मंत्रियो के कामकाज का निरंतर आंकलन- जो कसौटी पर खरे नही- वो बाहर
हिमालयायूके न्यूज पोर्टल ब्यूरो- Prakash Javadekar could turn to be the biggest newsmaker of the day. राम माधव को मंत्री बनाया जा सकता है- प्रकाश जावडेकर नया रक्षा मंत्री बनाये जा सकते है, वही नीतिन गडकरी को ही रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है-
संघ,सरकार औऱ संगठन में बेहतर तालमेल की कवायद हो रही है वृंदावन में आरएसएस के पदाधिकारियों की बड़ी बैठक हो रही है. जिसमें संघ के 180 पदाधिकारी शिरकत कर रहे हैं. यह बैठक एक से तीन सितंबर तक चलने वाली है. तीन दिनों की बैठक के पहले ही दिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी संगठन महामंत्री रामलाल कृष्ण की नगरी पहुंच गए हैं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दो सितंबर को वृंदावन पहुंचने वाले हैं. इसे महज संयोग ही कहेंगे कि कैबिनेट विस्तार को लेकर चल रही कवायद के बीच पार्टी अध्यक्ष संघ दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे हैं. लेकिन, पूरे संघ परिवार को फिलहाल एक ही लक्ष्य दिख रहा है मिशन 350+. इसी मिशन को पूरा करने की तैयारी हो रही है. रणनीति बनाई जा रही है. वृंदावन के मंथन में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल की तरफ से भी भावी रणनीति को लेकर अपनी-अपनी तैयारियों का ब्योरा रखा जाएगा.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार मंत्रियों के कामकाज का आंकलन कर रहे हैं. लेकिन, जो मंत्री उनके काम की कसौटी पर खरे नहीं उतर रहे हैं उनके विभागों को बदलने की तैयारी भी हो रही है. उन मंत्रियों की छुट्टी हो रही है जिनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा और नए ऊर्जावान मंत्रियों की एंट्री हो रही है. हिमाचल प्रदेश से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल या उनके बेटे अनुराग ठाकुर को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. पार्टी ने स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के नेतृत्व को हिमाचल चुनाव के मद्देनजर आगे कर सकती है.राजस्थान से बीजेपी सांसद ओम माथुर मंत्री बनाए जा सकते हैं. इसके अलावा पार्टी महासचिव राम माधव औऱ भूपेंद्र यादव को भी सरकार में जगह दी जा सकती है. जबकि असम से हेमंत विश्वसर्मा को मोदी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. र्जा मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और संचार मंत्री मनोज सिंहा को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है. कैबिनेट विस्तार के साथ-साथ उन राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति भी होगी जहां अबतक राज्यपाल का पद खाली है.
मोदी कैबिनेट का तीसरा विस्तार रविवार सुबह दस बजे कैबिनेट विस्तार का समय तय हो गया है. उमा भारती से प्रधानमंत्री उमा भारती के काम से खुश नहीं थे. लिहाजा उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. नागरिक विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू का विभाग बदला जा सकता है. जबकि रेल मंत्री सुरेश प्रभु के पर भी कतर कर उन्हें पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है. सुरेश प्रभु की जगह भूतल परिवहन और जहाजरानी मंत्री नीतिन गडकरी को ही रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इनके अलावा भी कई मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं जिनके काम से प्रधानमंत्री खुश नहीं दिख रहे हैं. बीजेपी की तरफ से उन राज्यों से नए चेहरों को लाने की तैयारी हो रही है जहां विधानसभा के चुनाव होने हैं. इसके अलावा एनडीए में शामिल जेडीयू और एआईएडीएमके की तरफ से भी नए मंत्रियों को जगह दी जानी तय है.
Prakash Javadekar may be new defence minister
When Prime Minister Narendra Modi reshuffles his Council of Ministers on Sunday morning, Prakash Javadekar could turn to be the biggest newsmaker of the day. The buzz in the power corridors in the National Capital suggests that he could well be the new defence minister of the country. If the prime minister indeed springs that surprise then it would be a huge elevation for Javadekar. As defence minister, he would not only be the custodian of the external security of the country but also part of the so-called big four ministers — the ministers who occupy four most critical ministry as per the pecking order in the government located on North Block and South Block on the Raisina Hills.
सूत्रों के मुताबिक, इस साल होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए गुजरात के भावनगर से सांसद भारती स्याल को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. भारती गुजरात में पार्टी की ओबीसी चेहरा भी हैं. हिमाचल प्रदेश से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल या उनके बेटे अनुराग ठाकुर को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. पार्टी ने स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के नेतृत्व को हिमाचल चुनाव के मद्देनजर आगे कर सकती है.
कर्नाटक में भी अगले साल चुनाव होने हैं जिसको ध्यान में रखते हुए वहां से प्रहलाद जोशी और सुरेश अंगाड़ी को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. सुरेश अंगाड़ी लिगायत समुदाय से आते हैं. मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लिहाजा वहां से भी कैबिनेट में नए लोगों को तरजीह दी जा सकती है. मध्यप्रदेश से सांसद प्रहलाद पटेल को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. प्रहलाद पटेल ओबीसी चेहरे हैं और उमा भारती के हटने के बाद दूसरे लोध राजपूत नेता के जरिए बीजेपी जातीय समीकरण को साध सकती है.
जेडीयू से कैबिनेट में दो लोगों को जगह दी जा सकती है, जिसमें संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह का नाम सबसे उपर लिया जा रहा है. इसके अलावा एआईएडीमके से एम थंबीदुरई और मैत्रेयन कैबिनेट का हिस्सा हो सकते हैं. इन दोनों के अलावा दो राज्य मंत्री भी एआईएडीएमके की तरफ से भी शपथ ले सकते हैं.
शिवसेना और टीडीपी की तरफ से एक-एक नए मंत्री इस बार के कैबिनेट विस्तार में जगह पा सकते हैं