Coronavirus; भारत में मौत की दर दुनिया में सबसे कम & Top News 3 June 20
3 JUNE 20 ; Himalayauk Bureau: गुजरात के दहेज में एक कैमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट से लगी आग में 40 लोग झुलस गए. यह विस्फोट दहेज के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक फैक्ट्री में हुआ. # उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फखरपुर पुलिस थाने में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है. # कोरोना के खिलाफ ज्यादा कारगर है यह नया मॉलिक्यूल # वा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेंद्र शुक्ला (BJP MLA Rajendra Shukla) ने भी बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) से मदद मांगी है. # चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा लगभग टल गया है
Covid-19 India Updates: देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोना से 2 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 5500 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. कोरोना संक्रमितों का यह आंकड़ा राज्यों से आए डेटा के आधार पर है. बता दें कि दुनिया के सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित 10 देशों की सूची में भारत 7वें स्थान पर है.
इस लिस्ट में अमेरिका 18 लाख से ज्यादा केस के साथ पहले नंबर पर है. अमेरिका में अब तक 1 लाख 5 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 5 लाख 26 हजार संक्रमितों के आंकड़ों के साथ ब्राजील दूसरे नंबर पर है. यहां अब तक करीब 30 हजार लोगों की मौत हुई है. तीसरे नंबर पर रूस में 4 लाख 14 हजार से ज्यादा संक्रमित मामले हैं और यहां अब तक 4800 लोगों की जान गई है.
ब्रिटेन चौथे स्थान पर है जहां 2 लाख 77 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं और 39 हजार से ज्यादा लोगों की मौत यहां हुई है. इसके बाद स्पेन और इटली का नंबर आता है. स्पेन में अब तक 27 हजार लोगों की मौत हुई है और 2 लाख 39 हजार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हैं. वहीं, इटली की बात करें तो यहां 33 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 2 लाख 33 हजार से ज्यादा संक्रमित हैं. एक्टिव मामलों की बात करें तो अमेरिका में 12 लाख 47 हजार, ब्राजील में 2 लाख 85 हजार, रूस में 2 लाख 33 हजार, ब्रिटेन में 2 लाख 37 हजार, स्पेन में 62 हजार और इटली में 41 हजार से अधिक सक्रिय मामले हैं.
बता दें कि भारत में कोरोनावायरस के मरीजों के ठीक होने की दर 48.07 फीसदी पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को बताया गया कि देश में कोरोनावायरस की चपेट में आए मरीजों में से 95527 ठीक हो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोनावायरस संक्रमण से मौत की दर दुनिया में सबसे कम है.
लखनऊ. राज्य में 24 घंटे में 369 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। अब कुल संख्या 8870 हो गई है। मंगलवार को 369 नए मामलेे मिले। यह एक दिन में संक्रमितों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही यह चौथा मौका है जब प्रदेश में 24 घंटे में 300 से ज्यादा मरीज मिले। 31 मई को 378 केस सामने आए थे। 21 मई को 341 और 19 मई को 323 संक्रमित मिले थे।
2404 प्रवासी संक्रमित
24 घंटे में राज्य में 9718 सैंपलकी जांच की गई, इनमें से 9349 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई। अब कुल मरीजोंकी संख्या 8729 पहुंच गई है। इनमें 2404 प्रवासी कामगार शामिल हैं। वहीं, मंगलवार को प्रदेश में 7 और मरीजों की मौत हुई। इनमें आगरा, गौतमबुद्धनगर में 1-1, कानपुर में 2 और गाजियाबाद में 3 संक्रमितों की जान गई। अब तक प्रदेश में 234 की मौत हो चुकी है। 146 मरीज और स्वस्थ हो गए हैं। अब तक 5176 (59.2 प्रतिशत) मरीज ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में 3,319 एक्टिव केस हैं।
बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में फखरपुर पुलिस थाने में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है. फखरपुर थाने में दो और पुलिसकर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब इस थाने में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. संक्रमितों में दो दारोगा और तीन सिपाही शामिल हैं. इन मामनों के बाद अब पूरे थाने की कोविड-19 जांच दोबारा होगी. पांचों संक्रमितों को एल-1 अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
थाना प्रभारी प्रकाश त्रिपाठी ने बुधवार को बताया कि पूरे थाने का वृहद स्तर पर सैनीटाइजेशन कराया जा रहा है. थाने के 77 पुलिस कर्मियों की कोविड-19 जांच हुई थी जिनमें पांच को छोड़कर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. अब इन निगेटिव रिपोर्टों वाले 72 पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच दोबारा कराई जाएगी. पांच कोविड-19 संक्रमित पुलिसकर्मी जिन मोहल्लों में रह रहे हैं उन्हें हॉटस्पाट घोषित कर सील किया गया है.
बहराइच में 89 हुए कोरोना संक्रमित
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि मंगलवार देर रात दो व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 89 हो गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि इनमें से 62 मरीज स्वस्थ हो गए हैं जबकि 27 का इलाज किया जा रहा है.
गौरतलब है कि 15 मई को महाराष्ट्र से श्रमिकों को लेकर आ रहा पिकप वाहन मदन कोठी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस दुर्घटना में एक श्रमिक की मौत हो गई थी जबकि 31 घायल हुए थे. मृतक सहित कुल आठ श्रमिकों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वही, घटनास्थल से इन्हें अस्पताल ले जाने वाले एक दारोगा व दो कांस्टेबल भी कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे.
भरूच: कैमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट से लगी आग में 40 लोग झुलस गए.
गुजरात के दहेज में एक कैमिकल फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट से लगी आग में 40 लोग झुलस गए. यह विस्फोट दहेज के इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित एक फैक्ट्री में हुआ. फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां आग बुझाने के काम में जुटी है. समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि संयंत्र के पास के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है क्योंकि रासायनिक आग जहरीली है.
तस्वीरों में कैमिकल प्लांट के ऊपर से धुंए का एक बड़ा गुबार दिखाई दे रहा है. भरूच के कलेक्टर एमडी मोदिया ने पीटीआई को बताया “दोपहर में एक एग्रो-केमिकल कंपनी के बॉयलर में विस्फोट होने के बाद लगभग 35-40 श्रमिकों को जलने की चोटें मिलीं. सभी घायलों को भरूच के अस्पतालों में ले जाया गया है और आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं.
लोगों ने आग के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए. यह प्लांट केमिकल मेजर यशस्वी रसायन प्राइवेट लिमिटेड का है, जो इंडस्ट्रियल यूज के लिए 15 से अधिक केमिकल का उत्पादन करता है. आग के स्रोत के पास के क्षेत्रों में रासायनिक आग विशेष रूप से खतरनाक है क्योंकि जहरीली गैसें व्यापक रूप से फैल सकती हैं.
पिछले महीने, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले में एलजी पॉलीमर्स इंडिया के एक संयंत्र में एक रासायनिक रिसाव से 200 लोगों की मौत हो गई और 11 लोगों की मौत हो गई थी, कोरोनोवायरस लॉकडाउन के कारण बेकार पड़े प्लांट से गैस रिसाव से 1,000 और लोग प्रभावित हुए थे.
एलजी पॉलिमर ने भारत में पॉलीस्टाइनिन और एक्सपेंडेबल पॉलीस्टायर्न बनाया. कच्चा माल, स्टाइलिन, ज्वलनशील होता है और जलने पर एक जहरीली गैस छोड़ता है.
कोरोना के खिलाफ ज्यादा कारगर है यह नया मॉलिक्यूल
नॉवेल कोरोनावायरस से फैली कोविड-19 महामारी की दवा के लिए दुनिया भर में रिसर्च हो रहे हैं. ऐसे में रोग की रोकथाम करने के लिए रिसर्चर्स ने नया केमिकल मॉलिक्यूल (Molecule) खोजा है. रिसर्चर्स को एक नए मॉलिक्यूल का पता चला है, जो इस वायरस के खिलाफ कारगर साबित हो सकता है. रिसर्चर्स ने इस वायरस का कोरोनावायरस के ऊपर टेस्ट भी किया है, जिसके रिजल्ट अच्छे आए हैं. यह कोविड 19 की कारगर दवा बनाने में अहम खोज है.
अमेरिका में यह मेथड Calxinin के नाम से पेटेंट हुआ है. इस रिसर्च में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज, यूनिवर्सिटी आफ लॉयला, शिकॉगो और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको ने हिस्सा लिया है. हंसराज कॉलेज में केमिस्ट्री डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर ब्रजेश राठी मॉलिक्यूल खोजने वाली इस टीम के मुख्य रिसर्चर हैं.
इस मॉलिक्यूल का टेस्ट करोनावायरस पर हो चुका है, जिसके रिजल्ट काफी अच्छे रहे हैं. अब इस मॉलिक्यूल का क्लीनिकल ट्रायल शुरु होगा जो ब्रिटेन की दो कंपनियां- Redcliffe Bio science’s Limited और Future Therapeutic Limited करेंगी. दवा बनाने में क्लीनिकल ट्रायल अंतिम चरण है.
बता दें कि अभी तक करोना संक्रमित बीमारी में फिलहाल दो दवा प्रचलित है एक hydroxide chloroquine (हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन) और Remdesivir (रेमडेसीविर). लेकिन अब डॉक्टर ब्रजेश राठी का दावा है कि अभी तक के रुझानों में इन दोनों दवा के मुकाबले नया मॉलिक्यूल ज्यादा कारगर दिख रहा है.
भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेंद्र शुक्ला (BJP MLA Rajendra Shukla) ने भी बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) से मदद मांगी है.
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) लॉकडाउन (Lockdown) में मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए मसीहा साबित हुए हैं. उन्होंने अब तक कई मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में काफी मदद की है. इतना ही नहीं, उन्होंने मजदूरों के खाने-पीने का भी बखूबी इंतजाम किया. ऐसे में सभी सोनू सूद (Sonu Sood Twitter) की खूब तारीफ कर रहे हैं. इसी बीच रीवा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजेंद्र शुक्ला (BJP MLA Rajendra Shukla) ने भी बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) से मदद मांगी है.
राजेंद्र शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, ‘सोनू सूद जी, ये रीवा/सतना मध्यप्रदेश निवासी काफी दिनों से मुंबई में फंसे हैं और अभी तक वापस नहीं पहुंच पाए हैं. कृप्या इनको वापिस लाने में हमारी मदद करें.’ जिस पर एक्टर सोनू सूद ने लिखा, ‘सर, अब कोई नहीं फंसेगा. आपके प्रवासी भाई कल आपके पास भेज देंगे सर. कभी मध्यप्रदेश आया तो जरूर खिलाना.’
राजेंद्र शुक्ला ने सोनू सूद से मदद मांगी तो कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने भाजपा विधायक पर तंज कसते हुए लिखा, ‘आंखों पर यकीन नहीं होता कि जो खुद विधायक और पूर्व में मंत्री भी रहा, मध्यप्रदेश और देश में इन्हीं की सरकार है, सीएम और पीएम इन्हीं की पार्टी के हैं. महाराष्ट्र में भी इनके सांसद और विधायक हैं, फिर भी मदद सोनू सूद से मांग रहे हैं, थोड़ी भी शर्म हो तो इस्तीफा देकर घर बैठ जाओ, बेहतर होगा.’
चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा लगभग टल गया है
Cyclone Nisarga: मुंबई और महाराष्ट्र के लिए बड़ी राहत की खबर है. चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा लगभग टल गया है. एजेंसी स्काईमैट के अनुसार, हालांकि बारिश और तेज हवाएं जारी रहेंगी लेकिन हवाओं की गति 50 किमी/घंटे से ज्यादा नहीं रहेगी. साइक्लोन निसर्ग के केंद्रबिंदु ने लैंडफॉल का चरण पूरा कर लिया है. निसर्ग तूफान महाराष्ट्र से गुजर चुका है और गुजरात की ओर बढ़ गया है. यही नहीं, इसकी तीव्रता भी कम हो गई है.चक्रवात निसर्ग बुधवार दोपहर को महाराष्ट्र के तटों से टकराया था.इस दौरान, कई जगहों पर बारिश और तेज हवाएं चलने की खबरें आई थीं.
एनडीआरएफ प्रमुख एस एन चौधरी ने ट्वीट में कहा कि चक्रवाती तूफान निसर्ग से आज दोपहर मुंबई से 100 किलोमीटर दूर अलीबाग के पास लैंडफॉल हुआ. उन्होंने कुछ तस्वीरें भी शेयर की थींं जिसमें भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच पेड़ गिर हुए दिखाई दे रहे थे . वहीं, मौसम विभाग ने कहा कि भूदर्श (लैंडफॉल) की प्रक्रिया एक घंटे में पूरी हो जाएगी. इस दौरान, रायगढ़ जिले के अलीबाग में भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर देखा गया. मौके पर एनडीआरएफ की टीमें मौजूद रही और लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया था .
इससे पहले, मौसम विभाग ने अपने ट्वीट में कहा, “चक्रवात निसर्ग का केंद्र महाराष्ट्र तट के काफी करीब है. भूस्खलन की प्रकिया शुरू हो गई है और यह अगले तीन घंटों तक जारी रहेगी.” मौसम विभाग के अनुसार, इस तूफान के असर से अगले 12 घंटों में 100 से 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश के अलावा भूस्खलन भी हो सकता है.
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एएनआई को बताया कि चक्रवात को देखते हुए गुजरात और महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की करीब 43 टीमें तैनात की गई हैं, जिसमें से 21 टीमें महाराष्ट्र में हैं. साइक्लोन वाली जगहों से करीब 1 लाख लोगों को बाहर निकाला गया है.
इस बीच, पुलिस ने कल देर रात आदेश जारी करके, लोगों को समुद्र तट, पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों के साथ मुंबई तटीय रेखा पर सैर सपाटा करने से रोका है.
मौसम विभाग के मुताबिक, बीती एक सदी में ये पहला चक्रवाती तूफ़ान है जो महाराष्ट्र के तट से टकराया. इससे पहले 1948 और 1980 में दो बार चक्रवाती तूफ़ान उठा था लेकिन वो तट से नहीं टकराया, समुद्र में ही कमज़ोर पड़ गया था.
निसर्ग के खतरे को देखते हुए, मध्य रेलवे ने मुंबई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला और कुछ के समय में परिवर्तन किया है. मध्य रेलवे (सीआर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुम्बई से चलने वाली पांच विशेष ट्रनों का समय बदला गया है और तीन विशेष ट्रेनों के मार्ग को बदला जाएगा. बदलाव के बाद एलटीटी- गोरखपुर विषेष अब सुबह 11 बजकर 10 मिनट की बजाय रात आठ बजे रवाना होगी. एलटीटी- तिरुवनंतपुरम विशेष सुबह 11 बजकर 40 की बजाय शाम छह बजे और एलटीटी-दरभंगा विशेष दोपहर सवा 12 की बजाय रात साढ़े आठ बजे रवाना होगी.
मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बताया था कि अरब सागर में कम दबाब के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के और प्रबल होने की संभावना है. यह बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा.
इस तूफान का निसर्ग नाम बांग्लादेश ने दिया। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बनने वाले तूफानों के नाम बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड देते हैं। भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में चक्रवातों की नई सूची जारी की थी। इसमें निसर्ग, अर्णब, आग, व्योम, अजार, तेज, गति, पिंकू और लूलू जैसे 160 नाम शामिल हैं। पिछली लिस्ट का आखिरी नाम अम्फान था। यह नाम थाईलैंड ने दिया था।
महाराष्ट्र और गुजरात ने आपदा से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात कर दिया है और जिन क्षेत्रों के चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. कोविड-19 महामारी के संकट से पहले से जूझ रहे दोनों पश्चिमी राज्यों ने चक्रवात से मुकाबले के लिए कमर कस ली है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर उन्हें केंद्र द्वारा हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया था.