पीपलकोटि की सुरंगों के प्रभाव पर बनी फिल्म “ब्लैक स्पॉट” रिलीज़

सुरंग परियोजनाओं की हकीकत# गंगा –यमुना – काली- सरयू व उसकी सभी सहायक नदियों को सुरंगों में बांधने की तैयारी Darkness is the only end of Dam Tunnels # www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal)

बांध सुरंगों के अंत अंधेरे ही हैं

अलकनंदा पर विष्णुगाड – पीपलकोटि की सुरंगों के प्रभाव पर बनी फिल्म “ब्लैक स्पॉट” रिलीज़

हमें तो मजाक का पात्र बना दिया है, घर के नीचे सुरंग बन रही है, नुकसान कितना होगा? पता नहीं । पुराने नुकसान की भरपाई नहीं हुई। आन्दोलन किया तो कोर्ट कचहरी झेलो। कोर्ट ने भी पाबन्दी लगा दी है कि लोग बांध काम के पास भी नहीं जा सकते । अब क्या करें? ये कहना है रामलाल जी का। वे दुर्गापुर निवासी हैं । दुर्गापुर, वो वाला ग्राम पंचायत का हिस्सा है जहाँ दलित परिवार रहते हैं । गाँव के नीचे से THDC बांध कंपनी ”विष्णुगाड-पीपलकोटि जल – विद्युत् परियोजना के लिए बन रहे पॉवर हाउस की सुरंगें बना रही हैं । विस्फोटों से मकानों पर दरारें आई हैं, भविष्य की गारंटी नहीं।
हाट गाँव के हरसारी तोक की भी यही स्थिति रही। परियोजना प्रभावित अन्य गावों में से सुरंग के ऊपर वाले गांवों में यही खतरा है । क्या गारंटी कि परियोजना बनने के बाद भी सब सुरक्षित रहेगा? विष्णुप्रयाग बांध की सुरंग के ऊपर चाई- थाई गांवों में वर्षों बाद बर्बादी आई। नेपी कंपनी ने नुकसान से इनकार किया ।
विश्व बैंक द्वारा पोषित इस परियोजना में भी सुरंग के असरों का आकलन नहीं किया जा रहा है। पुर्नवास से कम खर्चा करने का ये तरीका है । आन्दोलन करने पर जेल की धमकी । क्या गंगा, बांध विस्थापित गाँव भारत में नहीं हैं, ये प्रश्न राजेंद्र हटवाले के हैं ।
नरेन्द्र पोखरियाल वर्षों से अपने गाँव की रक्षा व गंगा की अविरलता के लिए संघर्ष करते रहे मगर, भ्रम और वादे ही मिले । समस्याओं का सही समाधान ना देना, इसमें विश्व बैंक केंद्र व राज्य सरकारें शामिल हैं । “ मीडिया कलेक्टिव” द्वारा बनायीं गयी मिनट्स की फिल्म “ ब्लैक स्पॉट” में यही सब समेटने की कोशिश की गयी है । हिंदी में बनी अंग्रेजी शब्दांकन के साथ श्री हेगन देसा ने इसे बनाया है ।
यह फिल्म विष्णुगाड – पीपलकोटि की समस्याओं के माध्यम से सुरंग परियोजनाओं की हकीकत सामने लाती है । जब पूरी गंगा – यमुना – काली- सरयू व उसकी सभी सहायक नदियों को सुरंगों में बांधने की तैयारी है तो यह फिल्म योजनाकारों, सरकारों व कर्जा देने वाले विश्वबैंक जैसे साहूकारों के सामने असलियत रख रही है ,अपेक्षा है वे इससे कुछ सीख पाएंगे ।
आज चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में ग्रामीणों ने फिल्म रिलीज़ की ।

रीना देवी, विमल भाई माटू जनसंगठन
कैम्प- गोपेश्वर, चमोली, उत्तराखंड
ग्राम- छाम, पथरी भाग- 4, पो. आ.- सुभाषगढ़, हरिद्वार, उत्तराखंड < matuganga.blogpost.in> 09718479517

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Darkness is the only end of Dam Tunnels

“Black Spot” – A film made on the impacts of Vishugaad – Peepalkoti tunnels on Alaknanda River released
“We have been ignored and treated merely as a character to laugh at. The tunnel is being built beneath our houses. How much damage will it do, nobody knows. The compensation of previous damages have not been made yet. If we will protest then we will have to face the court cases. The Court has made restrictions on people’s visiting the Dams working sites. Now what to do?”, says Ramlal, a residence of Durgapur Village. Durgapur village is the part of Village Panchayat where dalit families reside. The THDC, Dam Construction Company, is building/ constructing tunnels for Vishnugaad – Peepalkoti Hydro Power Project Power House. Cracks have appeared on the walls of houses present above the tunnels due to high intensity blasts happened during the construction of tunnels, the future has become uncertain.
The condition of the Harsari hamlet of Haat Village is also the same. The other project affected villages are also facing the same threat and uncertainties. What is the guarantee that everything will be secure once the projects will be completed? The tunnel of Vishnuprayag dam have already brought disaster in Chai –Thai Village after years where NEPI Company had denied claims of any losses.
There has been no evaluation done of the impacts from these tunnel in World Bank fostered projects. This is the way of neglecting the much required expenditure on rehabilitation and other issues. We get the threats of arrest if we resist and protest for our rights. Are the Ganga dam affected region not in India?, questioned Rajendra Hatwal.

Narendra Pokhariyal have been struggling since years for security of his Village and constant flow of the River Ganga but got only false promises and increased confusion. World Bank and State government is responsible for not giving the right solutions of the issues. The film “Black Spot” made by Media Collective tried to cover all these aspects. This Hindi film with subtitles in English is made by Hagen Desa.

This film reveals the reality of tunnel projects through the issues prevailing in Vishnugaad – Peepalkoti Dam affected area. When there is planning to bind Ganga – Yamuna – Kali – Saryu and all their tributaries in tunnels, then this film reveals the grim realities and likely impacts in front of development planners, government agencies and financial institutions like World bank, we expect that they will learn a lot from this and bring subsequent changes in their attitude taking people’s and environmental issues on higher priorities.
This film has been released by the villagers in Gopeshwar headquarter of Chamoli district.

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