कितना रूलाओगे- भाजपा के नेताजी को ;2003 से 2016
हरक सिंह फिर आंसुओं के साथ मीडिया के समक्ष पेश हुए ; हरक सिंह रावत ने राेते हुए बताया- उन्होंने जमीन से उठकर अपने सियासी सफर तय किया आज उनके विरोधी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं. साजिश के तहत महिला के तरफ से 13 सालों के बाद फिर से उनपर आरोप लगाना महिला ने उनसे आर्थिक मदद मांगी. जिसपर उन्होंने महिला की आर्थिक मदद की बाद में इसका पता चला कि वे साजिश का शिकार हो चले हैं.
भाजपा के नेता डाॅ. हरक सिंह को कई मामलों के प्रकरणों पर घेरते हुए गंभीर आरोप लगाते रहे है; मुख्यमंत्री के प्रवक्ता/मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने
वही आरोप दर आरोप- एक चैनल ने लगाये आरोप राज्य सरकार के कारनामें प्रमुखता से दिखाने पर देहरादून कार्यालय पर अटैक हुआ, वही दूसरी ओर हरक सिंह भी आंसुओं के सााथ मीडिया के समक्ष आये। ज्ञात हो कि अपने हर संकट में हरक आंसुओं का इस्तेमाल जरूर करते रहे हैं, यह बात अलग है कि उसके बाद पूछते हैं – ठीक रहा- 2003 में सीबीआई कार्यालय नई दिल्ली मुख्यालय में तत्कालीन सीबीआई निदेशक के कार्यालय से आंसुओं के साथ अपनी व्यथा बताने का का जो दौर शुरू हुआ वह 5 अगस्त 2016 तक जारी है, आखिर क्यों सता रहे हैं, मान्यवर को लोग, क्या यह उनका सधा हुआ कदम है, रणनीति है, जिसको वह आखिरी हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते रहे हैं-
5 अगस्त 2016 को भी ऐसा ही कुछ हुआ- मीडिया रिपोर्टो के अनुसार-
रुआंसे गले और अश्रुधारा बहाती नम आंखों से हरक सिंह रावत मीडिया के सामने अपनी सफाई देने पहुंचे, भाजपा नेता हरक सिंह रावत ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में महिला के तरफ से लगाए गए आरोपों को उनके विरोधियों की उनके खिलाफ साजिश करार दिया.
रुआंसे गले और अश्रुधारा बहाती नम आंखों से हरक सिंह रावत ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जमीन से उठकर अपने सियासी सफर तय किया है, लेकिन आज उनके विरोधी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं.
उन्होने कहा कि साजिश के तहत महिला के तरफ से 13 सालों के बाद फिर से उनपर आरोप लगाना इसका प्रमाण है. प्रेस कॉन्फ्रैंस के दौरान हरक सिंह रावत ने कहा महिला ने उन्हें कई बार फोन और मैसेज किए, लेकिन अंजान फोन नम्बर होने के चलते पहले तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. लेकिन जब कई बार फोन आया तब जाकर उन्होने फोन उठाया.
बात करने पर महिला ने उनसे आर्थिक मदद मांगी. जिसपर उन्होंने महिला की आर्थिक मदद की भी. लेकिन उन्हें बाद में इसका पता चला कि वे साजिश का शिकार हो चले हैं. हरक सिंह ने केन्द्र सरकार से इस पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग की है साथ ही महिला को भी सुरक्षा देने की गुहार लगाई है.
उन्होंने कहा कि 2003 में उठा यह मामला अब साजिशन 13 सालों बाद फिर से उठाया गया है. जबकि पहले ही सीबीआई जांच में उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी.
हरक सिंह रावत ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. हरक सिंह रावत का कहना है कि कि 18 मार्च के बाद से ही सरकार उनके खिलाफ कोई न कोई मामले निकाल रही है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि सीएम हरीश रावत भाजपा के विधायकों के खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं. जिस कारण से प्रदेश में भाजपा नेता और विधायकों के उपर झूठे मुकदमें कर उन्हे फसाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
साथ ही उन्होने भाजपा नेता हरक सिंह मामले पर भी सीएम को खरी खोटी सुनाई. विरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि हरक सिंह रावत को फसाने और उनकी राजनीति को खत्म करने के लिये काग्रेंस पूरी तरह से बौखलाई हुई है. जिसके चलते सीएम नें महिला को फोन करके उसको उक्साने का भी काम किया है. लेकिन महिला के बयान के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है.
नैतिकता के आधार पर सीएम को अपने पद से इस्तीफा देने की मांग करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने प्रेदश में चल रही कांग्रेस सरकार को भ्रष्ट सरकार कहा है.
बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में चार सालों के भीतर कोई भी काम जनता के हित में नहीं किया है. जिस कारण अब जनता में भी कांग्रेस के खिलाफ काफी आक्रोश है.
उन्होने कहा कि आज प्रदेश में कांग्रेस के सभी नेता और विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिनकी कोई जांच नहीं कराई जा रही है.
साथ ही उन्होने कहा कि आज प्रदेश में लोकायुक्त की खासतौर से जरुरत है लेकिन कई बार बैठक होने के बाद भी 2 महिने बीत गए हैं पर अभी तक प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति नहीं कराई गई है. जिसके दोषी खुद सीएम हरीश रावत हैं.
वही दूसरी ओर दिनांक: 05 अगस्त, 2016 भाजपा नेता डाॅ. हरक सिंह रावत के प्रकरणों पर मुख्यमंत्री के प्रवक्ता/मीडिया सलाहकार सुरेन्द्र कुमार ने सभी भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए बयानों पर भाजपा के नेताओं को घेरा है। श्री कुमार ने कहा कि वर्ष 2003 में भी इस तरह के प्रकरणों पर भाजपा के नेता भगत सिंह कोश्यारी सहित सभी भाजपा नेताओं ने डाॅ. हरक सिंह रावत पर गंभीर आरोप लगाये थे। उसके बाद भी भाजपा के नेता डाॅ. हरक सिंह को कई मामलों के प्रकरणों पर घेरते हुए गंभीर आरोप लगाते रहे है।
श्री कुमार ने कहा कि वैसे भी अब तक किए गए भाजपा नेताओं के तमाम आचरण जनता के बीच में संदेहप्रस्थ रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरणों से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नही है। प्रकरण में संलिप्त महिला भी भाजपा की है, दिल्ली पुलिस भी भाजपा की है और केन्द्र की सरकार भी भाजपा की है। यह सब भाजपा का षडयंत्र है। उन्होंने कहा कि क्योंकि वर्ष 2003 से 2016 लगभग 13 वर्षों में इन प्रकरणों में सभी पात्रों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। अब भाजपा नेता डाॅ. हरक सिंह की पैरवी कर रहे ह, यह औचित्य से परे है। भाजपा नेताओं को कुछ भी बोलने से पहले अपने पुराने बयानों पर गौर करना चाहिए और इस तरह के आरोप लगाने एवं अपने अपकर्मों के लिए इनमंे शामिल भाजपा नेताओं को जनता से क्षमा मांगनी चाहिए। क्योंकि इन घटनाओं में शामिल सभी लोग व्यस्क है और सम्मानित व जिम्मेदार पदों पर बैठे हुए है।