मोदी की हरिद्वार रैली की अनुमति न होना कानून का सरासर उल्लंघन ;रघुनाथ
#पी०एम०ओ० व निर्वाचन आयोग के खिलाफ भी दर्ज करवायेंगे मुकदमा।
#पी०एम० ही कानून तोडेगा तो कौन करेगा कानून की रखवाली।
#प्रेस कॉन्फ्रेंस तक की नहीं दी आयोग ने छूट तो पी०एम० की रैली/जनसभा में कहाँ था आयोग?
#जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी का आरोप –
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देहरादून- स्थानीय होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जी००एम०वी०एन० के पूर्व उपाध्यक्ष एवं जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि १० फरवरी २०१७ को पी०एम० श्री मोदी की हरिद्वार रैली/जनसभा की अनुमति न होना कानून का सरासर उल्लंघन है। नेगी ने हैरानी जतायी कि पी०एम० के किसी भी कार्यक्रम हेतु पी०एम०ओ० (प्रधानमन्त्री कार्यालय) को रैली से सम्बन्धित अनुमति की अनुज्ञा का संज्ञान लेने के बाद ही कार्यक्रम तय करना चाहिए था लेकिन पी०एम० द्वारा अपरिपक्वता का परिचय देते हुए रैली में षिरकत की गयी। उक्त सम्पन्न हुई रैली में पी०एम०ओ० के साथ-साथ निर्वाचन आयोग भी जिम्मेदार है तथा दोनों की लापरवाही को लेकर इनके खिलाफ भी मामला बनता है।
नेगी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने श्री मोदी की रैली/जनसभा से पहले अनुमति का संज्ञान क्यों नहीं लिया तथा अनुमति न होने की दषा में रैली क्यों सम्पन्न होने दी। मोर्चा ने हैरानी जतायी कि पी०एम० जैसे जिम्मेदार व्यक्ति आचार संहिता की धज्जियाँ उडाने में लगे हैं तो इस देष के आम आदमी का क्या होगा?
नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा चुनाव के दौरान देहरादून में ५-६ लोगों की प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गयी थी, जिस पर आयोग ने कहा था कि इसकी अनुमति आवष्यक है तथा धारा १४४ प्रभावी है, लेकिन इतनी बडी रैली के लिए क्या अनुमति की आवष्यकता नहीं थी? बडा दुर्भाग्य पूर्ण है कि निर्वाचन आयोग उक्त मामले में जिला स्तरीय नेताओं पर मामला दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है।
जनसंघर्श मोर्चा आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में पी०एम० श्री मोदी, पी०एम०ओ० तथा निर्वाचन आयोग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को लेकर न्यायालय जायेगा।
पत्रकार वार्ता में- मोर्चा महासचिव आकाष पंवार, मौ० असद, दिलबाग सिंह आदि थे।
रघुनाथ सिंह नेगी प्रेस विज्ञप्ति