लेजेंड थे, बच्चों जैसी मासूमियत भी थी, मेरे गुरु थे लेकिन दोस्त भी; किस प्रख्यात हीरोइन ने कहा

देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी, 1937 को कथक नर्तकों के एक प्रसिद्ध परिवार में बृजमोहन नाथ मिश्रा के रूप में हुआ था. पंडित बिरजू महाराज ने हिंदी सिनेमा की कुछ फिल्मों के लिए कोरियोग्राफर के तौर पर काम किया और कई अभिनेत्रियों को अपना डांस सिखाया था। पंडित बिरजू महाराज ने डेढ़ इश्किया, देवदास, और बाजी राव मस्तानी जैसी कामयाब और हिंदी सिनेमा में मील का पत्‍थर मानी जाने वाली फिल्मों के लिए डांस कोरियोग्राफ किया था। Execlusive Report by ChaandraShekhar Joshi Group Editor- www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Haridwar

प्रख्यात कथक नर्तक बिरजू महाराज का सोमवार को निधन हो गया. बिरजू महाराज अगले महीने 84 वर्ष के होने वाले थे. बृज मोहन नाथ मिश्रा यानी पंडित बिरजू महाराज लखनऊ के कालका-बिंदादिन घराना से ताल्लुक रखते थे. बिरजू महाराज किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और हाई डायबिटीज की वजह से पिछले महीने से ‘डायलिसिस’ पर थे. उनके निधन पर बॉलीवुड हस्तियों ने भी शोक जताया है. बॉलीवुड सुपरस्टार माधुरी दीक्षित और काजोल ने भी पंडित बिरजू महाराज के निधन पर शोक जताया है. 

माधुरी दीक्षित ने पंडित बिरजू महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, ‘वे एक लेजेंड थे लेकिन उनमें बच्चों जैसी मासूमियत भी थी. वह मेरे गुरु थे लेकिन दोस्त भी. उन्होंने मुझे डांस की बारीकियां और अभिनय समझाया लेकिन अपने मजेदार किस्सों से वह मुझे हंसाने से कभी नहीं चूके.’ 

वहीं काजोल ने पंडित बिरजू महाराज को याद करते हुए लिखा, ‘पंडित बिरजू महाराज लेजेंड थे और उन्हें देखना कमाल का अनुभव था. आज दुनिया ने बेशकीमती हस्ती को खोया है. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे. उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.’ इस तरह कला की दुनिया ने एक बेशकीमती रत्न को खो दिया है. 

भारत के सबसे प्रसिद्ध एवं पसंदीदा कलाकारों में से एक, बृज मोहन नाथ मिश्रा पंडित बिरजू महाराज के नाम से मशहूर थे। वह लखनऊ के कालका-बिंदादिन घराना से ताल्लुक रखते थे। बिरजू महाराज कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज थे। उन्होंने अपने पिता और गुरु अचन महाराज और चाचा शंभू महाराज और लच्छू महाराज से प्रशिक्षण लिया था। उनके पांच बच्चे और पांच नाती-पोते हैं। 

बिरजू महाराज कथक नर्तकों के ‘महाराज परिवार’ के वंशज थे. उन्होंने अपने पिता और गुरु अचन महाराज, चाचा शंभू महाराज और लच्छू महाराज से प्रशिक्षण लिया था. उनके पिता जगन्नाथ महाराज को लखनऊ घराने के अचन महाराज के नाम से जाना जाता है. उन्होंने रायगढ़ रियासत में दरबारी नर्तक के रूप में कार्य किया. कथक नर्तक होने के सा​थ ही वह (बिरजू महाराज) एक शानदार गायक, कवि और चित्रकार भी थे.

पंडित बिरजू महाराज ने 1977 में आई सत्यजीत रे की फिल्म शतरंज के खिलाड़ी में दो नृत्य दृश्यों के लिए संगीत तैयार किया और गाया था. इसके अलावा साल 2002 में आई संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास के गीत काहे छेड़ मोहे… को कोरियोग्राफ (नृत्य निर्देशन) किया. साल 2012 में कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था.

हिंदी सिनेमा में पंडित बिरजू महाराज ने अपने करियर की शुरुआत साल 1977 में आई सत्यजीत रे की फिल्म ‘शतरंज के खिलाड़ी’ से की थी। इस फिल्म में उन्होंने न केवल दो गानों की कोरियोग्राफी की थी बल्कि गानों में अपनी आवाज भी दी थी। फिल्म ‘शतरंज के खिलाड़ी’ में बिरजू महाराज ने गाने ‘काहे मैं तोसे हारी’ और ‘तड़प तड़प सगरी रैन गुजरी’ गानों को कोरियोग्राफ किया था।

बिरजू महाराज ने साल 2002 में आई शाह रुख खान, माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म देवदास के लिए काम किया। उन्होंने फिल्म के ‘काहे छेड़ मोहे…’ गाने को कोरियोग्राफ किया था। इस गाने को माधुरी दीक्षित पर फिल्माया गया था। इस गाने में माधुरी दीक्षित ने बिरजू महाराज के सिखाए डांस को इस कदर किया था कि खुद बिरजू महाराज ने भी अभिनेत्री की तारीफ की थी।

इसके बाद एक बार फिर से माधुरी दीक्षित को बिरजू महाराज के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने अभिनेत्री की साल 2014 में आई फिल्म डेढ़ इश्किया के लिए फिर से कोरियोग्राफर के तौर पर काम किया। इस बार पंडित बिरजू महाराज ने फिल्म के ‘जगावे सारी रैना’ गाने को कोरियोग्राफ किया। इस गाने में भी माधुरी दीक्षित का शानदार डांस देखने को मिला था।

माधुरी दीक्षित के अलावा पंडित बिरजू महाराज ने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ भी काम किया था। साल 2015 में आई निर्देशक संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म बाजीराव मस्तानी के गाने ‘मोहे रंग दो लाल’ को बिरजू महाराज ने कोरोग्राफ किया था। इसमें उन्होंने दीपिका पादुकोण को शानदार डांस सिखाया था। पंडित बिरजू महाराज साउथ सिनेमा के सुपरस्टार कमल हासन को भी अपनी डांस सिखा चुके हैं। बिरजू महाराज ने अभिनेता की फिल्म विश्वरूपम के गाने ‘उन्नाव कानाधू नानी’ को कोरियोग्राफ किया था। इस गाने में कमल हासन ने शानदार कथक डांस किया था। साथ ही वह पहले ऐसे अभिनेता बने जिन्होंने पंडित बिरजू महाराज से डांस सिखा था।  

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