भ्रष्ट कालाबाजारियों के पास जो धन था, रद्दी हो गया; अमित शाह
नोटबंदी के फैसले का असर बीजेपी के चुनाव प्रचार या उसकी रणनीति पर किसी भी तरह से नहीं पड़ने वाला- यह भाजपा को पूर्ण विश्वास है इसलिए भाजपा अध्यक्ष तथा मोदी जी के टार्गेट में हाय तौबा मचा रहे राजनीतिक दलों के नेता हैं, ज्ञात हो कि बीजेपी के कॉर्पोरेट घरानों से करीबी संबंध हैं, इसलिए भाजपा निश्चित हैं- हिमालयायूके न्यूज पोर्टल -लीडिंग न्यूज पोर्टल
उत्तर प्रदेश की लोकसभा में कुल 80 सीटें हैं और इसीलिए यहां के विधानसभा चुनाव को लोकसभा का सेमीफाइनल तक कहा जाता है। कार्नियग एंडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस (वाशिंगटन) संस्थान के साउथ एशियन ऐक्सपर्ट मिलन वैश्नव के मुताबिक, आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने यह अनुमान लगाया है कि इस फैसले से सभी को परेशानी होगी लेकिन बीजेपी आखिर में इससे मजबूत ही होगी। दिल्ली के सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज के मुताबिक, बीजेपी का राज्य में अपनी जरूरतों का दो-तिहाई खर्च बिना कैश के भी पूरा हो जाएगा और दूसरी तरफ विरोधी दलों अपनी कैंपेनिंग के लिए 80 से 95 फीसद तक कैश पर निर्भर हैं।ऐसे में यह भी बीजेपी के लिए यह फायदे की स्थिति है। केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से बीजेपी के कुछ विधायक परेशान हैं। उनका अनुमान है कि इस फैसले से लोगों को हुई परेशानी से कहीं पार्टी के लिए लंबे समय तक परेशानी न खड़ी हो जाए। दबे स्वर में यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा के लिए यह नुकसानदेह भी साबित हो सकता है-
आजमगढ उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पांच सौ और हजार रुपये के नोट बंद किए जाने के फैसले पर हाय तौबा मचा रहे राजनीतिक दलों के नेताओं पर तंज कसते हुए आज कहा कि ये नेता खुद को जनता के सामने ‘एक्सपोज’ कर रहे हैं.
शाह ने परिवर्तन यात्रा के तहत यहां आयोजित रैली में कहा, ‘‘अखिलेश भाई आपको किस बात की चिन्ता है? हमारे पास काला धन था ही नहीं, तो जाएगा कहां. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ही फैसले में पांच सौ और हजार रुपये के नोट रद्दी कर दिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मायावती, कांग्रेस, सपा, ममता, कम्युनिस्ट, केजरीवाल .. सारे हाय तौबा कर रहे हैं. अरे भइया नोट बंद होने से कालाबाजारी रुकी है, आप क्यों रो रहे हो. क्यूं जनता के सामने खुद को एक्सपोज (उजागर) कर रहे हो.’’ शाह ने कहा कि पांच सौ और हजार रुपये के नोट बंद करने से आतंकवादियों, ड्रग माफियाओं, नक्सलियों और भ्रष्ट कालाबाजारियों के पास जो धन था, रद्दी हो गया.
##क्या जनता चोर है
ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी ने देश को पीछे धकेल दिया है. उन्होंने कहा, ‘हम काले धन के खिलाफ हैं, लेकिन यह फैसला उचित नहीं है. क्या जनता चोर है. हम डरते नहीं लड़ते हैं. हम लोग देश को बेचने नहीं देंगे.’इसके साथ ही ममता ने पीएम मोदी को नोटबंदी का फैसला तीन दिन के अंदर वापस लेने का अल्टीमेटम दिया. उन्होंने कहा, ‘आज के हालात इमरजेंसी जैसे हैं. सरकार नोटबंदी के फैसले को वापस ले, नहीं तो आंदोलन करेंगे.’
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम लोगों को बहुत परेशानी आ रही है. लोग नोट लेकर घूम रहे हैं, लेकिन सामान नहीं मिल रहा. उन्होंने कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ हमने जान की बाजी लगाई है. हमने कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ दो बार अनशन किया है. हमने बड़े उद्योगपतियों की पोल खोली है.’केजरीवाल ने कहा, ‘अगर नोटबंदी से कालेधन पर रोक लग रही होती तो हम सबसे पहले मोदी सरकार का साथ देते. स्वच्छ भारत अभियान और योग दिवस पर उनका साथ दिया था. 2000 का नोट लाकर कैसे भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा. नए नोट के साथ भ्रष्टाचार भी शुरू हो चुका है. अब कम जगह पर ज्यादा धन जमा करेंगे भ्रष्टाचारी.’
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उन्होंने कहा कि लोगों को लाइन में लगना पड़ रहा है. इसका कष्ट हमें भी है. बड़े फैसले लेने में कुछ तकलीफ तो होती है मगर इससे बाकी का जीवन अच्छा होगा. ‘‘महंगाई कम होगी, कालाबाजारी रुकेगी, पाकिस्तान का जाली नोट बेकार हो जाएगा.’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी से किसानों को हो रही तकलीफ को गंभीरता से लेते हुए मोदी ने हर किसान को बीज और खाद खरीदने के लिए पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये के नए नोट देने का ऐलान किया है.
शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को ऐसी सरकार चाहिए जो पांच साल में राज्य को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना दे. कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ गई है कि अपराध का ग्राफ सबसे ऊपर है. उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा विकास नहीं कर सकते. केवल भाजपा की सरकार ही प्रदेश का विकास कर सकती है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार के शासन में भू माफियाओं की पौ बारह है. भाजपा की सरकार बनी तो एक भी भू माफिया नजर नहीं आएगा.
शाह ने उत्तर प्रदेश के लिए मोदी सरकार के योगदान, केन्द्र की उपलब्धियों, सर्जिकल स्ट्राइक, गरीब, किसान, महिला, युवा, पिछड़ों, गरीब, आदिवासी और गांव के लिए बनी योजनाओं का भी उल्लेख किया.