मड थेरेपी से असाध्‍य रोगों का इलाज करते हैं डा0 अनूप गौड

माटी है समस्‍त रोगों की रामबाण औषधि #मड थेरेपी से असाध्‍य रोगों का इलाज करते हैं डा0 अनूप गौड # मालदेवता देहरादून में प्रक़ति के बीच में बनाये गये रिसोर्टस के ओनर मि0 प्रवीण जोशी मो0 9719833000 कहते हैं कि डा0 गौड जी के आशीर्वाद से शीघ्र माटी से हर तरह की बीमारी का इलाज की थैरेपी का कार्य शुरू करायेगे # # Execlusive Report by CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR
मिट्टी से की जाने वाली थेरपी के कई फायदे हैं। इसकी मदद से बॉडी हीट, सिरदर्द, अपच, हाई बीपी जैसी कई बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है। यदि आपको सिरदर्द हो रहा है तो पानी के साथ मिट्टी को मिलाकर माथे पर लगाएं। इसे करीब आधे घंटे तक लगे रहने दें, इससे आपको सिरदर्द में तुरंत राहत मिलेगी। अपच या कब्ज की परेशानी है तो मिट्टी के पैक को पेट पर लगाएं। इसे 20 से 30 मिनट तक लगे रहने दें। लगातार इस्तेमाल से आपकी पेट से संबंधित समस्या दूर हो जाएगी। कहा जाता है कि महात्मा गांधी भी पेट को ठीक रखने के लिए मड थेरपी का सहारा लेते थे। कई लोगों को बॉडी हीट की समस्या होती है। इस स्थिति में उन्हें हाथों में या शरीर में जलन का अनुभव होता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए बेस्ट तरीका मड थेरपी है। मिट्टी बॉडी हीट को अब्जॉर्ब करती है, इससे व्यक्ति को तुरंत राहत का अनुभव होता है। मिट्टी शरीर के टॉक्सिक को अब्सॉर्ब करती है इससे त्वचा से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। लंबे समय से चली आ रही स्किन ऐलर्जी की समस्या भी मड थेरपी के जरिए दूर की जा सकती है।

By Chandra Shekhar Joshi – Editor (HIMALAYA GAURAV UTTTRAKHAND) Mob. 9412932030 (himalayauk@gmail.com)

प्राकृतिक चिकित्सा में माटी का प्रयोग कई रोगों के निवारण में प्राचीन काल से ही होता आया है। नए वैज्ञानिक शोध भी प्रमाणित करते हैं कि माटी चिकित्सा (मड थेरेपी) की शरीर को तरो ताजा करने जीवंत और उर्जावान बनाने में महत्वपूर्ण उपयोगिता होती है। चर्म रोग व सौंदर्य संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मड थेरेपी कारगर है। यह एक महत्वपूर्ण नेचुरोपैथी है। मड के प्रयोग से ही शरीर की कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है।

प्राकृतिक चिकित्सा में माटी का प्रयोग कई रोगों के निवारण में प्राचीन काल से ही होता आया है। नए वैज्ञानिक शोध भी प्रमाणित करते हैं कि माटी चिकित्सा (मड थेरेपी) की शरीर को तरो ताजा करने जीवंत और उर्जावान बनाने में महत्वपूर्ण उपयोगिता होती है। चर्म रोग व सौंदर्य संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मड थेरेपी कारगर है। यह एक महत्वपूर्ण नेचुरोपैथी है। मड के प्रयोग से ही शरीर की कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
मड थेरेपी से दूर होगा कैसरं,जोड़ो का दर्द और एलर्जी।

मिट्टी से की जाने वाली थेरपी के कई फायदे हैं। इसकी मदद से बॉडी हीट, सिरदर्द, अपच, हाई बीपी जैसी कई बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है। यदि आपको सिरदर्द हो रहा है तो पानी के साथ मिट्टी को मिलाकर माथे पर लगाएं। इसे करीब आधे घंटे तक लगे रहने दें, इससे आपको सिरदर्द में तुरंत राहत मिलेगी। अपच या कब्ज की परेशानी है तो मिट्टी के पैक को पेट पर लगाएं। इसे 20 से 30 मिनट तक लगे रहने दें। लगातार इस्तेमाल से आपकी पेट से संबंधित समस्या दूर हो जाएगी। कहा जाता है कि महात्मा गांधी भी पेट को ठीक रखने के लिए मड थेरपी का सहारा लेते थे।  कई लोगों को बॉडी हीट की समस्या होती है। इस स्थिति में उन्हें हाथों में या शरीर में जलन का अनुभव होता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए बेस्ट तरीका मड थेरपी है। मिट्टी बॉडी हीट को अब्जॉर्ब करती है, इससे व्यक्ति को तुरंत राहत का अनुभव होता है। 
मिट्टी शरीर के टॉक्सिक को अब्सॉर्ब करती है इससे त्वचा से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। लंबे समय से चली आ रही स्किन ऐलर्जी की समस्या भी मड थेरपी के जरिए दूर की जा सकती है। 

मिट्टी या मड प्रकृति का एक महत्वपूर्ण तत्व है। इसमें महत्वपूर्ण खनिज होते हैं जिनका मानव स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मड थेरेपी बहुत ही सरल और प्रभावी उपचार पद्धति है जिसके कई सारे फायदे भी है। मड थेरेपी में एंटी-एजिंग प्रभाव जैसे कई सौंदर्य लाभ होते हैं। यह झुर्रियों को कम करता है, घावों और निशानों को ठीक करता है और मुख्य रूप से शरीर के रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्कुलेशन में वृद्धि करता है। ड बाथ आपके रक्त परिसंचरण को बढ़ाकर चिंता, तनाव और अवसाद को दूर करने में मदद करता है। प्राकृतिक तनाव और अवसाद के मामले में नेचुरोपैथ सप्ताह में दो बार इस चिकित्सा का सुझाव देते हैं। हालांकि, आपके शरीर में यदि कोई कट और घाव, हृदय रोग या संवेदनशील त्वचा है तो आपको इससे बचना चाहिए।

इसके लिए आप अपने बाथटब को गर्म पानी से भरें, और अपने पसंद के अनुसार दो कप मड को पानी में अच्छी तरह से मिलाएं। यदि आप चाहें तो इसेंशियल ऑयल और बाथ साल्ट मिला सकते हैं।

चूंकि मिट्टी पानी में घुल जाती है, अपने सिर को छोड़कर, अपने पूरे शरीर को टब में डुबो दें। 20 मिनट तक उसमें रहने के बाद बाहर निकल आएं और फिर गर्म पानी से पूरे शरीर को धो लें।

 एक्जिमा जैसी स्किन समस्याओं से मड पैक लगाकर निजात पाई जा सकती है। ऐसा मिट्टी की स्वाभाविक प्रवृत्ति, एंटी टॉक्सिक और ठंडा होने की वजह से होता है। ऐसे में साबुन की जगह मड से नहाने की सुझाव दी जाती है।

मड महत्वपूर्ण खनिजों के साथ भरपूर है जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करने में मदद करती है। यही कारण है कि मड थेरेपी को नेचुरोपैथी में एक महत्वपूर्ण उपचार पद्धति माना जाता है। आइए जानते है मड थेरिपी के फायदों के बारे में…

 जब आप अपने पेट पर मड पैक (मिट्टी का पैक) लगाते है, तो यह गैस, कब्ज और पेट में दर्द को कम करके आपके पाचन को सुविधाजनक बनाता है। यह आपके गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट की मांसपेशी गतिविधियों को नियंत्रित करता है और आंतों की गर्मी को कम करता है।

इसके लिए आप पेट के निचले हिस्से में मड पैक लगाएं। छाती पर इसका उपयोग करते समय लूज मोशन को ठीक करने में मदद मिलती है, जिससे मतली से छुटकारा मिल सकता है।

क मिट्टी का पैक या मड पैक के शीतलन प्रभाव सिरदर्द के मामले में अच्छा काम करता है। इसे माथे पर जरूर लगाएं। सिरदर्द के साथ मड पैक आपकी आंखों को भी आराम देने का काम करता है।

ये आंखों की बीमारियों जैसे कंजक्टिवाइटिस, हेमोरेज, ग्लूकोमा और स्टाई को ठीक करने में भी उपयोगी है। यह लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठे लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसे आंखों के आसपास और पलको के ऊपर जरूर लगाएं।

तापमान को करे कम

एक मड थेरिपी बुखार के मामले में तापमान कम करने में मदद करता है। इसे अपने माथे पर लागू करें।

मुंहासों के इलाज में-अच्छी तरह से साफ करने वाली तथा कोमल-मड, जैसे मुलतानी मिट्टी का पेस्ट बनाकर चेहरे
पर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पैक मुंहासों से छुटकारा पाने तथा त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करने में सहायक होता है।

पाचन में सहायक-पेट के निचले हिस्से पर मड पैक लगाने से यह पाचन में सुधार करने में मदद करता है। यह अभ्यास आंतों की गर्मी को कम करने में समर्थ सिद्ध होती है, साथ ही आंतों के क्रमाकुंचन (पेरिस्टॉसिस) आंदोलन को भी उत्तेजित करता है। इसके अलावा पेट में गैस या दर्द होने की स्थिति में राहत पाने के लिए पेट पर मड पैक लगाने की सलाह दी जाती है।

कब्ज-पेट पर मड पैक लगाने पर यह कब्ज वाली आंत के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उत्तेजित का काम करता है। इसलिये ही नैचुरोपेथी में भी कब्ज की समस्या से छटकारा दिलाने के लिए पेट पर मड पैक लगाया जाता है।

डायरिया और उल्टी-दस्त हो जाने पर भी मड पैक सहायक सिद्ध होता है। इस समस्या के होने पर पेट पर मड पैक
लगाया जाता है। वहीं उल्टी के मामले में मड पैक को छाती पर लगाया जाता है। इसे लगाने से उलटियां बंद हो जाती हैं।

ड्राई स्किन के लिए-ड्राई स्किन और मांसपेशियों के दर्द से परेशान हैं, तो मड थेरेपी करवाएं। यह थेरेपी आपको तुरंत
राहत देगी और आप फ्रेश महसूस करेंगे। इस थेरेपी से सौंदर्य में तो निखार आता ही साथ ही यह एंटी एजिंग का काम भी करती है। मड थेरेपी से रोगों को दूर करने और शारीरिक सौंदर्य को बनाए रखने के लिए शरीर के अलग-अलग भागों पर मिट्टी का लेप किया जाता है।

नेत्र समस्याओं के लिए-आंखों पर मड पैक लगाने से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है तथा इसे नेत्र
दृष्टि वृद्धि के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा नेत्र विकृतियों जैसे नेत्रश्लेष्मलाशोथ तथा स्टाई में भी यह फायदेमंद होता है।

त्वचा समस्याओं के लिए-एजिमा जैसी त्वचा समस्याओं से मड पैक लगाकर निजात पाई जा सकती है। ऐसा मिट्टी की
स्वाभाविक प्रवृत्ति, एंटी टॉसिक और ठंडा होने की वजह से होता है। ऐसे में साबुन की जगह मड से नहाने की सलाह दी जाती है।

सिर दर्द व तनाव-मड थेरेपी सिर दर्द के लिए भी एक कारगर उपचार हो सकती है, विशेषकर गर्म और आर्द्र बाहरी वातावरण के साथ जुड़े सिर दर्द के मामले में। ऐसे में मड पैक को माथे पर लागू करने की सलाह दी जाती है (और यदि जरूरत हो तो पूरे सिर पर भी)। इससे सिर की गर्मी दूर होती है और सिर दर्द और तनाव भी दूर हो जाता है।

बुखार व घाव के उपचार में-बुखार से राहत पाने के लिए मड पैक को पेट के साथ माथे पर लगाया जा सकता है। मड में एंटी-इंलेमेटरी गुण होता है, इसलिए यह घाव और निशानों के उपचार के लिए भी काफी कारगर
विकल्प होता है।

अच्छी तरह से साफ करने वाली तथा कोमल मड, जैसे मुलतानी मिट्टी का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पैक मुंहासों से छुटकारा पाने तथा त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करने में सहायक होता है।

कुछ संस्कृतियों में उपचार के दौरान त्वचा के ऊपरी परत पर कीचड़ या गीली मिट्टी का लेप लगाने का चलन आम है, और अब एक नये अध्ययन ने बताया है कि यह प्रक्रिया जख्मों में बीमारी पैदा करने वाले रोगाणुओं से लड़ने में मददगार हो सकती है।

अमेरिका के एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि मिट्टी की कम से कम एक किस्म में सीआरई एवं एमआरएसए जैसी प्रतिरोधी बैक्टीरियों सहित एस्चेरीचिया कोलाई और स्टाफिलोकोकस ऑरियस बैक्टीरिया से लड़ने वाले प्रतिजैविक प्रतिरोधी (एंटीबैक्टेरियल) प्रभाव होते हैं। 

कई बैक्टीरिया में उनके प्लैंक्टोनिक (प्लवक) और बायोफिल्म दोनों स्थितियों में मिट्टी का लेप प्रभावी होता है। प्लैंक्टन एक प्रकार के प्राणी या वनस्पति हैं जो आम तौर पर जल में पाये जाते हैं जबकि बायोफिल्म बैक्टीरिया में पायी जाने वाली एक तरह की जीवन शैली है। अधिकतर बैक्टीरिया बायोफिल्म नामक बहुकोशिकीय समुदाय बनाते हैं जो कोशिकाओं को पर्यावरण के खतरों से सुरक्षित रखते हैं।

अमेरिका के मायो क्लिनिक में क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजिस्ट रॉबिन पटेल ने कहा, ”हमने देखा कि प्रयोगशाला की स्थितियों में कम आयरन वाली मिट्टी बैक्टीरिया की कुछ किस्मों को खत्म कर सकती है। इनमें बायोफिल्म्स के तौर पर पनपे बैक्टीरिया भी हैं जिनका उपचार विशेषकर चुनौतीपूर्ण हो सकता है।”

बायोफिल्म्स तब पनपते हैं जब बैक्टीरिया सतह से जुड़ते हैं और एक फिल्मनुमा परत या संरक्षणात्मक कोटिंग बनाते हैं जो उन्हें एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति अपेक्षाकृत प्रतिरोधक बनाता है। फिजिशियन जिन संक्रमणों के बारे में बताते हैं उनमें से दो तिहाई में ये बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। 

यह अनुसंधान इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एंटीमाइक्रोबायल एजेंट्स में प्रकाशित हुआ है।

बहरहाल उन्होंने यह भी आगाह किया कि हर तरह की मिट्टी फायदेमंद नहीं होती है। इनमें कुछ बैक्टीरिया को पनपने में मददगार भी होती हैं।

मड थेरेपी के स्वास्थ्य लाभ

मुंहासों से दिलाएं निजात
अच्छी तरह से साफ करने वाली सॉफ्ट मड जैसे कि मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट आपके चेहरे के लिए काफी फायदेमंद है। इसका इस्तेमाल से आपके चेहरे के पिंपल खत्म हो जाएंगे। इसके साथ ही ग्लोइंग स्किन मिलेगी।

पाचन तंत्र करे ठीक
पेट के निचले हिस्से में मड पैक लगाने से आपका पाचन तंत्र ठीक रहेगा। यह अभ्यास आंतों की गर्मी को कम करने में समर्थ सिद्ध होती है, साथ ही आंतों के क्रमाकुंचन (पेरिस्टॉसिस) आंदोलन को भी उत्तेजित करता है। इसके अलावा पेट में गैस या दर्द होने की स्थिति में राहत पाने के लिए पेट पर मड पैक लगाना फायदेमंद होगा।

कब्ज से दिलाएं राहत
अगर आपको हमेशा कब्ज की समस्या रहती है तो ऐसे में मड आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। यह मड पैक कब्ज वाली आंत रे लिए एक अद्भुत उत्तेजक का काम करता है। इसलिए नैचुरोपेथी में कब्ज से निजात पाने लिए मड पैक का यूज किया जाता है।

बुखार
बुखार से राहत पाने के लिए मड पैक को पेट के साथ माथे पर लगाया जा सकता है। मड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है।

सिर दर्द और तनाव से दिलाएं निजात
मड थेरेपी सिर दर्द के लिए भी एक कारगर उपचार हो सकती है, विशेषकर गर्म और आर्द्र बाहरी वातावरण के साथ जुड़े सिर दर्द के मामले में। ऐेसे में मड पैक को माथे पर लागू करने की सलाह दी जाती है। इससे सिर की गर्मी दूर होती है और सिर दर्द और तनाव भी दूर हो जाता है।  

स्किन के लिए फायदेमंद
मिट्टी में स्वाभाविक प्रवृत्ति एंटी टॉक्सिक और ठंडा होने की वजह से होता है। ऐसे में आप साबुन की जगह मिट्टी से नहाएं चो फायदेमंद होगा। इसके साथ ही ये ट्राई स्किन से निजात दिलाता है।

मड थेरेपी के सौंदर्य लाभ

वहाँ कई मिट्टी में मौजूद खनिज हैं. जब त्वचा यह पोषण होता है पर लागू किया जाता है और एक त्वचा टोन देता है सूरज की रोशनी इन खनिजों इस प्रकार सहायक होगा का लाभ प्राप्त करने के लिए.

यह गंदगी और संक्रमण को हटाने के द्वारा त्वचा को शुद्ध.

यह रक्त परिसंचरण बढ़ जाती है और त्वचा टोन को बेहतर बनाता है.

यह भी त्वचा रोगों से रोकता है.

यह तेल स्राव नियंत्रित करता है और दाना गठन रोकता है.

त्वचा पर लागू मिट्टी के साथ मिश्रित लैवेंडर के तेल का कुछ बूँदें यह आसान कर देगा और सुगन्धित इस प्रकार सिर दर्द से आप पीड़ा कम करने में मदद करता है.

यह रक्त परिसंचरण में सुधार

इस पैक घुटने समस्या के लिए घुटने पर लागू किया जाता है यह भी दर्द को कम करने में मदद करता है.

चेहरा और पूरे शरीर के लिए मडपैक

वहाँ उपलब्ध रेत की कई किस्में, जिसमें से लाभ तदनुसार अलग हैं. क्ले त्वचा पौष्टिक के लिए सबसे अच्छा स्रोत है और यह कई त्वचा की समस्याओं से व्यवहार करता है.

हल्दी के साथ क्ले, लेना, और मुसब्बर युग पाउडर यह मिश्रण अप और एक चेहरे के झुण्ड के रूप में लागू किया जा सकता.

क्ले चिकित्सा सारे शरीर पर या एक चेहरा पैक के रूप में किया जा सकता है.

आंखें के लिए मडपैक

आप पलक पर पैक लागू करना चाहते हैं तो पलक के ऊपर एक सफेद कपड़ा जगह और फिर इसे ऊपर पैक लागू करते हैं और यह सूखने दें.

घर का बना मडपैक

1 चम्मच मुल्तानी पाउडर + 1/2 चम्मच चंदन पाउडर + कस्तूरी Manjal + बेसिन पाउडर + पनीर पानी एक साथ मिलाया जा सकता है और चेहरे पर लागू किया.

सूखी त्वचा के लिए थोड़ा बादाम तेल ऊपर पेस्ट के साथ मिलाया जा सकता है और चेहरे पर लागू किया.

YR. CONTRIBUTION HERE; NAME: HIMALAYA GAURAV UTTARAKHAND

IFSC CODE: SBIN0003137 IFSC ACCOUNT NUMBER: 30023706551 IFSC ACCOUNT

himalayauk@gmail.com  Mob. 9412932030

मड थेरेपी से दूर होगा कैसरं,जोड़ो का दर्द और एलर्जी।????????

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *