भगवान सूर्य का 13 अप्रैल से राशि परिवर्तन से पूर्व ही भूकम्प के झटके
Top Breaking: 12 April 20 Time 6.20pm; दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए. आशा है कि सभी लोग सुरक्षित हों. मैं आप में से हर एक की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.
कोरोनावायरस (Coronavirus) के कहर के बीच रविवार शाम को दिल्ली और एनसीआर में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके (Earthquake News) लगभग 5 सेकंड तक महसूस किए गए हैं. बता दें कि देश में कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लगा हुआ है. भूकंप का केंद्र दिल्ली-यूपी था, वहीं इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई.
12 April 20: करोना का डर अभी थमा भी नही था कि भूकम्प की दहशत फैल गयी-एडा, दिल्ली, गाजियाबाद समेत आस-पास के इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए. गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी इनको महसूस किया गया. शाम तकरीबन पौने छह बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये झटके इतने तेज थे कि इनको साफतौर पर घरों में महसूस किया गया. कई घरों में पंखे हिलने लगे. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 3.5 आंकी गई. भूकंप से फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है.इससे पहले पिछले साल 25 सितंबर को शाम तकरीबन साढ़े चार बजे इसी तरह दिल्ली और आस-पास के इलाकों में भूकंप के झटके को महसूस किया गया था. उस वक्त भूकंप का केंद्र भारत-पाकिस्तान सीमा को बताया गया था और इसकी तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 6.3 मापी गई. इसका केंद्र लाहौर से 173 किलोमीटर दूर बताया गया था और भारत में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव जम्मू-कश्मीर में देखने को मिला था.
High Light# क्या है सूर्य के राशी परिवर्तन का प्रभाव- 13 अप्रैल 20 #सर्य मीन राशि से मेश राशि में प्रवेश करेगा # राशि परिवर्तन से दुनिय़ा भर को कुछ राहत मिलने की भी संभावना # ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार हर साल अप्रैल में बैसाखी मनाई जाती है. इस बार यह त्योहार 13 अप्रैल को है. # 13 अप्रैल से मेष राशि में उच्च के हो जाएंगे : हिमालयायूके न्यूजपोर्टल की प्रस्तुति
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूंकप की तीव्रता 3.5 मापी गई है. लॉकडाउन के बीच दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर लोगों ने भूंकप की प्रतिक्रिया दी है. लोगों को कहना है कि भूकंप के झटके तेज थे, लेकिन रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 थी.
क्या है सूर्य के राशी परिवर्तन का प्रभाव- 13 अप्रैल 20 – Himalayauk Execlusive;
मेष संक्रांति 13 अप्रैल को है। संक्रांति का अर्थ होता है सूर्य का किसी राशि में गोचर होना। 13 अप्रैल 2020 को सूर्य ग्रह मेष राशि में गोचर करेगा और 14 मई तक यह इसी राशि में स्थित रहेगा। मेष सूर्य ग्रह की उच्च राशि है। इस राशि में सूर्य प्रबल होता है और अच्छे परिणाम देता है। सूर्य देव–
सृष्टि में ऊर्जा के स्रोत भगवान सूर्य 13-14 अप्रैल के मध्य राशि परिवर्तन कर रहे हैं। पिछले एक महीने तक मीन राशि में रहने के बाद अब वह 14 अप्रैल से मेष राशि पर होंगे। सूर्य अब अगले एक महीने तक यानी 13 मई तक मेष राशि में रहेंगे। सूर्य के इस राशि परिवर्तन के दौरान विभिन्न राशियों पर इस गोचर का अलग-अलग प्रभाव रहेगा। जानकारों के अनुसार अप्रैल में हो रहा सूर्य का राशिपरिवर्तन ज्यादातर राशियों के लिए उन्नति और सौभाग्य के अवसर लाएगा। लेकिन दो राशियों के जातकों को अगले एक महीने तक विशेष सावधानी से काम लेना होगा। यह दो राशियां हैं वृषभ और कन्या।
सूर्य हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं. सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में जाते हैं तो उसे संक्रांति कहते हैं. 13 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में जा रहे हैं और इस राशि परिवर्तन का हर राशि पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा. सूर्य का ये राशि परिवर्तन आपके लिए कैसा रहेगा और राशि अनुसार क्या उपाय करके आप सूर्य की विशेष कृपा पा सकते हैं. इस राशि परिवर्तन का देश-दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा. ज्योतिषियों के अनुसार सूर्य के राशि परिवर्तन के साथ अब तमाम शुभ कार्य किए जा सकेंगे और इस राशि परिवर्तन से दुनिय़ा भर को कुछ राहत मिलने की भी संभावना बनती है.
उल्लास और उमंग का यह पर्व बैसाखी अप्रैल माह के 13 या 14 तारीख को जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है, तब मनाया जाता है। यह केवल पंजाब में ही नहीं, बल्कि उत्तर भारत के अन्य प्रांतों में भी उल्लास के साथ मनाया जाता है। सौर नववर्ष या मेष संक्रांति के कारण पर्वतीय अंचल में इस दिन मेले लगते हैं। लोग श्रद्धापूर्वक देवी की पूजा करते हैं तथा उत्तर-पूर्वी सीमा के असम प्रदेश में भी इस दिन बिहू का पर्व मनाया जाता है। इस दिन दान का बहुत महत्व माना गया है।
2020 सर्य मीन राशि से मेश राशि में प्रवेश
Vaisakhi 2020: हिन्दी पंचाग के अनुसार पहला महीना चैत्र और दूसरा महीना वैशाख का होता है। वैशाख माह में आने वाले महत्वूर्ण पर्व वैशाखी है। वैशाखी का आगमन पृथ्वी के परिवर्तन के दर्शाता है। इस बार वैशाखी इस दिन सर्य मीन राशि से मेश राशि में प्रवेश करेगा। वैशाखी का पावन पर्व हिंदुओं और सिखों का एक प्रमुख पर्व है। यह प रवि की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक भी है | पून्य काल की शुरुआत सुबह 7.10 बजे शुरू होगी। इससे लोग दिनभर दान पूजन का लाभ ले सकेंगे। इस पर्व के अलग अलग जगहों पर भिन्न-भिन्न नाम से जाना जाता है। केरल में विश्य कहलाता है, बंगाल में इसे नव वर्षा और बिहार में इसे बैसाख के नाम से पुकारा जाता है। वैसाखी का पर्व पंजाब के साथ साथ पूरे उत्तर भारत में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। आज हम आपको वैसाखी का शुभ महुर्त और परंपरा के बारे में बताएंगे। वैशाखी 2020 शुभ महुर्त शुभ महुर्त – सुबह 7.10 बजे से वैशाखी 2020 परंपरा किसानों के लिए महत्वपूर्ण दिन वैशाखी का संबंध फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है इसी दिन गेहूं की पकी फसल को काटने की शुरुआत होती है। किसान इसलिए खुश है कि फलस की रखवाली करने की चिंता खत्म हो गई है इस दिन सुबह उठकर नहा धोकर मंदिर और गुरूद्वारों में जाकर भगवान को अच्छी फसल मिलने के लिए धन्यवाद देते हैं। इस पर्व पर पंजाब के लोग अपनी रिति रिवाज के अनुसार भागड़ा करते हैं। खालसा पंत की स्थापना वैसाखी के दिन ही दिन 13 अप्रैल 1699 को सिखों के 10वें गुरू गुरू गोविंद सिंह जी ने खालसा पंत की स्थापना की थी। सिख इस त्योहार को सामूहिक जन्मदिन के रूप में मनाते हैं। मौसम के बदलाव पर्व वैशाखी का पर्व जब आता इस समय सर्दी की समाप्ति और गर्मियों का आगमन होता है। इसी के आधार स्वरुप यह एक परंपरा धर्म और प्रकृति के परिवर्तन से जुड़ा यह समय वैशाखी पर्व की महत्वता को दर्शाता है। व्यापारियों के लिए यह अहम दिन होता है। इस दिन देवी दुर्गा और भगवान शंकर की पूजा होती है। कई जगह व्यापारी लोग आज के दिन नए कपडे पहन कर अपने बही खातों का आरंभ करते हैं।
मुख्य रूप से किसानों का पर्व है. यह पंजाब, हरियाणा और आसपास के प्रदेशों का प्रमुख त्योहार है. इस दौरान रबी की फसल पककर तैयार हो जाती है. फसल काटने के बाद किसान नए साल का जश्न मनाते हैं. यही नहीं बैसाखी के दिन ही 1969 में सिखों के दसवें और अंतिम गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. बैसाखी सिखों के नए साल का पहला दिन है. इसके अलावा बैसाखी के दिन सूर्य मेष राशि में प्रवेश करता है इसलिए भी इसे त्योहार के रूप में मनाया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाकर बैसाखी की शुभकामनाएं देते हैं और जगह-जगह पर मेले लगते हैं. हिन्दुओं में बैसाखी के दिन धार्मिक नदियों में नहाना मंगलकारी माना जाता है. हालांकि इस बार कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश व्यापी लॉकडाउन है. ऐसे में बैसाखी पर होने वाले सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है. आप भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने घर में ही रहें और परिवार के साथ बैसाखी की खुशियां बांटें.
राशियो पर क्या होगा प्रभाव
मेष
सूर्य का गोचर आपके
लिए बहुत ही शानदार रहने वाला है। इस दौरान मेष राशि के जातकों को बढ़िया परिणाम
मिलेंगे। सरकार की ओर से आपको लाभ मिलेगा। मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि
होगी। इस अवधि में आपको कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
वृष
वृष राशि के जातकों
को सूर्य के गोचर से मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। इस दौरान यह आपके व्यय भाव भाव में
प्रवेश करेगा। ऐसे में आपके खर्चे बढ़ जाएंगे। इस समय आप अपने शत्रुओं पर विजय
प्राप्त करेंगे। नौकरी में स्थानांतरण के योग बन रहे हैं।
मिथुन
मिथुन राशि वालों के लिए प्रबल सूर्य बहुत ही शुभ परिणाम देगा।
यह आपके लाभ भाव में प्रवेश होगा। इस अवधि में आपकी आमदनी बढ़ेगी। आप किसी तरह की
उपलब्धि प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि आपके अंदर थोड़ा अभिमान बढ़ सकता है। समाज
में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा।
कर्क
कर्क राशि वालों के लिए यह अवधि बहुत ही अनुकूल होगी। खासतौर से
कार्यक्षेत्र में आपको अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है। गोचर के दौरान सूर्य
आपके ग्रह आपको कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान दिलाएगा। यदि आप अपने कर्मक्षेत्र में
दिक्कत का सामना करते आ रहे हैं तो वे समस्याएं दूर होंगी।
सिंह
आपके भाग्य भाव मे सूर्य का गोचर करेगा। इससे आपके भाग्य में
वृद्धि होगी। सामाजिक कार्यों में आप बढ़कर चढ़कर हिस्सा लेंगे। आपकी मानसिक शक्ति
प्रबल होगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय भी सफल साबित होंगे। इस दौरान आपको नौकरी
में स्थानांतरण होंगे।
कन्या
कन्या राशि वालों को इस दौरान थोड़ा सावधानी बरतने की आवश्यकता
होगी। खासकर सेहत को लेकर सावधान रहें। धन हानि के भी योग बन रहे है इसलिए इस पर
थोड़ा ध्यान दें। वर्तमान परिस्थितियों को लेकर भी मन बेचैन रहेगा। मानसिक तनाव
अपने ऊपर हावी न होने दें।
तुला
सूर्य के गोचर में आपको बहुत ज्यादा शुभ परिणाम नहीं मिलेंगे।
इस अवधि में सूर्य आपके विवाह भाव में प्रवेश करेंगे जिसके कारण आपके दांपत्य जीवन
पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जीवनसाथी से मनमुटाव होने की संभावना है। लेकिन
व्यापार के लिए परिस्थितियां अनुकूल होंगी।
वृश्चिक
आपको इस अवधि में बहुत ही अनुकूल परिणाम मिलेंगे। सरकारी
क्षेत्र से कुछ अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आप अपने शत्रुओं को भी मात देने में आप
सफल होंगे। यदि कोर्ट कचहरी में आपके खिलाफ कोई मामला है तो उसका फैसला आपके हक
में आ सकता है।
धनु
आपके संतान भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस अवधि में आपको
मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। प्रेम जीवन में परिस्थितियां आपके विपरीत नजर आ सकती
हैं। इस दौरान प्रियतम के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है। इसलिए उनकी
भावनाओं का ख्याल रखें।
मकर
आपको समाज में मान
सम्मान मिलेगा। पैतृक संपत्ति में वृद्धि होने की पूरी संभावना है। सरकारी क्षेत्र
से भी अच्छे लाभ मिलेंगे। यदि आप नौकरी करते हैं तो नौकरी में आपको अच्छा
इंक्रीमेंट और पदोन्नति मिल सकती है। हालांकि माता जी की सेहत का ध्यान रखने की
आवश्यकता है।
कुंभ
इस अवधि में आपके
प्रयास आपको सफलता दिलाएंगे। आपके जोश और उत्साह में वृद्धि होगी। आप निडर होकर
कार्य करेंगे। आपको कुछ नए लोगों से मिलने का मौका मिलेगा, जो आपके व्यापार को नई दिशा
देने में मदद करेंगे।
मीन
सूर्य का गोचर आपके धन भाव (दूसरे भाव) में होगा। इस दौरान आपके धन में वृद्धि होगी। अगर रुका हुआ पैसा है तो वह आपके पास आएगा। हालांकि इस बीच आपकी वाणी में कठोरता का भाव देखा जाएगा। आप लोगों से कटु भाषा बोल सकते हैं।
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