BJP is going to lose the 8th State within 2 years

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) में हुई भाजपा की हार के बाद आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने शाम पांच बजे महासचिवों की एक बैठक बुलाई है. चुनाव में हुई हार की समीक्षा के लिए ये बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी मौजूद होंगे. 

At the end of the year 2019 Jharkhand, and now defeated in Delhi in the first elections of 2020. Despite a strong performance in the Lok Sabha elections, the states are continuously moving out of the hands of the BJP. This time it was expected that the BJP could end 20 years of power in Delhi, but it is not visible at the moment. Aam Aadmi Party is moving towards absolute majority. With this fail, Delhi’s name could not be added to the BJP’s political map. Talking about the defeat in the assembly elections, the BJP-led NDA has lost power in seven states in the last two years, and the defeat in Delhi will be eighth.

दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजों में आम आदमी पार्टी को जनता का सर्मथन मिला और पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं भाजपा के खाते में सिर्फ 8 सीटें ही आ पाई. आप को मिले बहुमत के बाद भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी हार स्वीकार कर ली है. उन्होंने कहा कि भाजपा इस जनादेश को स्वीकारते हुए रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी और प्रदेश के विकास से जुड़े हर मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी.

BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## Special Bureau Report

In Maharashtra, the BJP failed to maintain power even in a nearly month-long political drama. In Haryana, however, they saved their government by the alliance. But in Jharkhand, they had to face defeat. Two years ago, in 2017, the BJP and the Allies had 19 states. But they lost power in Madhya Pradesh, Rajasthan, and Chhattisgarh. Thereafter, the YSR Congress formed the government in Andhra Pradesh.

भाजपा महासचिवों को आज शाम होने वाली बैठक दो बड़े नेताओं की अध्यक्षता में होगी. जानकारी के अनुसार बैठक में ‘राष्ट्रवाद’ बनाम ‘फ्री’ देने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है. वही रणनीतिक चूक पर भी विस्तार से चर्चा होने के भी कयास लगाए जा रहे है.

Earlier, the BJP was defeated in Rajasthan, then Madhya Pradesh, Chhattisgarh, Punjab, and Puducherry. Despite winning more seats, they failed to form the government in Maharashtra also. The Congress alliance formed the government, defeating the BJP in Jharkhand last year. Now, the Aam Aadmi Party in Delhi is going to form the government for the third consecutive time. The non-Bjp government in these states as well. West Bengal is ruled by Trinamool Congress, where the CPI (M)-led government in Kerala. There is YSR Congress in Andhra Pradesh and TRS government in Telangana. These Chief Ministers also maintained their distance from BJP. Naveen Patnaik of Biju Janata Dal in Odisha also maintains distance from the central government. In Tamil Nadu, even though the BJP has contested the Lok Sabha elections in conjunction with the AIADMK, it has no MLA in the state. 

दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार के बाद दिल्ली पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है. हार की जिम्मेदारी लेते हुए मनोज तिवारी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की. इसके बाद पार्टी आलाकमान की ओर से उन्हें फिलहाल इस्तीफा ना देने की हिदायत दी गई है.

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर मनोज तिवारी का कार्यकाल खत्म हो चुका है लेकिन दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उनको अध्यक्ष बनाए रखा गया था. लेकिन अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद मनोज तिवारी ने इस्तीफे की पेशकश कर दी. लेकिन पार्टी ने यह कहते हुए उन्हें इस्तीफा देने से मना कर दिया कि अगले अध्यक्ष की नियुक्ति शीघ्र होगी इसलिए उन्हें अभी इस्तीफा देने की आवश्यकता नहीं है. दरअसल, बीजेपी में पिछले साल संगठन के चुनाव हुए थे इस दौरान उन राज्यों में संगठन के चुनाव स्थगित कर दिए गए थे जहां पर चुनाव हो रहे हैं इसलिए दिल्ली में संगठन के चुनाव नहीं हुए और नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी नहीं हो पाया था. इसी वजह से मनोज तिवारी को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर चुनाव तक बने रहने को कहा गया था. अब क्योंकि चुनाव में करारी हार के बाद मनोज तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफे की पेशकश की है तो पार्टी ने उन्हें इस्तीफा देने से मना कर दिया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *