परमार्थ परिसर में महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर
लडकियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाये गये
परमार्थ परिसर में ५ दिवसीय महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर
महिला आयोग अध्यक्ष तथा एसएसपी पौडी ने किया उद्घाटन
१८० छात्राएँ एवं महिलाएँ ले रहीं भाग
ऋषिकेष ०१ सितम्बर। परमार्थ निकेतन परिसर में पांच दिवसीय महिला आत्मरक्षा प्रषिक्षण षिविर का आज विधिवत् श्रीगणेष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। षिविर का उद्घाटन उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री स्तर) श्रीमती सरोजनी कैंतुरा तथा एसएसपी पौडी निवेदिता कुकरेती ने किया। इस अवसर पर नगर पंचायत स्वर्गाश्रम-जौंक की अध्यक्षा श्रीमती षकुन्तला राजपूत एवं राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव रमिन्द्री मंद्रवाल, कांग्रेस व्यापार प्रकोश्ठ के राज्य संयोजक इन्द्र प्रकाष अग्रवाल एवं परमार्थ निकेतन के निदेषक राम महेष मिश्र भी मौजूद रहे। प्रषिक्षण षिविर में १८० लडकियां एवं महिलायें प्रतिभाग कर रही हैं। उद््घाटन सत्र में जिला पुलिस पौडी द्वारा विकसित आत्म सुरक्षा प्रषिक्षण दल के १० सदस्यीय पुलिस बल ने कई रोमांचक प्रदर्षन प्रस्तुत किये।
थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला श्री अमरजीत सिंह के समन्वयन में आरम्भ हुए पांच दिवसीय महिला आत्मरक्षा प्रषिक्षण षिविर की विधिवत् षुरुआत परमार्थ निकेतन के योग हॉल में आज पूर्वाहनकाल हुई। उद्घाटन करने के बाद उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा ने कहा कि वह माता-पिता सौभाग्यषाली होते हैं जिनकी बेटियां होती हैं। लडकियों को हर क्षेत्र में ऊँचे पदों तक पहुंचने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड भारतवर्श का भाल है, यहां की प्रतिश्ठा को बढाने में नारी षक्ति का योगदान सर्वाधिक है। श्रीमती कैन्तुरा ने घोशणा की कि प्रदेष की कन्याओं एवं महिलाओं को घर से बाहर तक मजबूत बनाने के समस्त प्रयास आयोग द्वारा किए जायेंगे तथा उन्हें इस तरह के आत्मरक्षा प्रषिक्षण दिलाये जायेंगे। इस हेतु विभिन्न जिलों में प्रषिक्षण षिविर आयोजित किए जायेंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौडी-गढवाल सुश्री निवेदिता कुकरेती ने छात्राओं व महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिला पुलिस ने राज्य महिला आयोग के सहयोग से नारी समुदाय को इस तरह के प्रषिक्षण बडी संख्या में दिलाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि वह दिन लद गए जब महिला को अबला कहा जाता था। नारी सबला है और वह अपने बल का प्रदर्षन अनेक रूपों में कर रही है। उन्होंने अत्याचार बहने को अत्याचार करने से ज्यादा घातक बताया। एसएसपी ने कहा कि घर हो या परिवार, समाज हो या देश, सभी के उत्थान के लिए महिलाओं व कन्याओं का आत्मोत्थान और आत्मरक्षा बहुत जरूरी है। उन्होंने जनपद के विभिन्न अंचलों से आयीं छात्राओं व महिलाओं का अभिनन्दन किया तथा शिविर के आयोजन में सहयोग के लिए परमार्थ निकेतन परिवार की सराहना की। उद्घाटन सत्र में राज्य महिला आयोग की सदस्य रमिन्द्री मंद्रवाल एवं नगर पंचायत अध्यक्ष षकुन्तला राजपूत ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में स्वर्गाश्रम-ऋषिकेष के कई सम्भ्रांत व्यक्तियों ने भी भाग लिया। व्यापार मण्डल के अध्यक्ष नारायण सिंह रावत, सभासद गजेन्द्र नागर, मनीष राजपूत, आदेष तोमर, स्वर्गाश्रम भाजपा मण्डल के अध्यक्ष भरत लाल, बीस सूत्रीय कि्रयान्वयन समिति पौडी के उपाध्यक्ष माधव अग्रवाल आदि सम्मिलित थे। राजकीय इण्टर कॉलेज लक्ष्मणझूला के छात्र राहुल नेगी की योग प्रस्तुतियों की सभी ने सराहना की। महिला आयोग अध्यक्ष एवं नगर पंचायत अध्यक्ष ने उन्हें नगर पुरस्कार दिया तथा एसएसपी ने बुके भेंटकर राहुल का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर गंगा में डूबने के दो व्यक्तियों को बचाने वाले आदेष तोमर तथा आपदा प्रबन्धन में महती भूमिका निभाने वाले देवेन्द्र राणा को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन परमार्थ निकेतन के निदेषक राम महेष मिश्र एवं एसएसपी की सहायिका अंजू तोमर ने किया। आज विभिन्न सत्रों में छात्राओं को आत्मरक्षा के विभिन्न तरीके सिखलाये गए।
राम महेष मिश्र