बालकृष्ण देश के टॉप 25वें अमीर सीईओ
बालकृष्ण के बारे में बारे में विस्तार से- हिमालयायूके न्यूज पोर्टल द्वारा- लिस्ट में रिलायंस के सीईओ मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर सीईओ हैं। प्रॉपर्टी के हिसाब से बालकृष्ण को 25th अमीर सीईओ है। आचार्य बालकृष्ण के पास पतंजलि आयुर्वेद के 94% शेयर हैं। योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि आयुर्वेद के प्रमोटर आचार्य बालकृष्ण देश के टॉप अमीरों में शामिल हो गए हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट- 2016 में रामदेव के सबसे विश्वासपात्र बालकृष्ण को 25वें स्थान पर रखा गया है। उनकी कुल संपत्ति 25,600 करोड़ बताई गई है। साल 2016 में एफएमसीजी (FMCG) सेक्टर में करीब 11% पर्सेंट की ग्रोथ देखी गई है। बालकृष्ण जी का पद- कुलपति,पतंजलि विश्वविद्यालय महासचिव,पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट महासचिव, पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन महासचिव, पतंजलि ग्रामोध्योग ट्रस्ट अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, पतंजलि आयुर्वेद, हरिद्वार मुख्य संपादक योग संदेश प्रबंध निदेशक, पतंजलि बायो अनुसंधान संस्थान प्रबंध निदेशक, वैदिक ब्रॉड कास्टिंग लिमिटेड पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क के प्रबंध निदेशक हैं- www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) CS JOSHI= EDITOR (MAIL; csjoshi_editor@yahoo.in) mob. 9412932030
पतंजलि तेजी से इस सेक्टर में आगे बढ़ रहा है और अन्य मल्टीनैशनल कंपनियों के मार्केट शेयर को कम करता जा रहा है। पतंजलि का रजिस्टर्ड टर्नओवर 5000 करोड़ है, जिसके 2017 में दस हजार करोड़ रुपए तक होने की उम्मीद है।
बालकृष्ण का जन्म ४ अगस्त १९७२ को हुआ। उनकी माँ का नाम सुमित्रा देवी और पिता का नाम जय वल्लभ था।[3] उन्होंने संस्कृत में आयुर्वेदिक औषधियों और जड़ी-बूटियों के ज्ञान में निपुणता प्राप्त की और इसका प्रचार-प्रसार का कार्य करते रहे हैं| उनका जन्म दिवस पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट से जुड़े लोग ‘जड़ी-बूटी दिवस’ के रूप में मनाते हैं। आचार्य बालकृष्ण ने शोध के क्षेत्र में भी अपना अहम योगदान दिया है अपने सह लेखकों के साथ अब तक 41 शोध पत्र लिख चुके हैं। सभी शोधपत्र योग, आयुर्वेद और दवाइयों से संबन्धित हैं आचार्य श्री ने विभिन्न विद्यालयों के परिसर में मिलने वाले खाद्य पदार्थों के संबंध में अध्ययन किया और इनकी विश्वसनीयता जानने के लिए प्रयोगशालाओं में इसका परीक्षण भी किया है आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि योगपीठके आयुर्वेद केंद्र के माध्यम से पारंपरिक आयुर्वेद पद्धति को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। बालकृष्ण ने आयुर्वेदिक औषधियों से सम्बंधित कई पुस्तकें भी लिखी है। बालकृष्ण ने रामदेव के साथ मिलकर हरिद्वार में आचार्यकुलम की स्थापना की। बालकृष्ण ने आयुर्वेद से संबंधित कुछ पुस्तकों की भी रचना की है, उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें आयुर्वेद सिद्धान्त रहस्य आयुर्वेद जड़ी-बूटी रहस्य भोजन कौतुहलम् आयुर्वेद महोदधि अजीर्णामृत मंजरी विचार क्रांति (नेपाली ग्रंथ) आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ बालकृष्ण योग के प्रति भी लोगों को जागरूक बनाने का कार्य कर रहे हैं । आचार्य बालकृष्ण आयुर्वेद की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, उनके द्वारा बताए जाने वाले छोटे-छोटे घरेलू नुस्खों से लोगों को बहुत लाभ मिल रहा है। आचार्य बालकृष्ण को योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए प्रशंसापत्र, ढाल, प्रमाण पत्र व अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। कुछ उल्लेखनीय सम्मान निम्नवत हैं-
23 अक्टूबर 2004 को एक योग शिविर के दौरान राष्ट्रपति भवन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के द्वारा सम्मान दिया गया।
अक्टूबर 2007 में नेपाल के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कैबिनेट मंत्रियों की उपस्थिति में योग, आयुर्वेद, संस्कृति और हिमालयी जड़ी बूटी के छिपे ज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए उनके योगदान के लिए सम्मान प्रदान किया गया।
वर्ष २०१२ में योग और औषधीय पौधों के क्षेत्र में शानदार योगदान के लिए श्री वीरंजनया फाउंडेशन द्वारा “सुजाना श्री ‘पुरस्कार प्रदान किया गया, आचार्य बालकृष्ण के कार्यों की जहाँ एक ओर प्रशंसा हुई तो वहीं उनके साथ कुछ विवाद भी जुड़े हैं जिनमें उनकी भारतीय नागरिकता और शैक्षिक प्रमाणपत्रों पर सवाल उठाये गये|[28] बालकृष्ण ने इन सारे आरोपों को निराधार बताया है और इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
एफएमसीजी सेक्टर में डाबर के आनंद बर्मन सबसे अमीर शख्स हैं। उनकी कुल संपत्ति 41,800 करोड़ रुपए है। ब्रिटानिया के नुस्ली वाडिया इस लिस्ट में बर्मन के नीचे हैं। उनकी कुल संपत्ति 20,400 करोड़ है।
पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण देश के सबसे अमीर CEOs की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। चीन की HuRun मैगजीन ने 339 भारतीयों की लिस्ट जारी की है। इसमें प्रॉपर्टी के हिसाब से बालकृष्ण को 25th अमीर सीईओ बताया गया है। उनकी कुल प्रॉपर्टी 25600 करोड़ रुपए बताई गई है। मुकेश अंबानी पहली और दिलीप सांघवी दूसरी पोजिशन पर हैं। लिस्ट में Paytm के विजय शंकर शर्मा भी शामिल हैं। पतंजलि का मुनाफा तीन साल में 233 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है। HuRun की हाल ही में जारी रिपोर्ट में कहा गया है, ”पतंजलि भारत का सबसे तेजी से बढ़ता FMCG ब्रॉन्ड है। 2015-16 में इंडियन मार्केट में इसकी ग्रोथ 150% रही है।”
”फिलहाल पतंजलि का सालाना टर्नओवर 5000 करोड़ है। 2017 में दोगुना होने का अनुमान है।” HuRun मैगजीन हर साल चीन के अमीर लोगों की लिस्ट जारी करती है। 2012 से इसने अमीर भारतीय सीईओ की लिस्ट जारी करना शुरू किया था। मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स (MCA) के मुताबिक, पतंजलि आयुर्वेद में बालकृष्ण की शेयर होल्डिंग 94% है। बाबा रामदेव ब्रांड प्रमोटर हैं।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के आंकड़ों के मुताबिक पतंजलि आयुर्वेद का 2013-14 में कुल मुनाफा 95.19 करोड़ रुपए था। 2014-15 में यह 196.31 करोड़ हो गया। यानी सालभर में 108 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने 2015-16 में टैक्स चुकाने के बाद करीब 316.60 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया। यानी पिछले तीन साल में पतंजलि के मुनाफे में 233 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पतंजली का 2015-16 में टर्नओवर 5000 करोड़ रुपए रहा। कंपनी ने 2017-18 में इसे 10000 करोड़ पहुंचाने का टारगेट रखा है। बालकृष्ण ने 2011 में कहा था, ”मैंने 50-60 करोड़ का पर्सनल लोन लिया है। इसके अलावा मेरे पास कोई पर्सनल बैंक अकाउंट नहीं है।” 1995 में जब रामदेव इतने पॉप्युलर नहीं थे, तब बालकृष्ण ने रामदेव के गुरु शंकरदेव के आश्रम में दिव्य फार्मेसी शुरू की। इसे ट्रस्ट के तहत रजिस्टर्ड कराया गया। बालकृष्ण के माता-पिता नेपाली मूल के थे। उन्होंने वाराणसी के संस्कृत विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। हरियाणा में बाबा रामदेव से मिले। 2011 में यूपीए सरकार के दौरान सीबीआई ने बालकृष्ण के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया। सीबीआई का कहना था कि बालकृष्ण ने जाली डॉक्युमेंट्स से पासपोर्ट हासिल किया। सिटिजनशिप पर भी सवाल उठे। दो साल जांच चलती रही और बाद में सबूत न मिलने पर बालकृष्ण को क्लीन चिट मिल गई।