सीएम क़ोरोना पॉजिटिव-प्रदेश में हड़कंप & शनिवार को लखनऊ में कोरोना के 400 से ज्यादा मामले
25 JULY 20# HIGH LIGHT# Himalayauk Newsportal # मध्यप्रदेश के सीएम के क़ोरोना पॉजिटिव आने के साथ ही प्रदेश की राजनीति में हड़कंप #उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को बीते 24 घंटे में लखनऊ में कोरोना के 400 से ज्यादा मामले सामने आये # दिल्ली: पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1142 नए मामले, अब तक 129531 लोग पॉजिटिव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वे भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती हो गए हैं.
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान के क़ोरोना पॉजिटिव आने के साथ ही प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है. मुख्यमंत्री के स्टाफ़ और उनके करीबी अधिकारियों के क़ोरोना टेस्ट तेज़ी से कराए जा रहे हैं. शिवराज सिंह पिछले कुछ दिनों से रोज़ पार्टी दफ़्तर जा रहे थे जहां पर वो कांग्रेस से आने वाले विधायकों को भाजपा में शामिल करवा रहे थे. अब पार्टी के पदाधिकारियों को भी चिंता हो गयी है. शिवराज सिंह के इस तरह पॉजिटिव आने से प्रदेश के सारे कामकाज ठप होने की आशंका बन गयी है. हालांकि सीएम शिवराज जाने से पहले अपने वरिष्ठ मंत्रियों भूपेन्द्र सिंह और नरोत्तम मिश्रा के ज़िम्मे सारा कामकाज सौंप गए हैं.
CM ने ट्वीट किया, ‘मेरे प्रिय प्रदेशवासियों, मुझे #COVID19 के लक्षण आ रहे थे, टेस्ट के बाद मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं, वह अपना कोरोना टेस्ट करवा लें. मेरे निकट संपर्क वाले लोग क्वारन्टीन में चले जाएं.’
दरअसल, मुख्यमंत्री रोज़ क़ोरोना की हालात को लेकर बैठक करते थे जिसमें इस बीमारी की लेकर क्या हालात हो रही है, इसकी समीक्षा की जाती थी. इस बैठक में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ ही प्रदेश के सारे बड़े अधिकारी शामिल होते थे.
मुख्यमंत्री तक ये कोरोना कैसे पहुंचा इसकी जांच भी की जाएगी. शिवराज सिंह को मधुमेह की बीमारी है जिसके कारण उनको अब भोपाल के कोविड डेडिकेटेड चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. डॉक्टरों की बड़ी टीम उनके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखेगी.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं. इसकी जानकारी शनिवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए दी. इसको लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने तंज करते हुए कहा कि आपको सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखना था.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘’दुख है शिवराज जी आप कोरोना संक्रमित पाए गए. ईश्वर आपको शीघ्र स्वस्थ करें. आपको सोशल डिस्टेंसिंग का ख़याल रखना था जो आपने नहीं रखा. मुझ पर तो भोपाल पुलिस ने FIR दर्ज कर ली थी आप पर कैसे करते. आगे अपना खयाल रखें.’’
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे लोगों के लिए अस्पताल से काम करते रहेंगे ताकि कोई काम नहीं रुके. शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘’ मेरे शुभेच्छुओं ने मेरे लिए जो शुभकामनाएं दी हैं, मैं उसके लिए सभी को धन्यवाद देता हूं. जनता का कोई काम बाधित न हो, इसलिए अस्पताल से काम करता रहूंगा. आप सभी से आग्रह है कि मास्क पहनें, दो गज की दूरी पर रहें और सभी स्वास्थ्य निर्देशों का पालन अवश्य करें.’’
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान को चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा, “कोविड-19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मैं डॉक्टर की सलाह पर चिरायु अस्पताल में एडमिट हो गया हूं. वहां सभी प्रकार के टेस्ट किये गये हैं. मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं.”
राजधानी लखनऊ में हालात बदतर होते जा रहे हैं. बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 429 संक्रमण के मामले सामने आये हैं. प्रदेश की राजधानी ये एक दिन में सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या है. लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या 5853 पहुंच गई है. इनमें से 3337 एक्टिव केस हैं. शहर में अबतक 73 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है. आपको बता दें कि राजधानी लखनऊ एक्टिव केस में प्रदेश में सबसे ऊपर है. साथ ही कोरोना मरीजों की कुल संख्या के लिहाज से भी लखनऊ टॉप पर है. लखनऊ में बेकाबू होते कोरोना के हालात के चलते सीएमओ नरेंद्र अग्रवाल को हटा दिया गया है. कुछ दिन पहले ही अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने सीएमओ दफ्तर का दो बार दौरा किया था. जानकारी के मुताबिक लखनऊ में कोरोना संक्रमण के भयावह होते हालात पर सीएम योगी बेहद नाराज हैं. प्रदेश में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव लखनऊ में हैं. इससे पहले लखनऊ कमिश्नरेट में तैनात एक और आईपीएस अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. एडिशनल डीसीपी रैंक के इस अफसर की रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई. फिलहाल इलाज के लिये आईपीएस को केजीएमयू में भर्ती कराया गया है. लखनऊ कमिश्नरेट में कोरोना का असर व्यापक होता जा रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने सभी साथियों से अपील करता हूं कि कोविड-19 के ज़रा भी लक्षण आये तो लापरवाही न बरतें, तत्काल टेस्ट कराएं और उपचार प्रारम्भ करें.’’ सीएम ने कहा, ‘‘मैं कोरोना वायरस दिशा-निर्देश का पूरा पालन कर रहा हूं. प्रदेश की जनता से मेरी अपील है कि सावधानी रखें, जरा सी असावधानी कोरोना वायरस को निमंत्रण देती है.’’
मुख्यमंत्री ने बताया, ‘‘मैंने कोरोना वायरस से सावधान रहने के हर संभव प्रयास किए, लेकिन समस्याओं को लेकर कई लोग मिलते ही थे. मेरी उन सब को सलाह है कि जो मुझसे मिले वह अपना टेस्ट करवा लें.’’ उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. कोरोना वायरस का समय पर इलाज होता है तो यह बिल्कुल ठीक हो जाता है.
शिवराज सिंह के संक्रमित होने पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने ट्वीट किया है और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. हालांकि ट्वीट में कमलनाथ ने शिकायत भरे लहजे में यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री अगर इस बीमारी को मजाक में नहीं लेते तो इससे आज बचे रहते.
कमलनाथ ने ट्वीट में लिखा, शिवराज जी, आपके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर काफ़ी दुःख हुआ. ईश्वर से आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. बस अफ़सोस इस बात का है कि जब हम कोरोना को लेकर गंभीर थे, तब आप कोरोना को कभी नाटक बताते थे, कभी डरोना बताते थे, कभी सत्ता बचाने का हथियार बताते थे, कभी हम पर कुछ आरोप लगाते थे, कभी कुछ कहते थे, कभी कुछ.
कमलनाथ ने आगे कहा, हम शुरू से कहते थे कि यह एक गंभीर बीमारी है, इससे संभलकर रहने की आवश्यकता है, सावधान रहने की आवश्यकता है, इसके प्रोटोकाल के पालन की आवश्यकता है. शायद आप भी इससे संभल कर रहते, प्रोटोकाल, गाइडलाइन व सावधानी का पूरा पालन करते, इसको मज़ाक़ में नहीं लेते तो शायद आप इससे आज बचे रहते. ख़ैर कोई बात नहीं, आप जल्द स्वस्थ होकर वापस काम पर लौटेंगे, ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है व पूर्ण विश्वास है.
शिवराज सिंह चौहान ने बीती 23 मार्च को चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। सत्ता संभालने के बाद से देखने में आया कि मुख्यमंत्री सतत रूप से लोगों के बीच आते-जाते रहे। कोरोना को लेकर वे निरंतर बैठकें करते रहे। कई अफ़सर कोरोना पाॅजिटिव मिले। विधायकों में कोरोना मिला। दो दिन पहले एक सहयोगी मंत्री का ‘कोविड-19’ टेस्ट पाॅजिटिव आया। कई बार भारी भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग के पैमाने टूटते नजर आये। चौहान राज्यपाल लालजी टंडन की लखनऊ में अंत्येष्टि में शामिल हुए थे। हालांकि कई बार उन्होंने स्वयं और परिवारजनों का कोरोना का टेस्ट कराया। पूर्व में कराये गये टेस्ट निगेटिव आते रहे। सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया के कोरोना पाॅजिटिव पाये जाने के बाद सीएम ने फिर से टेस्ट कराया। इसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी। सीएम को कोरोना होने की भनक लगते ही हड़कंप मच गया। सबसे ज्यादा चिंतित वे लोग हैं जो नियमित तौर पर सीएम के बेहद निकट बने रहते हैं। खास तौर पर सीएम की सुरक्षा में रहने वाले कर्मी खासे भयभीत हैं। कोरोना होने की सूचना स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज ने एक ट्वीट के जरिये दी। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से एहतियात बरतने का अनुरोध किया है। सीएम ने उनके बेहद निकट रहने वालों से क्वारेंटीन होने और जांच कराने का आग्रह भी किया है।
मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट की बैठकों में शिरकत करने वाले सभी सहयोगी मंत्री, हाल ही में मिलने वाले सांसद-विधायक और अफ़सर भी कोरोना की जांच कराने जा रहे हैं। पार्टी के वे नेता भी अपने नमूने दे रहे हैं, जो मुख्यमंत्री के साथ कार्यक्रमों में शामिल रहे या जिन्होंने सीएम से मुलाकात की। इंदौर के बीजेपी सांसद शंकर लालवानी के भाई और भाभी भी कोरोना संक्रमित निकले हैं। पिछले दिनों इंदौर सांसद ने ट्वीट कर बताया था कि उनके पड़ोसी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। यह ख़बर भी सुर्खियों में रही थी कि पड़ोसियों के संक्रमित निकलने के बाद सांसद के कथित दबाव और रसूख़ के मद्देनजर कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन नहीं किया गया। क्षेत्र को सील ना करने को लेकर सवाल उठाये गये थे। कोरोना अब सांसद लालवानी के घर पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भोपाल के जिस निजी अस्पताल में भर्ती हुए हैं, उस अस्पताल के संचालक डाॅक्टर के चार परिजन भी कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। भोपाल में इस निजी अस्पताल को सरकार ने ‘कोविड-19’ के उपचार के लिए अप्रैल माह में चिन्हित किया था। पिछले तीन महीनों में अस्पताल ने दो हजार से ज्यादा रोगियों का उपचार किया है। शिवराज कोरोना से बचने के लिए दिन भर में कई बार आयुर्वेदिक काढ़ा पीते थे। अनेक अवसरों पर उन्होंने काढ़ा पीने सलाह राज्य की जनता को भी दी। शिवराज सरकार ने काढ़े के करोड़ों पैकेट जनता को मुफ्त वितरित भी कराये।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोरोना का समय पर इलाज होता है तो व्यक्ति बिल्कुल ठीक हो जाता है। मैं 25 मार्च से प्रत्येक शाम को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक करता रहा हूं। मैं अब यथासंभव वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोरोना की समीक्षा करने का प्रयास करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी अनुपस्थिति में अब यह बैठक गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरी विकास एवं प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग लेंगे। मैं स्वयं भी इलाज के दौरान प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के हरसंभव प्रयास करता रहूंगा।’
महाराष्ट्र:मुंबई में पिछले 24 घंटों में 1057 मामले सामने आए, जबकि इस महामारी से 54 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 1 लाख 06 हजार 980 हो गए हैं। शहर में अब तक 5984 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजस्थान:राज्य में एक हफ्ते में पांचवीं बार 900 से ज्यादा केस मिले। शुक्रवार को 958 रोगी मिले। बीते 24 घंटे में 8 लोगों की मौत हुई। इनमें सबसे ज्यादा 5 जोधपुर से थे। इसके अलावा बाड़मेर में 2 और नागौर में एक व्यक्ति की जान गई। जोधपुर के बाद अब अलवर में महाविस्फोट हुआ। सबसे ज्यादा 224 रोगी मिले। जयपुर में लगातार आठवें दिन कोई मौत नहीं हुई। यहां परिवहन आयुक्त रवि जैन भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
बिहार:राज्य में शुक्रवार को रिकॉर्ड 1820 संक्रमित मिले। थोड़ी राहत यह कि इससे भी ज्यादा रिकॉर्ड 1873 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर भी लौटे। पटना में 7 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ा। इनमें एक संक्रमित युवक वह भी शामिल है, जिसने एम्स की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। बिहार संक्रमितों की संख्या के मामले में राजस्थान को पीछे छोड़कर 10वें स्थान पर आ गया।
उत्तरप्रदेश:राज्य सरकार ने बताया शुक्रवार को 50 हजार 697 नमूनों की जांच की गई है। इसके साथ अब तक 17 लाख 5 हजार 348 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है। अब तक 33 हजार 995 इलाकों में 1 करोड़ 33 लाख 06 हजार 810 घरों का सर्विलांस लिया गया है। इनमें छह करोड़ 77 लाख 18 हजार 224 लोग रहते हैं। प्रदेश में अब कोविड हेल्प डेस्क की संख्या बढ़कर 56 हजार 164 की गई है। इनके जरिए 69 हजार 633 पॉजिटिव की पहचान की गई है।
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