वह सेक्स एडिक्ट है ;सबसे बड़ा खुलासा
एक्सक्लूसिव- रिपोर्ट- हिमालयायूके ब्यूरो-
गुरमीत राम रहीम की लेकर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। रोहतक जेल में राम रहीम की जांच करने आए डॉक्टरों की टीम का कहना है कि वह सेक्स एडिक्ट है। इसी वजह से जेल में उसकी स्थिति खराब हो रही है। वह लगातार बेचैन रहता है और उसकी नींद नहीं आती है। डॉक्टर ने कहा कि उनका इलाज किया जा सकता है, लेकिन अगर देरी की गई तो समस्या बड़ी हो सकती है।
राम रहीम के इस अस्पताल में अवैध गर्भपात होते थे। यहां अस्पताल में स्थापित अल्ट्रासाऊंड का कोई रिकार्ड नहीं है। इस अस्पताल में लिंग जांच के बाद गर्भपात भी बेझिझक किया जा रहा था।
दो साध्वियों से बलात्कार का दोषी गुरमीत राम रहीम की जांच करने आए डॉक्टरों की टीम का कहना है कि वह सेक्स एडिक्ट है। इसी वजह से जेल में उसकी स्थिति खराब हो रही है। वह लगातार बेचैन रहता है और उसकी नींद नहीं आती है। डॉक्टर ने कहा कि उनका इलाज किया जा सकता है, लेकिन अगर देरी की गई तो समस्या बड़ी हो सकती है।वहीं इससे पहले गुरमीत सिंह ने सीबीआई कोर्ट के सामने दुष्कर्म के मामले में खुद को बेदाग साबित करने के लिए कई पैंतरे आजमाए थे। उसने खुद कोर्ट को नपुंसक बताते हुए कोर्ट से कहा था कि वो शारीरिक अक्षमता के कारण सेक्स नहीं कर सकते।
ससे पहले गुरमीत सिंह ने सीबीआई कोर्ट के सामने दुष्कर्म के मामले में खुद को बेदाग साबित करने के लिए कई पैंतरे आजमाए थे। उसने खुद कोर्ट को नपुंसक बताते हुए कोर्ट से कहा था कि वो शारीरिक अक्षमता के कारण सेक्स नहीं कर सकते। सेक्स पावर बढ़ाने के लिए लेता था सेक्स टॉनिक 50 साल की उम्र में राम रहीम की रंगीनियत के चर्चे हैं, वो कपड़े रंगीन पहनता था और दिल से भी रंगीन था। पूर्व डेरा प्रेमी गुरदास सिंह टूर ने भी दावा किया था कि राम रहीम ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों से लाई गई सेक्स टॉनिक का सेवन करता है।
जिन साध्वियों की शिकायत पर डेरा प्रमुख को 20 साल की सजा हुई, उन्होंने भी यही दोहराया कि गुरमीत ने अपनी गुफा में ही उनके साथ ऐसा कृत्य किया। इसके अलावा डेरे के पूर्व साधुओं ने भी हनीप्रीत व अन्य साध्वियों को लेकर जो खुलासे किए, उनमें भी गुफा को ही केंद्र बिंदु ठहराया गया। डेरे में कोई गुफा नहीं है अपितु गुरमीत के महल में एक बेसमैंट है जिसे भक्त पुराने वक्त से ही गुफा का नाम देते आए हैं। दरअसल, गुरमीत के शाही महल को एक बेसमैंट के ऊपर बनाया हुआ है। वह अलग बात है कि यह बेसमैंट अन्य घरों में बनी बेसमैंट की तरह न होकर एक आलीशान आरामगाह के रूप में है। यहां विशाल बैड और शानदार सोफा सैट है। इसके अलावा यहां एक डायङ्क्षनग टेबल और रोशनी के लिए 5 बड़े-बड़े झूमर लगे हैं जिनकी कीमत लाखों में है। इसके अलावा बेशकीमती सामान सजावट के लिए रखा है लेकिन गुफा नहीं है बल्कि बाबा के महल के नीचे बनी बेसमैंट को ही गुफा का नाम दिया गया है। गुफा यानि महल के नीचे बनी बेसमैंट साधारण नहीं है। करीब 12 एकड़ एरिया में से 5 एकड़ में लॉन बना है। बाऊंड्री वॉल की 35-40 फुट ऊंचाई है। हर बाऊंड्री वाल अन्य बाऊंड्री वाल से काफी मोटी है, हालांकि अभी इसकी पैमाइश नहीं की गई। इसके अलावा महल के नीचे बनी बेसमैंट में जाने के लिए जमीन से 9 फुट ऊंचा एक रैम्प बना है। इस पर चढऩे के बाद बेसमैंट में एंट्री होती है और इस बेसमैंट के ऊपर कमरे बने हैं। जमीन से रैम्प पर चढऩे व फिर गहराई में जाने से यह बेसमैंट गुफानुमा लगती है।
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