एनसीपी और शिवसेना की सरकार का ताना-बाना बुन गया
HIMALAYAUK BUREAU; 6 NOV. 2019 सूत्रों के मुताबिक शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शिवसेना के 50-50 फॉर्मूले पर सहमति जताई है. सूत्रों के मुताबिक इस व्यवस्था के तहत एनसीपी ने पहले ढाई साल मुख्यमंत्री का पद शिवसेना को देने का प्रस्ताव रखा है. आखिरी के ढाई साल एनसीपी का मुख्यमंत्री होगा.
इसके अलावा गृह मंत्रालय, शहरी विकास, राजस्व, वित्त और पीडब्ल्यूडी मंत्रालय को लेकर दोनों ही पार्टियों में बराबरी के बंटवारे का प्रस्ताव है. सूत्रों के मुताबिक इस प्रस्ताव के तहत एनसीपी ने एक शर्त भी सामने रखी. शर्त यह है कि शिवसेना को मोदी सरकार में दिए एक मंत्री पद से (अरविंद सावंत का) इस्तीफा देकर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के गठबंधन का साथ छोड़ना पड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के प्रस्ताव पर शिवसेना शुक्रवार दोपहर तक फैसला ले सकती है.
बीजेपी की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) ने सरकार बनाने का फॉर्मूला सुझाया है. केंद्रीय मंत्री और आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देने का कोई सवाल नहीं उठता, चाहे उनके बिना ही सरकार बनानी पड़े. बीजेपी-आरपीआई मिलकर सरकार बनाएगी. अठावले ने कहा कि सरकार बनाने के लिए अगर एनसीपी का समर्थन लेना पड़े तो हम साथ लेने को तैयार हैं. इसके अलावा उन्होंने दावा किया है कि दूसरी पार्टियों के विधायक भी हमको समर्थन देने के लिए तैयार हैं. इसके बावजूद अगर सरकार नहीं बनती तो हम लोग चुनाव में जाने को भी तैयार हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे. इसके बाद शरद पवार आज अहम प्रेस क्राफेंस करेंगे. इससे पहले शरद पवार दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलकर लौटे हैं. हो सकता है कि इस मुलाकात में एनसीपी और शिवसेना की सरकार का ताना-बाना बुना जाए.
बीजेपी और शिवसेना के बीच गतिरोध लगातार जारी है. शिवसेना अपनी पूरानी मांगों पर कायम है. शिवसेना ने कहा कि कोई नया प्रस्ताव नहीं है. जो मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति बनी थी उसी पर बात की जाए. लेकिन अगर राष्ट्रपति शासन लगाया गया तो जनादेश का अपमान होगा. शिवसेना नेता संजय राउत लगातार सोशल मीडिया के जरिये भाजपा पर हमले कर रहे हैं. उन्होंने आज ट्वीट कर कहा कि जो कुछ भी नहीं करते वो भी कमाल करते हैं.
इस बीच आदित्य ठाकरे के करीबी युवा सेना कोर टीम के नेता राहुल कनाल ने ट्वीट कर कहा कि आदित्य ठाकरे जल्द ही शिवाजी पार्क में शपथ लेते नजर आएंगे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करने के बाद संजय राउत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने उनके आवास मातोश्री पहुंच गए हैं. इससे पहले पवार से मिलने के बाद राउत ने कहा कि पवार एक सीनियर नेता हैं, वो राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर चिंतित थे. हम दोनों के बीच चर्चा हुई है. अब संजय राउत उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंच गए हैं.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम आए 13 दिन हो चुके हैं, लेकिन राज्य में सरकार बनने का रास्ता अभी तक साफ नहीं हुआ है। इसी बीच भाजपा और शिवसेना के बीच बैठकों का दौर जारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रमुख भागवत से मुलाकात की है और संघ ने नितिन गडकरी को सरकार बनाने की जिम्मेदारी दी है। भाजपा और शिवसेना के बीच आज बैठक होनी है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम केवल उस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। जिसे हमने विधानसभा चुनाव से पहले स्वीकार किया था। अब नए प्रस्तावों पर कोई बातचीत नहीं होगी। सरकार बनाने को लेकर भाजपा से कोई नया प्रस्ताव नहीं मिला है और ना उन्होंने कुछ भेजा है। चुनाव से पहले सममति बनी थी। लेकिन अब किसी भी नए प्रस्ताव पर कोई बातचीत नहीं होगी।
भाजपा और शिवसेना ने चुनावों से पहले सीएम के पद पर एक समझौता किया था और उसके बाद ही चुनाव में हम गठबंधन के लिए तैयार हुए थे। शिवसेना कह रही है कि भाजपा और उनके बीच 50-50 का फॉर्मूला तय हुआ था। बीते दिन भाजपा की बैठक में सभी विधायकों ने कहा कि वो महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के समर्थन में सरकार बनाने का समर्थन करते हैं। राज्य में फडणवीस की ही सरकार बनेगी। बता दें कि 288 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को 105, शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। ऐसे में अगर दोनों मिल जाती हैं तो सरकार बनाने में सफलता मिल जाएगी।