भाजपा नेता की गाडी से तीन करोड़ रुपए कैश बरामद,
आज की दो बडी खबर- से भाजपा हिल गयी है- हवा का बदलता रूख बता रहा है कि पूरे देश में भाजपा के खिलाफ हवा बनती जा रही है- अमित शाह के यहां हुए प्रोग्राम में जमकर हंगामा हुआ- वही यूपी विधानसभा चुनाव की आहट होते ही भाजपा नेता की गाड़ी से मिली भारी रकम ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं. वही दूसरी ओर सूरत से आ रही खर के अनुसार .अमित शाह के यहां हुए प्रोग्राम में जमकर हंगामा हुआ। गुरुवार को पाटीदार नेताओं का सम्मान समारोह रखा गया था। इसमें बीजेपी प्रेसिडेंट बतौर चीफ गेस्ट आए थे। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी भी मौजूद थे। तभी वहां ‘अमित शाह गो बैक’ के नारे लगे। जमकर कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकी गईं। हंगामा इस कद्र बढ़ता गया कि शाह महज 4 मिनट और रूपाणी सिर्फ 2 मिनट बोल पाए। बताया जा रहा है कि नारेबाजी और हंगामा करने वाले लोग हार्दिक पटेल के सपोर्टर्स थे जो महीनों से गुजरात में आरक्षण अांदोलन चला रहे हैं। www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper)
वही गाजियाबाद में पुलिस ने एक स्विफ्ट कार से तीन करोड़ रुपए कैश बरामद किया है. बताया जा रहा है यह रकम दिल्ली से लखनऊ पार्टी फंड में जमा कराने के लिए ले जाई जा रही थी. दरअसल, चेकिंग के दौरान इंदिरापुरम इलाके में स्विफ्ट कार में सवार ड्राइवर ने (नंबर- HR26 AR 9662) बेरिकेडिंग को तोड़कर भागने का प्रयास किया. इसके बाद संदेह होने पर पुलिस ने कार रोककर तलाशी ली तो उसमें से तीन करोड़ रुपए मिले.
इसके बाद पुलिस ने कार में मौजूद अनूप कुमार अग्रवाल और सिद्धार्थ शुक्ला को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी.
दोनों ने पुलिस को बताया कि यह पैसा उनका है और वे इसे लखनऊ पार्टी फंड में जमा कराने ले जा रहे थे. इस बीच इनकम टैक्स के अधिकारी भी वहां पहुंच गए. अब ये अधिकारी भी इतनी बड़ी रकम के स्रोत का पता लगाने में जुट गए हैं.
पुलिस को भी शक है कि यह पैसा ब्लैक मनी हो सकती है. साथ ही उसका कहना है कि इतनी बड़ी रकम कैश के रूप में पार्टी फण्ड में जमा कराने के लिए क्यों ले जाई जा रही थी?
फिलहाल, अनूप कुमार अग्रवाल और सिद्धार्थ शुक्ला से पैसे के स्रोत को लेकर पुलिस की पूछताछ जारी है.
सूरत से प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाह की मीटिंग से पहले कुछ पाटीदार नेताओं को हिरासत में लिया गया था। लेकिन इसके बावजूद कुछ नाराज लोगों ने अमित शाह के विरोध में नारेबाजी की। सभा में आए कुछ लोगों को भी हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पाटीदार सम्मान समिति ने पटेल-पाटीदार कम्युनिटी से ताल्लुक रखने वाले विधायकों और मंत्रियों के लिए यह प्रोग्राम रखा था। अमित शाह की सभा में हंगामे पर फिलहाल बीजेपी की ओर से कोई रिएक्शन नहीं आया है। इस मीटिंग में यूनियन मिनिस्टर पुरषोत्तम रूपाला भी मौजूद थे। बताया जाता है कि पाटीदार समुदाय के लोग हार्दिक पटेल पर बीजेपी के रुख से सख्त नाराज थे। गुजरात में पिछले डेढ़ साल में पाटीदार कम्युनिटी आरक्षण की मांग कर रही है। उनकी इस मांग के चलते पिछले साल गुजरात के कई शहरों में काफी हिंसा हुई थी। बीजेपी सरकार ने हिंसा से निपटने के लिए सख्ती दिखाई। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल के खिलाफ देशद्रोह का मामला चल रहा है। वे फिलहाल राजस्थान में रह रहे हैं। पटेल-पाटीदार कम्युनिटी सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में 10% रिजर्वेशन की मांग कर रही थी। इस मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन की अगुआई हार्दिक पटेल ने की थी। पिछले साल जुलाई-अगस्त में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। 31 साल के बाद राज्य में इस पैमाने पर कोई आंदोलन हुआ था। महीनों चले आंदोलन के बाद गुजरात सरकार ने अगड़ी जातियों को आर्थिक आधार पर 10% रिजर्वेशन देने का एलान किया। इस रिजर्वेशन को गुजरात हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया। गुजरात सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट के आदेश पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगा रखा है।