हरक सिंह प्रकरण- जनता चुनाव में इस खेल का पर्दाफाश करेगी
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by CS JOSHI – EDITOR
#2003 में सदन में अजय भटट ने जैनी काण्ड उठाया था
#कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि हरक सिंह रावत पर जितनी बार सेक्स उत्पीड़न के आरोप लगे हर बार महिला अपने बयान से पलट गई. क्या हरक सिंह और भाजपा ने जनता को बेवकूफ समझ रखा है कि उसके समझ में या सारा खेल नहीं आता. घबराएं न भाजपा और हरक रावत जनता आने वाले चुनाव में इस खेल का पर्दाफाश खुद कर देगी और भाजपा और हरक जो खेल खेल रहें है उसका जवाब भी उन्हें खुद ही मिल जाएगा.
#दिल्ली पुलिस को दबाव में लेकर और हरक सिंह रावत ने पैसे देकर इस मामले को ठंडा किया ; महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष तथा विधायक सरिता आर्या
घात प्रतिघात की राजनीति का नतीजा उत्तराखण्ड में लगातार देखनेे को मिल रहा है, उत्तरांखण्ड देवभूमि को राजनीतिक दलों के मौकापरस्त नेताओं ने प्रदूषण से भरपूर कर दिया है, उत्तराखण्ड पर्वतीय राज्य व देवभूमि में राजनीतिक दलो की अन्तर्कलह ने चरित्र हनन, स्टिंग की राजनीति शुरु की है तथा इनमें चैनलों को अपना हमराह बनाया। 2003 में भाजपा विधायक अजय भट्ट ने नियम ३११ के तहत विधानसभा में यह मामला विधानसभा में उठाया था। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों की पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर जांच सौंपने का आदेश दिया था।
वही 2003 में तत्कालीन समाचार पत्रों में प्रकाशित रिपोर्टो के अनुसार
सी०बी०आई० ने असमी युवती जैन के बारे में उसके जीवन को खंगालना शुरु किया तो ज्ञात हुआ कि वह बरेली जेल में बंद रही थी, बोडो उग्रवादियों से उसके संबंध रहे थे और वह स्वयं राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त रही थी। उसकी तलाश असम पुलिस व क्राइम ब्रांच कर रही है। जलपाईगुडी व आसपास के क्षेत्रों के कई थाने व चौकियों में उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। केन्द्रीय जांच ब्यूरो को जैनी द्वारा दिए गए बयानों पर भी शक हुआ। कभी उसने अपने पिता का नाम छिपाया तो कभी अपने पिता को पूर्व विधायक बताया। अपने पिता के संबंध बोडो उग्रवादी संगठन से भी बताए। इसके अलावा सीबीआई को जैनी के बारे में चौंकाने वाली यह जानकारी मिली हैं कि जैनी बोडो उग्रवादी दल की महिला विंग की सक्रिय सदस्य है। दो वर्ष से उसका देश विरोधी गतिविधियों से संबंध रहा है।
-डा० हरक सिंह रावत ने भाजपा के खिलाफ आंसू बहाये थे, अजय भटट ने जैनी काण्ड उठाया था
-एक महाकथा
-एक विशेष रिपोर्ट-
महाभारत जिस तरह एक महाकथा है, जिसमें अनेक कथाओं का समावेश है। किसी भी घटना के कारण प्रत्यक्ष व परोक्ष दो होते हैं। घटना का क्रियान्वयन होना प्रत्यक्ष कारणों की वजह से दिखता है परन्तु असल में उसके पीछे परोक्ष कारण मुख्य होते हैं। ऐसा ही हुआ राजधानी के बहुचर्चित सैक्स स्कैण्डल में। प्रत्यक्ष घटना के अनुसार
जिला शरणालय में सात माह से रह रही गोहाटी असम की २४ वर्षीय युवती जयंती उर्फ जैनी को ९ जून को महिला अस्पताल में भरती कराये जाने पर उसने पुत्र को जन्म दिया। देहरादून स्थित राजपुर रोड स्थित जिला शरणालय में २१ दिसम्बर २००२ से वह बिना किसी सरकारी निर्देश के यहां रह रही थी।
भाजपा विधायक अजय भट्ट ने नियम ३११ के तहत विधानसभा में यह मामला विधानसभा में उठाया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों की पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर जांच सौंपने का आदेश दिया। बुधवार को सुबह नौ बजे यह कमेटी नारी निकेतन पहुंची और बंद कमरे में दो घण्टे तक जैनी से पूछताछ की। उक्रांद के अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी की अध्यक्षता में गठित इस जांच कमेटी में बसपा से चौ० यशवीर सिंह व भाजपा से अजय भट्ट, श्रीमती विजय बडथ्वाल व आशा नौटियाल को शामिल किया गया। जांच समिति के समक्ष जयंती उर्फ जैना नामक युवती ने जन्म दिए गए पुत्र का पिता राजस्व, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री डा० हरक सिंह रावत को बताया। दो घण्टे तक पूछताछ के बाद जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दी। नेता प्रतिपक्ष भगत सिंह कोश्यारी ने समिति की रिपोर्ट सदन में पेश करने की मांग की। इस पर अध्यक्ष ने सदन को बताया कि मामले की जानकारी जुटाने के लिए जो समिति बनायी गयी थी, उसकी रिपोर्ट प्राप्त हो गयी है। तभी राजस्व मंत्री डा० हरक सिंह रावत ने खडे होकर घोषणा की कि समिति की रिपोर्ट में चूंकि जैनी ने उन पर आरोप लगाया है इसलिए नैतिकता के आधार पर वह मंत्री पद से त्याग पत्र दे रहे हैं। डा० हरक सिंह रावत ने इसे राजनीति षडयंत्र बताते हुए इसकी सीबीआई जांच तथा डी.एन.ए. जांच की मांग की।
डा० हरक सिंह रावत ने इस साजिश में प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के शामिल होने का आरोप लगाया था। डा० हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तथा सूबे के मुख्यमंत्री पं0 नारायण दत्त तिवारी ने इस्तीफा मंजूर होने के लिए राज्यपाल के पास भेज दिया तथा राजस्व मंत्री द्वारा आरोप लगाये गये नौकरशाहों को स्वयं बयान देकर साफ बरी कर दिया।
वही 5 अगस्त2016 को
भाजपा नेता हरक सिंह रावत के मामले में महिला द्वारा बयान बदलने के मामले में अब कांग्रेस ने महिला के चरित्र पर ही सवाल खडे कर दिये हैं. महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्या ने कहा है कि महिला के लिये उसकी अस्मिता ही सब कुछ होती है. उन्होने कहा कि हराक सिंह रावत ने पैसे देकर ये पूरा मामला ठंडा किया है.
वहीं सरिता आर्या ने कहा है कि दिल्ली पुलिस को दबाव में लेकर और हरक सिंह रावत ने पैसे देकर इस मामले को ठंडा किया है. हरीश रावत पर आरोप लगाने के मामले में कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्या ने कहा है कि वे कोर्ट में पूरा मामला लेकर जाएंगे और महिला पर भी मुकदमा दर्ज करेंगे. साथ ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को आडे हाथों लेते हुये सरिता आर्या ने कहा है कि जो बीजेपी हरक व गिरधारी लाल शाहू पर कार्रवाई की बात करती थी, वही आज उनके समर्थन में आकर खडी हो गई है. इस पूरे प्रकरण से साफ हो गया है कि बीजेपी दोहरे चरित्र की पार्टी है.
आर्या ने कहा है कि बीजेपी हमेशा ये कहती थी कि अगर कोई लड़की भाग जाये तो हरक सिंह रावत पर आरोप लगता है. सरिता आर्या ने कहा कि बीजेपी हरक और गिरधारी लाल साहू के अपराध को ढकने का काम कर रही है.
ज्ञात हो कि दिल्ली पुलिस ने एक महिला से दुष्कर्म के आरोप में उत्तराखंड के भाजपा नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. असम की रहने वाली 32 साल की महिला ने रावत के खिलाफ शुक्रवार रात शिकायत दर्ज कराई थी. इससे पहले दो बार उन पर यौन शोषण का आरोप लग चुका है.
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि हरक सिंह रावत पर जितनी बार सेक्स उत्पीड़न के आरोप लगे हर बार महिला अपने बयान से पलट गई.
2003 से अब तक न जाने की कितनी बार हरक सिंह रावत कह चुके हैं कि वे आरोप लगाने वाले महिला के खिलाफ मानहानी का मुकदमा दर्ज कराएंगे. लेकिन हद तो ये है कि रावत ने आजतक कभी भी मानहानि की मुकदमा दर्ज नही कराया. फिर हरक सिंह इस तरह के बयान देते क्यों हैं या हर बार कुछ विशेष कारणों से उनका मन बदल जाता है.
अब हरक सीएम पर आरोप लगा रहे हैं कि उनके इशारे पर महिला ने रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराया. क्या हरक सिंह और भाजपा ने जनता को बेवकूफ समझ रखा है कि उसके समझ में या सारा खेल नहीं आता. घबराएं न भाजपा और हरक रावत जनता आने वाले चुनाव में इस खेल का पर्दाफाश खुद कर देगी और भाजपा और हरक जो खेल खेल रहें है उसका जवाब भी उन्हें खुद ही मिल जाएगा.
वही दूसरी ओर हरक सिंह रावत से पहले अपर सचिव गृह जेपी जोशी और सोनीपत के पूर्व सांसद के पुत्र प्रदीप सांगवान पर दुराचार का आरोप लगाने वाली युवतियां बयान से मुकर चुकी हैं। इन युवतियों ने भी मजिस्ट्रेट के सामने बताया था कि उन्होंने दबाव में बयान दिया था।