‘हम तो फकीर आदमी है- मोदी

निसंदेह मोदी की बातों में दम झलका- जब मोदी ने कहा कि ‘हम तो फकीर आदमी है, झोला लेकर चल पड़ेंगे. ये भ्रष्टाचारी ज्यादा से ज्यादा क्या कर लेंगे. इस फकीरी ने मुझे गरीबों के लिए लड़ने की ताकत दी है. बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था, गरीबों के नाम पर हुआ था. लेकिन इस देश के गरीबों को बैंक के दरवाजे तक जाने का मौका नहीं मिला.नोटों के बंडल छिपाकर रखे हुए थे, अब इसकी जांच हो रही है, अब यह बाहर आ रहा है. गरीब लोग भी बदलने को तैयार है. भविष्य में भी भ्रष्टाचार के रास्ते बंद करना है. मोबाइल फोन से लेन-देन शुरू करेंगे तो यह सब हो जाएगा.  यूपी से चुनाव इसलिए नहीं लड़ा कि पीएम बनूं बल्कि इसलिए कि यह सबसे बड़ा राज्य है. यहां पर गरीबी से लड़ाई लड़ना है, हिंदुस्तान से गरीबी को मिटाना है, इसलिए यहां से चुनाव लड़ा.  प्रधानमंत्री ने कहा-देश में 40 करोड़ लोग स्मार्टफोन का प्रयोग करते हैं- 
(देश बदल रहा है- आप भी बदलिये- अब मोबाइल में ही खबरे पढना सीखिये- अगले दिन का इंतजार अब नही- एक्‍सक्‍लूसिव – प्रस्‍तुति- हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल -(www.himalayauk.org) Leading Newsportal ) 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। रैली में रामपुर, अमरोहा, संभल और बिजनौर समेत आसपास के क्षेत्रों के करीब दो लाख लोग आए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह चौथी परिवर्तन रैली थी। मोदी की यह रैली भी नोटबंदी के मुद्दे के इर्द-गिर्द घूमती दिखी। मोदी ने शुरुआत मुरादाबाद के लोगों की तारीफ करते हुए की। मोदी ने कहा कि जो मुरादाबाद अपने पीतल से पूरे देश के घरों में चमक ला सकता है वहां के कई गांव आजादी से अबतक अंधेरे में रहने को मजबूर थे और वहां बिजली तो दूर उसका खंबा भी नहीं था। मोदी ने आगे कहा कि देश का विकास करने और गरीबी को खत्म करने के लिए के लिए यूपी, बिहार, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों का विकास जरूरी है। पीएम ने कहा कि वह यूपी से चुनाव इस वजह से ही लड़े थे ताकि वहां की गरीबी के लिए कुछ कर सकें। इसके बाद मोदी ने लोगों से पूछा कि देश से भ्रष्टाचार मिटना चाहिए या नहीं ? फिर जब वहां बैठे लोगों ने हां में सिर हिलाया तो मोदी ने कहा कि वह यह देखकर हैरान हैं कि देश के ही लोग उनके इस काम को गलत बता रहे हैं।
मोदी ने आगे कहा, ‘भ्रष्टाचार अपने आप जाएगा क्या ? उसको डंडा दिखाना पड़ेगा या नहीं ? अगर कोई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता है तो वह गुनाहगार है क्या ? ज्यादा से ज्यादा क्या कर लेंगे, अरे हम तो फकीर हैं, झोला लेके निकल जाएंगे।’ मोदी ने काला धन रखने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कुछ लोग तो जा के गरीबों के पैर पड़ते हैं। कभी किसी अमीर को गरीब के पैर छूते देखा है। बेइमान आदमी बैंक नहीं जा सकता इसलिए गरीबों के घर के बाहर खड़ा होकर उन्हें मनाता रहता है।’
जनधन खाता धारकों से मोदी ने अपील करते हुए कहा, ‘गरीब लोगों से कहना चाहता हूं कि जिन लोगों ने भी आपके अकाउंट में पैसा डाला है उसे निकालना मत। वह अपना पैसा वापस मांगे तो कहना प्रूफ दिखाओ कि तुमने मुझे पैसा दिया है। अगर आप पैसे को रखे रखोगे तो मैं कुछ रास्ता निकाल लूंगा। मैं दिमाग खपा रहा हूं अभी।’
मोदी ने यह भी कहा कि वह कोई ऐसा रास्ता खोज रहे हैं कि गरीब के खाते में जमा होने वाला पैसा उसका हो जाए और जमा करने वाला अमीर जेल जाए।
मोदी ने आगे कहा, ‘आजकल लोग पूरा दिन मोदी, मोदी, मोदी कर रहे हैं, पहले मनी, मनी, मनी बोलते थे।’ मोदी ने रैली में मुरादाबाद के उन लोगों का भी जिक्र किया जो लोगों को घर-घर जाकर मोबाइल बैंकिंग के बारे में सिखा रहे हैं।

——जनधन खातों में 1.64 करोड़ रुपये की अघोषित आय

आयकर विभाग को जनधन खातों में 1.64 करोड़ रुपये की अघोषित आय और अन्य ‘विसंगतियों’ का पता लगा है. गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद जनधन खातों में संदिग्ध तौर पर अचानक नकदी जमा कराए जाने की खबरें आ रही थीं. जिसके बाद विभाग ने देशभर में ऐसे खातों की गहन जांच पड़ताल की है. विभाग को कोलकाता, मिदनापुर, आरा (बिहार), कोच्चि और वाराणसी में ऐसे बैंक खातों में नकदी जमा किये जाने की संदिग्ध गतिविधि का पता चला है. अधिकारियों के अनुसार करीब आधा दर्जन शहरों के जनधन खातों पर विभाग की नजर है. आयकर विभाग के लिए नीति बनाने वाले केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने एक बयान में बताया, ‘बिहार में ऐसे एक खाते से 40 लाख रपये जब्त किए गए हैं.’ जबकि ऐसे खातों में जमा करने की सीमा 50,000 रपये है. विभाग ने एक वक्तव्य में कहा है, ‘करीब 1.64 करोड़ रुपये की अघोषित राशि जनधन खातों में जमा कराई गई. यह उन लोगों के खाता में आई है जो कि कर योग्य सीमा से कम आय की वजह से आयकर रिटर्न जमा नहीं करते हैं. जनधन खातों में यह राशि कोलकाता, मिदनापुर, आरा (बिहार), कोच्चि और वाराणसी में पकड़ी गई.’ सीबीडीटी ने कहा है कि पकड़ी गई अघोषित आय पर आयकर कानून 1961 के मुताबिक कर लगाया जायेगा और जांच के बाद दूसरे कदम भी उठाये जायेंगे. 23 नवंबर तक के आंकड़ें के अनुसार आठ नवंबर के बाद जनधन खातों में 21,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जमा कराई गई है.

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