एनडी तिवारी को पुत्र समेत भाजपा में शामिल होने को हरी झण्डी
भाजपा प्रत्याशियो की सूची घोषित नही ; – व्हटसअप में भाजपा प्रत्याशियों की फर्जी लिस्ट – वही दूसरी ओर – जनचर्चा – उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री प0 नारायण दत्त तिवारी किसी भी समय भाजपा में शामिल हो सकते है, तथा उनके पुत्र रोहत शेखर को लालकुआं से भाजपा का टिकट दिया जा सकता है- वरिष्ठ भाजपा नेता भगत सिंह कोश्यारी ने स्वीकार किया है कि इस दिशा में वार्ता हुई है और तिवारी भाजपा में आ सकते हैं। तिवारी रोहित को लिए लालाकुआं सीट से टिकट चाहते हैं। इसके लिए पूर्व में भाजपा के राज्य स्तरीय नेता राजी हो गए थे। रोहित ने क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ा दी। बाद में भाजपा नेतृत्व ने रोहित को हल्द्वानी सीट ऑफर की लेकिन तिवारी परिवार इच्छुक नहीं है। भाजपा में शामिल होने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट की भी सहमति मिल चुकी है- हिमालयायूके न्यूज पोर्टल
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने हरीश रावत जी से तीन प्रश्न पूछे है-
देहरादून 11 जनवरी,
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री विनय गोयल ने भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी का वर्तमान कार्यकाल समाप्ति की ओर है अतः प्रदेश की जनता और भारतीय जनता पार्टी का यह हक बनता है कि वह मुख्यमंत्री से उनके रिपोर्ट कार्ड के बारे में पूछे, इसलिए भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड श्री हरीश रावत जी से तीन प्रश्न करती है।
नंबर 1- हरिद्वार के सांसद रहते हुए वह कोई एक प्रमुख काम बताए जो उन्होंने हरिद्वार की जनता के लिए किया हो जिससे वह स्वयं संतुष्ट हो कि यह काम उन्होंने हरिद्वार के सांसद के रूप में हरिद्वार की जनता के लिए किया है।
नंबर 2- प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए केंद्र सरकार में मंत्री रहने के दौरान अपने किसी एक महत्वपूर्ण कार्य के बारे में बताएं जिससे उन्हें संतुष्टि होती हो कि यह काम उन्होंने देश और प्रदेश की जनता के लिए केंद्रीय मंत्री रहते हुए किया है।
नंबर 3- प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की जनता के लिए उनके द्वारा किए गए किसी एक काम के बारे में बताएं जो उन्हें सबसे महत्वपूर्ण लगता हो तथा जिसका प्रदेश की जनता पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ता हो ।
हां ऐसा करते समय कृपया वे अपने किसी ऐसी घोषणा की चर्चा ना करें जो धरातल पर ना उतरी हो । केवल ऐसे कार्य की चर्चा करें जो उन्होंने प्रारंभ किया हो और पूर्ण किया हो।
श्री विनय गोयल ने आचार संहिता उलंघन के मुद्दों को उठाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा बहुत बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ताओं को दायित्वों से नवाजा गया है और यह काम आचार संहिता लगने के पहले दिन तक भी जारी रहा। ऐसे सभी दायित्व धारियों की सूची तथा उन्हें मिलने वाली सुविधाओं को सार्वजनिक किया जाए ताकि वे इसका दुरुपयोग चुनाव को प्रभावित करने में न कर सके, इस पर नजर रखी जा सके ।
इको सेंसिटिव जोन के मामले में मुख्यमंत्री जी के दिल्ली में धरने को नौटंकी करार देते हुए उन्होंने पुख्ता प्रमाण सहित इस विषय में उनकी नाकामयाबी और और संवेदनशीलता का उल्लेख करते हुए इस विषय में हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल करने वाले श्री लोकेंद्र बिष्ट प्रस्तुत किया जिन्होंने बताया कि सरकार को दिसंबर 2014 तक इस विषय में अपना पक्ष रखने का समय मिला था किंतु यह समय उन्होंने ऐसे ही गंवा दिया और बाद में दिखाने के लिए केवल रिट याचिका दाखिल करने के लिए एक वकील को 55 हजार रुपए की धन राशि का भुगतान कराया गया किंतु ना तो रिट याचिका ही दायर हुई और ना ही कोई अन्य कार्यवाही ही ।
श्री गोयल ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों के बाद भी 3 वर्षों से एक ही पद पर जमे तथा चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले अधिकारियों तथा सरकार से उपकृत सचिव महोदय जिन्हें की सरकार ने सेवा विस्तार और फिर एक महत्वपूर्ण आयोग में नियुक्ति देने का काम किया है के विषय में भी चुनाव आयोग संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही करें।