DEHRADUN प्राधिकरण; भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाही न होने से भ्रष्टाचार शिष्टाचार ;मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ गया, सख्त कार्यवाही भ्रष्टो के लिए नजीर बनेगी?
HIGH LIGHT # देहरादून में प्राधिकरण सहायक अभियंता की भ्रष्ट कार्यशैली # अकूत दाैैैलत # अपने आकाओ की शह से कोई चिंता नही, # कोई डर नही, # भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरा हैं सहायक अभियंता # हरिद्वार में तैनाती के दौरान तत्कालीन उपाध्यक्ष ने कार्यशैली में सुधार न आने पर पदमुक्त कर मूल विभाग में भेज जाने के लिए शासन को लिखा था पत्र # अज्ञात स्त्रोत से एकत्रित की गई संपत्ति के मामले में शासन से हुए थे जांच के आदेश, # सहायक अभियंता एई को हैं उच्च अधिकारी और आकाओ का संरक्षण# नहीं हो पाती हैं जाच पर कोई संख्त कार्यवाही भ्रष्टाचार # कोई कार्रवाई नही, कोई नियम नही सब ढेगे पर # एई ने कमाई अकूत दौलत # Himalaya UK News youtube Channel & Leading Newsportal
उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाही न होने से भ्रष्टाचार शिष्टाचार बनता जा रहा है, देहरादून के एक विभाग में तैनात सहायक अभियंता खासा चर्चाओं में हैं। बताया जा रहा हैं कि यह सहायक अभियंता देहरादून से पूर्व हरिद्वार मे तैनाती रही हैं। सूत्र बताते हैं कि इस तैनाती के दौरान एई ने कालोनाइजरों के साथ मिलीभगत के चलते जमकर अवैध उगाही की हैं। कई सील कालोनी में मकानों के नक्शे तक पास कर दिए हैं जिसकी जांच भी अभी चल रही हैं।
इस कार्यशैली के चलते तत्कालीन उपाध्यक्ष ने प्रतिनियुक्ति पर आये इस एई को पदमुक्त करने के लिए शासन को संस्तुति भेजी थी पर एई द्वारा मामले को उच्च न्यायालय के समक्ष ले जाने के बाद कोर्ट के नियमानुसार कार्रवाही के आदेशों के पश्चात् भी मामला आज-तक लम्बित चला आ रहा हैं। इसी बीच उपाध्यक्ष का तबादला होने के बाद दूसरा अधिकारी सीट पर आ गया।
नए बॉस का संरक्षण मिलने के बाद एई की अवैध वसूली का खेल फिर शुरू हो गया। भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया, हरिद्वार में एई पद पर रहते इस अधिकारी के लिए न कोई नियम था और न कानून सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने का जुनून रहा। जिससे आम जन तथा प्रभावित लोग इनकी कार्यशैली से खासा त्रस्त रहे। एई की भ्रष्ट कार्यशैली का मामला मुख्यमंत्री जनता दरबार तक भी पहुंचा , कार्रवाही के आदेश भी हुए पर आकाओ के संरक्षण से एई की जांच ठण्डे बस्ते में डाल दी गई ।
शनै शनै मामला बढ़ा तो एई की कार्यशैली से त्रस्त सैकड़ों लोगों ने कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर भ्रष्ट एई का पुतला दहन किया। इस बीच आका का ट्रांसफर भी देहरादून उच्च पद पर हो गया। जिससे कुछ अरमानों पर पानी तो फिरा, मगर वर्गवाद साम धाम दण्ड भेद से काम निकलने लगा। यही नहीं अपने ही विभागीय अधिकारियों की शिकायत अपने उच्च अधिकारियों से अपने नंबर बढाने की रणनीति सफल होने लगी। सामाजिक नेता जेपी बडोनी ने भ्रष्ट सहायक अभियंता कार्यशैली को लेकर प्रकाशित लेख की प्रति के साथ उत्तराखण्ड शासन को एक पत्र भेजकर मामले में सतर्कता विभाग से जांच कराए जाने की मांग की जिससे जेपी बड़ोनी के पत्र का संज्ञान लेते हुए उत्तराखण्ड शासन के निर्देश पर प्राधिकरण के भ्रष्ट कार्यशैली को लेकर चर्चित अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच मुख्य प्रशासक उत्तराखण्ड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण देहरादून को सौंपी गई।
अपनी रणनीति से जांच को पैंडिग करवा दिया गया, सख्त कार्यवाही न करते हुए और गंभीर शिकायतों के बाद आखिरकार एई का स्थानंतरण कुमाउ क्षेत्र में किया गया। जहां तबादला हुआ था वहां के कमिश्नर अपनी न्याय प्रियताऔर सख्त अनुशासन के लिए जाने जाते हैं, इन्ही कमिश्नर महोदय ने हरिद्वार में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहते हुए एई को पदमुक्त किए जाने के लिए शासन को पत्र लिखा था। अब यहां एई की दाल गल नहीं सकती थी। इसलिए कुछ ही दिनों में अपने आकाओ से दबाव डलवा कर अपना तबादला देहरादून में कराने में सफल हुए और फिर एई महोदय उसी ढर्रे पर चल पड़े , जहां से शुरूआत की थी।
सहायक अभियंता के तमाम गंभीर भ्रष्टाचारो पर निष्पक्षता से जांच में रोडा अटकता रहा, जिससे यह बचते रहे, चर्चा है कि कुमायू कमिश्नर सरीखे सख्त न्याय प्रिय सरीखे अधिकारी से जांच करवाई गई तो गाज गिरनी तय हैं। चर्चा है कि देहरादून प्राधिकरण में जिस क्षेत्र का जिम्मा इन सहायक अभियंता महोदय को दिया हैं उस क्षेत्र के लोग भी इन एई साहब की कार्यशैली से तंग आ चुकें हैं। जनता एई के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन करने की तैयारी में हैं। बताया जा रहा हैं कि मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ गया हैं लेकिन उच्च अधिकारी आकाओ की अनुनय विनय के कारण एई बार-बार कार्रवाही से बचते जा रहे हैं। आम जन कह रहे हैं कि कहावत हैं कि भ्रष्टाचारी कब-तक खैर मनाएगा ; एक दिन तो कार्रवाही की जद में इनकी भ्रष्टाचार की पोल खुलकर ही रहेगी जो उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार फैला कर अकूत दौलत कमा रहे लोगो के लिए नजीर ही साबित होगी ।
हाईकोर्ट के तेजतर्रार अधिवक्ता रक्षित जोशी Mob 8126290414 से आम जनता ने संज्ञान लेने का निवेदन किया
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