इसको खाते ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से कम होता है; चार घंटे के अंदर इसके फायदे
अखरोट आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है, यह तो आप जानते हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी, कि अखरोट खाने के फायदे आपको सिर्फ 4 घंटे में मिलना शुरू हो जाते हैं। जी हां, अखरोट खाने से आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से कम होता है, और इसका असर चार घंटों में ही देखा जा सकता है। एक शोध में यह बात साबित हुई है। लगभग एक मुट्ठी अखरोट खाने पर आप चार घंटे के अंदर इसके फायदे देख सकते हैं। इससे न केवल आपका कोलेस्ट्रॉल कम होता है बल्कि यह आपकी नसों को और अधिक लचीला बनाने में भी मदद करता है। इसके साथ ही आपके शरीर में रक्त संचार आसान हो जाता है जिससे हृदय पर अधिक दबाव नहीं पड़ता।
अखरोट शरीर में थर्मोजेनिक प्रभाव पैदा करता है, जिससे हृदय की धमनियों में जमा हुआ वसा घुलनशील अवस्था में आकर धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है। इस तरह से आपके हृदय को शरीर में रक्त संचार के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। अखरोट में प्राकृतिक मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें जिंक, कॉपर, फास्फोरस, आयरन और कैल्शियम जैसे तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो आपके शरीर के आंतरिक अंगों को पोषित कर उन्हें बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।
अखरोट की 100 ग्राम मात्रा में लगभग 600 कैलोरी होती है। इसे खाने से शरीर को अत्यधिक एनर्जी मिलती है। आपके जानकर आश्चर्य होगा कि यह वजन घटाने के लिए भी बेहतरीन है, क्योंकि इसकी थोड़ी मात्रा भी आपको विटामिन पी, एफ, सी, विटामिन बी9, बी2 और विटामिन ए मिलता है, वह भी भरपूर एनर्जी के साथ।
इन सभी विटामिन और मिरनल्स के अलावा अखरोट फैटी एसिड, ओमेगा 3 और ओमेगा 6 का भी एक बेहतरीन स्त्रोत है, जो आपके मस्तिष्क के अंगों के लिए फायदेमंद है और यादददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं।
यह पैंक्रियाज ग्रंथि में होने वाले कैंसर से आपके बचाता है और महिलाओं में स्तन कैंसर की संभावना को कम करता है। इसके अलावा यह रक्त को जमने से रोकता है और टाइप 2 डाइबिटीज से भी बचाता है। प्रतिदिन कम मात्रा में अखरोट का सेवन करना आपकी सेहत के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो कर्इ तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आपको बचाए रखता है। तो फिर इंतजार किस बात का, आज शुरू कीजिए अखरोट खाना।
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तेजी से मोटापा घटाने वाले इस जूस के बनाने के लिए आपको कोई खास चीज की जरूरत भी नहीं है। आपके घर में आम तौर पर उपलब्ध होने वाली कुछ चीजें ही इस जूस को बनाने में मदद करती हैं। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए –
1 नींबू 1 ग्लास पानी 1 कुकंबर 1 चम्म्च पिसा हुआ अदरक 1 चम्मच एलोवेरा जूस 1 गड्डी हरा धनिया
इन सभी सामग्रियों को पानी के साथ मिलाकर मिक्सर में पीस लें। अब इस जूस को रात में सोने से पहले पिएं। यह आपके वजन को कम कर मोटापा कम करने में बहुत मददगार साबित होगा। इन सभी चीजों का मिश्रण आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म को गति देगा और और जिस समय आप नींद में होंगे आपका मेटाबॉलिज्म सक्रिय होकर मोटापा कम करने में सहायक होगा। प्रतिदिन इस जूस का सेवन कुछ ही दिनों में आपको मोटापे से निजात दिला देगा। खास तौर से पेट की चर्बी को कम करने में यह बेहद काम की चीज है।
इन 5 बातों को जानकर आप जरूर चौंक जाएंगे।
धूम्रपान के बाराबर नुकसानदेह है शुगर – क्या आप जानते हैं कि शकर आपकी सेहत के लिए उतनी ही हानिकारक है जितनी की शराब या सिगरेट। जी हां हम बात कर रहे हैं उन मिठाइयों की, जिन्हें आप रोजाना किसी न किसी बहाने अपनी डाइट में शामिल करते हैं। कैलिफोर्निया युनिवर्सिटी में हुए एक शोध के अनुसार शर्करा की अधिक मात्रा आपको शराब और सिगरेट की तरह ही नुकसान पहुंचाती है।
2 खुश रहने के लिए बस 1 घंटा अतिरिक्त नींद – यूएस म मनोचिकित्सकों के एक समूह द्वारा किए गए एक शोध के परिणाम यह बात साबित करते हैं, कि हर रात 1 घंटा अतिरिक्त नींद आपको खुश रखने में अधिक सहायक होती है, बजाए अन्य कारणों के।
3 व्यायाम करना मोटापा कम नहीं करता – हम बताना चाहते हैं, कि केवल व्यायाम करना आपके मोटापे को कम नहीं कर सकता। दरअसल व्यायाम के साथ ली गई सही डाइट आपके दुबलेपन के आंकड़ों को तय करती है। यह जरूरी नहीं कि आप केवल व्यायाम करने भर से पतले हो सकते हैं। हालांकि मोटापे के लिए इसे एक इलाज के तौर पर लिया जा सकता है, जिसका पालन सही डाइट के साथ किया जाए। हलांकि इसके अलावा भी व्यायाम के कई फायदे हैं।
4 च्विंगम से तेज होता है दिमाग – एक शोध में यह बात साबित हुई है, कि सुबह के समय च्विंगम चबाने से आपका दिमाग सक्रिय होता है और आप मानसिक रूप से थकान महसूस नहीं करते। यही नहीं, इससे आपकी याददाश्त में लगभग 35 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है।
5 सभी बैक्टीरिया हानिकारक नहीं होते – रोज की दिनचर्या में बेशक हमारा सामना कई तरह के बैक्टीरिया से होता है। बल्कि एक स्वस्थ इंसान अपने आसपास लगभग हजार तरह के बैक्टीरिया से घिरा होता है। लेकिन यह सभी आपको नुकसान न पहुंचाकर आपके लिए फायदेमंद भी होते हैं। शोध के अनुसार इनमें हानिकारक बैक्टीरिया 1 प्रतिशत से भी कम होते हैं।
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वैज्ञानिकों की मान्यता है कि विविध रंगों का मानव के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव पड़ता है और प्रत्येक रंग के अपने विशेष आरोग्यकारक गुण होते है। रंग असंतुलन अर्थात रंगों की कमी या अधिकता के कारण मनुष्य के शरीर में कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
> > सामान्य रूप से देखने पर सूर्य का प्रकाश सफेद ही दिखाई देता है पर वास्तव में वह सात रंगों का मिश्रण होता है। कांच के त्रिपार्श्व से सूर्य की किरणों को गुजारने पर दूसरी ओर इन सात रंगों को स्पष्ट देखा जा सकता है। किसी विशेष रंग की कांच की बोतल में साधारण पानी, चीनी, मिश्री, घी, ग्लिसरीन आदि तीन-चौथाई भरकर सूर्य की किरणें दिखाने से या धूप में रखने से उस कांच द्वारा सूर्य के प्रकाश से उसी रंग की किरणों को ग्रहण किया जाता है और उसी रंग का तत्व और गुण पानी आदि वस्तु में उत्पन्न हो जाता है और वह सूर्यतप्त (सूर्य किरणों द्वारा चार्ज की गई वस्तु रोग-निवारण गुणों और स्वास्थ्यवर्धक तत्वों से युक्त हो जाती है।
इन सूर्यतापित वस्तुओं के उचित भीतरी और बाहरी प्रयोग से मनुष्य के शरीर में रंगों का संतुलन कायम रखा जा सकता है और अनेक प्रकार के रोगों को सहज ही दूर किया जा सकता है। यही सूर्य किरण चिकित्सा है।> सूर्य की किरणों में सर्वरोगनाशक अद्भुत शक्ति है, यह बात हमारे ऋषि-मनीषी हजारों साल पहले अच्छी तरह जानते थे, परन्तु आधुनिक युग में सूर्य किरण चिकित्सा और रंग-चिकित्सा का अनुसंधान और विकास कार्य विदेशों में हुआ। अब ‘सूर्य-किरण-चिकित्सा’ भारत में भी निरंतर लोकप्रिय होती जा रही है।