सहकारी बैंकों में बैंकिंग व्यवस्था चरमरा गयी
14 नवम्बर से प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों में पांच सौ और हजार रूपये के नोटों को जमा करने पर लगे प्रतिबंध के बाद यहां की बैंकिंग व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. इसके साथ ही राष्ट्रीयकृत बैंकों से सहकारी बैंकों को मिलने वाली पूंजी भी अनुपात में नहीं मिल पा रही है. जिसकी वजह से सहकारी बैंकों के एटीएम बंद पड़े हैं.
इन समस्याओं के चलते बैंक के ग्राहकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा होने लग गया है. लड़खड़ाती बैकिंग व्यवस्था को लेकर सहकारिता सचिव ने इस मामले में भारतीय रिजर्व बैंक के स्टेट चीफ से बात की है.
सहकारिता सचिव ने भरोसा किया है कि बैंकों में नयी मुद्रा पहुंचने की पूरी संभावना है. उसके बाद कैश जमा करने बदलने और निकालने में ग्राहको को कोई दिक्कत नहीं होगी. वहीं आज हल्द्वानी काठगादोम के पीएनबी, ओबीसीसहित आधा दर्जन राष्ट्रीयकृत और प्राइवेट बैंको में कैश शार्ट हो गया है. जिसकी वजह से लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.