किसी भी तरह की शिकायत है वो मुझसे डायरेक्टली कहेे; सेनाध्यक्ष रावत
सेना में साजिश – लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बक्शी www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal)
बीएसएफ, सीआरपीएएफ के बाद सेना के एक और जवान का सिस्टम पर सवाल उठाता वीडियो सामने आने के बाद सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रावत ने सैनिकों से अपने सभी मुद्दे आंतरिक स्तर पर उठाने के लिए कहा है। रावत ने सार्वजनिक माध्यमों के प्रयोग से बचने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जिन्हें किसी भी बात से शिकायत है, वह अधिकारियों से अपनी व्यथा कहें। रावत ने कहा कि ‘जिसे भी किसी भी तरह की शिकायत है वो मुझसे डायरेक्टली कह सकता है।’ .
देश के नए सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा है कि फिलहाल पड़ोसी देश पाकिस्तान की तरफ से युद्ध विराम का उल्लंघन नहीं हो रहा है, सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में कमी आई है लेकिन भविष्य में अगर फिर से पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया तो हम दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे। शुक्रवार को नई दिल्ली में सेना के वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में उन्होंने ये बात कही। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर युद्ध होता है तो वो लड़ाई लंबी नहीं चलेगी। उन्होंने कहा, “एक कहावत है, रक्षा के लिए आक्रमण सबसे अच्छा होता है लेकिन हम आक्रमण की नीति पर नहीं चलते हैं। हम खुद और पड़ोसियों से भी शांति और सद्भाव की अपेक्षा रखते हैं।” उन्होंने कहा कि अगर कोई हमारी शांति और सद्भाव की नीति पर हमला करेगा तो हम सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशन से पीछे नहीं हटेंगे।
मेरा नाम खराब करने के लिए एक दुर्भावनापूर्ण साजिश – लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बक्शी
लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बक्शी ने कहा है कि जनरल बिपिन रावत को सेनाध्यक्ष बनाने के लिए उनके नाम को खराब किया गया। बक्शी ने कहा कि इसके लिए दुर्भावनापूर्ण कैंपेन भी चलाया गया। नए साल के मौके पर अपनी स्पीच में उन्होंने कुछ पत्रों का जिक्र किया था, जिसमें ईस्टर्न आर्मी के कमांडर के तौर पर उनके कामकाज की शिकायतें थीं। इसे इंडिया टुडे चैनल ने भी चलाया था। प्रवीण बक्शी को सीनियर होते हुए भी सेनाध्यक्ष नहीं बनाया गया। उनकी जगह बिपिन रावत को नए सेनाध्यक्ष का भार सौंपा गया है। ले.जनरल बक्शी ने कहा कि यह कोई एक पत्र नहीं था बल्कि कई थे, जो पिछले पांच से छह महीनों के बीच लिखे गए थे। इसमें मेरे कामकाज को लेकर सवाल उठाए गए थे। बक्शी ने कहा कि इन पत्रों में लिखा है कि मेरे कुछ बिजनेसमैनों से नजदीकी संबंध हैं। यह सब कुछ मेरा नाम खराब करने की साजिश है। पत्रों के हवाले से बक्शी ने कहा कि मेरी कमांड में कोई है जो सूचनाएं बाहर दे रहा है। यह पूछने पर कि उन्होंने अब तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है तो बक्शी ने कहा कि वह इस दुर्भावनापूर्ण कैंपेन की जड़ तक जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी किसी नई नियुक्ति को लेकर कोई आकांक्षा नहीं है। उन्होंने अपनी कमांड से कहा कि मेरा नाम खराब करने के लिए एक दुर्भावनापूर्ण साजिश चल रही है और इसकी जड़ें काफी गहरी हैं। वे कौन हैं और एेसा क्यों कर रहे हैं, उनका इरादा क्या है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। बक्शी ने कहा कि मेरे पास यह सोचने के लिए एेसा कोई कारण नहीं है कि हमारे सेनाध्यक्ष इसमें शामिल हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक बक्शी ने अपनी नियुक्ति को एक राजनीतिक फैसला बताया है। लेकिन इसमें एक अग्रीमेंट भी है, जिसका वह पालन करेंगे। उन्होंने कहा, मैंने खुद कहा है कि ऊंची रैंक में प्रमोशन मेरिट और सीनियॉरिटी के लेकर होनी चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है। यही मैं रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को बताना चाहता हूं। सूत्रों के मुताबिक बक्शी नए साल के मौके पर ईस्टर्न कमांड के वरिष्ठ अफसरों को बधाई देना चाहते थे। लेकिन यह और भी बड़ा समारोह बन गया, जिसमें ब्रिगेड हेडक्वॉटर और सभी डिविजन शामिल हो गईं। इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया गया। अब तक चल रही रिपोर्ट्स पर ईस्टर्न कमांड की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
इसके साथ ही सेनाध्यक्ष ने देशभर के सैनिकों से अपने सभी मुद्दे आंतरिक स्तर पर उठाने के लिए कहा है। रावत ने सेना के सामने चुनौतियों पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘हमें नए हथियार और सिस्टम लाने की जरूरत है। प्रॉक्सी वॉर, आतंकवाद और घुसपैठ की चुनौतियां हमें आने वाले कई साल तक परेशान करेंगी।’ रावत ने सार्वजनिक माध्यमों के प्रयोग से बचने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि जिन्हें किसी भी बात से शिकायत है, वह अधिकारियों से अपनी व्यथा कहें। उन्होंने कहा कि ‘जिसे भी किसी भी तरह की शिकायत है वो मुझसे डायरेक्टली कह सकता है।’ उन्होंने कहा कि ‘आर्मी हेडक्वार्टर और बाकी कमांड्स में सजेशन एंड ग्रीवांस बॉक्स लगा है, जिसे भी शिकायत है वो उसमें डाल सकता है, हम उस पर ध्यान देंगे।” रावत ने कहा कि ‘हमारे लिए हर जवान मायने रखता है।’
रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”मीडिया के जरिए, मैं सेना के हर रैंक तक अपनी बात पहुंचाना चाहता हूं। उन्हें जो भी शिकायतें हैं, वह हमारे बेहतरीन ग्रीवांस रीड्रेसल सिस्टम के तहत संज्ञान में ला सकते हैं। रैंक और सेवा किनारे रखकर कोई भी मुझसे सीधे संपर्क कर सकता है। हम चाहते हैं कि वे (जवान) सोशल मीडिया की बजाय सीधे हमारे पास आएं।”
गौरतलब है कि बीएसएफ जवान का एक वीडियो सामने आने के बाद सेना के जवानों ने भी बदइंतजामी को लेकर सोशल मीडिया पर आवाज बुलंद की है। इसी के मद्देनजर सेनाध्यक्ष ने सैनिकों को अनुशासन में रहकर शालीन और संयत तरीके से अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचाने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि ‘आर्मी हेडक्वार्टर और बाकी कमांड्स में सजेशन एंड ग्रीवांस बॉक्स लगा है, जिसे भी शिकायत है वो उसमें डाल सकता है, हम उस पर ध्यान देंगे।” रावत ने कहा कि ‘हमारे लिए हर जवान मायने रखता है।’ रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”मीडिया के जरिए, मैं सेना के हर रैंक तक अपनी बात पहुंचाना चाहता हूं। उन्हें जो भी शिकायतें हैं, वह हमारे बेहतरीन ग्रीवांस रीड्रेसल सिस्टम के तहत संज्ञान में ला सकते हैं। रैंक और सेवा किनारे रखकर कोई भी मुझसे सीधे संपर्क कर सकता है। हम चाहते हैं कि वे (जवान) सोशल मीडिया की बजाय सीधे हमारे पास आएं।”
उन्होंने कहा, ‘पिछले दो महीनों में जम्मू-कश्मीर में हिंसा हुई। हम घाटी को लोगों के लिए स्वर्ग क्यों नहीं बना सकते। सुरक्षा बलों को जम्मू-कश्मीर में चौबीसों घंटे चौकसी बनाए रखनी पड़ती है। हम लोगों और उनकी प्राथमिकताओं की सुरक्षा के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
रावत ने सेना के सामने चुनौतियों पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘हमें नए हथियार सिस्टम लाने की जरूरत है। प्रॉक्सी वॉर, आतंकवाद और घुसपैठ की चुनौतियां हमें आने वाले कई साल तक परेशान करेंगी।”