बुरहान अपनी गर्लफ्रेंड की मुखबिरी पर मारा गया
बुरहान अपनी गर्लफ्रेंड की मुखबिरी पर मारा गया. सूत्र बता रहे हैं कि बुरहान के कई महिलाओं और लड़कियों से संबंध बना रखे थे. सूत्रों का कहना है कि बुरहान से उसकी गर्लफ्रेंड नाराज थी. मोबाइल पर उसकी चैंटिंग भी देख ली थी गर्लफ्रेड ने. इसके बाद से वह बदला लेना चाहती थी. इसी क्रम में उसने सुरक्षा एजेंसियों को उसके बारे में सटीक जानकारी दे दी थी. दक्षिण कश्मीर में हिजुबल मुजाहिदीन को फिर से जिंदा करने वाला बुरहान, 7 साल से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था. 14 साल की उम्र में ही घर से भाग गया था. एनकाउंटर के बाद इसका विरोध भी हो रहा है. हिंसक प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सेना के कैंप पर पत्थरबाजी के अलावा कई गाड़ियों में की तोड़फोड़ की है. बुरहान को जम्मू कश्मीर के त्राल में उसके पैतृक गांव में दफना गया है. बुरहान की शवयात्रा में भारी भीड़ दिखी.हालात को देखते हुए श्रीनगर के 8 थाना क्षेत्र समेत पुलवामा जिले में कर्फ्यू लगाया गया दिया गया है. आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के खिलाफ हुर्रियत ने कश्मीर घाटी में बंद बुलाया था. इसके बाद JKLF के मुखिया यासिन मलिक को हिरासत में लिया गया है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि वानी के एनकाउंटर से घाटी में आतंक नहीं खत्म होगा आतंक. समस्या का हल भी राजनीतिक होना चाहिए.
बुरहान के मारे जाने से दक्षिण कश्मीर में आतंकियों की रीढ़ टूट गई है. इस एनकाउंटर के खिलाफ हुर्रियत ने कश्मीर में बंद का एलान किया है. अलगाववादी संगठन जेकेएलएफ के प्रमुख यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. बुरहान के एनकाउंटर के बाद पुलवामा में हिंसा शुरू हो गई है. जम्मू कश्मीर के ताजा हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि ये बहुत बड़ी खबर है. इसका मतलब है कि घाटी में आने वाले दिन काफी तनाव भरे होंगे. कश्मीर पंडितों ने सरकार से आतंकी बुरहान वानी का शव उसके परिवार को ना सौंपने की अपील की है.
जम्मू कश्मीर में दोबारा से उपजे आतंकवाद का चेहरा बने 21 साल का बुरहान वानी की एनकाउंटर में हुई मौत के बाद घाटी के हालात खराब हो चले हैं। शनिवार को भीड़ सड़कों पर उतर आई और पुलिसवालों पर पथराव किया। वानी के जनाजे में भी हजारों की भीड़ उमड़ी। यह जनाजा पुलवामा जिले के तराल में निकाला गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों के गुस्से के मद्देनजर इस इलाके से सुरक्षाकर्मियों को हटा लिया गया। वहीं, खबर है कि सुरक्षाबलों से संघर्ष में दो प्रदर्शनकारी मारेे गए। वहीं, एक प्रदर्शनकारी की नदी में गिरने से मौत हो गई श्रीनगर के कई इलाकों में प्रदर्शनाकारियों ने पुलिस पोस्ट और सुरक्षाकर्मियों पर हमले किए। कुलगाम स्थित बीजेपी के ऑफिस को भी निशाना बनाया गया। हिंसा में तीन पुलिसवालों समेत 11 लोग घायल हो गए। कर्फ्यू जैसे हालात हैं। ऐहतियाती कदम उठाते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। अनंतनाग जिले के बांदीपोरा, काजीगुंड और लारनू जैसे इलाकों में युवाओं के समूह ने पुलिसवालों और पुलिस स्टेशन पर पथराव किया। कुलगाम जिले के मीर बाजार और दमहाल हाजीपोरा और बारामूला जिले के सोपोर में भी हिंसक प्रदर्शन हुए। दक्षिणी कश्मीर के वेसु इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय की हिफाजत में तैनात पुलिस पिकेट पर भी हमला किया गया। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के क्रेरी, डेलिना, पाटन, पलहालन में भी पथराव की घटना हुई। दक्षिणी कश्मीर के बारसू और शरीफाबाद में भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। कश्मीर के बारामूला से बनिहाल के बीच की ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। इन ट्रेनों को पहले लोगों की भीड़ निशाना बना चुकी है। ऐहतियाती कदम उठाते हुए इन ट्रेनों को शनिवार को नहीं चलाया गया। दुकानें, पेट्रोल पंप, सरकारी दफ्तर और बैंकों में बेहद कम लोग नजर आए। पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी न के बराबर नजर आया। घाटी के शैक्षिक संस्थान छुट्टियों के मद्देनजर बंद हैं।