नोटबंदी लूट की तरह है ; मनमोहन सिंह
पीएम ने 50 दिन मांगे हैं, जो भारी पड़ेंगे. आरबीआई और पीएमओ इसे लागू करने में पूरी तरह फेल रहे. आपने ऐसा किस देश में सुना है कि पैसा जमा कराने के बाद निकालने की इजाजत नहीं होती; पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा
नरेश अग्रवाल ने कहा कि भावुक प्रधानमंत्री हमारे देश की रक्षा कैसे करेंगे. अगर हमारे प्रधानमंत्री को जान का खतरा हो सकता है तो पाकिस्तान से हमारे देश की रक्षा कौन करेगा? आप (पीएम मोदी) जब भावुक होकर जान को खतरा होने की बात करते हैं तो हमें बहुत दुख होता है. आप उत्तर प्रदेश में बेफिक्र होकर घूम सकते हैं क्योंकि हमारे राज्य में कानून व्यवस्था अच्छी है. इस पर सदन में बैठे पीएम मोदी मुस्कुराने लगे.
18 दिसंबर को खत्म हो रहे संसद के शीत सत्र के दौरान सरकार को कई अहम बिल पास कराने हैं. इसमें बड़े आर्थिक सुधार से संबंधित जीएसटी से जुड़े दो बिल भी हैं. अप्रैल 2017 में जीएसटी को लागू कराने के लिए सरकार को इस सत्र में यह बिल पास कराना जरूरी है. इन बिलों को पास कराने के लिए सरकार को विपक्षी दलों का समर्थन चाहिए, खासकर राज्यसभा में जहां यह अल्पमत में है.
नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में कहा कि जिस तरह से इस फैसले को लागू किया गया है, सरकार बुरी तरह से फेल रही है. मनमोहन ने कहा नोटबंदी लूट की तरह है और इससे दो फीसदी तक विकास दर गिर सकती है. उन्होंने कहा कि इस फैसले से आम लोगों को परेशानी हुई है.
मोदी के फैसले को गलत साबित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि इस फैसले की वजह से 60 से 65 लोगों की जानत चली गई है. लेकिन ये साफ नहीं है इससे फायदे क्या होंगे. उन्होंने कहा, “मैं पूरी जिम्मेदारी से कह सकता हूं कि हम नहीं जानते कि इससे क्या फायदे होंगे. जो लोग गरीब और कमज़ोर हैं उसके लिए ये 50 दिन काफी भारी पड़ेंगे.”
नोटबंदी को लेकर वित्त मंत्रालय की ओर से कई बार बदले गए नियमों को मुद्दा बनाते हुए पूर्व पीएम ने ये भी कहा कि इससे ये साफ होता है कि इसे लागू करने में पीएमओ, वित्त मंत्रालय और आरबीआई पूरी तरह नाकाम रहे हैं.
मनमोहन सिंह ने मोदी से सवाल किया कि वे बताएं कि किस देश में ऐसा होता है जहां लोग पैसे जमा करें और उन्हें निकालने की इजाजत न दी जाए. मोदी के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ”इससे फैसले से क्या हुआ है.. हमने आम लोगों का बैंकिंग सिस्टम और करेंसी सिस्टम पर भरोसा कम किया है. यही इस फैसले की निंदा के लिए काफी हैं. ”
उन्होंने कहा कि जिस तरह से इसे लागू किया गया है इससे खेती, छोटे उद्योग और असंगठित क्षेत्रों के लोगों की परेशानी बढ़ सकती है.
हालांकि, मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की मंशा पर सवाल नहीं उठाए, लेकिन नोटबंदी के फैसले को बड़ी गलती करार दिया. मनमोहन सिंह ने उम्मीद जताई कि परेशान लोगों को पीएम जल्द राहत देंगे.