डिजिटल प्रचार में जुटी बीजेपी & चंद्रशेखर जोशी अध्यक्ष उत्तराखंड ने अमित शाह को पत्र लिखा
पटनाः बीजेपी ने अनलॉक-1 के पहले दिन ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह घोषणा की है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 9 जून को बिहार में डिजिटल रैली करेंगे. बीजेपी ने दावा किया कि इस ई-रैली में एक लाख लोग जुड़ेंगे.
अनलॉक 1 के पहले ही दिन पटना में बीजेपी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले पार्टी के नेताओं ने पत्रकारों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर कुर्सियां लगाई गई थीं. हालांकि कैमरामैन जो लाइन में एक साथ खड़े थे उनसे फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए आग्रह किया.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स शुरू करने से पहले कोरोना काल में पत्रकारों के निडर होकर न्यूज़ कवरेज पर तालियां बजाकर स्वागत किया. इस मौके पर संजय जायसवाल ने केंद्र में मोदी सरकार की जमकर तारीफ की.
डिजिटल प्रचार में जुटी बीजेपी
बता दें कोरोना संकट के बीच बिहार विधानसभा चुनाव के लिये बीजेपी कई महीने पहले से ही अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गई है और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पार्टी इस बार डिजिटल प्रचार को प्रमुखता देगी. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कोविड-19 के कारण अब काफी समय तक सामाजिक दूरी का पालन करना होगा. ऐसे में पार्टी की, बड़ी बड़ी रैलियों के स्थान पर फेसबुक लाइव, व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब लाइव का उपयोग प्रभावी तरीके से करने की तैयारी है.
चंद्रशेखर जोशीअध्यक्ष उत्तराखंड ने अमित शाह को पत्र लिखा-
सेवा में, श्रीमान अमित शाह जीकेंद्रीय गृह मंत्री, भारत सरकार, नई दिल्लीएवम प्रतिलिपिमान0 मुख्यमंत्री उत्तराखंड, देहरादूनमहोदय, बीजेपी कोरोना संकट के बीच डिजिटल प्रचार में जुट गई है,फेसबुक लाइव, व्हाट्सएप ग्रुप,यू ट्यूब का प्रभावी तरीके से उपयोग करेगी, वही माननीय गृह मंत्री जी ई रैली कर 1 लाख लोगों से रूबरू होंगे, वही उत्तराखंड में वेब मीडिया के गंभीर मामलों को लेकर आपसे हस्तक्षेप की मांग करते है, उत्तराखंड कोरोना वायरस के कारण महासंकट के दौर से गुजर रहा है, ऐसे नाजुक समय मे उत्तराखंड सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, देहरादून द्वारा 8 न्यूस्पोर्टलो को विशेष विज्ञापन पैकेज जारी किया गया है, जबकि सूचना विभाग में 150 से ज्यादा न्यूस्पोर्टल इम्पनलमेंट किये गए है, ऐसे में मात्र 8 न्यूज़ वेबसाइटों को 5 लाख रु0 प्रति वेबसाइट को विशेष विज्ञापन पैकेज जारी कर दिया गया, जबकि यह विभाग माननीय मुख्यमंत्री जी के आधीन है, महोदय, राज्य के अधिकांश न्यूस्पोर्टलो को उपेक्षित किये जाने से पुरे राज्य में नकारात्मक संदेश गया है, ऐसा किये जाने से तमाम सोशल मीडिया, देशभर के व्हाट्सएप ग्रुप, ब्रॉडकास्ट ग्रुप, फेसबुक, आदि तमाम सोशल स्थानों पर आपके निर्णयों पर चर्चा और सवाल उठ रहे है,महोदय, महासंकट के इस दौर में मुख्यमंत्री उत्तराखंड के इस विभाग में ऐसे पक्षपातपूर्ण तथा भेदभाव पूर्ण कदमो से उत्तराखंड का पूरा वेब मीडिया जगत हैरान रह गया है, महोदय, 2005 से प्रसारित हिमालयायूके न्यूस्पोर्टल संपादक के रूप में हमारे अथक प्रयासों से 2015 में वेब मीडिया पालिसी अस्तित्व में आई, तथा शासन के तत्कालीन जिम्मेदार अधिकारियों, सूचना विभाग के कर्मठ अधिकारियों, कर्मचारियों ने वेब मीडिया विज्ञापन नियमावली को बड़ी मेहनत से धरातल पर उतारा, और पारदर्शिता पूर्वक न्यूस्पोर्टलो को एक नीति के तहत रखा गया, “हिमालयायूके” न्यूस्पोर्टल ट्राई से अधिकृत है जिसके तहत न्यूज़ लिंक, प्रेषण हेतु अधिकृत है, परन्तु उत्तराखंड में ऐसे लोकप्रिय न्यूस्पोर्टलो को दरकिनार करते हुए तानाशाही निर्णय लिया जा रहा है, वर्तमान समय मे सूचना एवं लोक संपर्क विभाग के महानिदेशक के रूप में श्री एम0एस0 बिष्ट जी है, इनके द्वारा द्वारा लिए गए भेदभावपूर्ण एवं पक्षपातपूर्ण निर्णय से उत्तराखंड के न्यूस्पोर्टल बड़े निराश है, वर्तमान समय में वेब मीडिया का महत्व प्रचंड बढ़ता जा रहा है, ऐसे समय मे वेब मीडिया के प्रति उदारता तथा समानता पूर्वक नीति नियम बनाये जाने की नितान्त आवश्यकता है, अन्यथा इससे राज्य सरकार की छवि पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि कोविड-19 के संबंध में जनजागरूकता के लिए सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग किया जाए* वही दूसरी ओर महानिदेशक सूचना एवं लोक संपर्क ने मात्र 8 न्यूस्पोर्टलो को 5 -5 लाख रु0 का विज्ञापन पैकेज बाट कर उत्तराखंड के सोशल मीडिया में पक्षपात और भेदभावपूर्ण नीति को जन्म दे दिया है, वही इससे मुख्यमंत्री जी की जन जागरूकता के लिये सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग करने के आहवाहन की धज्जिया सूचना विभाग ने ही उड़ा दी, वही सुप्रीम कोर्ट के नियमो की भी अवहेलना हुई है, महासंकट के इस दौर में 8 न्यूज़ वेबसाइटों को विज्ञापन पैकेज बाट कर इससे क्या जनहित कार्य सिद्व किया है, जबकि अधिकांश को कुछ भी नही दिया गया, यह कहा कि इंसाफ है, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जी से पूछा जा रहा है, परंतु मुख्यमंत्री जी एकांतवास में है, ऐसे में शासन तक कैसे आवाज पहुचेगी? महोदय, इस समय पूरे राज्य में सीएम रिलीफ फण्ड में तथा पीएम रिलीफ फण्ड में दान माँगा जा रहा है, ऐसे संकट के दौर में समाज का हर वर्ग अपना पेट काट कर चन्दा दे रहा है, कुर्मांचल परिषद देहरादून के महासचिव के नाते हमारे पर्वतीय समाज ने 3 लाख 72 हजार का योगदान का चेक माननीय मुख्यमंत्री जी को सौंपकर सीएम रिलीफ फंड तथा पीएम केयर्स फण्ड में दिया है, कुर्मांचल परिषद के महासचिव के नाते मेरे द्वारा यह चेक मॉन0 मुख्यमंत्री जी उत्तराखंड को हाल में सौपा गया, उसके बाद भी हमारी उपेक्षा की जा रही है, वही सूचना विभाग के महानिदेशक के रूप में सूचना विभाग के महानिदेशक आधा करोड़ से ज्यादा की धनराशि मात्र 8 न्यूस्पोर्टलों को विज्ञापन पैकेज के रूप में बाट डाली है, जो निहायत सोचनीय विषय है? महोदय, वेब मीडिया के इस दौर में वेब मीडिया के साथ इस तरह का पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया गया है, जिसका दूरगामी प्रभाव तथा नकारात्मक संदेश से पूरे राज्य में गया है, पर उत्तराखंड में कोई सुनने को तैयार नही हैज्ञात हो कि विगत सप्ताह स्वयं मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, महानिदेशक सूचना ने बयान जारी करके कहा था कि कुछ खबरों से राज्य सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश जा रहा है, इस तरह की चिंता बयान जारी करके कही गई थी, महोदय, वही हम लोग जो उत्तराखंड में वेब मीडिया के “जनक” है, हमारे तथा अधिकांश न्यूस्पोर्टलो के साथ भेदभाव पूर्ण नीति उत्तराखंड में की जा रही है, न्यूज़पोर्टलो के साथ उपेक्षित, तथा पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जाना उचित नही है, जिससे राज्य में वेब मीडिया हतोत्साहित है, महोदय, देवभूमि उत्तराखंड में समानता पूर्वक नीति अपनाई जाए, पक्षपात पूर्ण रवैया बदला जाए, आशा है कि आप सबके साथ न्यायपूर्ण तथा उदारतापूर्वक व्यवहार करने के लिये हस्तक्षेप करेगे, , देवभूमि उत्तराखंड में हम आप से भी ऐसी उम्मीद करते है, सादरचंद्रशेखर जोशीअध्यक्ष उत्तराखंडI.F.S.M.N. New Delhi मुख्यालय: बंजारावाला देहरादूनमो0 9412932030प्रतिलिपि1,मॉन0 प्रधानमंत्री भारत सरकार नई देल्ली 2, मॉन0 मुख्यमंत्री उत्तराखंड3, मॉन0 डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक केंद्रीय मंत्री भारत सरकार, 4, श्री लक्ष्मण पटेल राष्ट्रीय महासचिव बड़नगर, गुजरात को इस आशय से प्रेषित कि इस प्रकरण को मॉन0 पीएमओ के सज्ञान में लाने का कष्ट करे
बीजेपी ने राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं और हर बूथ पर ‘‘सप्तर्षि योद्धाओं’’ के जरिये डिजिटल प्रचार कार्यक्रम को अंतिम रूप दे रही है.
बिहार में वैसे तो बीजेपी और जेडीयू के अलग अलग चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है लेकिन भारतीय जनता पार्टी सभी सीटों पर चुनाव प्रभारियों को तैनात कर और हर बूथ पर पार्टी कार्यकर्ताओं के नेटवर्क को सक्रिय करके यह स्पष्ट संकेत देने का प्रयास कर रही है कि वह 2015 विधानसभा चुनाव की हर कमी को दूर करना चाहती है. 2015 के चुनाव में बीजेपी को आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस महागठबंधन से पराजित होना पड़ा था.