंद्र शर्मा का कहना है कि बीजेपी और तमाम संगठन दिन में लोगों को खाना बांट रहे हैं लेकिन रात में भी लोगों को खाने की ज़रूरत पड़ती है. इसी सोच के साथ सोनिया किचन की शुरुआत की गई है और लोगों को खाना बांटा जा रहा है.
इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उनके लोगों को खाना नहीं बांटने दिया जा रहा और सिर्फ बीजेपी के मोदी किचन का प्रचार हो रहा है. अब कांग्रेस सोनिया किचन से न सिर्फ़ रात का खाना बांट रही है बल्कि बीजेपी को जवाब भी दे रही है.
इंसान की अच्छाइयां भी खुलकर सामने आने लगी
अपने सपने ….14 वा दिन ; अब तक 1015 परिवारों की आशाएं बने हुए ; “ऐसे जरूरतमंद लोगों की आशाएं टूटने नही देंगे- मैं हू न- अरूण यादव 14वां दिन लगातार डटे हुए है जरूरत मंदो की मदद के लिए
अरूण यादव सोशल मीडिया में लिखते है कि यह पोस्ट उनके लिए जो लोग वीडियो और सन्देश दे रहे है कि दिहाड़ी, मजदूर और जरूरमंद लोगो की मदद कर रहे है उनका फ़ोटो न खिंचे और वीडियो न बनाये आज कल कुछ लोग वीडियो और सन्देश दे रहे है कि दिहाड़ी, मजदूर और जरूरमंद लोगो की मदद कर रहे है उनका फ़ोटो न खिंचे और वीडियो न बनाये , लेकिन मे सोचता हूं कि यदि यह लोग कुछ ऐसे वीडियो और सन्देश कोरोना महामारी से बचने के लिए बनाते दूसरों को जागरूक करते है तो अच्छा रहता , खैर कोई नही, हम सभी की टीम लगातार ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे है जब हम पहली बार कुछ मजदूर परिवार की मदद किया तो उस टाइम मेरे पास आगे के लिए सहयाता हेतु न के बराबर मदद रूपी संसाधन थे, लेकिन इन जरूरतमंद लोगों को मेरे प्रति उम्मीदे भी बहुत थी , मुझे याद है जब मैं पहली बार कुछ मदद रूपी फ़ोटो वट्सएप्प स्टेटस, और फेसबुक पर डाला तो मुझे और मेरे एनजीओ को जानने वाले लोग मदद के लिए ऐसा हाथ बढाये जो अब तक जारी है एक हज़ार से भी ऊपर परिवारों की मदद मैं अकेला नही कर सकता था जो कि सत्य है, यही नही ऐसे कामो को देखकर न जाने कितने लोग प्रेरित भी हुए होंगे जो खुद मदद करने में लग गए , बाकी आप सभी समझदार है, हा एक बात और अगर हम अपने एनजीओ का नाम मदद करते समय राशन के पैकेट पर या बैनर लगा कर या मदद करने वालो को एनजीओ का नाम बोलकर मदद करता तो यह मेरे जमीर के खिलाफ होता | मैं यह जो पोस्ट करता करता हु मदद के लिए हुजुर यह शोहरत के लिए नही इन आशाओ के लिए की आज एक फोन आ जाये मदद हेतु जिससे और भूखे परिवार की मदद कर सकु | ऐसी मदद रूपी कारवा जारी रहेगा |
“धन्यवाद सभी हमारी टीम का, धन्यवाद उन मजदूरो जरूरतमंद का भी जो औरो के मदद के लिये रास्ता बना रहे है और कोटि कोटि धन्यवाद उन सभी का भी जिनके मदद से यह सम्भव नही हो पाता”
देहरादून श्री बालाजी सेवा समिति रजिस्टर्ड देहरादून द्वारा चलाए जा रहे इसी तरह के माध्यम से आम जनमानस में वितरित किया गया भोजन!
10 अप्रैल 2020 दिन शुक्रवार को श्री श्री बालाजी सेवा समिति देहरादून द्वारा चलाई जा रही सीता रसोई के माध्यम से लॉकडाउन के बाद से लगातार प्रतिदिन चलाई जा रही सीता रसोई के माध्यम से भोजन वितरित किया जा रहा है, इसी श्रंखला में आज धारा चौकी – 100, इंदिरा कॉलोनी – 400, चंद्रमणि – 80, लालपुल15 – 20, सहारनपुर चौक, सेलाकुई, झाझरा बालाजी मंदिर आदि क्षेत्रों में पहुंचकर सितारों से द्वारा जरूरतमंद लोगों की मिटाई इसमें क्षेत्र के संघ के कार्यकर्ताओं ने भी भागीदारी की और लोग डाउन के चलते सभी लोगों को आश्वासन दिलाया कि जितना हमसे हो सकेगा हम करेंगे। सीता रसोई के माध्यम से लोक डाउन शुरू होने के बाद से लगातार चलाई जा रही सीता रसोई ना केवल भोजन बल्कि सुबह की चाय, शाम को दूध की सेवा, जल की सेवा, गौ चारा सेवा आदि कार्य बढ़-चढ़कर कर रही है। इस श्रंखला में नमिता जयसवाल जो कि एक गुल्लक में दान इकट्ठा करती हैं, उन्होंने इस पुण्य कार्य के लिए अपनी गुल्लक उठाकर समिति में योगदान के रूप में दान दे दी के लिए समिति उनका आभार प्रकट करती है।पथरी चलाई जा रही सीता रसोई जिसमें मुख्य रूप से मुख्य संरक्षक श्री राम कुमार गुप्ता, श्री कुलभूषण अग्रवाल के सानिध्य में अध्यक्ष श्री अखिलेश अग्रवाल, मनोज खंडेलवाल, ओम प्रकाश गुप्ता, उमाशंकर रघुवंशी, पंकज चांदना, चंद्रेश अरोड़ा, ऋषभ अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
ऋषिकेश में रेंजर पद पर तैनात राजेंद्र पाल नेगी ने मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए अपनी जमा पूंजी से 51 हजार का चेक ऋषिकेश के सीएम राहत कोष के लिए उप-ज़िलाधिकारी को सौंपा.
ऋषिकेश. कोरोना वायरस, कोविड-19 मानवता के लिए अस्तित्व के संकट के रूप में आया है तो इंसान की अच्छाइयां भी खुलकर सामने आने लगी हैं. विश्वव्यापी इस अभूतपूर्व संकट में ज़रूरतमंद लोगों के लिए मदद के हाथ लगातार आगे बढ़ रहे हैं ताकि लॉकडाउन के चलते ज़रूरतमंदों को दो समय का खाना मिल सके और किसी को भूखा न सोना पड़े. इन्हीं भावों के साथ ऋषिकेश में रेंजर पद पर तैनात राजेंद्र पाल नेगी ने मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए अपनी जमा पूंजी से 51 हजार का चेक ऋषिकेश के सीएम राहत कोष के लिए उप-ज़िलाधिकारी को सौंपा.
ऋषिकेश के उप-ज़िलाधिकारी प्रेम लाल ने ऋषिकेश के वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र पाल सिंह नेगी का इस सहायता के लिए धन्यवाद किया. उन्होंने नेगी की तारीफ़ करते हुए कहा कि इस तरह के समाज से जुड़े हुए लोग अगर संकटकाल में हाथ बढ़ाएंगे तो आने वाले समय में सभी ज़रूरतमंदों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकेगी. उप-ज़िलाधिकारी प्रेमलाल ने बताया कि सीएम राहत कोष में आर्थिक मदद के लिए अभी तक ऋषिकेश से 1,78,000 रुपये सीएम राहत कोष में जमा कराई गई है. उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों, बुद्धिजीवियों और सक्षम लोगों के लोगों से अपील की कि वह सामने आकर इस तरह की मदद का हाथ आगे बढ़ाएं ताकि राज्य में ज़रूरतमंदों की आवश्यकता को पूरा किया जा सके.
टिहरी- स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आम मरीजों पर भारी
टिहरी. प्रमोद उनियाल- कोरोना संक्रमण (Coronavirus) को देखते हुए किए गए लॉकडाउन (Lockdown) में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही आम मरीजों पर भारी पड़ रही है. ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड के टिहरी में आया है, जहां डॉक्टरों द्वारा मरीज को रेफर तो कर दिया गया लेकिन कागजों में रेफर टू हायर सेंटर नहीं लिखा. इसके चलते अब मरीज और परिजन अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. टिहरी जिले में बौराड़ी निवासी एक महिला 1 अप्रैल को घर पर ही गिर गई थी और फिर उसे अस्पताल लाया गया और हाथ में फ्रैक्चर के चलते प्लास्टर कर दिया गया. 6 अप्रैल को हाथ में दर्द होने पर महिला का बेटा उसे फिर अस्पताल लाया तो डॉक्टरों द्वारा उसे हायर सेंटर जाने को कहा गया लेकिन कागजों में रेफर टू हायर सेंटर का जिक्र नहीं किया गया. लॉकडाउन के चलते महिला का बेटा हायर सेंटर जाने के लिए गाड़ी की परमिशन के लिए डीएम ऑफिस से लेकर पुलिस ऑफिस के चक्कर काट रहा है लेकिन उसे परमिशन नहीं मिल पा रही है और वहीं उसकी मां का दर्द से बुरा हाल है.
पीड़िता के बेटे अजय कुमार का कहना है कि वो कई दिनों से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है और अधिकारी तो उनसे मिलने तक को तैयार नहीं है. वहीं उनकी माता का दर्द से बुरा हाल है. स्थानीय निवासी राकेश राणा का भी कहना है कि इतना बड़ा अस्पताल होने के बावजूद भी आम मरीजों को ईलाज नहीं मिल रहा है जिस कारण वो लोग भटकने को मजबूर हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल बौराड़ी को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया गया है और पीएससी नई टिहरी में आम मरीजों के देखने की व्यवस्था की गई है. वहीं पीएससी नई टिहरी में डॉक्टरों और कर्मचारियों के नहीं होने से दूर दराज से आने वाले मरीज खासे परेशान हैं. दूसरी तरफ मामले को लेकर सीएमओ डॉ. मीनू रावत का कहना है कि वो इस मामले को देखेंगी और महिला के लिए उचित उपचार की व्यवस्था करवाएंगी.
उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने एक विशेष अभियान छेड़ने का फैसला
देहरादून. दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए तब्लीगी जमात (Tabligi Jamaat) के मरकज में शामिल होने वाले जमातियों की तलाश के लिए उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने एक विशेष अभियान छेड़ने का फैसला किया है. इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने स्टेशन टीम का गठन किया है. यह टीम सूबे में मौजूद जमातियों की पहचान कर उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर (Quarantine Center) तक पहुंचाने का काम करेगी. उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टीम को उन 13 जमातियों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जो बीते कुछ समय में देश के दूसरे राज्यों में आयोजित मरकज में शामिल होकर आए हैं.
उल्लेखनीय है कि तब्लीगी जमात की लापरवाही के चलते पूरे देश में कोरोना महामारी का संकट गहराता चला जा रहा है. उत्तराखंड में फिलहाल अब तक एक हजार से ज्यादा तब्लीगी जमात के मरकज में गए जमातियों को क्वारेंटाइन किया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, राज्य के करीब 270 ऐसे जमाती हैं, जो आज भी अन्य राज्यों में हैं. ये लोग उत्तराखंड से जमात पर निकले थे, लेकिन अभी भी इनका कोई अता-पता नहीं है. उत्तराखंड पुलिस अब इन लोगों की लगातार तलाश कर रही है कि आखिर ये लोग किन-किन राज्यों में किस स्थिति में हैं.
उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, लापता जमातियों की तलाश के लिए उत्तराखंड पुलिस लगातार जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, राजस्थान और आंध्र प्रदेश पुलिस के अधिकारियों के संपर्क में हैं. सभी राज्यों की पुलिस के साथ उत्तराखंड पुलिस ने जमातियों से जुड़े तथ्यों को साझा किया है. साथ ही, उत्तराखंड पुलिस ने कई महत्वपूर्ण जानकारी दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ साझा किया है, जिनकी मदद से विभिन्न इलाकों में छिपे जमातियों को खोज कर क्वारेंटाइन सेंटर भेजा जा सके. इसके अलावा, उत्तराखंड में मौजूद जमातियों को बाहर निकालने के लिए बाहरी राज्यों की पुलिस से बातचीत भी की जा रही है.
उत्तराखंड पुलिस के महानिरीक्षक अभिनव कुमार के नेतृत्व में सिटी रिस्पॉन्स टीम (CRT) और ब्लॉक रिस्पॉन्स टीम (BRT) नाम से दो विशेष टीमें तैयार की गई हैं. ये टीमें अब उन लोगों की भी तलाश कर रही हैं, जो कोरोना पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए थे. माना जा रहा है कि करीब 45 हजार लोग ऐसे हैं, जिनकी लिस्ट पुलिस तैयार कर रही है. आपको बता दें कि अभी तक राज्य में 35 लोग कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं. जिसमें से 28 लोग तब्लीगी जमात से संबंधित हैं. वहीं इस बाबत डीजी अशोक कुमार का कहना है कि सभी जमातियों के लिए धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए अन्य राज्यों से भी मदद ली जा रही है.
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. सैमुअल फ्रेडिक हैनीमैन की 265 वी जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन
देहरादून 10 अप्रैल, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डॉ. सैमुअल फ्रेडिक हैनीमैन की 265 वी जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए| मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि होम्योपैथी विश्व भर में अपनी स्वीकार्यता एवं प्रभावकारिता की दृष्टि से एक अग्रणी चिकित्सा पद्धति के रूप में उभरी है| होम्योपैथी का इलाज कम खर्चीला एवं प्रभावशाली भी है| मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने होम्योपैथी के सभी चिकित्सकों को डॉ हैनीमैन जयंती की शुभकामनाएं दी है| उन्होंने कहा कि कोविड-19 में भी होम्योपैथी चिकित्सक अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं| होम्योपैथी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है| अनेक प्रकार के रोगों के इलाज के लिए होम्योपैथी काफी कारगर सिद्ध हुई है स्किन, चर्म रोग, पथरी, माइग्रेन एवं पेट से संबंधित रोगों के निदान के लिए होम्योपैथी की दवा लाभकारी सिद्ध हुई है| उत्तराखंड में होम्योपैथिक की अनेक औषधियां बनती है| उत्तराखंड में आयुष को एक सक्षम स्वास्थ्य सेवा के रूप में विकसित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं|होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर सुनील कुमार डिमरी ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा के प्रति उत्तराखंड में शहरों से गांव तक लोगों में विश्वास बढ़ा है|
आई.ए.एस एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा 5 लाख का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु
देहरादून 10 अप्रैल, 2020 (सू.ब्यूरो) आई.ए.एस एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत ₹5 लाख का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिया गया| यह चेक आई.ए.एस एसोसिएशन उत्तराखंड की अध्यक्ष श्रीमती मनीषा पंवार ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सौंपा| इस अवसर पर सचिव श्री शैलेश बगोली भी उपस्थित थे|
कोविड-19 के दृष्टिगत नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद के अध्यक्ष श्री विश्वास डाबर अपने 2 माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु देंगे| जौलीग्रांट एयरपोर्ट टैक्सी मालिक यूनियन ने भी ₹1 लाख का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु दिए हैं|
उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने उद्योगों के लिए राहत मांग कर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
CII उत्तराखंड में उद्योगों के लिए राहत चाहता है; माननीय मुख्यमंत्री को लिखा;CII पर्यटन के अस्तित्व के लिए कार्रवाई बिंदु प्रस्तावित करता है
उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने शुक्रवार को इस कठिन समय के दौरान उद्योगों का समर्थन करने के लिए उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री को लिखा। CII उत्तराखंड COVID एक्शन टास्क फोर्स, उनके द्वारा सामना किए जा रहे मुद्दों और समाधान के लिए राज्य सरकार के साथ बातचीत करने के लिए उद्योगों के साथ लगातार संपर्क में है। टास्क फोर्स अन्य राज्यों द्वारा किए जा रहे उपायों पर भी सरकार को अवगत करा रही है। उत्तराखंड पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में बुरी तरह से चोट लगी है और शरीर ने कम से कम एक साल के लिए इस क्षेत्र का समर्थन करने के लिए सिफारिशों का एक सेट सुझाया है। सुझाव शामिल हैं –
• केंद्र सरकार के स्तर पर वैधानिक अनुपालन, जीएसटी और अग्रिम कर भुगतान को बारह महीनों के लिए मोहलत और किसी भी आगामी लाइसेंस के लिए फीस हटाने / आतिथ्य और यात्रा उद्योग के लिए शराब के लिए नवीनीकरण / उत्पाद शुल्क में छूट। • सभी कार्यशील पूंजी प्रिंसिपल, ऋण और ओवरड्राफ्ट पर ब्याज भुगतान, पर छह से नौ महीने की मोहलत, कंपनियों को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किए बिना।
• भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, सकल बैंक क्रेडिट की उद्योग-वार तैनाती जनवरी 2020 तक 45,000 करोड़ है। जब अन्य प्रमुख उद्योगों की तुलना में यह बहुत कम संख्या है, तो कुछ मामलों में एकल कंपनियों के ऋण जोखिम से भी कम है। इन दायित्वों के लिए एक अधिस्थगन, ब्याज दर में कमी और / या लंबे समय तक पुनर्भुगतान की सहायता से पूरे उद्योग की सहायता / मुक्ति में मदद मिल सकती है।
• व्यापार के पुनर्निर्माण के लिए लघु अवधि के ब्याज मुक्त या कम ब्याज वाले ऋण और सभी उद्योग क्षेत्रों के लिए तत्काल प्रसारण। अर्थात, होटल, ट्रैवल एजेंट (ऑनलाइन और ऑफलाइन), टूर ऑपरेटर और कोई अन्य सहायक संस्था जो टर्म लोन और कार्यशील पूंजी पर उद्योग का समर्थन कर रही है। ऋण। इसके अलावा, उद्योग के लिए मौजूदा ओवरड्राफ्ट सीमा को दोगुना किया जा सकता है और कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर छंटनी से बचने के लिए तत्काल नकद राहत दी जा सकती है। • अगले 12 महीनों के लिए जीएसटी अवकाश और जीएसटी के तहत टीसीएस छूट ओवरसीज टूर पैकेज की बिक्री पर टीसीएस की वापसी
• रोजगार हानि को रोकने के लिए मनरेगा की तरह वित्तीय सहायता को पूरे यात्रा उद्योग तक बढ़ाया जाना चाहिए सरकार के इस खाते पर न्यूनतम समर्थन व्यवसायों को छंटनी से बचने के लिए लंबा रास्ता तय करना होगा।
CII ने लंबित भुगतानों और प्रोत्साहनों / अनुदानों को सरकार के साथ जारी करने, लॉकडाउन के दौरान बिजली पर निर्धारित शुल्क में छूट, बिजली दरों में कटौती, पीक बिजली शुल्क पोस्ट लॉकडाउन की छूट, ईएसआईसी द्वारा लॉकडाउन के लिए श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान करने की अपील की है बिलों की तारीखों को 6 महीने के लिए बढ़ाया जाना चाहिए, सभी वैधानिक अनुपालनों का स्वत: नवीनीकरण और एक वर्ष के लिए नवीकरण शुल्क में छूट।
श्री अशोक विंडलास, अध्यक्ष, CII उत्तराखंड राज्य परिषद ने कहा कि CII उत्तराखंड COVID एक्शन टास्क फोर्स ने महामारी के इस समय के दौरान उद्योग द्वारा सामना किए जा रहे प्रमुख मुद्दों को ध्यान में रखते हुए सिफारिशों का एक सेट तैयार किया है और माननीय मुख्यमंत्री के साथ साझा किया गया है । CII द्वारा भेजी गई सिफारिशों पर विचार करके CII और उद्योग राहत पैकेज की उम्मीद में हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर और राज्यों में सीआईआई उद्योग के आदानों के माध्यम से अधिकारियों की मदद कर रहा है और प्रमुख उद्योगों से सर्वोत्तम प्रथाओं को साँझा कर रहा है जो लॉकडाउन की स्थिति में सराहनीय काम कर रहे हैं। CII ने उत्तराखंड में उद्योगों के लिए सरकार से एक विशेष राहत पैकेज के लिए अनुरोध किया है ।
किसान गेहूं की तैयार फ़सल नहीं काट पा रहे हैं
रामनगर. देश के कोरोना वायरस (Coronavirus) को हराने के संकल्प के सामने रोज नई चुनौतियां आ रही हैं. चाहे सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल न रखने वाले नागरिक हों, लॉकडाउन (Lockdown) का उल्लंघन करने वाले लोग हों या सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घरों को पैदल चलने को मज़दूरों को मजबूर करने वाली परिस्थितियां. ये सभी COVID-19 वायरस की चेन तोड़ने में मुश्किल पैदा कर रही हैं. अब एक और चुनौती है गेहूं की फसल को काटने की. गेहूं की फसल पककर तैयार है और इस पर मौसम की मार के साथ ही आग जैसी विपदा का भी खतरा भी बना हुआ है.
कटाई की चुनौती ;रामनगर में किसान गेहूं की तैयार फ़सल नहीं काट पा रहे हैं क्योंकि लॉकडाउन के चलते फ़सल काटने के लिए मज़दूर ही नहीं मिल रहे. बड़े काश्तकार फसल काटने के लिए कंबाइन मशीन का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन लॉकडाउन में यह मशीन भी बाहर से नहीं मंगाई जा सकती. अगर कोई किसान किसी तरह से फ़सल को काट भी लेता है तो उसके सामने गेहूं को स्टोर करने की समस्या बनी हुई है क्योंकि अभी तक सरकार के गेहूं क्रय केंद्र नहीं खुल पाए हैं. पीरूमदारा के किसान निर्मल सिंह ने बताया कि उनकी फसल पककर तैयार है लेकिन इस फसल को काटना चुनौती बना ही हुआ है.
किसान का डर ;काटने का इंतज़ाम कर भी लें तो इसे रखने के लिए उनके पास जगह नहीं है. सरकार के गेहूं क्रय केंद्र खुल जाते तो वहां फ़सल बेच देते जिससे उनके पास अगली फसल बोने के लिए भी हाथ में कुछ पैसे भी आ जाते अब हालत यह है कि अगर वह यदि जल्दी फसल नहीं काटते तो गेहूं के दाने झड़ने के साथ ही आग जैसी विभीषिका का डर भी बना हुआ है. उन्होंने कहा कि मौसम की मार पड़ी तो उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाएगी.
कैसे खुलेंगे गेहूें क्रय केंद्र उधर खाद्य विभाग (आरएफसी) के सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर अशोक कुमार ने बताया कि सरकार की योजना 25 मार्च से क्रय केंद्र खोलने की थी जिसकी सभी तैयारियां भी कर ली गई थी. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन करना पड़ा जिसकी वजह से यह नही खुल पाए. अब सरकार 15 अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्र खोलने जा रही है जिसके लिए कांटे भी लगा दिए गए हैं लेकिन प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन बढ़ाने का फैसला कर लिया है और फिर से गेहूं क्रय केंद्र खोलने को लेकर अनिश्चितता बन गई है. अब यह सरकार पर है कि वह लॉकडाउन का पालन करवाते हुए गेहूं और किसानों को बचाने के लिए क्या करती है.
सीएम हेल्पलाइन 1905 ,लाकडाउन के दौरान आ रही समस्याओं के लिए दे रही है समाधान
पिछले 23 मार्च से सीएम हेल्पलाइन 1905 पर लाकडाउन के दौरान और कोरोना राहत से सबंधित समस्याओं और जानकारी से सबंधित काल को सुना जा रहा है| मा0 मुख्यमंत्री के आई.टी. सलाहकार श्री रविंद्र दत्त ने बताया की अधिकतम समस्याओं का समाधान 24 घंटे के भीतर ही करवाया जा रहा है, इसके लिए सबंधित अधिकारी को आउटबांड काल करके समस्या का समाधान करने के लिए भी तुरंत बताया जा रहा है| उन्होंने बताया कि नागरिक अपनी समस्या का बहुत ही कम समय में समाधान होने पर सीएम हेल्प लाइन पर सकारात्मक फीडबैक वीडियो और ऑडियो के माध्यम से भी दर्ज करा रहे हैं|
जिनमे से कुछ समाधान इस प्रकार हैं
1 पिछले 5 दिनों से पानी ना आने के कारण श्रीमती मीना निवासी हरिपुर नवादा ने शिकायत दर्ज कराई थी 24 घंटे के भीतर अधिकारीयों से संपर्क कर पानी की समस्या दूर करा दी गई|
2 द्वारीखल निवासी आशीष जिनके पिता का देहांत हो गया था जिन्हें अतिम संस्कार हेतु जोशीमठ से द्वारीखाल के लिए पास बनाने में दिक्कत हो रही थी| सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत प्राप्त होते ही जिला प्रशासन से संपर्क कर पास बनाने में मदद की गई और अंतिम संस्कार के लिए समय पर हो पहुच गये|
3 देहरादून निवासी आशीष जोशी ने बताया की उनके पिताजी को अटल आयुषमान योजना के अंतर्गत डायलसिस के लिए सरकारी रेफर के बिना इलाज कराने में दिक्कत हो रही थी अब सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से उनका समाधान हो गया है और वे बिना रेफर के अपने पिता का डायलसिस द्वारा इलाज अटलआयुषमान योजना में करा पा रहे हैं|
4 सुश्री आयशा खान ने उन्हें राशन डीलर द्वारा राशन प्राप्त ना होने की समस्या दर्ज कराई थी| खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से संपर्क कर २ घंटे में ही उन्हें राशन दिलवा दिया गया|
5 मोहकमपुर के पार्षद ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 4 दिन से एक मजदूर बुखार से पीड़ित है परन्तु उन्हें कोई हॉस्पिटल नही ले जा रहा है सीएम हेल्पलाइन द्वरा पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर 2 घंटे में ही एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया|
6 हरिकुंज विजयपार्क निवासी कपिल राजपूत ने क्षेत्र में सेनिटाईजेशन ना होने की शिकायत दर्ज कराई थी सीएम हेल्पलाइन द्वारा नगर निगम देहरादून से संपर्क करके 24 घंटे में ही सेनिटाईज करवाया गया|
7 धन सिंह नेगी निवासी ग्राम उरोली ने शिकायत की बहुत दिनों से गैस सिलेंडर की आपूर्ति न होने से दिक्कत हो रही है सीएम हेल्पलाइन द्वारा विभाग से सम्पर्क कर 24 घंटे में उस क्षेत्र में गैस आपूर्ति करा दी गई|
8 – रमेश भटकोट निवासी पौडी गढ़वाल ने 4 दिन से गाँव में लाईट ना आने की शिकायत दर्ज कराई थी सीएम हेल्पलाइन द्वारा अधिकारियों से संपर्क कर 24 घंटे के भीतर लाईट शुरू करा दी गई|
9 – दैनिक मजदूरी करने वाले शिव नामक व्यक्ति ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई की उसके पास खाने के लिए कुछ भी नही है सीएम हेल्पलाइन द्वारा पुलिस विभाग से सम्पर्क कर 2 घंटे के भीतर व्यक्ति के घर पर खाद्य सामग्री और एलपीजी गैस भी उपलब्ध करा दी गई|
10 – सुनील सेम्लटी निवासी पाटा गांव द्वारा सूचना मिली कि उनकी गर्भवती बहन को दर्द है और जांच के लिए चंबा अस्पताल जाने के लिए मदद चाहिए सीएम हेल्पलाइन द्वारा टिहरी जिला प्रशासन से संपर्क कर 2 घंटे के भीतर गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया गया|
जनपद चमोली ; अभी तक 3641 लोगों को होम क्वारेन्टाइन
कोरोना वायरस (कोबिड-19) संक्रमण के चलते एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने 09 अप्रैल को 38 लोगों को होम क्वारेन्टाइन किया। जिला कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 3641 लोगों को होम क्वारेन्टाइन में किया गया। जिसमें से 2040 लोग 14 दिनों का क्वारेन्टाइन पीरियड पूरा कर चुके है, जबकि अब 1601 लोग होम क्वारेन्टाइन में चल रहे है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर होम क्वारेन्टीन लोगों के स्वास्थ्य जाॅच के लिए 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गठित है। चिकित्सा टीमों ने गुरूवार तक 37 गांवों में घर-घर जाकर 313 होम क्वारेन्टीन में रह रहे लोगों की स्वास्थ्य परीक्षण किया। गुरूवार को बाहर से आए 08 व्यक्तियों को फैसलिटी क्वारेन्टाइन में भेजा गया। अब तक 100 लोगों को फैसलिटी क्वारेन्टाइन किया गया। जिसमें से 10 व्यक्तियों को निर्धारित अवधि पूरा करने पर छोड दिया गया है, जबकि 90 अभी भी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। कोरोना मरीजों के इलाज हेतु जिला अस्पताल गोपेश्वर को मुख्य अस्पताल बनाया गया है। यहाॅ पर 85 आइसोलेशन बैड तैयार किए गए है। गुरूवार को एहतियात के तौर पर 03 मरीजों को आइसोलेशन में शिफ्ट किया गया। आइसोलेशन में अभी कुल 07 मरीज भर्ती है। जनपद से अभी तक 10 लोगों के ब्लड सैंपल कोरोना जाॅच के लिए हल्द्वानी लैब भेजे गए है जिसमें से 5 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है जबकि 5 की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले में कोरोना का अभी तक कोई भी पाॅजेटिव केस सामने नही आया है।
कोरोना महामारी पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी ने 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमें गठित की है। जिले में कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए इन टीमों ने अभी तक 3200 लोगों से संपर्क साधा गया है।
कोरोना संकट की इस घटी में कोई भूखा ना रहे इसके लिए भी जिला प्रशासन सजग है। जिला प्रशासन द्वारा गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में 09 अप्रैल तक निःशुल्क 2623 ड्राई राशन किट तथा 1416 लोगों को पका हुआ भोजन खिलाया। पाॅलिटेक्निक गौचर में बनाए गए रिलीफ सेंटर में 29 मजदूरों को रखा गया है। इन मजदूरों को भी नियमित खाने, रहने, मनोरंजन आदि की समुचित व्यवस्था भी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।
जिले में लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 14 एफआईआर, 151-सीआरपीसी के तहत 36, डीएम एक्ट के तहत 18, पुलिस एक्ट के तहत 43 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 151 चालान और 43 वाहनों को सीज किया गया है।
देहरादून- होम राशन की घर-घर पर सुरक्षित डिलिवरी; अपर तहसीलदार जगुडी हर क्षेत्र में पहुंच रहे हैं- वही दूसरी देहरादून से प्राप्त समाचार के अनुसार
देहरादून दिनांक 10 अप्रैल 2020 (जि.सू.का), कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत संक्रमित चिन्हित व्यक्तियों के चिकित्सक पर्यवेक्षण में क्वारेन्टाइन हेतु Uttarakhand Epidemic Diseases, Covid-19 Regulation, 2020 Epidemic Diseases Act 1897 में वर्णित प्राविधानों के अन्तर्गत जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्वत द्वारा जनपद अवस्थित ब्लैसिंग होम कण्डोली, एवलोन रायल कण्डोली, आशियानाग्रान्ट कण्डोली एवं एन.एस.टी.आई देहरादून को अधिग्रहण करने के आदेश दिये हैं। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य विकास अधिकारी देहरादून द्वारा विभिन्न कार्यदायी संस्था लोक निर्माण, विभाग, जल संस्थान, जल निगम, लघु सिंचाई, सिंचाई खण्ड, नलकूप, राष्ट्रीय राजमार्ग, एडीबी, पी.एम.जी.एस.वाई, एवं ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ताओं को उनके विभाग के सभी खण्डों से सम्बन्धित ठेकेदारों के माध्यम से निर्माण कार्य करवाये जा रहे हैं, के मजदूर/श्रमिक जो वर्तमान में लाॅक डाउन के कारण किसी सेल्टर, निर्माण स्थल या किसी बस्ती/मौहल्ले में निवास कर रहे हों के सम्बन्ध में तत्काल सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये गये हैं।
इसी क्रम में कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमित मरीजों के उपचार में लगे स्वास्थ्य कर्मियों हेतु जमुना बजाज ग्राम विकास संस्था(जे.बी.जी.बी.एस) पुणे महाराष्ट्र के सहयोग से तैयार पीपीई किट एन-95 अथवा एफएफपी-2 मास्क सहित जनपद टिहरी हेतु 300, उत्तरकाशी हेतु 200, पौड़ी हेतु 500, रूद्रप्रयाग हेतु 200 एवं चमोली हेतु 200 किट दो वाहनों के माध्यम से जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण देहरादून द्वारा प्रेषित की गयी हैं। जनपद देहरादून के लिए उक्त संस्था द्वारा 750 पीपीई किट उपलब्ध कराई गयी है।
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि आज विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए भोजन पैकेट उपलब्ध कराये, जिसमें मुख्यतः राधास्वामी सत्संग व्यास, गीता भवन, लोकायुक्त कार्यालय देहरादून, अग्रवाल चेरिटेबल ट्रस्ट, गुरूद्वारा श्री गुरू अंगद देव जी कांवली रोड, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर झण्डाबाजार, एल्थम बैकरी, दून यूनिवर्सिटी, ई-नेट सोल्यूशन ट्रांस्पोर्टनगर, गोयल स्वीटशाॅप, वेलनेस कैटर्स, सिद्धार्थ एजुकेशनल गु्रप, होटल साॅलिटियर, दून फ्री फूड, केतन आनन्द, राजकुमार जिंदल नेहरू कालोनी, शिल्पा प्रोडक्शन सुभाषनगर द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। जनपद में कुल 6395 भोजन पैकेट वितरित किये गये, जिनमें 2 वरिष्ठ नागरिक एवं 25 विद्यार्थी, चकशाह नगर में 1100, दीपनगर में 800, चन्द्रबनी में 190, चोयला में 180, ओगल भट्टा में 140, ट्रांस्पोर्ट नगर में 200, आरकेडिया में 110, गौतमकुण्ड में 190, इंजीनियर इन्कलेव में 100, पटेलनगर चैकी में 100, पटेलनगर थाने में 200, निकट अंजली डेयरी जाखन में 10, हैप्पी एन्कलेव में 160, चन्दर नगर में 150, कारगी चैक में 225, नवादा में 20, दौड़वाला में 10, किद्दूवाला में 40, काली मन्दिर कारगी में 125, बंजारावाला में 140, आईएसबीटी चैकी में 100, जी.एम.एस रोड में 128, पटेलनगर में 100, नगर निगम में 150, मच्छीबाजार में 160, चैकी इन्दिरा नगर में 300, ब्रहा्रम्पुरी में 130, छ नम्बर पुलिया में 80, बालावाला में 300, नन्दा की चैकी में 350, गोविन्दगढ में 110, प्रकाशनगर में 180, ईदगाह में 90 व्यक्तियों को भोजन के पैकैट तथा सुद्धोवाला में 50 ली0 पेयजल उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही जिला प्रशासन देहरादून को आॅनलाईन ‘‘दून हैप्पी मील्स’’ के द्वारा सहयोग प्रदान करते हुए श्रीमती सुषमा सिंह पटेलनगर द्वारा 5 किट उपलब्ध कराये गये। ‘‘दून हैप्पी मील्स’’ में 5 अन्नपूर्णा किट प्राप्त हुए।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आज जिला प्रशासन की टीम द्वारा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 1177 अन्नपूर्णा राशन किट वितरित की गयी, देहरादून सदर में 324, तहसील ऋषिकेश में 350, थाना रायवाला में 253, थाना वंसत विहार में 100, थाना प्रेमनगर में 100 , थाना कैन्ट में 50 अन्नपूर्णा किट वितरित किये गये। इसी क्रम में 526 सैनिटाइजर भी विभिन्न क्षेत्रों में वितरित किये गये हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार पूर्ति विभाग द्वारा मूल्य नियंत्रण एवं सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाये रखने हेतु आलू एवं प्याज के पैकट ( 2 किलो आलू एवं 1/2 किलो प्याज) तैयार किये गये, जिनको आज जनपद के मिंयावाला में 10 एवं विकासनगर में 10 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से प्रति पैकेट रू0 50 की दर से 920 पैकेट विक्रय किया गया। इसी क्रम में जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों यथा दीपनगर, खुड़बुड़ा, नालापानी चैक, बिन्दाल पुल, लक्खीबाग, रिस्पना, चन्दरनगर, गोविन्दगढ, डालनवाला, रेसकोर्स, अपर सारथी विहार, जाखन, इन्दर रोड, मोहनी रोड़, रिंग रोड एवं सरस्वती विहार आदि क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा अधिकृत मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 87.32 क्विंटल सब्जियों का विक्रय किया गया। इसी क्रम में कल 11 अपै्रल 2020 को प्रातः 07 बजे से अपरान्ह 01 बजे तक मोबाईल वैन के द्वारा मांग के अनुसार अन्य क्षेत्रों में भी 20 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ती दरों (मण्डी थोक दरों) पर सब्जी, फल आदि का विक्रय किया जायेगा।
जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला में कुल 1288 निराश्रित पशुओं जिसमें 784 श्वान, 469 गौवंश एवं 35 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया।
कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 14 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिसमें, राशन हेतु 10, भोजन हेतु 1 एवं मेडिकल सहायता हेतु 3 काॅल प्राप्त हुई।
जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में उप जिलाधिकारी सदर, जिला पूर्ति अधिकारी, सहायक निदेशक दुग्ध एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी की संयुक्त टीम द्वारा भगत सिंह कालोनी क्षेत्र आटा 120 किलो, चावल 20 किलों, रिफाईण्ड तेल 10 ली0, दाल 15 किलो, चीनी 25 किलो सहित दैनिक उपयोग की अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ ही 6 मोबाईल वैन से 32.2 क्विंटल फल-सब्जी एवं 2 वाहन के माध्यम से 490 ली0 दूध उपलब्ध कराया गया। संयुक्त टीम द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों पर अनियमितता पाये जाने पर 10 व्यापारियों/दुकानों के चालान किये गये।
कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम हेतु लाॅक डाउन अवधि के दौरान विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा किये गये निरीक्षण के दौरान उपरोक्त संस्थाओं से सम्बन्धित व्यवस्थापकों को साफ-सफाई बनाये रखने, भोजन को बनाने व भण्डारण एवं पैकिंग के दौरान सामाजिक दूरी बनाये रखने सम्बन्धित जानकारी दी गयी।
इसी क्रम में भगत सिंह कालोनी एवं मुस्लिम कालोनी लक्खीबाग क्षेत्र में क्षेत्रवासियों द्वारा किये गये अनुरोध के क्रम में आज पंजाब नेशनल बैंक का मोबाईल एटीएम जनमानस हेतु उपलब्ध रहा।
कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं अन्य व्यवस्थाओं के सम्पादन हेतु नियुक्त विभिन्न विभागों एवं संस्थानों के आज कुल 140 कार्मिकों को उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ ए.के डिमरी एवं अधिशासी अभियंता जल संस्थान नमित रमोला द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिसमें जल संस्थान मुख्यालय के 40 कार्मिकों को तथा सिविल डिफेंस के 100 कार्मिक शामिल हैं।
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के दृष्टिगत प्रतिदिन उत्कृष्ट कार्य करने वाले एक-एक कोरोना वाॅरियर को चुना जायेगा। आज 10 अपै्रल 2020 के सिविल सोसायटी से कोरोना वाॅरियर डाॅ कालाचाॅद साॅईं, निदेशक, वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान देहरादून तथा शासकीय विभाग से कोरोना वाॅरियर, श्रीमती क्षमा बहुगुणा, बाल विकास परियोजना अधिकारी, (शहर) देहरादून को चुना गया है। जनपद निवासियों द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण से रोकथाम एवं बचाव हेतु किये जाने वाले राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता स्वरूप धनराशि दान दी जा रही है। जिलाधिकारी की पहल पर प्रतिदिन जनपद से मुख्यमंत्री राहतकोष में सर्वाधिक सहायता स्वरूप धनराशि जमा करने वाली संस्थाओं/व्यक्तियों को अगले कार्य दिवस पर अतिरिक्त रूप से कोरोना वाॅरियर चुना जायेगा।
आज के कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से)
डाॅ0 कालाचाॅद साॅईं,
निदेशक, वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान देहरादून।
जिला प्रशासन को 200 P.P.E किट तथा 200 परिवारों के लिए राशन किट उपलब्ध करवाकर सहयोग प्रदान किया।
आज के कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से)
श्रीमती क्षमा बहुगुणा
बाल विकास परियोजना अधिकारी,(शहर) देहरादून ।
लाॅक डाउन अवधि में आंगबाड़ी केन्द्रों से टेक होम राशन की घर-घर पर सुरक्षित डिलिवरी, सील किये गये क्षेत्रों की प्रभावी सामुदायिक निगरानी में निरन्तर सहभागिता तथा गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए प्रयास किये।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह कार्यप्रणाली उनके अहंकार को दर्शाती है
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सरकार से अपनी नाराजगी व्यक्त की है। दोनों ने ही कोरोना वायरस से निपटने को लिए जा रहे निर्णय में विपक्ष की अनदेखी करने का आरोप लगाया। कहा कि पूर्ण बहुमत की सरकार में यह कार्यप्रणाली उनके अहंकार को दर्शाती है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के जिए पूरा देश दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक साथ खड़ा है। देश के प्रधानमंत्री विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर निर्णय ले रहे हैं। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी विपक्ष को विश्वास में लेकर ही निर्णय लेने चाहिए।
विधायक निधि एवं वेतन से कटौती आदि कई निर्णय मंत्रिमंडल ने लिए हैं। पर इस बारे में विपक्ष के नेताओं को कोई सलाह मशवरा नहीं किया गया। कैबिनेट के निर्णय से पूर्व ही विधायकों ने कोरोना वायरस की रोकथाम व चिकित्सा सुविधाओं के लिए 15 लाख रुपए अपनी निधि से दिए।
अपने वेतन में एक दिन की कटौती करवाई। कांग्रेस के सभी विधायक एवं संगठन से जुडे लोग कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जारी इस लड़ाई में पूरा सहयोग कर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री भी इस संकटकाल में लिए हो रहे प्रमुख निर्णयों पर प्रतिपक्ष के नेताओं से टेलीफोन पर वार्ता कर भी सकारात्मक समाधान कर सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कुछ दिन पूर्व ही राशन वितरण में हो रही गड़बड़ी पर भी मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत करवाया था। जिसमें उन्होंने होम डिलिवरी की व्यवस्था करवाने का सुझाव दिया था। उनका कहना था कि किट के माध्यम से बंट रहे राशन को पात्रों तक पहुंचाने की व्यवस्था बेहतर की जानी चाहिए।
मंत्री , मेयर ने सफाई कर्मियों को पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया
देहरादून कोरोनो से जंग लड़ रहे सफाई कर्मियों का शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, मेयर सुनील उनियाल गामा, राजपुर विद्यायक खजांदास आदि ने पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया। उन्होंने कर्मचारियों को माला भी पहनाई। घंटाघर में सुबह 11 बजकर चालीस मिनट में शहरी विकास मंत्री पहुंचे। यहां इन्द्रबडोनी पार्क के परिसर में सोशल डिस्टेंस बनाते हुए सफाईं कर्मियों को खड़ा कर दिया। जैसे ही फूलों से सफाई कर्मियों का स्वागत शुरू हुआ तो जनप्रतिनिधियों के बीच ही सोशल डिस्टेंस का नियम टूट गया। किसी तरह से 20 से अधिक सफाई कर्मियों को माला पहनाकर स्वागत किया गया। सफाई कर्मी काफी खुश दिखे। इस दौरान शहरी विकास मंत्री ने कहा कि कोरोना जैसा महामारी के बीच सफाई कर्मी अपने काम को अंजाम देने में लगे हैं। इसी क्रम में इनका स्वागत किया गया है। इस मौके पर नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय, मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कैलाश जोशी, वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके सिंह आदि मौजूद रहे।
सफाई कर्मियों के स्वागत का समय ठीक 11 बजे का था, जबकि सफाई कर्मी घंटाघर में 10 बजे आ गए थे। शहरी विकास मंत्री का सफाईं कर्मियों ने काफी देर तक इंतजार किया। समय पर आए मेयर ने भी मंत्री को फ़ोन किया। मंत्री ने 11 बजकर पन्द्रह मिनट का समय दिया। मंत्री 11.40 पर जाकर घण्टाघर के पास आये। तब जाकर स्वागत कार्यक्रम हो पाया। सफाई कर्मचारी नेताओं की ओर से आराघर चौक में सफाई कर्मियों को समान्नित किया गया। स्थानीय विधायक खजांदास, भजापा महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट, सफाई कर्मचारी नेता भगवत प्रसाद मकवाना की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंस बनाते हुए सफाईं कर्मियों को सम्मानित किया गया। पुष्प वर्षा भी की गई, लेकिन कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंस को तोड़ डाला। लोग काफी करीब आ गये
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