केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री की बडी घोषणा & Top News 28 Ap 20

28 April 20 # Himalayauk Bureau# High Light # विद्यालयों में छुट्टियों के दौरान भी मिड डे मील का लाभ डीबीटी के माध्यम से छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा- केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री #वन गुज्जरों के ग्रीष्मकालीन प्रवास को पूर्णतः प्रतिबंधित रखा जाए  मुख्य सचिव   # चमोली में भूंकप को लेकर भ्रामक मैसेज वायरल- एफआईआर#देहरादून जनपद में क्षेत्र कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत हाट स्पाट के रूप में चिन्हित # देहरादून  16 राहत शिविरों  में ठहरे 425 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग # जनपद चमोली- 21 रिपोर्ट नेगेटिव# चमोली जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार को नंदप्रयाग स्थित राजकीय अन्न भण्डार का औचक निरीक्षण कर खाद्यान्न स्टाॅक एवं वितरण की जाॅच की : उत्‍तराखण्‍ड में अनेक देशो के लोग फंसे हुए है, मजदूरो की हालत खराब वही यूरोप के पर्यटक लौटना नही चाहते

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विद्यालयों में छुट्टियों के दौरान भी मिड डे मील का लाभ डीबीटी के माध्यम से छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा- केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री

देहरादून 28 अप्रैल, 2020 (सू.ब्यूरो)      शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड श्री अरविन्द पाण्डेय ने मंगलवार को सचिवालय में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा देश के सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रीयो एवं सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में प्रतिभाग किया। 
     केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विद्यालयों में छुट्टियों के दौरान भी मिड डे मील का लाभ डीबीटी के माध्यम से छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने इसके लिए ₹ 957 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। ज्ञताव्य हो कि गर्मियों की छुट्टियों के दौरान छात्र छात्राओं को मिड डे मील का लाभ नहीं मिलता था।
     शिक्षा मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि दूरदर्शन के माध्यम से राज्य में विभिन्न विषयों की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। प्रदेश के छात्र छात्राएं इसका लाभ ले रहे हैं। उन्होंने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार हेतु टेलीकॉम कंपनियों को निर्देशित करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के लिए 4 हफ्ते का पाठयक्रम जारी करने पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे लॉक डाउन के मध्य विद्यालयों एवं बच्चों को सेलेक्टिव पाठयक्रम से काफी आसानी होगी।
बैठक के उपरान्त शिक्षा मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय ने सचिव शिक्षा श्री आर मीनाक्षी सुंदरम को निर्देश दिए कि प्रदेश के 4 बड़े जनपदों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल एवं उधमसिंह नगर सहित सभी जनपदों के प्राइवेट स्कूलों पर एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों को सख्ती से लागू करवाया जाए। ऐसे स्कूलों पर सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने सभी जनपदों से ऐसे स्कूलों पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं, जो स्कूल शुल्क बढ़ा रहे हैं अथवा अभिभावकों पर शुल्क जमा करने का दबाव बना रहे हैं। साथ ही शिक्षा मंत्री श्री पाण्डेय ने उन अधिकारियों की भी रिपोर्ट मांगी है जो अपने क्षेत्रों के प्राइवेट स्कूलों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकें लागू करवाने में नाकाम रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
इस अवसर पर सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम और डॉ0 मुकुल कुमार सती भी उपस्थित थे।

वन गुज्जरों के ग्रीष्मकालीन प्रवास को पूर्णतः प्रतिबंधित रखा जाए  मुख्य सचिव  

मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने मंगलवार को सचिवालय में वन गुज्जरों के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि प्रदेशभर में विभिन्न स्थानों में रह रहे वन गुज्जरों के परिवारों की संख्या, परिवार में सदस्यों की संख्या एवं उनके पशुओं की संख्या का डाटा शीघ्र तैयार कर लिया जाए ताकि वन गुज्जरों के राशन एवं पशुओं के चारे की उचित व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग के माध्यम से पशुओं के चारे की व्यवस्था की जाएगी। वन गुज्जरों के उत्पादों को ’ आंचल ’ के माध्यम से प्रोसेस्ड किया जा सकता है। इसके लिए सभी सम्बन्धित विभाग मिलकर कार्य करें।

      बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कोविड – 19 के कारण वन गुज्जरों के ग्रीष्मकालीन प्रवास को पूर्णतः प्रतिबंधित रखा जाए। वन अधिकारियों एवं अन्य सम्बन्धित विभागों द्वारा वन गुज्जरों में कोविड – 19 के संक्रमण को रोकने हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाए।

      मुख्य सचिव ने सील किए गए वन गुज्जर क्षेत्र में राशन एवं पशुओं के चारे की उचित व्यवस्था के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन गुज्जरों के राशन एवं पशुओं के चारे की समस्या ना हो, इसकी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि वन गुज्जरों एवं उनके पशुओं का समय समय पर हेल्थ चेकअप किया जाए।

      इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आनन्द वर्धन, प्रमुख वन संरक्षक श्री जयराज एवं सचिव पशुपालन श्री आर मीनाक्षी सुंदरम भी उपस्थित थे।

चमोली में भूंकप को लेकर भ्रामक मैसेज वायरल- एफआईआर

चमोली 28 अप्रैल,2020 (सू0वि0)
सोशल मीडिया पर भूंकप को लेकर भ्रामक मैसेज वायरल करने पर चमोली में अज्ञात अभियुक्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। अभियुक्त की छानबीन की जा रही है। सोमवार को सोशल मीडिया पर जनपद चमोली में 24 घंटे में रिक्टर स्केल पर 8.5 तीव्रता का भूंकप आने का फेक मैसेज वायरल किया गया। इसमें बताया गया कि इसका केन्द्र पिथौरागढ होगा और चमोली में भारी नुकसान की आंशका है। यह सूचना एकदम भ्रामक व निराधार है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि इस सूचना से लोगों में भय व्याप्त हुआ है। दोषी व्यक्तियों की विरूद्व प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

देहरादून जनपद में क्षेत्र कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत हाट स्पाट के रूप में चिन्हित

देहरादून  दिनांक 28 अप्रैल 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कि जनपद में जो क्षेत्र कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत हाट स्पाट के रूप में चिन्हित किये गये हैं ऐसे क्षेत्रों में खाद्यान एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक वस्तुओं की निरन्तर आपूर्ति की जा रही है। ऐसे क्षेत्रों में जनमानस को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए जगह-जगह पर कन्ट्रोलरूम के नम्बर फ्लैश किये गये तथा पोस्टर भी लगाये गये हैं यदि किसी को कोई इमरजैंसी हो तो वे काल कर सकते है। जिलाधिकारी ने बताया कि हाट स्पाट क्षेत्रों से आने वाले किसी भी रोगी का उपचार कोविड चिकित्सालय में ही किया जा रहा है तथा हाट स्पाट क्षेत्रों से लाये जाने वाले रोगियो के लिए स्पेशल एम्बुलेंस का उपयोग किया जाता है।

कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 95 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिसमें, ई-पास हेतु 74, भोजन के लिए 2, राशन हेतु 16 एवं मेडिकल सहायता हेतु 2 एवं अन्य 1 काॅल प्राप्त हुई। जनपद में आज विभिन्न उद्योग गतिविधियों  हेतु 3 औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा विभिन्न औद्योगिक इकाईयों के कुल 351 कार्मिकों को पास निर्गत किये गये हैं।जनपद में मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 403 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 3612 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। जनपद के चकराता, कालसी, विकासनगर, सहसपुर एवं डोईवाला विकासखण्ड की 18 ग्राम पंचायतों में आज कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु जनजागरूकता अभियान के साथ ही साफ-सफाई एवं सेनिटाईजेशन का कार्य किया गया। इसी क्रम में जनपद में बनाये गये राहत शिविरों में ठहराये गये व्यक्तियों में से आतिथि तक 85 व्यक्तियों/ श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। कोराना वायरस संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत 77 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें, त्रिशला जैन धर्मशाला विकासनगर एवं कलाउड वैडिंग प्वांईट हबर्टपुर में बनाये गये राहत शिविर में ठहराये गये व्यक्तियों को जिला होम्योपैथिक अधिकारी डाॅ जे.एल फिर्मल द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रधानमंत्री जनधन खाताधारकों द्वारा जनपद में विभिन्न बैंकों से 2706 लाभार्थियों द्वारा अपने जनधन खाते से धनराशि की निकासी की गयी। आज मोबाईल एटीएम वैन कारगीग्रान्ट क्षेत्र में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रही। कल 29 अपै्रल 2020 मोबाईल एटीएम वैन लक्खीबाग एवं आजाद कालोनी में जनसुविधा हेतु उपलब्ध रहेगी।

‘‘दून हैप्पी मील्स’’ में संरचना समिति निरंजनपुर द्वारा 25 अन्नपूर्णा किट, 200 मास्क, 100 गलब्स एवं परफैक्ट वेल्यू शिमला बाईपास द्वारा 5 अन्नपूर्णा किट तथा श्री राजेन्द्र राजपूत कारगी द्वारा 65 भोजन के पकैट उपलब्ध कराये गये । शिवालिक रेशमी ऊनी खादी वस्त्र कताई-बुनाई संस्थान देहरादून द्वारा 300 मास्क एवं माया खादी ग्रामोद्योग संस्थान देहरादून 500 मास्क जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाये गये। जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 2523 निराश्रित पशुओं जिसमें 1824 श्वान, 640 गौवंश एवं 59 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के सहयोग से जनपद के विभिन्न स्थानों पर 3070 अन्नपूर्णा राशन किट वितरित की गयी कोतवाली दून में 700, थाना प्रेमनगर में 117, थाना रायपुर में 400, थाना कैन्ट में 100, थाना पटेलनगर में 900, तहसील सदर में 153, थाना बसन्त विहार में 400, थाना राजपुर में 50, थाना नेहरू कालोनी में 150, तहसील मसूरी में 100 अन्नपूर्णा किट वितरित किये गये।

जनपद के देहरादून शहरी क्षेत्र में  4 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के माध्यम से प्रति पैकेट रू0 50 की दर से 500 पैकेट विक्रय किया गया। इसी क्रम में जनपद के  विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 17 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 87.36 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला पूर्ति विभाग द्वारा भगत सिहं कोलोनी में 40, मुस्लिम कालोनी, लक्खीबाग में 32, आजाद कालोनी में 39 तथा कारगीग्रान्ट में 14 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत भगत सिंह कालोनी में 675, लक्खीबाग क्षेत्र में 659, आजाद कालोनी में 939 तथा कारगीग्रान्ट में 803 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। इसके अतिरिक्त 20 बीघा कालोनी ऋषिकेश में 1 मोबाईल वैन के माध्यम से खाद्यान एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री तथा 1 मोबाईल वैन से  फल-सब्जिया उपलब्ध कराई गई साथ आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने हेतु डिमांड भी प्राप्त की गयी। दुग्ध विकास विभाग द्वारा आज भगत सिंह कालोनी, लक्खीबाग, कारगीग्रान्ट एवं आजाद कालोनी एवं 20 बीघा कालोनी ऋषिकेश में 1200 ली0 दूध विक्रय किया गया।

जिलाधिकारी ने अवगत कराया है कि आज विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करते हुए भोजन पैकेट उपलब्ध कराये, जिसमें मुख्यतः राधास्वामी सत्संग व्यास, गीता भवन, लोकायुक्त कार्यालय देहरादून,  गुरूद्वारा श्री गुरू अंगद देव जी कांवली रोड, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर समिति झण्डाबाजार, दून यूनिवर्सिटी, केतन आनन्द, रोशनी जन सेवा संस्थान डी.एल रोड चैक देहरादून, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय देहरादून, सत्य सांई सेवा संस्थान, ई-नेट सोल्यूशन ट्रांस्पोर्टनगर देहरादून, शिल्पा प्रोडक्शन,, ग्लोबल गाॅडमदर फाउंडेशन राजपुर रोड, अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये गये। जनपद सदर क्षेत्रान्तर्गत कुल 6435 व्यक्तियों को  भोजन के पैकेट वितरित किये गये जिनमें, 1 वरिष्ठ नागरिक एवं 40 विद्यार्थी, दीपनगर में 1000, थाना पटेलनगर में 1000, चकशाह नगर में 1000, चैकी आराघर में 300, चैकी पटेलनगर में 550, धारा चैकी में 500, कारगी काली मन्दिर में 150, बंजारावाला में 130, मच्छी बाजार में 20, नवादा में 55, आईटी पार्क में 80, अजबपुर में 80, कौलागढ में 2, इन्दिरा नगर चैकी में 200, ट्रांस्टपोर्ट नगर में 250, नगर निगम में 250, बाईपास चैकी में 150, घण्टाघर में 40, किशननगर में 17, स्पोर्टस कालेज में 200, आईएसबीटी चैकी में 100, परेडग्राउण्ड में 20, चन्द्रबनी में 110, चैयला में 90, गौतमकुण्ड में 50, कावंली में 20 तथा ब्रहा्रमपुरी में 30 व्यक्तियों को भोजन के पैकेट वितरित किये गये।

लाक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों  के दृष्टिगत आज के कोरोना वारियर-
कोरोना वारियर (सिविल सोसायटी से)
श्रीमती रितु सहगल
महादेव एसोसिएट्स  देहरादून
लाक डाउन अवधि में निर्धन व्यक्तियों को भोजन पैकेट उपलब्ध करवाकर जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
 
कोरोना वारियर (शासकीय विभाग से)  
1- श्री प्रवीन चन्द्र गोस्वामी, सेवायोजन अधिकारी देहरादून

2- श्री जसपाल सिंह चैहान, जिला पर्यटन विकास अधिकारी देहरादून

‘‘दून हैप्पी मील्स’’ के माध्यम से जरूरतमंदो तक राशन/भोजन पंहुचवाने का कार्य कर रहे हैं 

देहरादून  16 राहत शिविरों  में ठहरे 425 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग

देहरादून दिनांक 28  अप्रैल 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 16 राहत शिविरों  में ठहरे 425 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 4 श्रमिकों जिन्हे रा0इ0का0 निगम रोड सेलाकुई में बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम हेतु नियुक्त विभिन्न कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षा के दृष्टिगत 128 एन-95 मास्क, 2935 ट्रिपल लेयर मास्क, 64 पी.पी.ई किट, 70 वीटीएम वाईल तथा 101 सेनिटाइजर उपलब्ध कराये गये।

कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध व्यक्तियों हेतु दैनिक सर्विलांस के आधार पर शिक्षकों, आशा कार्यकर्तियों  एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा अब तक कुल 385226 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया तथा उक्त व्यक्तियों में से पुनः आज 246250 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी (  Community Surveillance    ) का कार्य किया गया एवं निगरानी के दौरान 4 व्यक्तियों में खांसी, जुकाम एवं बुखार आदि लक्षमण पाये जाने पर मेडिकल टीम को सन्दर्भित किया गया। इसी क्रम में आज 43 टीमों द्वारा दूरभाष के माध्यम से 253 व्यक्तियों से सम्पर्क कर सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया। आज कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत संदिग्ध 33 व्यक्तियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गये हैं तथा 39 सैम्पल प्राप्त हुए जिनमें 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पाजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में कोरोना पाजिटिव की संख्या 29 हो गयी है, जिनमें 15 व्यक्ति स्वस्थ हो गये हैं तथा वर्तमान में 14 व्यक्ति उपचाररत् हैं।

कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 140 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।

जनपद चमोली- 21 रिपोर्ट नेगेटिव

चमोली 28 अप्रैल,2020 (सू0वि0)  कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सोमवार को जिले में दो मरीजों के ब्लड सैंपल जाॅच को भेजे गए। अब तक 23 मरीजों के ब्लड सैंपल लिए गए। जिसमें से 21 रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। एहतियात के तौर पर जिला अस्पताल गोपेश्वर में दो मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है। 

सोमवार को 295 लोगों ने होम क्वारेन्टाइन अवधि पूरी की। कोबिड 19 संक्रमण के दृष्टिगत जिले में अभी भी 1269 लोग होम क्वारेन्टाइन में चल रहे है। होम क्वारेन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने सोमवार को 38 गांवों में घर-घर जाकर 175 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। मोबाइल चिकित्सा टीम मजदूरों का भी हेल्थ चैकअप भी कर रही है। 

फेसलिटी क्वारेन्टाइन अवधि पूरा करने पर सोमवार को 14 लोगों को घर भेजा गया। फेसलिटी क्वारेन्टाइन में अभी भी 66 लोगों को रखा गया है। लाॅकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला प्रशासन हर रोज जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराकर मदद कर रहा है, ताकि इन लोगों को दवा लेने जिले से बाहर न जाना पडे।

कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमें भी गठित की है। इन टीमों ने कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए अब तक 6088 लोगों से संपर्क किया गया है। 

कोरोना संकट की इस घडी में कोई भूखा ना रहे इसके लिए भी जिला प्रशासन निरन्तर कार्य कर रहा है। जिला प्रशासन ने गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 5497 ड्राई राशन किट तथा 3145 लोगों को पका हुआ भोजन खिलाया गया। पाॅलिटेक्निक गौचर में बनाए गए रिलीफ सेंटर में 27 मजदूरों रह रहे है। इन मजदूरों को भी नियमित खाने, रहने, मनोरंजन आदि की समुचित व्यवस्था भी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है।

जिले में लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 20 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 1, सीआरपीसी के तहत 48, डीएम एक्ट के तहत 24, पुलिस एक्ट के तहत 90 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 264 चालान और 58 वाहनों को सीज किया गया है।

जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 1554.88 कुन्तल, चावल 2664.44 कुन्तल, मसूर दाल 374.61 कुन्तल, चना दाल 440.12 कुन्तल, चीनी 103.78 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण खाद्यान्न 2570.65 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3375 सिलेण्डर शेष है।  

चमोली जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार को नंदप्रयाग स्थित राजकीय अन्न भण्डार का औचक निरीक्षण कर खाद्यान्न स्टाॅक एवं वितरण की जाॅच की

चमोली 28 अप्रैल,2020 (सू0वि0)
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मंगलवार को नंदप्रयाग स्थित राजकीय अन्न भण्डार का औचक निरीक्षण कर खाद्यान्न स्टाॅक एवं वितरण की जाॅच की। इस दौरान राशन डीलरों को गोदाम से खाद्यान्न वितरण में कुछ खामियां भी नजर आई। गोदाम से कुछ राशन डीलरों को जून महीने तक एडवांस खाद्यान्न वितरण किया गया, जबकि कुछ राशन डीलरों ने अभी तक अप्रैल माह का ही खाद्यान्न नही उठाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने पूर्ति निरीक्षक को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी की अगले चार दिनों के भीतर सभी राशन डीलरों को गोदाम से खाद्यान्न का उठान कराना सुनिश्चित किया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि लाॅकडाउन में किसी को भी खाद्यान्न की कमी न हो इसके लिए सरकार ने एडवांस तीन महीने का राशन उपलब्ध कराया है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन राशन डीलरों ने अभी तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मुफ्त में दिए जा रहे अप्रैल, मई, जून का खाद्यान्न उठान नही किया है उनसे चार दिनों के भीतर खाद्यान्न का उठान एवं वितरण कराना सुनिश्चित करें और गांव में प्रधान से राशन वितरण की सत्यापित रिपोर्ट भी उपलब्ध करें। नंदप्रयाग गोदाम में कुल 64 राशन डीलरों में से 60 ने ही अभी तक एनएफएसए के तहत खाद्यान्न का उठान किया है।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि जितने भी आॅफलाइन राशन कार्ड है उनके फार्म प्राप्त होने के दो दिनों के भीतर राशन कार्ड आॅनलाइन करना सुनिश्चित करें। ताकि ऐसे उपभोक्ताओं को भी सरकार से आवंटन प्राप्त हो सके। कहा कि राशन कार्ड आॅनलाइन करने हेतु डिमांड के अनुसार 10 अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती भी कर दी गई है। जिलाधिकारी ने सभी पात्र उपभोक्ताओं को ही राशन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि जिन अपात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड बने है उनकी भी जाॅच की जाए और उनके राशन कार्ड निरस्त करने की तत्काल कार्यवाही की जाए।

इस दौरान पूर्ति निरीक्षक संतोष सती ने गोदाम में खाद्यान्न स्टाॅक एवं वितरण की जानकारी दी। बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत अप्रैल और मई का खाद्यान्न आ चुका है। एनएफएसए के तहत उपलब्ध खाद्यान्न को कुल 64 राशन डीलरों में से 60 ने ही उठान किया है। इसके अतिरिक्त राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत अप्रैल से जून माह तक के उपलब्ध खाद्यान्न को 64 में से 42 राशन डीलरों ने उठान किया गया है। गोदाम में स्टाॅक की जानकारी देते हुए बताया कि इस समय गोदाम में 121 कुन्तल चावल, 130 कुन्तल गेहू, 40 कुन्तल चना दाल, 43.28 कुन्तल मसूर दाल तथा 36 कुन्तल चीनी उपलब्ध है और राशन डीलरों से खाद्यान्न का उठान की कार्यवाही की जा रही है। निरीक्षण के दौरान जिला पूर्ति अधिकारी केएल शाह भी मौजूद थे।  

उत्‍तराखण्‍ड में अनेक देशो के लोग फंसे हुए है, मजदूरो की हालत खराब वही यूरोप के पर्यटक लौटना नही चाहते

  लॉकडाउन बढ़ता रहा वैसे ही मजदूरो के सामने दिक्‍कत बढती जा रही है, टिहरी गढवाल में ऐसे ही करीब 30 से 35 परिवार बौराड़ी बस अड्डे के पास मौजूद हैं. जो एक बार फिर भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. लॉकडाउन के कारण दिहाड़ी मजदूर वर्ग के सामने रोटी का संकट गहराने लगा.  नई टिहरी जिला मुख्यालय के बौराड़ी बस अड्डे के पास झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले वाले करीब 30 से 35 मजदूर परिवारों की मदद के लिए कई लोग आगे आए और उन्हें राशन बांटा गया. उसके कुछ दिनों बाद कुछ सामाजिक संगठनों ने मिलकर लंगर भी शुरू किया. इस दौरान इन मजदूरों को दो टाइम का खाना खिलाया जाता था. लेकिन 20 अप्रैल से लंगर बंद कर दिया गया और अब इनके पास बचा राशन भी खत्म हो गया है. इस कारण ये सभी लोग भूखमरी की कगार पर हैं. महिला मजदूर नैना ने कहा कि लॉकडाउन की शुरुआत में राशन बांटा गया. इसके अलावा कई गढ़वाली संगठनों ने मिलकर बौराड़ी बस अड्डे में लंगर लगाया था. इस कारण हमें दो टाइम का खाना मिल जाता था, लेकिन अब लॉकडाउन बढ़ने के साथ ही लंगर भी बंद कर दिया गया है और राशन भी खत्म हो गया है. एक अन्य मजदूर नर बहादुर का कहना है कि हमारे साथ हमारे छोटे बच्चे भी हैं. इस समय काम नहीं होने के चलते पैसा नहीं है और उन के लिए दूध भी नहीं आ पा रहा है. वहीं राशन खत्म होने से हम भूखे सोने को मजबूर हैं. इन दिहाड़ी मजदूरों के परिवार में छोटे बच्चे और कई गर्भवती महिलाएं शामिल हैं. इन महिलाओं को किसी तरह दिन में एक बार खाना मिल पा रहा है. वहीं पुरूष मजदूर दो से तीन दिनों से भूखे हैं. एसडीएम फींचाराम चौहान का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन की शिकायत आ रही थी. जिस कारण सार्वजनिक स्थानों पर राशन बांटने पर रोक लगा दी गई है और लंगर भी बंद करवा दिया गया है. एसडीएम का कहना है कि प्रशासन अपने स्तर से दिहाड़ी मजदूरों की लिस्ट बना रहा है और इन तक राशन पहुंचा रहा है.

 उत्तराखंड के पिथौरागढ़ बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट (Pitrogarh Border District) में लॉकडाउन (Lockdown) के बाद से 1500 से ज्यादा नेपाली नागरिक (Nepali Citizen) फंसे हुए हैं. इन्हें उम्मीद थी कि नेपाल सरकार 28 अप्रैल को लॉकडाउन खुलने पर वे अपने मुल्क वापसी कर पाएंगे, लेकिन नेपाल सरकार ने लॉकडाउन की समय सीमा को एक बार फिर बढ़ा कर 7 मई कर दिया है. जाहिर सी बात है कि इससे उत्तराखंड में फंसे हजारों नेपाली नागरिकों को खासी निराशा हाथ लगी है. हालांकि भारतीय प्रशासन ने एनएचपीसी के साथ मिलकर पिथौरागढ़, बलुआकोट, जौलजीबी और धारचूला के राहत शिविरों में इनके रहने और खाने का इंतजाम किया है. बावजूद इसके अपनों से दूरी अब इनसे बर्दाश्त नही हो रही है.

डिग्री कॉलेज राहत शिविर में रह रहे नेपाली नागरिक गणेश बोरा कहते हैं कि उन्हें उम्मीद थी कि 28 अप्रैल को वो अपने मुल्क पहुँच जाएंगे, लेकिन लॉकडाउन बढ़ने से उनकी और साथियों की चिंता काफी बढ़ गई है. हम सभी बहुत हताशा में हैं. वहीं धन बहादुर का कहना है कि राहत शिविर में उन्हें खाना पीना तो मिल रहा है, लेकिन जो पैसे उन्होंने कमाए थे, वो खर्च हो गए हैं. ऐसे में यहां फंसे नेपाली नागरिक और नेपाल में रह रहे उनके परिजन बहुत परेशान हो उठे हैं. ये नेपाली नागरिक उत्तराखंड में जो भी कमाते हैं उसी से यहां उनका और नेपाल में रह रहे उनके परिवार का बसर हो पाता है.

वहीं दूसरी ओर इनके जल्द मुल्क वापसी की उम्मीद भी दिखने लगी है. धारचूला के एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि नेपाल के दार्चुला ज़िले के प्रमुख ने जल्द ही नेपाली नागरिकों को वापस लेने की बात कही है. बकौल एसडीएम धारचूला प्रशासन अपने नागरिकों की वापसी की तैयारियों में जुटा है. नेपाल प्रशासन ने एक पत्र में उन्हें इस बारे में आदेश दिया है और वह पत्र पिथौरागढ़ के डीएम को भेजा जा चुका है. यहां यह उल्लेखनीय है कि अपने देश वापस जाने के लिए करीब 14 नेपालियों ने काली नदी में छलांग लगा दी थी. वे स्वदेश लौटने में सफल भी रहे.

वही दूसरी ओर अमेरिका, इटली, फ्रांस, जर्मनी और इजरायल सहित कई देशों के 70 से अधिक नागरिक अल्मोड़ा के कसारदेवी क्षेत्र में अभी ठहरे हुए हैं. कहा जा रहा है कि अब ये विदेशी नागरिक वापस अपने देश नहीं जाना चाहते हैं. पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे के कहना है कि अल्मोड़ा के कसारदेवी क्षेत्र में 70 से अधिक विदेशी नागरिक अभी भी रह रहे है. उनके देशों द्वारा उन्हें बुलाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन ये लोग अपने आप को यहां सुरक्षित मान रहे हैं. इससे पहले प्रशासन ने 60 विदेशियों को उनके देश भेजा था, जिसके लिए दिल्ली एयरपोर्ट तक स्पेशल गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी. इसके बाद उनके देश से स्पेशल विमान उन्हें लेने के लिए आए थे.

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