दीपा को खेल रत्न अवार्ड + नजमा, पुरोहित, वीपी- राज्यपाल बनााये
दीपा को मिलेगा खेल रत्न अवार्ड ; ब्रेकिंग- अन्य खबर- #वीपी सिंह बदनोर बने पंजाब के राज्यपाल #बनवारी लाल पुरोहित बनें असम के राज्यपाल #नजमा हेपतुल्ला को मणिपुर का गवर्नर नियुक्त किया गया#
www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) CS JOSHI- EDITOR ;; दीपा को मिलेगा खेल रत्न अवार्ड ; भारतीय जिमनास्ट को राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड दिए जाने की सिफारिश, खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति करेंगे सम्मानित # शाबास दीपा# हिमालयायूके न्यूज पोर्टल परिवार- की ओर से हार्दिक बधाई# दीपा कर्माकर को मिलेगा खेल रत्न अवार्ड # दीपा कर्माकर ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया.
जयपुर की एक महिला को उस समय कुछ राहत मिली जब उसने ट्वीट पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी और उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस महिला की मदद के लिए कहा। इस महिला ने दीपा कर्मकार के लिए एक ट्वीट किया था जिसके बाद ट्वीटर पर उन्हें कई तरह की बातें कही गईं। इस महीला ने दीपा कर्मकार के ओलिंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट पर परफार्म करने से पहले एक ट्वीट में कहा था कि दूसरे देश के जिम्नास्ट मेडल के लिए प्रोडुनोवा वॉल्ट, जिसे मौत का वॉल्ट भी कहा जाता है, नहीं करते हैं. आज वह (दीपा कर्मकार) ओलिंपिक मेडल के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा रही है. जिंदगी की कीमत पर मेडल के लिए दाव किसी देश (डैम्न कंट्री) में नहीं लगाया जाना चाहिए.
ट्वीट में देश को ‘डैम्नड कंट्री’ कहने की वजह महिला कई लोगों की नजर में चढ़ गईं और उन्हें ट्वीट पर ही तमाम तरह की धमकियां मिलने लगीं।
कई ट्वीट पर धमकी मिलने के बाद महिला ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से संपर्क साधा और उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से महिला की मदद करने के लिए कहा। राज्य की मुख्यमंत्री को जब इस घटना के बारे में पता चला तब जयपुर के कमिश्नर संजय अग्रवाल को फोन किया गया। उन्होंने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से संपर्क करने को कहा।
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद हमने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से साधा। आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और सर्विस प्रोवाइडर के जरिए धमकाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है।
महिला ने साफ कहा कि वह किसी प्रकार का कोई इंटरव्यू नहीं देना चाहती और न ही वह यह चाहती है कि उसकी पहचान उजागर हो। उन्होंने कहा कि एक छोटी से बात का बतंगड़ बना दिया गया और अब मैं यह सब भूलकर आगे बढ़ना चाहती हूं।
खिलाड़ी वो होता है जो अपने खेल के प्रति लाखों लोगों में रोमांच पैदा कर दे. जिसके कारण उस खेल को देखने के लिए लोग बेक़रार हो जाएं. जब कोई खिलाड़ी ऐसा करता है तो वो मेडल से ज़्यादा उस खेल को लाखों लोगों का सपना बना देता है. दीपा जिस ‘प्रोदुनोवा’ की माहिर है, उसका नाम तक नहीं सुना था. उसी की वजह से जाना, पढ़ा और रोमांचित हुआ. तब से आसपास जिस किसी फ़ुर्तीले शख़्स को देखा, उसमें दीपा को देखने लगा. हवा में उड़ती हर शै में दीपा नज़र आने लगी. दीपा ने अपने खेल को एक नया मुक़ाम दिया है. वो मेडल नहीं जीत सकी तो क्या हुआ, उसने सवा करोड़ की आबादी वाले एक देश को अपने खेल के रूप में नायाब मेडल दिया है. आने वाले दिनों में न जाने कितनी लड़कियों में दीपा सपने बनकर आया करेगी. लड़कियां अपने ख़्वाब में मेडल नहीं, दीपा को देखा करेंगी. भारत की दीपा की कलाबाज़ी उन सपनों की उड़ान है, जो अपनी तंग ज़िंदगी के एकांत में देखे जाते हैं। जहां न कोई मुल्क होता है, न मंत्री, न मीडिया न पैसा। बचपन में मॉस्को ओलिंपिक के जिमनास्ट की तस्वीरों को देखकर आहें भरा करते थे, आज भारत की जिमनास्ट के लिए आहें भर रहे थे. 30-35 साल बाद एक सपने को जी लिया, तो सिर्फ और सिर्फ दीपा की वजह से. दीपा कर्माकर ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया.