पिथौरागढ़ जिले में 1करोड 39लाख अहैतुक सहायता धनराशि
# भाजपा नेता जगत मर्तोलिया ने कहा – धारचूला विस में आपदा से विकट स्थिति :८० रूपया किलो चावल, ६० रूपया किलो आटा, जनता परेशान #सरकारी तंत्र के अनुसार- पिथौरागढ़ जिले में 1करोड 39लाख अहैतुक सहायता धनराशि
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सरकारी तंत्र के अनुसार- पिथौरागढ़ के अतिवृष्टि से सबसे प्रभावित ग्राम बस्तड़ी/राहत केन्द्र सिगाली आदि में एस0डी0एम0 डीडीहाट के नेतृत्व में राजस्वों टीमों द्वारा क्षति का आंकलन एवं राहत केन्द्रों में प्रभावितों के लिए व्यवस्थायें सुनिश्चित की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में 02 मेडिकल टीमें प्रभावितों का उपचार कर रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में सिगाली में अस्थाई पशु चिकित्सालय खोला गया है, जहाॅ पशुओं का टीका करण एवं चिकित्सा की जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन किया जा रहा हैैै। पिथौरागढ़ जिले में प्रभावित परिवारों को अब तक रू0 1करोड 39लाख अहैतुक सहायता धनराशि दी जा चुकी है। एस0डी0आर0एफ0 द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो के साथ-साथ जिन क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पायी है वहाॅ टैंकरों के द्वारा पानी की आपूर्ति की जा रही है। पेयजल की शुद्धता रखने के लिए क्लोरीन की टैबलैट वितरीत की जा रही है। साथ ही सोलर वाटर प्यूरीफिकेशन की मदद से स्वच्छ पेयजल भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ ही चमोली जिले में 255 आपदा प्रभावित परिवारों को अब तक रू0 42,00,000 अहैतुक सहायता धनराशि दी जा चुकी है, प्रभावित परिवारों को अनुमन्य राहत राशि समयबद्ध आधार पर वितरित हो सके इसके लिए पिथौरागढ़ में अतिरिक्त राहत आयुक्त की तैनाती की गयी है।
भाजपा नेता जगत मर्तोलिया ने कहा – धारचूला विस में आपदा से विकट स्थिति
१७ आंतरिक मोटर मार्ग बन्द, भाजपा का सीएम पर वार
८० रूपया किलो चावल, ६० रूपया किलो आटा, जनता परेशानपिथौरागढ, ०९ जुलाय। भाजपा ने धारचूला और मुनस्यारी में दैवीय आपदा से पैदा हुई विकट स्थितियों के समाधान नहीं होने पर क्षेत्रीय विधायक एवं मुख्यमन्त्री हरीश रावत को कोसा। एक माह से सीएम की विधान सभा के १७ आन्तरिक मोटर मार्ग बन्द पडे है। चावल, आटा सहित खाद्य सामग्रियों के दाम दोगुने हो गये है। आम जनता की जेब कट रही है। इससे सीएम के लेना-देना नहीं रह गया है।
भाजपा के पूर्व विधान सभा प्रभारी जगत मर्तोलिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के आपदा प्रभावित जिलों में मुख्यमन्त्री की विधान सभा का सबसे बुरा हाल है। विधान सभा के भीतर १७ आंतरिक मोटर मार्ग एक माह से बंद चल रहे है। मुख्यमन्त्री को अपनी विधान सभा की आपदा से उपजी समस्याओं के समाधान के लिए थोडा भी वक्त नहीं है। मुख्यमन्त्री केवल स्ट्रिंग ऑपरेशन और घोटालों में ही उलझ कर रह गये है। भाजपा नेता जगत मर्तोलिया ने कहा कि सीएम की विधान सभा के नामिक, मल्ला जोहार, गोरीपार, दारमा, ब्यास, सुमदुम, गाला, तोमिक आदि क्षेत्रों में चावल ८० रूपया तथा आटा ६० किलो बिक रहा है। आम आदमी का जीवन कष्ट मय हो गया है। आंतरिक मोटर मार्गो को खोलने के लिए सरकार के पास कोई नजरिया नहीं है। आपदा से पूर्व तैयारियों को लेकर तहसील से लेकर राज्य स्तर तक न कोई बैठक हुई और ना ही इंतजाम के बारे में कोई चार्ट बनाया गया। उन्होंने कहा कि २०१३ के आपदा प्रभावित आज भी राहत और पुर्नवास के लिए भटक रहे है। राज्य सरकार ने अभी तक कोई राहत और पुर्नवास की नीति नहीं बनायी है। तीन वर्ष पूर्व आयी आपदा से हरीश रावत की सरकार ने कोई सीख नहीं ली। हिमालयी क्षेत्रों की आपदा के कारणों एवं इससे निपटने के लिए सरकार ने कोई अध्ययन नहीं किया। रावत सरकार में इस विधान सभा में सबसे अधिक अवैध खनन हुए है। जिस कारण दर्जनों नये गांव खतरे की जद में आ चुके है। बैठक में भाजपा नेता दिनेश राणा, बबलू लोहनी, कवीन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, मयंक धामी, हर्षित धामी, यशोधा पांगती, मंजू धामी, कमला बिष्ट, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, नारायण सिंह मेहरा, राम सिंह गण्डी, त्रिभुवन सिंह आदि मौजूद थे।
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सरकारी तंत्र के अनुसार- कैलाश मानसरोवर यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। इस यात्रा का तीसरा दल यात्रा पूर्ण कर सिर्खा से गाला वापस, चैथा दल कैलाश परिक्रमा मेें, पाॅचवा दल चाईना क्षेत्र में, छठा दल गंुजी से नाभीढांग सातवाॅ दल सिर्खा से गाला के लिए रवाना है।
दिनांक 08 जुलाई/2016 तक पी0एम0जी0एस0वाई0 सहित राज्य में कुल 115 सड़क मार्ग बाधित थे। दिनांक 09.07.2016 को 15 सड़कें और बाधित हुयी इसमें से 34 सड़कें यातायात के लिए खोल दी गयी है। 96 सड़कों को यातायात के लिए खोलने हेतु कार्य प्रगति पर है। इनमें से अधिकांश 87 सड़कें ग्रामीण है। प्रदेश में सभी मुख्य मार्ग खुले हुये है। सभी चारधाम यात्रा मार्ग यातायात के लिए खुले है। राज्य के सभी नेशनल हाइवे यातायात के लिए खुले है। लोक निर्माण विभाग द्वारा चारधाम यात्रा मोटर मार्गो की सूचना विभागीय वैब साईट चूकण्नाण्हवअण्पद पर भी उपलब्ध है।
भूस्खलन से प्रदेश में वर्तमान तक कुल 1185 ग्रामों/तोकों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुयी थी, इसमें से 1175 ग्रामों तोकों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। 10 ग्रामों व तोकों में विद्युत आपूर्ति सुचारू की जा रही है। घाट (चमोली) में 90 ग्रामों/तोकों की विद्युत आपूर्ति बाधित हुई थी, इसमें से 84 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। दूरस्थ क्षेत्र के शेष 06 ग्रामों में कार्यवाही गतिमान है। इसी प्रकार डीडीहाट तहसील पिथौरागढ़ में 158 गांव/तोकों/स्थानों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुयी थी। जिनमें से 158 विद्युत बाधित हुये समस्त ग्रामों में विद्युत आपूर्ति बहाल की जा चुकी है। मुनस्यारी तहसील में 191 स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। यू0पी0सी0एल0 की ओर से पिथौरागढ़ के प्रभावित क्षेत्रों 08 मोबाइल चार्जिंग वैन भेजी गई है। जो लोगों को मोबाइल चार्ज सुविधा उपलब्घ करा रही है। चमोली के घाट में भी 01 मोबाइल चार्जिंग वैन भेजी गई है।
वर्तमान तक कुल 87 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हुयी थी इनमें में आज दिनांक 09/07/2016 तक 77 योजनायें में पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। शेष सभी 10 योजनाओं में 11/07/2016 तक पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी। चमोली में घाट तहसील के प्रभावित ग्रामों के 31 स्थानों में से 30 स्थानों पर पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गयी है, व शेष 01 गांव में पेयजल की आपूर्ति 11/07/2016 तक कर दी जायेगी तथा बस्तड़ी व नौलड़ा क्षेत्र के 19 स्थानों पर पेयजल आपूर्ति बाधित हुई थी जिनमें से 11 स्थानों पर आपूर्ति बहाल कर दी गई है। भटवाड़ी (उत्तरकाशी) में प्रभावित 06 योजनाऐं में शतप्रतिशत योजना पूर्ण, बागेश्वर में 08 में 07 पेयजल योजनायें, अल्मोड़ा में 14 योजनायें में शतप्रतिशत योजनायें पूर्ण टिहरी एवं नैनीताल क्षतिग्रस्त 02 एवं 05 योजनाओं को पूर्ण कर लिया गया है।
पिथौरागढ़ में आपदा प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में रखा गया है। जिनमें डीडीहाट में पंचायतघर बस्तड़ी, जू0हाईस्कूल नौलड़ा मुनस्यारी में, राजकीय इण्टर कालेज सिघाली, प्रा0वि0 सिघाली एवं प्राथमिक विद्यालय पत्थरकोट प्रभावितों को रह रहे है। तथा राहत शिविरों में आपदा प्रभावितों को भोजन एवं ठहरनें की सुविधा दी जा रही है। पशुचिकित्सालय थल, पंचायत घर थल, मण्डी भवन थल, में आपदा प्रभावितों को ठहराया गया हैै एवं भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून द्वारा दिनांक 09.07.2016 को दोपहर 10ः00 बजे, जारी पूर्वानुमान के अनुसार दिनांक 09.07.2016 से दिनांक 13.07.2016 तक कहीं-कहीं हल्की या मध्यम वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है।
why every time in Uttarakhand there is urgent need to asses the link between development and disaster in Uttarakhand.