जीएसटी की दरों में अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल
अगर जीएसटी सही है, तो इसमें लगातार बदलाव की जरूरत क्यों पड़ रही है- यशवंत सिन्हा
अरुण जेटली ने कहा कि अब एसी रेस्टोरेंट में सिर्फ 5 फीसदी जीएसटी लगेगा लेकिन फाइव स्टार होटलों को यह छूट नहीं मिलेगी. अरुण जेटली ने जीएसटी कौंसिल की 23वीं बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कुल 178 वस्तुओं के जीएसटी रेट को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया गया है. जेटली ने कहा कि नई दरें 15 नवंबर से लागू होंगी. जेटली ने यह भी बताया कि कुछ अन्य वस्तुओं के जीएसटी रेट में भी बदलाव किया गया है. जेटली ने बताया कि 13 वस्तुओं को 18% के स्लैब से हटाकर 12% के स्लैब में डाला गया है, 8 वस्तुओं को 12 फीसदी के स्लैब से 5 फीसदी के स्लैब में डाला गया है और 6 वस्तुओं को 5 फीसदी के स्लैब से हटाकर उनपर जीएसटी 0 फीसदी कर दिया.
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी लागू करने में अपने दिमाग का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा, “नोटंबदी के बाद 20 लाख लोगों की नौकरी खत्म हो गई. अब सरकार नोटबंदी को सफल बताने के लिए झूठ का सहारा ले रही है.” उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी को पूरी तरह असफल बताया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वित्तमंत्री बदलने की मांग भी की.
वही दूसरी ओर गुजरात चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार ने जीएसटी में बड़ा बदलाव करके जनता और कारोबारियों को बड़ी राहत दी है. जीएसटी काउंसिल की बैठक में आज जीएसटी की दरों में अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल किया गया. 178 सामानों पर जीएसटी की दर 28 प्रतिशत से 18 प्रतिशत हो गई है, यानी ये सामान सस्ते हो गए हैं. 13 सामानों पर जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है. 6 सामानों पर जीएसटी 18 से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गय़ा है. 8 आइटम पर जीएसटी 12 से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है. अब 28 प्रतिशत के स्लैब में सिर्फ 50 सामान ही रह गए हैं. यानी कुल 211 सामान अब सस्ते हो जाएंगे. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि जीएसटी काउंसिल समय-समय पर दरों की समीक्षा करती रही है. पिछली तीन बैठकों में 28 प्रतिशत की दर पर सरकार ने विचार किया और कुछ सामानों पर दरें कम कर दी.
जबकि पटना में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा, “नोटबंदी का उद्देश्य पूरा नहीं हुआ है और कोई कालाधन भी वापस नहीं आया है, बल्कि 99 फीसद करेंसी वापस आ गई है.” अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्तमंत्री रहे सिन्हा ने जीएसटी पर भी नरेंद्र मोदी सरकार को पूरी तरह असफल बताते हुए कहा कि अगर जीएसटी सही है, तो इसमें लगातार बदलाव की जरूरत क्यों पड़ रही है. उन्होंने कहा कि समाज जब आर्थिक दृष्टिकोण से मजबूत होगा, तभी लोगों को रोजगार मिल पाएगा. यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर तंज कसते हुए कहा कि वह अपनी गलती सुधारने के लिए रोज बदलाव कर रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग को ‘जुबानी जमा खर्ची’ बताते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसी मांग करने से कुछ नहीं होने वाला है. इसके लिए मुख्यमंत्री विधानसभा से प्रस्ताव पास कराएं और केंद्र सरकार को भेजें.
जीएसटी कौसिंल ने चॉकलेट से लेकर डिटर्जेंट तक आम इस्तेमाल वाली 178 वस्तुओं पर कर दर को मौजूदा 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला किया है. बिहार के उप -मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यह जानकारी दी. फाइव स्टार होटलों को छोड़कर एसी रेस्तरां में 18 फीसदी से घटाकर जीएसटी की दर 5 फीसदी कर दी गई है. कौसिंल ने 28 प्रतिशत के सर्वाधिक कर दर वाले स्लैब में वस्तुओं की संख्या को घटाकर सिर्फ 50 कर दिया है जो कि पहले 227 थी. जीएसटी कौसिंल ने यहां अपनी 23वीं बैठक में शुक्रवार को 178 वस्तुओं पर कर दर में कटौती कर दी.
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्य व्यापक खपत वाली वस्तुओं को 28 प्रतिशत कर दायरे में रखने का विरोध कर रहे थे. जीएसटी दर के इस स्लैब में ज्यादातर लग्जरी और अहितकर वस्तुओं को रखा गया है.
दरें तय करने वाली (फिटमैंट) समिति ने 28 प्रतिशत के स्लैब में आने वाली वस्तुओं की संख्या को घटाकर 62 करने की सिफारिश की थी जबकि कौसिंल ने इसमें वस्तुओं की संख्या को घटाकर 50 कर दिया है.
देश में नई जीएसटी प्रणाली का कार्यान्वयन एक जुलाई से किया गया है. इसमें पांच कर स्लैब 0 प्रतिशत, पांच प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत व 28 प्रतिशत रखे गए हैं.
सुशील मोदी ने कहा, ‘28 प्रतिशत कर स्लैब में 227 वस्तुएं थी. फिटमैंट समिति ने इसमें वस्तुओं की संख्या घटाकर 62 करने की सिफारिश की थी जबकि जीएसटी कौसिंल ने इससे भी आगे बढ़कर 12 और वस्तुओं को इसके दायरे से हटाने का फैसला किया है.’
इन सामानों पर लगेगा अब 18% जीएसटी
उन्होंने कहा कि सभी तरह की च्युइंगम, चॉकलेट, फेशियल मैकअप तैयारी के सामान, शैविंग और शैविंग के बाद काम आने वाले सामान, शैंपू, डियोडोरेंट, कपड़े धोने के डिटरजेंट पाउडर व ग्रेनाइट और मार्बल पर अब 18 प्रतिशत दर से जीएसटी लगेगा.
उन्होंने कहा-इस बात पर सहमति थी कि 28 प्रतिशत श्रेणी में केवल अहितकर व गैर जरूरी सामान ही होंगे.
सुशील मोदी ने कहा, ‘इसलिए आज जीएसटी कौसिंल ने ऐतिहासिक फैसला किया कि 28 प्रतिशत जीएसटी दर में केवल 50 वस्तुएं ही होंगी. इस स्लैब से हटाई गइ बाकी वस्तुओं पर कर दर को घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है.’ रंग रोगन और सीमेंट को 28 प्रतिशत कर दायरे में ही रखा गया है. उन्होंने कहा, ‘वाशिंग मशीनों व एयर कंडीशनर जैसे लग्जरी उत्पादों को 28 प्रतिशत जीएसटी दायरे में रखा गया है.’
उन्होंने कहा कि जीएसटी कौसिंल के आज के फैसले का राजस्व पर असर 20,000 करोड़ रुपए सालाना होगा.