अमरनाथ यात्रा से लौट रही बस पर फायरिंग -7 तीर्थयात्री मारे गए
7 Amarnath Yatra Pilgrims Killed In Terror Attack In Jammu And Kashmir’s Anantnag
आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा पर जा रहे यात्रियों की बस पर फायरिंग की है। ये हमला तब हुआ जब यात्री बस के जरिये अमरनाथ गुफा से वापस आ रहे थे। जम्मू कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला हुआ है. आतंकियों ने तीन जगहों बटेंगू, डाकबंगला में हमला किया है. आतंकियों ने पुलिस गाड़ी पर भी फायरिंग की गई है. दो जगहों पर आतंकियों ने पुलिस बलों पर हमला किया एक जगह पर अमरनाथ यात्रा से लौट रही बस पर फायरिंग की.हमले में छह तीर्थयात्री मारे गए हैं जबकि 12 अन्य घायल हैं. तीन अलग-अलग जगहों पर आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनया है. हमला अनंतनाग के पास बटेंगू में हुआ जहां यात्रियों से भरी बस पर अतंकियों ने फायरिंग कर दी. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बालटाल से लौट रही बस पर रात करीब 8:20 बजे यह हमला हुआ. आतंकी हमला करने के बाद फरार हो गए और सुरक्षाबलों ने उनकी तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है. आतंकवादियों ने बस पर फायरिंग की, फायरिंग की चपेट में लगभग दर्जन भर यात्री आए हैं, सुरक्षा में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों को भी गोलियां लगी है। खबरों के मुताबिक यात्रियों की सुरक्षा में लगे 3 पुलिसकर्मियों को गोलियां लगी है। इलाके से मिल रही खबरों के मुताबिक, दूसरी गोलीबारी खानाबल चौक पर हुई, जो अब भी जारी है। जिस बस पर हमला हुआ है वो अमरनाथ यात्रियों के जत्थे में रजिस्टर्ड नहीं थी। इस वक्त जम्मू-कश्मीर मार्ग को सील कर दिया गया है और आतंकियों की तलाशी के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। आस पास इलाके को सील कर दिया गया है। 40 दिन चलने वाली यह वार्षिक तीर्थयात्रा 29 जून को शुरू हुई थी और सात अगस्त को समाप्त होगी। सुरक्षाबलों ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा, ड्रोन, बुलेटप्रूफ मोबाइल बंकर सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तीर्थयात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए राज्य सरकार की मदद हेतु अतिरिक्त 40,000 केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती की है।
अमरनाथ यात्रा 40 दिन चलेगी। जम्मू से बालटाल के रास्ते श्रद्धालु अमरनाथ गुफा तक जाते हैं। इस साल 2.30 लाख लोगों ने इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। पाकिस्तान को सख्त मैसेज देते हुए सरकार ने पुंछ-रावलकोट बस सर्विस एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दी है।
सिक्युरिटी एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा के आतंकी निशाने पर होने की बात कही थी। बहरहाल, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का दावा किया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान यात्रा में उनके साथ चल रहे हैं। डीआईजी सीआरपीएफ साउथ कश्मीर मोहससन शहीदी के मुताबिक इस साल सैटेलाइट्स और ड्रोन कैमरों के जरिए अमरनाथ यात्रा की निगरानी की जा रही है। पुलिस, सेना, बीएसएफ और सीआरपीएफ को मिलाकर यहां 35,000 से 40,000 सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। शहीदी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी यह यात्रा शांतिपूर्ण तरीके मुकम्मल होगी। सीआरपीएफ का सेना, प्रशासन और अन्य सुरक्षा बलों के साथ बेहतर तालमेल है और जवान किसी भी हादसे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
फायरिंग में 7 अमरनाथ यात्रियों की मौत
समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से सात अमरनाथ यात्रियों की मौत की खबर है. जिस बस पर हमला हुआ वो यात्रा से वापस आ रही थी. हमले के बाद सीआरपीएफ की दो कंपनिया मौके पर पहुंची हैं. अमरनाथ यात्रा में जाने वाली बसों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है और उन्हें सुरक्षा भी उपलब्ध कराई जाती है. लेकिन जानकारी के मुताबिक इस बस का ना तो कोई रजसिट्रेशन था और ही इसे कोई सुरक्षा मिली थी. सीआरपीएफ की ओर से गृहमंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में इसे सीरियल अटैक बताया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसे हमले को लेकर खुफिया रिपोर्ट थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि बिना रजिस्ट्रेशन की गयी बसों को आतंकी निशाना बना सकते हैं.
अनंतनाग में आतंकवादियों ने सोमवार को अमरनाथ यात्रियों पर हमला किया. मीडिया की खबरों के मुताबिक आतंकी हमले में 8 अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई है. हमले में घायल हुए 10-12 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. यात्रियों को लेकर बस मीरबाजार से बालटाज जा रही थी. कश्मीर में कुछ और जगहों पर फायरिंग होने की खबर है. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सीआरपीएफ के मुताबिक एक किलोमीटर के भीतर दो जगहों पर हमले की आशंका है. बस पर रात करीब 8:20 बजे यह हमला हुआ. हमले के वक्त बस में करीब 60-70 यात्री सवार थे. आतंकी हमला करने के बाद फरार हो गए और सुरक्षाबलों ने उनकी तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया है. खबरों के मुताबिक यह बस श्राइन बोर्ड के पास रजिस्टर्ड नहीं थी. वर्ष 2007 यानि 10 साल के बाद आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाया है. हमले के बाद जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर यात्रा फिलहाल रोक दी गयी है.
www.himalayauk.org (Himalaya Gaurav Uttrakhand)
7 Amarnath Yatra Pilgrims Killed In Terror Attack In Jammu And Kashmir’s Anantnag
Seven Amarnath Yatra pilgrims were killed and 12 injured when terrorists opened fire on their bus in Jammu and Kashmir’s Anantnag district this evening. The bus, which was from Gujarat, was reportedly not part of the main yatra convoy and was not registered with the shrine board, the Central Reserve Police Force or CRPF said. The main yatra convoy is escorted by the CRPF which has now rushed troops to the spot.
Terrorists launched the attack on the bus at 8:20 pm, said officials.
The terrorists also fired at a police party in Bantegoo area in the district.
Former Jammu and Kashmir Chief Minister Omar Abdullah tweeted: “Very sad news. The attack cannot be condemned strongly enough. My sympathies to the families & prayers for the injured. (sic)”
Jammu and Kashmir minister Naeem Akhtar, condemning the attack said this is a dark patch on the history of Kashmir. “This is the first time yatris have been targeted. Crackdown against terror will continue,” he said.
The annual yatra to the holy shrine of Amarnath began from the twin routes of Pahalgam and Baltal amidst tight security arrangements on June 29. Over 6,000 pilgrims were allowed to move towards the shrine from north Kashmir’s Baltal base camp while 5,000 pilgrims proceeded from the traditional south Kashmir Pahalgam route.
Around 1.2 lakh pilgrims have registered themselves this year.
Among the security arrangements for the 45-day pilgrimage are a satellite tracking system, drones, mobile bunker vehicles and road opening parties (ROPs) along the entire route from Jammu to Pahalgam and Baltal.
The centre has provided an additional 40,000 paramilitary forces to assist the state government for the yatra.