रोजगार के ३.२० लाख अवसर मुहैया किये जा सकते हैं- राज्यपाल
एसोसिटड चैम्बर्र ऑफ कॉर्मस एण्ड इंडस्ड्रीज द्वारा भारत सरकार के खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय व इंडस्ड्रीज एसोसिएट्स ऑफ उत्तराखण्ड के संयुक्त तत्वधान ; (www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper. Publish at Dehradun & Haridwar; by cs joshi-
देहरादून, उत्तराखण्ड के राज्यपाल कृष्ण कांत पॉल ने कहा है कि राज्य में खाद्यप्रसंस्करण उद्योग को बढावा देने से सूबे की आर्थिकी को मजबूती मिलने के साथ साथ रोजगार के ३.२० लाख अवसर मुहैया किये जा सकते हैं।
एसोसिटड चैम्बर्र ऑफ कॉर्मस एण्ड इंडस्ड्रीज द्वारा भारत सरकार के खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय व इंडस्ड्रीज एसोसिएट्स ऑफ उत्तराखण्ड के संयुक्त तत्वधान में आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल डा॰ पॉल ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में खाद्य प्रसंस्करण विभाग की अहम भूमिका है, क्योंकि यह प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती प्रदान करने में उद्योग और कृषि को सेतु के रूप में जोडती है।
राज्यपाल डा॰ पॉल ने स्विटजरलैड का उदाहरण देते हुए बताया कि उस देश मे गन्ना, कोको या चुकन्दर की खेती नही होती है लेकिन बाबजूद इसके स्विटजरलैंड में उच्च गुणवत्ता और सर्वोच्च उत्पादकता की चौकलेट का उत्पादन होता है उन्होंने कहा कि इस उद्योग के विकास से आर्थिकी मजबूती के साथ साथ रोजगार के कई अवसर उपलब्ध होंगे।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रन्धक डी॰एन॰ मागर ने नाबार्ड द्वारा ग्रामीण युवाओं के कल्याण के लिए नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला और किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को भी विस्तृतपूर्वक बताया।
एसोचम की ज्ञानबोधक संस्था ’’रेनकोस‘‘ के प्रवन्ध निदेशक शुस्मल महेश्वरी ने खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में वित्त तकनीक और विपणन के वर्तमान हालातों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर बोलते हुए इंणस्टड्रीज एसोसिएशन के अध्य पंकज गुप्ता ने कहा कि युवाओ को खाद्य की बरबादी को एक चुनौती के रूप में लेना चाहिए, और खाद्य प्रसंस्करण को उद्यमिता के रूप मे स्वीकार करें। आज के इस कन्कलेव में डॉ ओम एस त्यागी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।