कश्मीर.श्रीनगर में सिखों को खतरा पैदा हो गया है ;कांग्रेस
पाकिस्तान पर भारत में गड़बड़ी फैलाने का आरोप लगाते हुए लोकसभा में बुधवार को एक कांग्रेस सदस्य ने कहा कि कश्मीर से हिंदू पंडितों को विस्थापन के लिए मजबूर किए जाने के बाद अब वहां रह रहे सिखों को भी बाहर निकाला जा रहा है.
कांग्रेस के रवनीत सिंह ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत में गड़बड़ियां फैला रहा है. उन्होंने कहा कि श्रीनगर में सिखों को खतरा पैदा हो गया है. पहले वहां से हिंदू पंडितों को अपने घरबार छोड़ने को मजबूर किया गया और अब सिखों को भी बाहर निकाला जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार पंजाब में लगातार सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाली घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने कहा कि फिर चाहे यह सिखों के पवित्र धर्म ग्रंथ गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना हो या कुरान को अपवित्र किए जाने की घटना है. सिंह ने कहा कि पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक नेता को पंजाब में निशाना बनाया गया. इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में था.
उन्होंने कहा कि पंजाब में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए और आईबी को सतर्क रहने को कहा जाए. उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही आतंकवाद का दंश झेल चुका है लेकिन अब उसे फिर से आग में धकेले जाने से बचाने की जरूरत है. उन्होंने गृह मंत्री से राज्य में जल्द एक केंद्रीय दल भेजे जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि इससे पंजाब सरकार का हौसला बढ़ेगा और शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी.
संसद में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा का जवाब देते गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में अशांति की कई घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर वार्ता होगी, कश्मीर पर नहीं.
राजनाथ ने कहा कि सदन में आज हुई बहस स्वस्थ लोकतंत्र का एक अच्छा उदाहरण है, मेरी जिम्मेदारी है कि मैं संसद को बताऊं कि सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर क्या कदम उठाए हैं.
गृह मंत्री ने सदन को बताया कि घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में करीब 100 एंबुलेंसों को नुकसान पहुंचा, इसके बावजूद 400 और एंबुलेंसों को घायलों की मदद के लिए लगाया गया है. उन्होंने कहा कि घाटी में झड़पों में 4500 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. सुरक्षा बलों को अधिकतम संयम बरतने का निर्देश दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
राजनाथ ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया, लेकिन हम इसके इस्तेमाल को जायज ठहराना नहीं चाहते. दूसरे गैर-घातक हथियारों के इस्तेमाल की संभावनाओं पर चर्चा करने की जरूरत है. हमने विकल्प सुझाने के लिए एक कमिटी बनाई है, जो 2 महीने में रिपोर्ट देगी. गृह मंत्री ने सदन को बताया कि कश्मीर मुद्दे पर शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक होगी.
राजनाथ ने कश्मीर में आईएसआईएस के झंडे लहराए जाने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की घटनाओं पर गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि भारत की धरती पर यह नहीं चलेगा.
चर्चा के दौरान कांग्रेस सहित कुछ दलों के सदस्यों द्वारा जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल भेजकर बातचीत करने के सुझाव पर गृहमंत्री ने कहा कि बातचीत की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने खुद 23-24 जुलाई को श्रीनगर एवं अनंतनाग जाकर विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत की थी.
राजनाथ ने कहा कि जहां तक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधिमंडल को राज्य में भेजकर वहां चर्चा कराए जाने की बात है, उसके लिए जमीनी स्तर पर तैयारी करनी पड़ेगी. इसके बारे में वह राज्य की मुख्यमंत्री से भी बातचीत करेंगे