राज्यपाल के कारण सरकार नही गिरा पायी भाजपा- अजय भटट का एक्सक्लूसिव बयान
सरकार नही गिरा पायी तो इसका दोष वह राज्यपाल के सिर पर मंड रहे हैं- राज्यपाल के कारण सरकार नही गिरा पायी भाजपा- अजय भटट का एक्सक्लूसिव बयान
अजय भट्ट ने कहा कि खुद विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल ने सार्वजनिक बयान दिया है कि इस सरकार को भगवान ने नही बचाया है और यदि राज्यपाल बहुमत सिद्ध करने को एक सप्ताहभर का समय दिया होता तो सरकार नही बच सकती थी; अजय भटट के इस बयान के अनुसार- भाजपा कांग्रेस के बागियों के साथ मिलकर सरकार नही गिरा पायी तो इसका दोष वह राज्यपाल के सिर पर मंड रहे हैं- www.himalayauk.org ( Leading Digital Newsportal)
सदन की अध्यक्षता पर उठेगा सवाल: भाजपा
बजट पर मुख्यमंत्री करते रहे प्रदेश को गुमराह
देेहरादून 20 जुलाई । विधानसभा के कल से शुरू विशेष सत्र के हंगामेदार रहने की पूरी संभावनायें है क्योकि सदन में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने आज साफ कर दिया है कि यदि विधानसभा की अध्यक्षता गोविन्द सिंह कुंजवाल या डाक्टर अनसूया प्रसाद मैखुरी करते हैं तो अरूणाचल प्रदेश को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ के आये निर्णय के प्रकाश में विपक्ष सवाल पूछेगा कि वे किस हैसियत से अध्यक्षता कर रहे हैं क्योकि उन दोनों के विरूद्ध विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव विचाराधीन है और उनका 11 विधायकों का अयोग्य घोषित करने का निर्णय अवैध है।
आज यहां विधानसभा समिति कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अजय भट्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत इस पूरे समय प्रदेश को गुमराह करते रहे कि केंद्र सरकार ने प्रदेश के बजट को बंद रखा है जबकि केंद्र ने मुख्यमंत्री के कोर्ट में दिये शपथपत्र कि सरकार का 39000 करोड का बजट पारित हो गया तो राष्ट्रपति शासन में केद्र ने लोकसभा ने चार माह के एक तिहाई बजट 13000 करोड रूपया पारित कर अवमुक्त कर दिया था । फिर बजट बंद कहां हो गया ? अलबत्ता, मुख्यमंत्री को अभी अनुजा-अजजा उपयोजना के धन के दुरूपयोग पर जवाब जरूर देना है । उन्होने कहा कि इस उपयोजना के 234 करोड रूपये में से 75 करोड रूपया अनधिकृत जनों ने ऐसे क्षेत्रों में काम के लिये बांट दिया जहां जनसंख्या के मानक ही पूरे नही होते । उन्होने इसे आपराधिक कृत्य बताते हुए कहा कि प्रभावित जन इसके विरूद्ध न्यायालय भी जा रहे हैं ।
अजय भट्ट ने कहा कि खुद विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल ने सार्वजनिक बयान दिया है कि इस सरकार को भगवान ने नही बचाया है और यदि राज्यपाल बहुमत सिद्ध करने को एक सप्ताहभर का समय दिया होता तो सरकार नही बच सकती थी । भट्ट ने कहा कि ज्यादा समय मिलने पर भी अध्यक्ष के पद के दुरूपयोग से ,अपने विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव होनेे के बावजूद विधायकों को अयोग्य घोषित कर सरकार बचाई है । उन्होने कहा कि कल वे अध्यक्ष से नैतिकता के नाते अध्यक्षता से अलग रह कर पे्राटेम स्पीकर या किसी तीसरे विधायक को अध्यक्षता सोंैपने का आग्रह करेंगें क्योकि अभी तक सत्रावसान नही हुआ है और दिया गया अविश्वास प्रस्ताव जीवित है।
वार्ता में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मुन्ना सिहं चोैहान तथा मीडिया सह प्रभारी सोनी भी थे ।