हरक पर लगाए आरोपों से मुकर कर हरीश पर हमला; रणनीति में यू टर्न
एक टीवी चैनल ने अपनी बेवसाइट मे यह फोटो लगाते हुए हरीश रावत पर निशाना साधा, वही सबसे अहम सवाल हैं कि कोर्ट का समय व्यर्थ करने, झूठे बयान और झूठा मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस क्या महिला के खिलाफ कारवाई करेगी? हरक पर लगाए आरोपों से मुकर कर हरीश पर हमला समझ से बाहर की बात हैं वहीं न्यूज चैनल की एक तरफा रिर्पोटिंग भी- www.himalayauk.org (Newsportal)
देहरादून
हरक सिंह रावत पर रेप का आरोप लगाने के बाद अपने बयान से पलने के बाद मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम घसीटे जाने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत का बयान,कहा राजनौतिक कारणों से घसीटा जा रहा है मेरा नाम,मेरे किसी भे जानकार महिला से दूर दूर तक नही है कोई नाता,बिना प्रमाणों के अविस्वस्नीय है इस तरह के बयान,मजिस्ट्रेट के सम्मुख बयान देने के बाद बयान से पलट जाने पर मुख्यमंत्री ने खड़ा किया सवाल,कहा अगर सचाई पता करनी है तो वैज्ञानिक टेस्ट का लिया जाए शहरा,जिन 4 लोगो की बात कही गयी उन से भी सच पता किया जाए,बीजेपी पर सीएम ने खड़ा किया सवाल कहा अपनी गन्दगी मेरे गले में न डालने की करे कोशिस,बीजेपी जो आरोप लगा रही है उसके प्राण दे नही तो अपने आरोप वापस ले।
भाजपा नेता हरक सिंह रावत पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराने वाली महिला अपने आरोप से पलट गई है. महिला ने बुधवार को दिल्ली की साकेत कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज करवाए हैं.
बताया गया है कि बयान में महिला ने कहा है कि उसके साथ कोई दुष्कर्म हुआ ही नहीं है. बाद में महिला ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि उस पर सीएम हरीश रावत के लोगों ने मामला दर्ज कराने के लिए उस पर दबाव डाला गया था. इसीलिए उसने दबाव में आकर मामला दर्ज कराया था. पांच दिन पहले शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग थाने में 28 जुलाई को हरक सिंह के खिलाफ असम निवासी एक महिला ने रेप का केस दर्ज करवाया था.
दिल्ली के सफदरजंग थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत गायब चल रहे हैं.
हरक सिंह रावत की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की तीन टीमों के उत्तराखंड में डाले हुए थीं, हालांकि देहरादून के पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा संपर्क साधे जाने से इनकार किया था.
हरक पर लगाए गए बलात्कार के आरोपों से मुकरी महिला- उत्तराखण्ड स्तम्भ
बीते दिनों जिस असमी महिला ने हरक पर बलात्कार का आरोप लगा कर राजनीतिक गलियारों में सनसनी में फैलाई थी। आज वो ही महिला हरक को नेक इंसान बताते हुए कोर्ट में हरक पर लगाए गए बलात्कार के आरोपों से मुकर गई हैं। कोर्ट और एक न्यूज चैनल के माध्यम से हरक पर लगाने के पीछे कांग्रेसियों का दबाब बताने का बयान दे रही हैं। यहीं नहीं चैनल पर बैठकर सीधे-सीधे हरक पर आरोप के लिए सीएम के घर से फोन आने की बात कह रही है। साथ ही हरक से अपनी इस हरकत पर माफी मांगती भी दिख दे रही हैं। स्टिंग प्रकरण से लेकर अगर अब तक देखा जाए तो सारा मामला हरक सिंह रावत के आस-पास ही घूमता नजर आता हैं। सीएम हरीश रावत का स्टिंग कराने में हरक, मदन बिष्ट का स्टिंग कराने में हरक अब महिला द्वारा पहले हरक पर बलात्कार का आरोप लगाना और फिर मुकर जाना और एकाएक कांग्रेसियों का दबाब होने की बात करना। हलांकि हरीश स्टिंग प्रकरण में सीबीआई जंाच चल रही हैं परन्तु यह भी सत्यता हैं कि कभी राजनीतिक दोस्त रहे हरक और हरीश में छत्तीस का आंकड़ा है। यह स्वयं में जांच का विषय हैं कि महिला के पास सीएम के घर का नम्बर कहां से आया? इस साजिश के पीछे की सच्चाई क्या हैं? जैसा कि महिला अपने बयान में बता रही है। 2003 के बाद एकाएक महिला को हरक की याद भाजपा में जाते ही क्यंू आई? सबसे अहम सवाल हैं कि कोर्ट का समय व्यर्थ करने, झूठे बयान और झूठा मुकदमा दर्ज कराने पर पुलिस क्या महिला के खिलाफ कारवाई करेगी? यदि महिला पर कारवाई होती हैं तो यह जरूर तय हैं कि इस तरह के मामलों में कमी आऐगी साथ ही झूठे शारीरिक उत्पीड़न संबंधी आरोप लगाने वाली महिलाओं को भी सबक मिलेगा। बरहाल हरक के चरित्र पर दाग लगाने वाली महिला का यूटर्न हरक और भाजपाईयों के लिए राहत भरी खबर है। जहां एक ओर हरक पर लगाए आरोपों से मुकर कर हरीश पर हमला समझ से बाहर की बात हैं वहीं न्यूज चैनल की एक तरफा रिर्पोटिंग भी अपने आप में कई तरह के सवाल खड़े कर रही हैं। जबकि यह सर्वविदित हैं कि इस चैनल के पत्रकार का हरक से खास नाता हैं। जिस तरह से एकतरफा खबर दिखाई जा रही थी वो कहीं भी पत्रकारिता के मापदण्डों पर खरी उतरती नहीं दिख रही थी। पूरी खबर में निष्पक्षता का दूर दूर तक कोई लेना देना ही नहीं था। चैनालिया पत्रकार की एकतरफा रिर्पोटिंग से स्पष्ट हो रहा था कि कहीं न कहीं लिखी गई स्क्रिप्ट साम ,दाम ,दण्ड ,भेद की राजनीति प्रेरित हैं। -उत्तराखण्ड स्तम्भ
एक टीवी चैनल ने अपनी बेवसाइट मे हरीश रावत पर निशाना साधते हुए लिखा है कि
उत्तराखंड में सियासत का ऐसा गंदा धंधा चल रहा है….कि देवभूमि को ही दागदार कर लिया….हरक सिंह पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला अब बयान से पलट गई है….महिला ने अब खुलासा किया है…कि हरक सिंह अच्छे इंसान है…बस मुझे उन्हें फंसाने के लिए कहा गया था….क्योंकि मेरा उनसे 2003 में विवाद हुआ था…इसीलिए किसी को इस षड़यंत्र पर शक भी नहीं होता….दंग कर देने वाली बात ये है…कि इस षड़यंत्र के सूत्रधार कोई और नहीं..बल्कि उत्तराखंड के सीएम हरीश रावत हैं…उन्होंने महिला पर ना सिर्फ रेप का आरोप लगाने का दबाव बनाया…बल्कि उसके घर 4 गुर्गे भेजकर महिला के बेटे को जान से मारने की धमकी दी…महिला ने अब साकेत कोर्ट में दोबारा बयान दर्ज कराए हैं…. बयान में महिला ने साफ तौर पर हरीश रावत का नाम लिया है….और हरक सिंह को बेगुनाह बताया है…महिला के इस खुलासे से समूची देवभूमि के लोग सदमे में है…कि आखिर राज्य कैसे सीएम के हाथ में है…