भाजपा सरकार की परीक्षा की घडी

defence-mini ‘एक दांत के बदले पूरा जबड़ा’ – भाजपा के बडे नेता ने कहा- डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने रविवार को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए एलओसी के पास स्थित आर्मी हेडक्वॉर्टर पर आज सुबह साढे 5 बजे हुए आतंकी हमले से जुड़ी कई जानकारियां दी. आर्मी ने हमले में पाकिस्तान सपोर्टेड जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का दावा किया है। चारों आतंकी मारे गए हैं। उनके पास से 4 AK 47 रायफल के साथ ही चार अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर्स और बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री बरामद हुई है।’ – ‘इन सामानों पर पाकिस्तान की मोहर लगी है। इस मामले में पाक के DGMO से सख्त एतराज जताया गया है।’ (www.himalayauk.org)Newsportal) 
यूएस के स्टेट डिपार्टमेंट के स्पोक्सपर्सन जॉन किर्बे ने कहा- ‘अमेरिका कश्मीर में इंडियन आर्मी के बेस पर आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है। आतंकवाद से मुकाबले के लिए भारत के साथ मजबूत साझेदारी को लेकर हम कमिटेड हैं।’ भारत में अमेरिका के एंबेसडर रिचर्ड वर्मा ने भी हमले की निंदा की है। बीजेपी सांसद और पूर्व होम सेक्रेटरी आरके सिंह ने कहा- इस तरह के हमलों से निपटने का एक ही तरीका है और वो ये कि करारा पलटवार किया जाए।


जम्मू कश्मीर के उरी बेस कैंप में हुए आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हो गए जिसके बाद अलग अलग राजनीतिक खेमों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. वहीं सरकार ने इस हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को कटघरे में खड़ा कर दिया है. सुबह पांच बजे शुरू हुए इस हमले में करीब 30 सैनिक घायल हुए हैं. हथियारों से लैस आतंकियों ने उरी के बेस कैंप में ग्रेनेड और गोलीबारी की और लगातार छह घंटे की मुठभेड़ के बाद सभी आतंकी मारे गए. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए वादा किया कि इस हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव ने ‘एक दांत के बदले पूरा जबड़ा’ लेने की बात कही. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव माधव ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा ‘पीएम ने वादा किया है कि उरी हमले को अंजाम देने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. यही तरीका होना भी चाहिए. एक दांत के बदले पूरा जबड़ा. तथाकथित कूटनीतिक नियंत्रण के दिन लद गए हैं.’
बीजेपी को ओर से जम्मू कश्मीर के मसले को देखने वाले माधव ने यह भी कहा कि लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बावजूद भी किसी तरह का नियंत्रण रखना अक्षमता और अयोग्यता की निशानी है. भारत को इससे अलग खुद को साबित करना होगा.’
वहीं इस आतंकी हमले से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए हुए आपात बैठक के राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘पाकिस्तान एक आतंकी देश है, उसे इसी पहचान के साथ अलग-थलग किया जाना चाहिए.’ उन्होंने कहा ‘आतंकवाद और आतंकी समूहों के पाकिस्तान के निरंतर एवं सीधे समर्थन को लेकर मुझे गहरी निराशा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, इस बारे में ठोस और निष्कर्षात्मक संकेत हैं कि उरी हमले को अंजाम देने वाले काफी प्रशिक्षित और विशेष हथियारों से लैस थे.’
उधर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री जीतेंद्र सिंह की टिप्पणी को ट्वीट किया जिसमें कहा गया है कि मोदी सरकार को साड़ियों, बिरयानी, मिठाई और शॉल की कूटनीति को छोड़कर पाकिस्तान को एक कठोर संदेश देना होगा.  (www.himalayauk.org)Newsportal) 


उरी के सैन्य बेस पर हुए इस आतंकी हमले को दो दशकों का सबसे भीषण हमला माना जा रहा है. इससे पहले इसी साल जनवरी की शुरुआत में पंजाब के पठानकोट एयरफोर्स बेस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में सात सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में स्थित सैन्य बेस पर हुए आतंकी हमले को पिछले एक दशक में हुआ सबसे भीषण हमला माना जा रहा है. पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा के पास हुए इस हमले में शामिल आतंकियों को तो सेना ने मार गिराया, लेकिन इस दौरान हमारे 17 जवान भी शहीद हो गए. कश्मीर घाटी में 8 जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुहाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से यहां हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है. इन विरोध प्रदर्शनों में अब तक 80 से ज्यादा लोग की जान जा चुकी है, वहीं 10,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई सुरक्षाकर्मी भी शामिल है. सरकार का आरोप है कि पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा भड़का रहा है. पाकिस्तान सरकार ने कश्मीर में विरोध प्रदर्शनों का खुला समर्थन करते हुए इसे ‘स्वतंत्रता संघर्ष’ बताया था.

रविवार सुबह उरी में सैन्य बेस पर आतंकी हमले के बाद करीब छह घंटों तक गोलीबारी चलती रही. अधिकारियों के मुताबिक, ये आतंकी फिदायीन प्रतीत होते हैं, जो तड़के 4 बजे के करीब बेस के प्रशासनिक इलाके में घुसे. जम्मू कश्मीर में 1990 से अशांति है। 26 साल में किसी आर्मी बेस पर पहली बार इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ है। जिस आर्मी कैम्प पर हमला हुआ है, वह एलओसी से सटा है। यह 12 अार्मी यूनिट का बेस है। इससे पहले दिसंबर 2014 में उरी सेक्टर में ही झेलम नदी के रास्ते 6 फिदायीन घुसे थे। उन्होंने मोदी के कश्मीर दौरे से 4 दिन पहले इसी कैम्प सहित चार ठिकानों पर हमला किया था। आर्मी के 8 अौर पुलिस के 3 जवान शहीद हुए थे। बीते हफ्ते पुंछ में मिनी सेक्रेट्रिएट की एक बिल्डिंग में आतंकी जा छिपे थे। 3 दिन एनकाउंटर चला था।

इस बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपनी रूस और अमेरिका यात्रा टाल दी है, जो कि आज से शुरू होने वाली थी. उन्होंने ट्वीट कर बताया, ‘उरी में आतंकी हमले को लेकर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की. उन्होंने मुझे राज्य की सुरक्षा हालात से अवगत कराया.’

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