मुंबई के एलफिन्सटन रोड रेलवे स्टेशन ; 22 लोगों की मौत 37 घायल
हादसे पर हादसे #अब तक रेलवे से 34 जुड़े हादसे #जिनमें 79 लोगों की मौत #सुरेश प्रभु के रेल मंत्री रहते 3 साल में 300 से ज्यादा छोटी बड़ी रेल दुर्घटनाएं #पीयूष गोयल के रेल मंत्री के रूप में 26 दिन के कार्यकाल में 3 रेल हादसे
www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) Bureau
मुंबई के एलफिन्सटन रोड रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 37 लोग घायल हैं. खबरों के मुताबिक, भगदड़ शॉर्ट सर्किट हो जाने के अफवाह के कारण मची. घायलों को परेल के केईएम अस्पताल ले जाया गया है. मुंबई में शुक्रवार की अल सुबह बारिश हुई है. एलफिन्सटन रेलवे ब्रिज दशकों पुराना है. सामान्य दिनों में यहां वैसे भी बहुत भीड़ रहती है, लेकिन शुक्रवार को बारिश होने की वजह से लोगों ने इस ब्रिज के नीचे आसरा ले रखा था. अफवाह फैलने के बाद लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई. ये घटना सुबह साढ़े नौ के आस-पास हुई. आपदा प्रबंधन के मुताबिक हादसे में अब तक 27 लोगों की मौत, KEM अस्पताल में जख्मी भर्ती हैं और उन्हें खून की जरुरत है लेकिन अस्पताल में खून की कमी हो गई है. लोगों से ब्लड डोनेशन की अपील की जा रही है.
इस साल अब तक रेलवे से 34 जुड़े हादसे हो चुके हैं जिनमें 79 लोगों की मौत हुई. सुरेश प्रभु के रेल मंत्री रहते 3 साल में 300 से ज्यादा छोटी बड़ी रेल दुर्घटनाएं हुई. पीयूष गोयल के रेल मंत्री के रूप में 26 दिन के कार्यकाल में 3 रेल हादसे हुए
एलफिंस्टन रोड रेलवे स्टेशन ब्रिज हादसे के लिए रेलवे ने बारिश को माना जिम्मेदार, अपनी नाकामी से पल्ला झाड़ा
हादसे पर हादसे हो रहे हैं लेकिन कहानी सिर्फ जांच और बहानों पर जा टिकती है. एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज की समस्या की जानकारी रेलवे और सरकार को थी लेकिन समय रहते कुछ किया नहीं गया. इस साल अब तक रेलवे से 34 जुड़े हादसे हो चुके हैं जिनमें 79 लोगों की मौत हुई. सुरेश प्रभु के रेल मंत्री रहते 3 साल में 300 से ज्यादा छोटी बड़ी रेल दुर्घटनाएं हुई. पीयूष गोयल के रेल मंत्री के रूप में 26 दिन के कार्यकाल में 3 रेल हादसे हुए हैं. पीयूष मंत्री के रहते अब चौथा बड़ा हादसा मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर हुआ है.
मुंबई के परेल इलाके से सटे एलफिंस्टन ब्रिज पर भगदड़ मचने से 22 लोगों की मौत हो गई. कई लोग जख्मी भी हुए और इन सब के पीछे इस पुल का संकरा, छोटा होना और पुराना होना सबसे बड़ी वजह रहा है. एक मामूली अफवाह और बारिश की वजह से भगदड़ मची. सुबह 9.30 बजे के करीब हर दिन की तरह मुसाफिर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए पुल की सीढ़ियों पर चढ़ रहे थे, लेकिन उसी समय मुसाफिरों की बीच एक अफवाह आग की तरफ फैली और इतना बड़ा हादसा हो गया.
जिस ब्रिज पर 22 लोगों की मौत हो गई उसकी मरम्मत के लिए शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु को चिट्ठी लिखी थी लेकिन प्रभु ने कहा था कि ग्लोबल स्लोडाउन है इसलिए पैसे नहीं है. 20 फरवरी 2016 को प्रभु ने चिट्ठी लिखकर सावंत को जवाब दिया था.
इस पुल पर रोज 3 लाख लोग आते जाते हैं. पुल को जितना चौड़ा होना चाहिए वो नहीं था. पुल की सीढ़िय़ां सिर्फ 6 फुट चौड़ी हैं. बारिश की वजह से भारी भीड़ इस पुल पर जमा हो गई. संकरे पुल पर आने जाने की जल्दी में भगदड़ मच गई. फुट ओवर ब्रिज की कम चौड़ाई ही भगदड़ की वजह बन गई. किसी वजह से लोगों में अफरा तफरी मची और बचने के लिए पुल पर जगह नहीं थी.
1867 में एलफिंस्टन स्टेशन बना था. ये फुटओवर ब्रिज 104 साल पुराना था. तब की आबादी के हिसाब से पुल बना था. अब आबादी कई गुना ज्यादा हो चुकी है, लेकिन पुल की चौड़ाई जस की तस है. सिर्फ एलफिंस्टन रोड ही नहीं मुंबई में ऐसे कई पुल हैं जो संकरे हैं.
वेस्टर्न रेलवे ने एक प्रेस नोट में बताया कि भारी बारिश से बचने के लिए लोग ओवरब्रिज पर आ गए थे जिसके कारण वहां अत्यधिक भीड़ हो गई. शुरूआती जानकारी के मुताबिक इसके बाद ओवरब्रिज के टूट जाने की अफवाह फैली जिसके चलते यह भगदड़ मची.
रेल राज्यमंत्री ने कहा है कि विपक्ष को इस हादसे को बुलेट ट्रेन से नहीं जोड़ना चाहिए, ये रेल हादसा नहीं है. रेल राज्यमंत्री ने ये भी कहा कि लोगों को ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, जबभी कोई घटना होती है, कुछ लोग मौके ढूंढने लगते हैं.
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि ब्रिज की दुर्दशा के बारे में कोई सवाल ही नहीं उठे हैं, भगदड़ मचने की वजह से लोगों को मौत हुई है.
एक नया ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा. इसके अलावा स्टेशन पर प्लेटफार्म को भी एक्सटेंड किया जाएगा. दादर पुलिस थाने में सीआरपीसी की धरा 174 के अंतर्गत एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट रजिस्टर की गई है. इसमें बताया गया है कि 22 लोगों की मौत हुई और 39 घायल हुए.
शिवसेना लीडर संजय राउत ने कहा है कि सरकार के ऊपर सदोष मनुष्यवध का एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए और रेलवे मंत्रालय पर मुकदमा चलना चाहिए.
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने एलफिन्सटन हादसे पर गुस्सा और दुख जताया है, ‘मुंबई सबसे ज्यादा टैक्स चुकाती है, लेकिन बदले में हमें क्या मिलता है?’ महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा है, ‘ऐसी घटनाओं की वजह से सरकार बदनाम हो चुकी है, लोग परेशान हैं.’
शेखर कपूर ने कहा है कि जितनी असमानता मुंबई में दिखाती है उतनी कहीं नहीं.
क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए लिखा है, ‘एक इंसान की जिंदगी की कीमत कितनी कम है. लोग टैक्स चुकाने के बाद भी ऐसी दुर्घटनाओं में मर रहे हैं.’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ की वजह से अपना जीवन खो चुके लोगों के प्रति संवेदना जताई है.
फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर ने ट्विटर पर लिखा, ‘मुंबई में ही सबसे ज्यादा अमीरी और गरीबी का फर्क दिखाई देता है. यहां दुनिया का महंगा रियल एस्टेट हैं लेकिन एलिफिन्सटन जैसी घटनाएं होती है.’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, ”महाराष्ट्र सरकार और रेल मंत्रालय हादसे की जांच करेंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी. मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे घायलों का इलाज महाराष्ट्र सरकार कराएगी.”
रेल मंत्री ने कहा, ”मुझे घटना का दुख है और जिन परिवार के लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई हैं उनके लिए मैं सांत्वना व्यक्त करता हूं. जो भी लोग घयाल हुए हैं वो जल्दी ठीक हों. पश्चिमी रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के जरिए हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. सभी परिवारों के लिए मुझे दुख है. इस प्रकार की घटनाएं ना हों इसके लिए हम प्रयास करेंगे और प्रतिबद्ध हैं.” रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया है कि पश्चिमी रेलवे के मुख्य सुरक्षा अधिकारी इसकी जांच करेंगे. रेल मंत्री ने ट्वीट किया, ”हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. घायलों के सेहत में सुधार पर की प्रार्थना करता हूं.”