कोरोना वायरस से कैसे छुटकारा पाया; एक्टर ने बताया उनके परिवार में सभी को कोरोना वायरस हो गया था
वायरस से कैसे छुटकारा पाया- एक्टर पूरब कोहली ने बताया कि उनके परिवार में सभी को कोरोना वायरस हो गया है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को सबसे पहले ये वायरस हुआ, जिसके बाद उनकी पत्नी लूसी को फिर उन्हें और फिर उनके बेटे ओसेन को कोरोना हुआ. पूरब कोहली ने बताया कि इससे ठीक होने के लिए वे और उनका परिवार दिन में 4 से 5 बार स्टीम ले रहा था और नमक-गर्म पानी के गरारे भी कर रहा था. प्राणायाम कर रही हैं और साथ ही गर्म पानी पी रही हैं. उन्होंने आगे बताया कि हल्दी, अदरक और शहद के पेस्ट से उन्हें गले में काफी आराम मिला है. साथ ही उन्होंने गर्म पानी की बोतल को अपने सीने पर रहा, जिससे उनकी छाती को आराम मिला. पूरब ने ये भी कहा कि गर्म पानी से नहाने और ढेर सारा आराम करने से भी वायरस से छुटकारा पाने में मदद मिलती है.
कोरोना वायरस लक्षण हल्के हैं तो क्या करे?
अगर इसके लक्षण हल्के हैं तो आपको वही करना चाहिए तो आप सामान्य सर्दी-जुकाम या फ्लू के वक्त करते हैं. कोविड-19 नाम की बीमारी पैदा करने वाला सार्स-सीओवी-2 वायरस उन सैकड़ों विषाणुओं में से एक है जो इंसानों में सर्दी-जुकाम और फ्लू जैसे लक्षण पैदा करते हैं. इसका संक्रमण ऐसा भी हो सकता है कि आपको इसका कुछ खास पता न चले और ऐसा भी हो सकता है कि मामला फेफड़ों और दूसरे अंगों की कामबंदी तक पहुंच जाए. लक्षणों के इस हद तक पहुंचने की वजह यह है कि यह एक नया यानी नॉवेल कोरोना वायरस है और मानव प्रजाति अब तक इसके खिलाफ सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता (हर्ड इम्यूनिटी) विकसित नहीं कर पाई है.
फिर भी जो मौजूदा अनुमान हैं वे यही कहते हैं कि 80 फीसदी मामलों में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण हल्के या फिर इससे थोड़े ही ज्यादा होते हैं. अगर आप ऐसे लोगों में से हैं तो हो सकता है कि आपको पता ही न हो कि यह कोविड-19 है या कुछ और क्योंकि हो सकता है कि आपकी टेस्टिंग न हुई हो. फिर भी आपके लिए यह अहम है कि आप खुद ही अपने आपको दूसरों से अलग कर लें. इलाज के लिहाज से देखें तो अगर आप में बीमारी के लक्षण अपेक्षाकृत हल्के हैं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है या नहीं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कोविड-19 के जो सबसे आम लक्षण हैं, वे हैं बुखार, थकान और सूखी खांसी. कुछ मरीजों को बदन दर्द, गले में खराश, बंद नाक या फिर नाक बहने की शिकायत भी हो सकती है और इसके साथ डायरिया की भी. इनमें जो लक्षण सबसे परेशान करते हैं वे हैं बुखार और बदन दर्द. इनके लिए आप निश्चिंत होकर पैरासिटामोल ले सकते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुरुआत में कहा था कि कोविड-19 से संक्रमित लोग आईबूप्रोफेन न लें. लेकिन बाद में उसने यह सलाह वापस ले ली. तो कह सकते हैं कि बदन में दर्द से राहत के लिए दर्दनिवारक दवाइयां भी ली जा सकती हैं.
बंद नाक का इलाज आप डीकंजेस्टेंट्स और नेजल सलाइन से कर सकते हैं. गले में खराश हो तो शहद और नमक-पानी के गरारे जैसे पुराने और असरदार नुस्खे आजमाए जा सकते हैं.
खांसी थोड़ा आगे का मामला हो जाता है, लेकिन इसमें भी आपको शहद, भाप लेने और सलाइन नोज स्प्रे जैसे उपायों से राहत मिल सकती है. सूखी खांसी के मामले में कफ सप्रेसेंट्स ज्यादा काम नहीं करते. इम्यून सिस्टम यानी शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाना भी जरूरी है. इसके लिए पर्याप्त आराम करें और स्वास्थ्यवर्धक चीजें खाएं. कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि जिंक की गोलियां सर्दी-जुकाम और फ्लू के प्रकोप की अवधि को कम कर देती हैं. लेकिन इस बारे में अभी और अध्ययनों की जरूरत है.
सर्दी-जुकाम और फ्लू में कई लोग विटामिन सी लेने की सलाह भी देते हैं. हालांकि इसके कोई बहुत वजनदार सबूत नहीं कि इससे फायदा होता है, लेकिन नुकसान होने की संभावना भी बहुत कम है.
ऑस्ट्रेलिया सरकार के जो दिशा-निर्देश हैं उनके मुताबिक कोविड-19 के हल्के लक्षणों वाले जिन मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है वे अपना ‘सेल्फ-आइसोलेशन’ खत्म कर सकते हैं बशर्ते. उनमें लक्षणों की शुरुआत हुए 10 दिन हो चुके हों. 72 घंटों से पहले उनमें बीमारी के तीव्र लक्षण खत्म हो चुके हों. यह लेख मूल रूप से द कन्वर्जेशन पर प्रकाशित हुआ है.
गूगल ने अपने सर्च इंजन में रखा वरियता क्रम में- BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Hariwar Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## Special Report