नए मंत्रियों को अहम मंत्रालयों में रणनीतिक रूप से लाया गया
9 नए चेहरे रविवार को मंत्रीमंडल में शामिल होंगे. इनमें – हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्रसिंह शेखावत, सत्यपाल सिंह, अल्फोंस कन्नाथनम, अश्विनी कुमार चौबे, शिव प्रताप शुक्ला, विरेंद्र कुमार, अंनत कुमार हेगड़े और राज कुमार सिंह शामिल हैं. ‘‘नए मंत्रियों को अहम मंत्रालयों में रणनीतिक रूप से लाया जा रहा है खासकर लोगों तक सीधे पहुंच बनाने पर पूरा ध्यान है.’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को मंत्रिमंडल में किए जा रहे फेरबदल के मद्देनजर अन्नाद्रमुक और जदयू के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. तमिलनाडु की पार्टी में चल रही आंतरिक कलह इसके सरकार में शामिल होने की राह में एक बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है. पार्टी के भीतर के संकट को दूर करने में जुटी अन्नाद्रमुक टीटीवी दिनाकरण की बगावत से जूझ रही है. उधर जदयू सूत्रों ने कहा है कि उन्हें अब तक सरकार में शामिल होने की जानकारी नहीं दी गई है. www.himnalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Print Media)
पार्टी के भीतर के संकट को दूर करने में जुटी अन्नाद्रमुक टीटीवी दिनाकरण की बगावत से जूझ रही है। उधर, जदयू सूत्रों ने कहा कि उन्हें अब तक सरकार में शामिल होने की जानकारी नहीं दी गई है। जदयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारे सांसद दिल्ली में हैं। सरकार में शामिल होने को लेकर पार्टी में कोई विवाद नहीं है लेकिन कल फेरबदल होने के बावजूद अब तक कोई संवाद नहीं किया गया है। भाजपा के सूत्रों ने इन दोनों दलों के सरकार में शामिल होने को लेकर चल रही उलझन को खारिज करते हुए कहा कि चीजें ठीक हो जाएंगी। ऐसा माना जा रहा है कि मोदी की ओर से योग्यता और व्यवहारिक राजनीति पर दिए जाने वाले जोर के बीच संतुलन के तहत छह से ज्यादा मंत्रियों को नए चेहरों के लिए अपने पद छोडऩे पड़ सकते हैं। रविवार को लगभग 10 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जिन केंद्रीय मंत्रियों ने फेरबदल से पहले कल इस्तीफा दिया था, उनके नाम हैं- कलराज मिश्र, बंडारू दत्तात्रेय, राजीव प्रताप रूडी, संजीव कुमार बाल्यान, फग्गन सिंह कुलस्ते और महेंद्र नाथ पांडे। उमा भारती ने भी इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन भाग्य संभवत: उनके पक्ष में है। हालांकि ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कई अन्य लोगों का इस्तीफा हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (3 सितंबर) को प्रस्तावित अपने मंत्रिमंडल विस्तार में नौ लोगों को शामिल करने जा रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद अश्विनी कुमार चौबे और आरा संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह को मंत्री बनाया जाएगा। इनके अलावा शिव प्रताप शुक्ला, वीरेंद्र कुमार, अनंत कुमार हेगड़े, हरदीप सिंह पुरी, गजेन्द्र सिंह शेखावत, सत्यपाल सिंह और अल्फॉन्स कन्नाथनम को भी मंत्री बनाया जाएगा।
रविवार को शपथ लेने वालों में शिव प्रताप शुक्ला उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। केंद्र में मंत्री बनने वाले इन नौ चेहरों में दो पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। इनके अलावा एक पूर्व आईपीएस और एक पूर्व आईएफएस अधिकारी भी हैं। सत्यपाल सिंह यूपी के बागपत से लोकसभा सांसद हैं। इससे पहले वो मुंबई के पुलिस कमिश्नर थे। हालांकि, सत्यपाल सिंह ने मंत्री बनाए जाने पर फिलहाल किसी भी प्रकार की सूचना होने से इनकार किया है लेकिन कहा कि पार्टी जो फैसला करेगी, वह उन्हें स्वीकार्य होगा।
शिवप्रताप शुक्ला उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। ये आपातकाल के दौरान करीब 19 महीने तक जेल में रहे थे। इन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया है। 8 साल तक यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से भाजपा सांसद हैं।
अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर से लोकसभा सांसद हैं। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य हैं। इसके अलावा वे केंद्रीय सिल्क बोर्ड के सदस्य भी हैं। बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं।
वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से लोकसभा सांसद हैं। वे छह बार से लोकसभा सांसद हैं। इन्होंने अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री ली है और चाइल्ड लेबर में पीएचडी की है। वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं. ये 6 बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं. ये इकनॉमिक्स में एमए हैं और बाल मजदूरी पर इन्होंने पीएचडी की है.
हरदीप सिंह पुरी
1974 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी है. ब्राजील और और यूनाएटेड किंगडम में भारत के राजदूत रह चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रह चुके हैं.
हरदीप पुरी 1974 बैच के पूर्व भारतीय विदेश सेवा अधिकारी हैं। इन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी की हिंदू कॉलेज से पढ़े पुरी छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं। इन्होंने जेपी आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। 1974 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी है. ब्राजील और और यूनाएटेड किंगडम में भारत के राजदूत रह चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रह चुके हैं.
अल्फोंस कननथनम किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. केरल कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. दिल्ली में डीडीए कमिश्नर रह चुके हैं. केरल विधानसभा में निर्दलीय विधायक रह चुके हैं. फिलहाल वकालत करते हैं.
अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वे बिहार विधानसभा का चुनाव लगातार 5 बार जीत चुके हैं. वे बिहार सरकार में 8 सालों तक कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. शिव प्रताप शुक्ला यूपी से राज्यसभा सांसद हैं. वे अभी ग्रामीण विकास के लिए पार्लियामेंट स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य हैं. वो यूपी विधानसभा के लिए 1989, 1991, 1993 से 1996 के चुनावों में लगातार चार बार चुने गए हैं.
राजकुमार सिंह
बिहार कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. बिहार के आरा से लोकसभा के सदस्य हैं. भारत के गृह सचिव रह चुके हैं. इंग्लिश साहित्य से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. नेदरलैंड्स में भी पढ़ाई कर चुके हैं.बिहार कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. बिहार के आरा से लोकसभा के सदस्य हैं. भारत के गृह सचिव रह चुके हैं. इंग्लिश साहित्य से पोस्ट ग्रेजुएट हैं. नेदरलैंड्स में भी पढ़ाई कर चुके हैं.
अल्फोंस कननथनम किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. केरल कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. दिल्ली में डीडीए कमिश्नर रह चुके हैं. केरल विधानसभा में निर्दलीय विधायक रह चुके हैं. फिलहाल वकालत करते हैं.
गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान के जोधपुर से सांसद हैं. संसद की फाइनेंस कमेटी के सदस्य हैं. कॉलेज के दिनों में नेशनल गेम्स में भी भाग ले चुके है. दर्शनशास्त्र में एम.फिल कर चुके हैं.
सत्यपाल सिंह पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और यूपी के बागपत से पहली बार सांसद बने हैं. राजनीति में आने से पहले मुंबई के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं. गृह मामलों की संसद की स्टेंडिंग कमेटी के सदस्य हैं. नक्सलवाद पर पीएचडी कर चुके हैं.
अनंत कुमार हेगड़े कर्नाटक के उत्तरी कन्नड़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. ये 28 साल की कम ऊम्र में ही सांसद के रूप में चुने गए थे. लोकसभा सांसद के रूप में यह उनका 5वां कार्यकाल है.
Prime Minister Narendra Modi will expand his Council of Ministers for the third time, and probably for the last time before the country votes for a new Lok Sabha in 2019. As a part of the restructuring, six incumbent ministers have resigned so that they remain free to take on other responsibilities.
As per information coming in, Modi will induct nine new ministers.
Making a careful choice in the talent pool available among his colleagues, the prime minister chose the new ministers with a clear mandate to deliver on his vision of a New India.
Given the task at hand, all the new ministers are likely to be strategically placed in key ministries, especially focusing on last mile delivery directly to the people. The new ministers come from varied walks of life, bringing in their unique professional perspective and proficiency to the Council of Ministers. Many of them also bring rich administrative and governance experience.
The new batch of ministers is highly qualified, with a number of them having professional as well as doctorate degrees. They come from diverse social and economic backgrounds, as well as from across the country — stretching from Uttar Pradesh to Kerala and Karnataka; and Rajasthan to Delhi, Madhya Pradesh and Bihar.
However, the deadlock between the BJP and the JD(U) could not be broken as the party headed by Bihar chief minister Nitish Kumar sought one cabinet berth and one minister of state while the BJP only agreed to give two junior minister berths. With the internal strife in the party far from resolved, it is unlikely that AIADMK will make into the Union Council of Ministers.
Shiv Pratap Shukla
Shiv Pratap Shukla is a Rajya Sabha MP from Uttar Pradesh and a member of the Parliamentary Standing Committee on Rural Development. A law graduate with an LLB from Gorakhpur University, Shukla started off early in politics as a student leader in the 1970s. He served as a Cabinet minister in the Uttar Pradesh government for eight years, and is known for his work in rural development, education and prison reform during his tenure. He was also elected as a Member of the Uttar Pradesh Legislative Assembly for four consecutive times in 1989, 1991, 1993 and 1996.
During the Emergency, he was imprisoned for 19 months under the Maintenance of Internal Security Act (MISA).
Ashwini Kumar Choubey
File image of Ashwini Kumar Choubey. Twitter @AshwiniKChoubey
A Lok Sabha MP from Buxar in Bihar, Ashwini Kumar Choubey is member of the Parliamentary Committee on Estimates and Standing Committee on Energy. He is also a member of Central Silk Board. He has been elected for five consecutive terms to the Bihar Legislative Assembly. He has held important portfolios including health, urban development and public health engineering as a Cabinet minister of the Government of Bihar for eight years.
Choubey started early in politics as the president of the Studen’s Union of Patna University, he was an active part of the Jayaprakash Narayan (JP) movement in the 1970s. He graduated with a BSc (Hons) in Zoology. He was taken into custody during the Emergency under MISA.
He is also credited to have raised the slogan “Ghar – Ghar me ho Shouchalaya ka nirman, Tabhi hoga Ladli Bitiya ka Kanyadaan”, and has helped construct 11,000 toilets for Mahadalit families. He is also known to have an interest in yoga.
Having faced the disastrous Kedarnath floods with his family in 2013, Choubey authored a book Kedarnath Trasadi on the tragedy as well.
Virendra Kumar
Virendra Kumar is a Lok Sabha MP from Tikamgah, Madhya Pradesh. He has had a distinguished career in public service as a six-term Lok Sabha MP. Kumar is the chairperson of the Parliamentary Standing Committee on Labour, and has been chairman of the Joint Committee on Office of Profit and a member of National Social Security Board.
During his multiple stints in Parliament, Virendra Kumar has amongst others been a member of the Parliamentary Committees on Labour and Welfare, Welfare of Scheduled Castes and Scheduled Tribes, Privileges, Petroleum and Natural Gas.
Kumar had actively participated in the JP movement of the 1970s, and went to jail for 16 months under MISA during the Emergency. He had initiated a movement for solving the problems faced by students and opened a library for their assistance.
Coming from the Scheduled Caste community, Kumar has dedicated his life to its service. He has been active in engaging the youth in removing the barriers of caste and class, and works for building orphanages, schools for persons with disability and old age homes. Kumar has an MA in Economics and a PhD in Child Labour.
Anantkumar Hegde
Anantkumar Hegde is a Lok Sabha MP from Uttara Kannada district in Karnataka. He is a member of the Parliamentary Standing Committee on External Affairs and Human Resource Development. Having been elected as an MP for the first time at the age of 28 years, Hedge is now a fifth term Lok Sabha MP.
During his multiple stints in the Parliament, he has been a member of multiple Parliamentary Standing Committees including the likes of finance, home affairs, human resource development, commerce, agriculture and external affairs. Hegde has also been a member of the Spices Board of India for four terms.
Known to have a deep focus on rural India, Hegde is the founder president of Kadamba, an NGO working in the field of rural development, rural health, SHGs, rural marketing and other rural welfare programmes. Additionally, he is also a Tae-kwon-do practitioner, a Korean martial Art.
Raj Kumar Singh
Raj Kumar Singh is a Lok Sabha MP from Arrah, Bihar. He is a member of the Parliamentary Standing Committees on Health and Family Welfare, Personnel, Pensions and Public Grievances and Law & Justice. Raj Kumar Singh is also a former IAS officer of the 1975 batch, Bihar cadre. He rose up the ranks to become the Home Secretary of India.
Singh has served in multiple roles of responsibility including Defence Production Secretary and Joint Secretary Home; as well as heading home, industries, public works and agriculture among other departments in the Bihar government. He is known for his contributions to schemes for police and prison modernization, and laying down a framework for disaster management.
Rearding his educational background, Raj Kumar Singh studied English Literature at St Stephens College, New Delhi, and got a Bachelors Degree in Law thereafter. He also went on to study at the RVB Delft University in Netherlands.
Hardeep Singh Puri
Hardeep Puri is a decorated former IFS officer of the 1974 batch, known for his experience and expertise in foreign policy and national security. Puri is the President and Chairman of Research and Information System for Developing Countries (RIS) think tank, and he was also the vice-president of International Peace Institute, New York.
Puri’s four-decade career in diplomacy spans the multilateral arena, included critical roles of ambassador and permanent representative of India to the United Nations, ambassador to Brazil and the United Kingdom and permanent representative of India to Geneva. As the head of the Indian delegation to the UN Security Council, Hardeep Puri had served as Chairman of the Counter-Terrorism Committee of the UN as well as the president of the United Nations Security Council.
An alumnus of The Hindu College, Delhi University, Puri was a student leader and active during the JP movement. He briefly taught at St Stephens College before joining the IFS.
Gajendra Singh Shekhawat
Gajendra Singh Shekhawat is a Lok Sabha MP from Jodhpur, Rajasthan. He is a member of the Parliamentary Standing Committee on finance and chairperson of the fellowship committee. A technology-savvy, progressive farmer; Shekhawat is one of the most followed political leaders on Quora globally.
Besides his popularity on social media, he is also a sports enthusiast, Gajendra Singh Shekhawat has participated at National and All India Inter University level in basketball. He currently is a Member of the All India Council of Sports and the President of Basketball India Players Association.
He has an MPhil & MA in Philosophy from Jai Narain Vyas University, Jodhpur.
Satya Pal Singh
Satya Pal Singh is a Lok Sabha MP from Baghpat, Uttar Pradesh. He is a member of the Parliamentary Standing Committee on home affairs and Chairperson of the Joint Committee on Offices of Profit. Satya Pal is a former IPS officer of the 1980 batch, Maharashtra cadre, and has been recognized with medals like the Antrik Suraksha Sewa Padak by Government of India in 2008 and a special service medal for extraordinary work in the Naxalite areas of Andhra Pradesh and Madhya Pradesh in 1990.
Satya Pal has been the commissioner of police of Mumbai, Pune and Nagpur – and is credited for breaking the backbone of organised crime syndicates in Mumbai in the 1990s. He has written best-selling books, including writings on topics like tribal conflict resolution and Naxalism. He is a scholar of Vedic studies and Sanskrit, and regularly delivers lectures on spirituality, religious harmony and corruption.
Born in Basauli village in Baghpat, Satya Pal Singh has a MSc and MPhil in Chemistry, MBA in Strategic Management from Australia, MA in Public Administration as well as a PhD in Naxalism.
Alphons Kannanthanam
Alphons Kannanthanam is a former IAS officer of the 1979 batch, Kerala cadre. He is also a practicing advocate. Alphons became famous as Delhi’s “Demolition Man” when he was the commissioner of the Delhi Development Authority, having cleared DDA areas of encroachment removing around 15,000 illegal buildings. This got him listed in TIME Magazine’s list of 100 Young Global Leaders in 1994. Born in a non-electrified Manimala village in Kottayam district to a World War 2 veteran, he pioneered the literacy movement in India as District Collector of Kottayam by making it the first 100 percent literate town in India in 1989.
Alphons also set up the NGO Janshakti in 1994 to get citizens to believe in their ability to make government accountable to people. He is retired from the IAS, to get elected as an Independent Member of Legislative Assembly for Kanjirappally in Kerala from 2006 to 2011. Alphons is a member of the Committee to prepare the final draft of the National Education Policy 2017. He has authored a bestselling book “Making A Difference.”